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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 समूएल 13-15

अम्नोन अउ तामार

13 दाऊद क अबसालोम नाउँ क एक पूत रहा। अबसालोम क बहिन क नाउँ तामार रहा। तामार बहोत सुन्नर रही। अम्नोन दाऊद क दूसर पूत रहा जउन तामार स पिरेम करत रहा। तामार कुँवारी रही। अम्नोन सोचेस कि उ ओकरे संग कभी आपन यौन इच्छा पूरा नाहीं कइ सकत्या। किन्तु अम्नोन ओका बहोत चाहत रहा। अम्नोन ओकरे बारे मँ बहोत सोचइ लगा उ बीमार होइ क एक बहना बनाएस।

अम्नोन क एक ठु मीत सिमा क पूत योनादाब रहा। (सिमा दाऊद क भाई रहा।) योनादाब बहोत चालाक आदमी रहा। योनादाब अम्नोन स कहेस, “हर दिन तू दूबर दूबर स देखाँई पड़त अहा। तू राजा क पूत अहा। तोहका खाइ बरे बहोत जियादा अहइ, तउ भी तू आपन वजन काहे खोवत जात अहा? मोका बतावा।”

अम्नोन योनादाब स कहेस, “मइँ तामार स पिरेम करत हउँ। किन्तु उ मोर सौतेला भाई अबसालोम क बहिन अहइ।”

योनादाब अम्नोन स कहेस, “बिछउना मँ ओलरा। अइसा बेउहार करा कि तू बीमार अहा। तब तोहार बाप तोहका लखइ अइहीं। ओनसे कहया, ‘मेहरबानी कइके मोर बहिन तामार क आवइ द्या अउर मोका खाना देइ द्या। ओका मोरे समन्वा भोजन बनाइ देइँ। तब मइँ ओका लखब अउर ओकरे हाथे स खाब।’”

एह बरे अम्नोन बिछउना मँ ओलर गवा, अउर अइसा बेउहार किहस माना उ बीमार अहइ। राजा दाऊद अम्नोन क लखइ आवा। अम्नोन राजा दाऊद स कहेस, “कृपा कइके मोर बहिन तामार क हिआँ आवइ देइँ। मोरे लखत भए ओका मोरे बरे दुइ रोटी बनावइ देइँ। तब मइँ ओकरे हाथन स खाइ सकत हउँ।”

दाऊद तामार क घरे सँदेसवाहकन क पठएस। सँदेसवाहकन तामार स कहेन, “अपने भाई अम्नोन क घरे जा अउर ओकरे बरे कछू भोजन बनावा।” तामार ओम्नोन बरे भोजन बनावत ह

एह बरे तामार अपने भाई अम्नोन क घरे गइ। अम्नोन बिछउना मँ रह। तामार कछू गूँधा आटा लिहस अउर एका अपने हाथन स एक साथे दबाएस। उ अम्नोन क लखत भए कछू रोटियन बनाएस। जब तामार रोटियन क पकाउब पूरा किहेस तउ उ कढ़ाही मँ स रोटियन क अम्नोन बरे निकारेस। किन्तु अम्नोन खाइ स इन्कार किहस। अम्नोन अपने सेवकन स कहेस, “तू सबहिं मनई चला जा। मोका अकेला रहइ द्‌या!” एह बरे सबहिं सेवक अम्नोन क कमरा स बाहेर चले गएन।

अम्नोन तामार क संग कुकर्म करत ह

10 अम्नोन तमार स कहेस, “भोजन भीतरवाले कमरा मँ लइ चला। तब मइँ तोहरे हाथ स खाब।”

तामार अपने भाई क लगे सयन-कच्छ मँ गइ। उ ओन रोटियन क लिआइ जउन उ बनाए रही। 11 उ अम्नोन क लगे गइ जेहसे उ ओकरे हाथन स खाइ सकइ। किन्तु अम्नोन तामार क धइ लिहस। उ ओहसे कहेस, “बहन, आवा अउर मोरे संग सोवा।”

