Chronological
लेवी बंसी अउर ओकर रखैल
19 उ समई इस्राएल क कउनो राजा नाहीं रहा।
एक ठु लेवी बंसी मनई एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क बहोत दूर क छेत्र मँ रहत रहा। उ मनई क एक ठु जवान रखैल रही। उ यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर क निवासी रही। 2 किन्तु उ ओकर संग झगड़ा किहा। ऍह बरे उ ओका तजि दिहस अउर यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर मँ आपन बाप क घर चली गइ। उ हुवाँ चार महीने रही। 3 तब ओकर भतार ओकरे लगे गवा। उ ओहसे पिरेम क संग बात करइ चाहत रहा, जेहसे उ ओकरे लगे लउट जाइ। उ अपने संग आपन नउकर अउर दुइ गदहन क लइ गवा रहा। लेवी बंसी मनई उ मेहरारू क बाप क घरे आवा। ओकर बाप लेवी बंसी मनई क लखेस अउर ओकर स्वागत करइ बरे खुसी स बाहेर आवा। 4 जुवती क बाप ओका ठहरइ बरे न्यौतेस। एह बरे लेवी बंसी तीन दिन ठहरा। उ खाएस, पीएस अउर उ अपने ससुरे क घर सोएस।
5 चउथे दिन बहोतइ भिंसारे उ उठा। लेवी बंसी चल पड़इ क तइयारी करत रहा। किन्तु जुवती क बाप अपने दामाद स कहेस, “पहिले कछू खा ल्या। जब तू खइया क खाइ ल्या तउ तू जाइ सकत ह।” 6 एह बरे लेवी बंसी मनई अउर ओकर ससुर एक संग खाइ अउर दाखरस पिअइ बइठेन। ओकरे पाछे जुवती क बाप उ लेवीबंसी स कहेस, “कृपा कइके आजु भी ठहरा। आराम करा अउर आनन्द मनावा।” इ तरह दुइनउँ मनइयन एक संग खाएन। 7 जब लेवी मनई जाइ क तइयार भवा तउ ओकर ससुर ओका हुवाँ राति भइ रूकइ क हठ किहस।
8 पाँचवाँ दिन लेवी बंसी मनई भिंसारे उठेस। लेवी बंसी मनई चलइ बरे तइयार रहेन। किन्तु मेहरारू क बाप आपन दामाद से कहेस, “पहिले कछु खाइ ल्या। आरम कइ ल्या अउर दोपहर तलक हियाँ रहा।” तब दुइनउँ मनईयन फुन एक संग खाएस।
9 तब लेवी बंसी मनई, ओकर रखैल अउर ओकर नउकर चलइ बरे उठेन। किन्तु जुवती क बाप, ओकर ससुर कहेस, “लगभग अँधियारा होइ गवा अहइ। दिन लगभग बीत चुका अहइ। राति हिअँई बितावा अउर आनन्द मनावा। कल बहोत भिंसारे तू उठि सकत ह अउर आपन घरे क रास्ता पकड़ सकत ह।”
10 किन्तु लेवी बंसी मनई एक अउर रात हुवाँ ठहरइ नाहीं चाहत रहा। उ आपन दुइ गदहन अउर आपन रखैल क लिहस। उ यबूस नगर जउन यरूसलेम भी कहलावत ह, तलक गवा। 11 उ दिन लगभग खतम होइ गवा रहा। उ पचे यबूस नगर क लगे रहेन। एह बरे नउकर आपन सुआमी लेवी बंसी स कहेस, “हम लोग इ नगर मँ रूक जाइ। इ यबूसी लोगन क नगर अहइ। हम लोग हिअँइ राति बिताई।”
12 किन्तु ओकर सुआमी लेवी बंसी कहेस, “नाहीं हम लोग अपरिचित नगर मँ नाहीं जाब, जेकर लोग इस्राएल क लोगन मँ स नाहीं अहइँ। हम लोग गिबा नगर तलक जाब।” 13 उ इ भी कहेस, “आगे बढ़ा। हम लोग गिबा या रामा तलक पहोंचइ क कोसिस करइँ। हम ओन नगरन मँ स कउनो एक मँ रात बिताइ सकित ह।”
14 एह बरे लेवी बंसी अउ ओकरे संग क लोग अगवा बढ़ेन। जब उ पचे गिबा नगर क लगे आएन तउ सूरज बूड़न रहा। गिबा बिन्यामीन क परिवार समूह क प्रदेस मँ अहइ। 15 एह बरे उ पचे गिबा मँ रूकेन। उ पचे उ नगर मँ रात बितावइ क जोजना बनाएन। उ पचे नगर मँ सार्वजनिक चउराहे मँ गएन अउर हुवाँ बइठ गएन। किन्तु कउनो ओन लोगन क रात बितावइ बरे अपने घर नाहीं न्यौतेन।
16 उ साँझ क एक बूढ़ा मनई अपने खेतन स नगर मँ आया। ओकर घर एप्रैम क पहाड़ी देस मँ रहा। किन्तु अब उ गिबा नगर मँ रहत रहा। (गिबा क लोग बिन्यामीन क परिवार समूह क रहेन।) 17 बूढ़ा मनई लेवी बंसी मनई क नगर क चउराहे पइ लखेस। बूढ़ा मनई पूछेस, “तू कहाँ जात अहा? तू कहाँ स आवा अहा?”