12 तामार अम्नोन स कहेस, “नाहीं, भाई। मोका मजबूर जिन करा। इ भयंकर काम इस्राएल मँ कबहुँ नाहीं कीन्ह जाइ चाही। इ लज्जाजनक काम जिन करा। 13 मइँ इ लज्जा स कबहुँ मुक्त नाहीं होब्या अउर लोग इ सोचिही कि तू एक आम अपराधी अहा। कृपा कइके राजा स बात करा। उ तोहका मोर संग बियाह करइ देइ।”

14 किन्तु अम्नोन तामार क एक न सुनेस। उ तामार स जियादा सक्तीसाली रहा। उ ओहका सारीरिक सम्बन्ध करइ बरे मजबूर किहस। 15 ओकरे बाद अम्नोन तामार स घिना करइ लाग। अम्नोन ओकरे संग ओहसे भी जियादा घिना किहेस जेतना उ पहिले पिरेम करत रहा। अम्नोन तामार स कहेस, “उठा अउर चली जा!”

16 तामार अम्नोन स कहेस, “नाहीं! मोका बाहेर जिन पठावा! मोका अब बाहेर पठाना उ स जियादा गलत होइ जउन तू पहिले मोर संग कइ लीन्ह ह।”

किन्तु अम्नोन तामार क एक न सुनेस। 17 अम्नोन आपन जवान सेवक स कहेस, “इ लड़की क इ कमरा स अबहिं बाहेर निकारा। ओकरे जाइ पइ दरवाजे मँ ताला लगाइ द्या।”

18 एह बरे अम्नोन क सेवक तामार क कमरे क बाहेर लइ गवा अउर ओकरे जाइ पइ ताला लगाइ दिहस।

तामार कइउ रंग क लम्बा लबादा पहिर रखे रहा। राजा क कुवाँरी बिटियन अइसा ही लबादा पहिरत रहिन।

19 तामार राख लिहस अउर अपने मूँड़े पइ डाइ लिहस। उ अपने बहुरंगे लबादे क फार डाएस। उ आपन हाथ अपने मूँड़े पइ रख लिहस अउर उ जोर स रोवइ के चलत लागेन।

20 तामार क भाई अबसालोम तामार स कहेस, “का तोहार भाई अम्नोन तोहका मारेस? अम्नोन तोहार भाई अहइ। बहन, अब सान्त रहा। एहसे तू बहोत परेसान न ह्वा।” एह बरे तामार कछू नाहीं कहेस। उ अबसालोम क घरे रहइ चली गइ अउर हुवाँ अकेली अउ उदास रहइ लाग।

21 राजा दाऊद क एकर खबर मिली। उ बहोत कोहाइ गवा। 22 अबसालोम अम्नोन स घिना करत रहा। अबसालोम अच्छा या बुरा अम्नोन स कछू नाहीं कहेस। उ अम्नोन स घिना करत रहा काहेकि अम्नोन ओकरी बहन क संग कुकर्म किहे रहा।

अबसालोम क बदला

23 दुइ बरिस पाछे कछू मनई एप्रैम क लगे बाल्हासोर मँ अबसालोम क भेड़िन क ऊन काटइ आएन। अबसालोम राजा क सबहिं पूतन क आवइ अउ लखइ बरे न्यौतेस। 24 अबसालोम राजा क लगे गवा अउर उ कहेस, “मोरे लगे कछू मनई मेरी भेड़िन क ऊँन काटइ आवत अहइँ। कृपा कइके आपन सेवकन क संग आवइँ अउर लखइँ।”

25 राजा दाऊद अबसालोम स कहेस, “पूत नाहीं। हम सबहिं नाहीं जाब। एहसे तोहका परेसानी होइ।”

अबसालोम दाऊद स चलइ क पराथना किहस। दाऊद नाहीं गवा, किन्तु उ आसीर्बाद दिहस।

26 अबसालोम कहेस, “जदि आप जाइ नाहीं चाहतेन तउ, कृपा कइके मोरे भाई अम्नोन क मोर संग जाइ देइँ।”

राजा दाऊद अबसालोम स पूछेस, “उ तोहरे संग काहे जाइ?”

27 अबसालोम दाऊद स पराथना करत रहा। आखिर मँ दाऊद अम्नोन अउ सबहिं राजपूतन क अबसालोम क साथ जाइ दिहस।

अम्नोन क हत्या कीन्ह गइ

28 तब अबसालोम आपन सेवकन क आदेस दिहस। उ ओनसे कहेस, “अम्नोन पइ नजर राखा। जब उ नसे मँ धुत होइ तब मइँ तोहका आदेस देब अम्नोन क जान स मार डावा। सज़ा पावइ स डेराअ नाहीं। काहेकि तू सिरिफ मोर हुकूम क पालन करत रहा। अब सक्तीसाली अउ बीर बना।”

29 अबसालोम क जुवक लोग अबसालोम क आदेस क मुताबिक अम्नोन क मार डाएन। किन्तु दाऊद क दूसर पूत बच निकरेन। हर एक पूत अपने एक खच्चरे पइ बइठा अउर भाग गवा।

दाऊद अम्नोन क पूत क खबर पावत ह

30 जब राजा क पूत मारग मँ रहेन, दाऊद क खबर मिली। खबर इ रही, “अबसालोम राजा क सबहिं पूतन क मार डाएस ह। कउनो भी पूत बचा नाहीं ह।”

31 राजा दाऊद आपन ओढ़ना फार डाएस अउर धरती पइ ओलर गवा। दाऊद क लगे खड़े ओकर सबहिं अधिकारियन भी आपन ओढ़नन फार डाएन।

32 किन्तु योनादाब, दाऊद क भाई क पूत सिमा दाऊद स कहेस, “अइसा मत सोचा कि राजा क सबहिं जुवक पूत मार डावा गएन ह। नाहीं, इ सिरिफ अम्नोन अहइ जउन मारा गवा ह। जब स अम्नोन ओकर बहिन तामार क संग कुकरम किहे रहा तबहिं स अबसालोम इ जोजना बनाए रहा। 33 मोर सुआमी राजा इ न सोचइँ कि सबहिं राजपूत मार गएन ह। सिरिफ अम्नोन ही मारा गवा।”

34 अबसालोम पराइ गवा।

एक ठु रच्छक नगर क देवार पइ खड़ा रहा। उ पहाड़ी क दूसर कइँती स कई मनइयन क आवत लखेस। 35 एह बरे योनादाब दाऊद स कहेस, “लखा, मइँ बिल्कुल सही रहेउँ। राजा क पूत आवत अहइँ।”

36 जइसे ही बातन करइ खत्म किहेन राजपूतन आइ गएन। उ पचे जोर-जोर स रोवत रहेन। दाऊद अउर ओकर सबहिं अधिकारियन रोवइ लागेन। उ पचे सबहिं बहोत बिलाप करत रहेन। 37 दाऊद आपन पूत बरे बहोत दिनन तलक रोएस।

अबसालोम गसूर क पराइ गवा

अबसालोम गसूर क राजा अम्मीहूर क पूत तल्मै क लगे पराइ गवा। 38 अबसालोम क गसूर भाग जाइ क बाद, उ हुवाँ तीन बरिस तलक ठउरा। 39 अम्नोन क मउत क पाछे, दाऊद धैर्य बांध लिहेस। लेकिन उ अबसालोन क खोइ दिहेस अउर ओका ओका देखइ क लालसा रहा।

योआब एका बुद्धिमती मेहरारू क दाऊद क लगे पठवत ह

14 सरूयाह क पूत योआब जानत रहा कि राजा दाऊद अबसालोम क बारे मँ सोचत अहइ अउर ओका देखइ क लालसा अही। एह बरे योआब तकोआ क एक दूत हुवाँ स एक ठु बुद्धिमती मेहरारू क लिआवइ क बरे पठएस। योआब इ बुद्धिमती मेहरारू स कहेस, “कृपा कइके बहोत जियादा सोकग्रस्त होइ क देखॉवा करा। सोक-वस्त्र पहिर ल्या, आपन चाम अउ बार मँ तेलन जिन लगावा। अइसी मेहरारू क जइसा बेउहार करा जउन कउनो मरे भए क बरे कइउ दिनन स रोवत ह। राजा क लगे जा अउर जउन मइँ कहत हउँ, इनही सब्दन क उपयोग करत भए ओनसे बातन करा।” तब योआब उ बुद्धिमती मेहरारू क का कहब अहइ, इ बताइ दिहस।

तब ताकोआ क उ मेहरारू राजा स बातन किहस। उ फर्स पइ भहराइ पड़ी ओकर ललाट फर्स पइ जाइ टिका। उ निहुरी अउ बोली, “राजा, मोका मदद द्या।”

राजा दाऊद ओहसे कहेस, “तोहार समस्या का अहइ?”

उ मेहरारू कहेस, “मइँ राँड़ हउँ। मोर भतार मर चुका अहइ। मोरे दुइ ठु पूत रहेन। इ सब दुइनउँ बाहेर मैदानन मँ लड़ेन। ओनका कउनो रोकइवाला न रहा। एक पूत दूसर पूत क मार डाएस। सारा परिवार अब मोरे खिलाफ अहइ। उ पचे मोहसे कहत रहेन, ‘उ पूत क लिआवा जउन अपने भाई क मार डाएस। तब हम ओका मार डाउब, काहेकि उ आपन भाई क मार डाएस।’ मोर पूत आगी क आखिरी चिनगारी क तरह अहइ, काहेकि उ ही सिरिफ उ ही एक पूत जिअत रही जउन ओकर पिता क सम्पत्ति क उत्तराधिकारी होइ। अगर उ ओका मार डाइ तउ उ आग जल उठब अउर खतम होइ जाब अउर उ सम्पत्ति दूसर क पास चली जाइ अउर तब मोर मरे भतार क नाउँ इ धरती स मिट जाइ।”

तब राजा मेहरारू स कहेस, “घरे जा। मइँ खुद तोहार मामला निपटाउब।”

तकोआ क मेहरारू राजा स कहेस, “हे राजा मोर सुआमी, दोख मोह पइ आवइ द्या। किन्तु आप अउर आप क राज्ज निदोर्ख अहइ।”

10 राजा दाऊद कहेस, “उ मनई क लिआवा जउन तोहका बुरा-भला कहत ह। तब उ मनई तोहका फुन परेसान न करी।”

11 मेहरारू कहेस, “कृपा कइके आपन यहोवा परमेस्सर क नाउँ पइ किरिया लेइँ कि आप एन लोगन क रोकिहीं। तब उ पचे मोर पूत क हत्या क बदले मँ नाहीं मारिहीं।”

दाऊद कहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, तोहरे पूत क कउनो मनई चोट नाहीं पहोंचाइ। तोहरे पूत क एक ठु बार भी धरती पई नाहीं गिरी।”

12 उ मेहरारू स कहेस, “मोर सुआमी, राजा कृपा कइके मोका आप स कछू कहइ क मौका द्या”

राजा कहेस, “कहा।”

13 तब उ मेहरारू कहेस, “परमेस्सर क लोगन क खिलाफ इ जोजना काहे बनाया ह? हाँ, जब आप इ कहत हीं आप इ परगट करत हीं कि आप अपराधी अहइँ। काहे? काहेकि आप अपने पूत क वापस नाहीं लाएन ह जेका आप अपने घर तजइ क मजबूर किहे रहेन। 14 इ सही अहइ कि हम सबहिं कउनो दिन मरब। हम लोग उ पानी क तरह होब, जउन भुइँया पइ फेंका गवा ह। कउनो भी मनई भुइँया स उ पानी क एकट्ठा नाहीं कइ सकत। किन्तु परमेस्सर माफ करत ह। ओकरे लगे ओन लोगन बरे एक ठु जोजना अहइ जउन अपने घर तजइ क मजबूत कीन्ह गएन ह, उ ओनका वापिस करइ चाहत ह। 15 मोर प्रभु, राजा मइँ इ बात कहइ मइँ आप क लगे आइ। काहे? काहेकि लोग मोका ससाइ दिहन। मइँ अपने मने मँ कहेउँ कि, ‘मइँ राजा स बात करब। होइ सकत ह राजा मोर सुनइँ। 16 राजा मोर सुनिहीं, अउर मोर रच्छा उ मनई स करिहीं जउन मोका अउर मोरे पूत दुइनउँ क मारइ चाहत हीं अउर ओन चिजियन क प्राप्त करइ स रोकइ चाहत हीं जेनका परमेस्सर हम क दिहेस ह।’ 17 मइँ जानत हउँ कि मोर राजा, मोरे सुआमी क सब्द मोका सान्ति देइहीं काहेकि आप परमेस्सर क दूत क समान अहइँ। आप समुझ ह कि का अच्छा का बुरा अहइ। यहोवा आप क परमेस्सर, आप क संग अहइ।”

18 राजा दाऊद उ मेहरारू क जवाब दिहस, “तोहका उ सवाल क उत्तर देइ चाही, जेका मइँ तोहसे पूछउँ मोसे कछू जिन छुपाया।”

उ मेहरारू कहेस, “हे मोर प्रभू, मोर राजा, कृपा कइके आपन सवाल पूछइँ।”

19 राजा कहेस, “का योआब इ सबइ सारी बातन तोहसे कहइ क कहेस ह?”

उ मेहरारू जवाब दिहेस, “मोर पर्भू राजा, आप क जिन्नगी क किरिया, आप सही अहइँ। आप क सेवक योआब इ सबइ बातन कहइ बरे कहेस। 20 योआब इ एह बरे किहेस जेहसे आप तथ्यन क दूसर निगाह स लखिहीं। मोर पर्भू आप परमेस्सर क दूत क नाई बुद्धिमान अहइँ। आप सब कछू जानत हीं जउन भूइँया पइ होत ह।”

अबसालोम यरूसलेम लउटत ह

21 राजा योआब स कहेस, “लखा, मइँ इ करब। आप कृपा कइके जा अउ नउजुवक मनई अबसालोम क वापस लिआवा।”

22 योआब भुइँया आपन माथा निहुराएस। उ राजा दाऊद बरे आभार परगट किहस अउर कहेस, “आजु मइँ समुझत हउँ कि आप मोसे खुस अहइ, काहेकि आप उहइ किहन जउन मोर माँग रही।”

23 तब योआब उठा अउर गसूर गवा अउ अबसालोम क यरूसलेम लिआवा। 24 किन्तु राजा दाऊद कहेस, “अबसालोम अपने घरे क लउट सकत ह।” उ मोहसे भेंटइ नाहीं आइ सकत। एह बरे अबसालोम अपने घरे क लउट गवा। अबसालोम राजा स भेंटइ नाहीं जाइ सका।

25 अबसालोम क जियादा स जियादा तारीफ ओकरे सुन्नर रूप क बरे रही। इस्राएल मँ कउनो मनई एतना सुन्नर नाहीं रहा जेतना अबसालोम। अबसालोम क मूँड़े स गोड़े तलक कउनो दोख नाहीं रहा। 26 हर एक बरिस क आखिर मँ अबसालोम अपने मूँड़े क बार काटत रहा अउर ओका तउलत रहा। बारन क तौल लगभग पाँच पौण्ड रहीं। 27 अबसालोम क तीन पूत रहेन अउ एक ठु बिटिया। उ बिटिया क नाउँ तामार रहा। तामार एक ठु सुन्नर मेहरारू रही।

अबसालोम योआब क अपने स भेंटइ क बरे मजबूर करत ह

28 अबसालोम पूरे दुइ बरिस तलक राजा दाऊद स भेंटइ क इजाजत बिना यरूसलेम मँ रहा। 29 अबसालोम योआब क लगे इ कहइ बरे पठाएस कि मोर तरफ स राजा क लगे जाइ। किन्तु योआब अबसालोम स मिलइ नाहीं गवा। अबसालोम दूसरी दाई सँदेसा पठएस। किन्तु योआब फुन भी आउब इन्कार किहस।

30 तब अबसालोम अपने सेवकन स कहेस, “लखा, योआब क खेत मोरे खेते स लगा बाटइ। ओकरे खेते मँ जौ क फसल अहइ। जा अउर जौ क बार द्या।”

एह बरे अबसालोम क सेवक गएन अउर योआब क खेते मँ आगी लगाउब सुरू किहेन। 31 योआब उठा अउर अबसालोम क घरे गवा। योआब अबसालोम स कहेस, “तोहार सेवकन मोर खेत काहे बारेन।”

32 अबसालोम योआब स कहेस, “मइँ तोहका सँदेसा पठएँउ। मइँ तोहसे हिआँ आवइ क कहेउँ। मइँ तोहका राजा क लगे पठवइ चाहत रहेउँ। मइँ ओहसे पूछइ चाहत रहेउँ कि उ गसूर स मोका घरे काहे बोलाएस। मइँ ओहसे मिल नाहीं सकत, एह बरे गसूर मँ रहब कहूँ जियादा नीक रहा। अब मोका राजा स भेंटइ द्या। जदि मइँ पाप किहेउँ ह तउ उ मोका मार सकत ह।”

अबसालोम दाऊद स मिलत ह

33 तब योआब राजा क लगे आवा अउ अबसालोम क कहा भवा सुनाया। राजा अबसालोम क बोलाएस। तब अबसालोम राजा क लगे आवा। अबसालोम राजा क समन्वा भुइँया पइ माथा टेकिके प्रणाम किहेस, अउर राजा अबसालोम क चुम्बन किहस।

अबसालोम बहोत स मीत बनावत ह

15 एकरे पाछे अबसालोम एक रथ अउ घोड़न अपने बरे लिहस। जब उ रथ चलावत रहा तउ अपने सामने पचास ठु दउड़त मनइयन क रखत रहा। अबसालोम जल्दी उठत अउर दुआरे क निचके खड़ा होत। जदि कउनो मनई अइसा होत जेकर कउनो समस्या होत अउर निआउ बरे राजा दाऊद क लगे आवत होत, अबसालोम ओहसे पूछत, “तू कउनो नगर क अहा?” उ मनई जवाब देत, “मइँ अमुक हउँ अउ इस्राएल क अमुक परिवार समूह क हूँ।” तब अबसालोम ओन मनइयन स कहा करत, “लखा, जउन तू कहत रह्या उ सुभ अउर उचित अहइ किन्तु राजा दाऊद तोहर एक ठु नाहीं सुनी।”

अबसालोम इ भी कहत, “अह, मइँ चाहत कि कउनो मोका इ भूइयाँ क निआवाधीस बनावत। तब मइँ ओन मनइयन मँ स हर एक क मदद कइ सकत जउन निआव बरे समस्या लइके अउतेन।”

जब कउनो मनई अबसालोम क लगे आवत अउर ओकरे समन्वा प्रणाम करइ क निहुरत, तउ अबसालोम हाथ बढ़ाइके ओका पकरलेत अउ ओकर चुम्बन करत जइसा उ ओकर नजिक क मीत अहइ। अबसालोम अइसा ओन सबहिं इस्राएलियन क संग करत जउन राजा दाऊद क लगे निआव बरे अउतेन। इ तरह अबसालोम इस्राएल क सबहिं लोगन क हिरदइ जीत लिहस।

अबसालोम क जरिये दाऊद क राज्ज क लेइ क जोजना

चार बरिस पाछे अबसालोम राजा दाऊद स कहेस, “कृपा कइके मोका अपनी खास प्रतिग्या क पूरी करइ जाइ द्या जेका मइँ हेब्रोन मँ यहोवा क समन्वा किहे रहेउँ। मइँ इ प्रतिग्या तब किहे रहेउँ जब मइँ गसूर अराम मँ रहत रहेउँ। मइँ कहे रहेउँ, ‘जदि यहोवा मोका यरूसलेम लउटाई तउ मइँ यहोवा क सेवा करब।’”

राजा दाऊद कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”

अबसालोम हेब्रोन गवा। 10 किन्तु अबसालोम इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ जासूस पठएस। एन जासूनन लोगन स कहेन, “जब तू पचे तुरही क आवाज सुना, तउ कहा कि ‘अबसालोम हेब्रोन मँ राजा होइ गवा।’”

11 अबसालोम दुइ सौ मनइयन क अपने संग चलइ बरे न्यौतेस। उ सबइ मनई ओकरे संग यरूसलेम स बाहेर गएन। किन्तु उ पचे इ नाहीं जानत रहेन कि ओकर जोजना का अहइ। 12 अहीतोपेल दाऊद क सलाहकारन मँ स एक रहा। अहीतोपेल गीलो नगर क निवासी रहा। जब अबसालोम बलि-भेंटन क चढ़ावत रहा, उ अहीतोपेल क गीलो नगर स बुलाएस। अबसालोम क जोजना ठीक-ठाक चलत रही अउर जियादा स जियादा लोग ओकर समर्थन करइ लागेन।

दाऊद क अबसालोम क जोजना क सूचना

13 एक ठु मनई दाऊद क सूचना देइ आवा। उ मनई कहेस, “इस्राएल क लोग अबसालोम क अनुसरण करब सुरू करत अहइँ।”

14 तब दाऊद यरूसलेम मँ रहइवाले आपन सबहिं अधिकारियन स कहेस, “हम पचन्क जरूर पराइ चाही, अन्यथा हम मँ स कउनो भी अबसालोम स बच के नाहीं निकरि सकब्या। अबसालोम क जरिये धरें जाइ क पहिले हम लोग हाली करी। नाहीं तउ उ हम सबहिं क नस्ट कइ देइ अउर उ यरूसलेम क लोगन क मार डाइ।”

15 राजा क सेवकन राजा स कहेन, “जउन कछू भी आप कहिहीं, हम लोग करब।”

दाऊद अउ ओकर आदमी बच निकरत हीं

16 राजा दाऊद अपने घर क सबहिं लोगन क संग बाहेर निकर गवा। राजा घर क देखभाल क बरे आपन दस उप-पत्नियन क हुवाँ तजेस। 17 राजा अपने सबहिं लोगन क साथ लइके जउन ओका अनुसरण किहा बाहेर निकरा। उ पचे नगर क आखिरी मकाने पइ रूकेन। 18 ओकर सबहिं सेवक राजा क पास स गुजरेन, अउर सबहिं करेती, सस्बहिं पलेनी अउ गती (गत स छ: सौ मनई) राजा क लगे स गुजरेन।

19 राजा गत क इत्तै स कहेस, “तू लोग भी हमरे संग काहे जात अहा? लउट जा अउर नवा राजा (अबसालोम) क संग रहा। तू बिदेसी अहा। इ तू लोगन क ग्रह-भूइँया नाहीं अहइ। 20 ठीक कछू देरी तू हमरे संग जुड़्या। का मोका अलग-अलग जगहन पइ तोहका हमारे संग भटकई चाही? नाहीं! लउटा अउर आपन भाइयन क अपने संग ल्या। मोर पराथना अहइ कि तोहरे बरे दाया अउ वफ़दारी देखाँवा जाइ।”

21 किन्तु इत्तै राजा क जवाब दिहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जब तलक आप जिअत अहइँ मइँ आप क संग रहब। मोर सुआमी, राजा मइँ तोहार संग रहब जहाँ कहुँ भी जाब्या चाहे इ जीवन अही या मरण।”

22 दाऊद इत्तै स कहेस, “आवा, हम लोग किद्रोन नाला क पार करी।”

एह बरे गत क इत्तै अउ ओकर सबहिं लोग अपने बच्चन सहित किद्रोन नाले क पार गएन। 23 सबहिं लोग जोर स रोवत रहेन। राजा दाऊद किद्रोन नाले क पार किहस। तब सबहिं लोग रेगिस्ताने कइँती बढ़ेन। 24 सादोक अउ ओकर संग क लवीबंसी परमेस्सर क करार क सन्दूख क लइके चलत रहेन। उ पचे परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क खाले रखेन। एब्यातार तब तलक पराथना किहेस[a] कि जब तलक सबहिं लोग यरूसलेम स बाहेर नाहीं निकर गएन।

25 राजा दाऊद सादोक स कहेस, “परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क यरूसलेम लउटाइ लइ जा। जदि यहोवा मोह पइ दयालु अहइ, तउ उ मोका वापस लउटाइ अउर यहोवा मोका यरूसलेम अउर आपन मन्दिर क देखइ देइ। 26 किन्तु जदि यहोवा कहत ह कि मोहे पइ खुस नाहीं अहइ तउ उ मोरे खिलाफ, जउन कछू भी चाहत ह, कइ सकत ह।”

27 राजा याजक सादोक स कहेस, “तू एक ठु दर्शी अहा सान्तिपूर्वक नगर क जा। आपन पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन स अपने संग ल्या। 28 मइँ ओन ठउरन क निचके प्रतीच्छा करब जहाँ स लोग नदी पार होइ रेगिस्तान मँ जात हीं। मइँ हुवाँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक तोहसे कउनो सूचना नाहीं मिलत।”

29 एह बरे सादोक अउ एब्यातार परमेस्सर क पवित्तर सन्दूक वापस यरूसलेम लइ गएन अउर हुवँइ ठहरेन।

अहीतोपेल क खिलाफ दाऊद क पराथना

30 दाऊद जइतून क पर्वत पइ चढ़ा। उ रोवत रहा। उ आपन मूँड़ ढाँपि लिहस अउर उ बिना जूते क गवा। दाऊद क संग क सबहिं लोगन आपन मूँड़न ढाँपि लिहेन। उ पचे दाऊद क संग रोवत भए गएन।

31 एक ठु मनई दाऊद स कहेस, “अहीतोपेल लोगन मँ स एक अहइ जउन अबसालोम क संग जोजना बनाएस।” तब दाऊद पराथना किहेस, “हे यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू अहीतोपेल क सलाह क नाकामयाब कइ द्या।” 32 दाऊद पर्वत क चोटी पइ आवा। इहइ उ ठउर रहा जहाँ उ अक्सर परमेस्सर स पराथना करत रहा। उ समइ एरेकी हूसै ओकरे लगे आवा। हूसै क अंगरखा फटा रहा अउर ओकरे झूँड़ि पइ धूरी रही।

33 दाऊद हूसै स कहेस, “जदि तू मोरे संग चलत अहा तउ तू देख-रेख करइवाले अलावा मनई होब्या। 34 किन्तु जदि तू यरूसलेम क लउट जात ह तउ तू अहीतोपेल क सलाह क ब्यर्थ कइ सकत ह। अबसालोम स कहा, ‘महाराज, मइँ आप क सेवक हउँ। मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ, किन्तु अब मइँ आप क सेवा करब।’ 35 याजक सादोक अउ एब्यातार तोहरे संग होइहीं। तोहका उ सबइ बातन ओनसे कहइ चाही जेनका तू राजमहल मँ सुना। 36 सादोक क पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन ओनके संग होइहीं। तू ओनका, हर बात जउन सुना, मोहसे कहइ बरे पठउब्या।”

37 तब दाऊद क मीत हूसै नगर मँ गवा, अउर अबसालोम यरूसलेम आवा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.