18 लेवी बंसी मनई जवाब दिहस, “यहूदा प्रदेस क बेतलेहेम नगर स हम लोग जात्रा करत अही। हम आपन घर दूर क पहटाँ एप्रैम क पहाड़ी देस जात अहइ। मइँ यहूदा क बेतलेहेम क गवा रहेउँ। अब मइँ आपन घरे जात हउँ। 19 किन्तु कउनो भी हम लोगन क रात ठहरइ बरे न्यौता नाहीं दिहस। हम लोगन क लगे आपन गद्हन बरे पुआल अउ भोजन अहइ। हम लोगन क लगे रोटी अउ दाखरस भी अहइ। हम लोगन मँ स कउनो भी न मइँ न इ मेहरारू अउर न ही मोर नउकर कछू भी नाहीं चाहत ह।”
20 बूढ़ा कहेस, “तोहार स्वागत अहइ। तू मोरे हिआँ ठहरा। तोहका जरूरत क सबहिं चिजियन मइँ देबउँ। तू नगर क सार्वजनिक चउराहे मँ राति जिन बितावा।” 21 तब उ बूढ़ा मनई लेवी बंसी मनई अउर ओकरे संग क लोगन क अपने संग अपने घरे लइ गवा। बूढ़ा मनई ओकरे गदहन क खवाएस। उ पचे आपन गोड़ धोएन। तब उ कछू भोजन खाइ अउर कछू दाखरस पिया।
22 जब लेवी बंसी मनई अउर ओकरे संग क मनई आनन्द लेत रहेन, तबहिं उ नगर से कछू मनई आएन अउर घर क चारिहुँ कइँती स घेर लिहन। उ पचे बहोतइ बुरे मनई रहेन। उ पचे जोर स दरवाजा क ऊपर पीटइ लागेन। उ पचे उ बुढ़वा मनई स, जेकर उ घर रहा, गोहराइके बोलेन, “उ मनई क अपने घरे स बाहेर करा। हम ओकरे संग सम्भोग करइ चाहित ह।”
23 बुढ़वा मनई बाहेर गवा अउर ओन दुट्ठ लोगन स कहेस, “भाइयो, नाही, अइसा बुरा काम जिन करा। उ मनई मोरे घरे मँ मेहमान अहइ। इ खौफनाक पाप जिन करा। 24 सुना, हिआँ मोर बिटिया अहइ। उ एक कुवाँरी कन्या अहइ। मइँ ओका अउ इ मनसेधू क रखैल क तोहरे लगे बाहेर लिआवत हउँ। तू ओकर उपयोग जइसा चाहा कइ सकत ह। किन्तु इ मनई क खिलाफ अइसा खौफनाक पाप जिन करा।”
25 मुला ओन दुट्ठ लोग उ बुढ़वा मनई क एक न सुनेन। एह बरे लेवी बंसी मनई आपन रखैल क ओन दुट्ठ मनइयन क संग बाहेर कइ दिहन। ओन दुट्ठ मनइयन पूरी रात ओकरे संग कुकरम किहन। अउर पूरी तरह गालियन दिहन। तब भिंसारे ओका जाइ दिहन। 26 भिंसारे उ मेहरारू हुआँ लउटी जहाँ ओकरे सुआमी ठहरा रहा। उ समन्वा दरवाजे पइ भहराइ पड़ी। उ तब तलक पड़ी रही जब तलक पूरा दिन नाही निकरि आवा।
27 भिंसारे लेवी बंसी मनई उठा अउर उ घरे क दरवाजा खोलेस। उ अपने राहे जाइ बरे बाहेर निकरा किन्तु हुवाँ ओकर रखैल पड़ी रही। उ घरे क राहे पइ पड़ी रही। ओकर हाथ दरवाजा क ड्यौड़ी पइ रहेन। 28 तब लेवी बंसी मनई ओहसे कहेस, “उठा, हम लोग चली।” किन्तु उ जवाब नाही दिहस काहेकि उ मरि गवा रहा।
एह बरे उ ओका आपन गदहे पइ धरेस अउ घरे गवा। 29 जब लेवीबंसी मनई अपने घरे आवा तब उ एक ठु छुरी निकारेस अउर आपन रखैल क बारह टूकन मँ काटेस। तब उ मेहरारू क ओन बारह हीसन मँ ओन सबहिं छेत्रन मँ पठएस जहाँ इस्राएल क लोग रहत रहेन। 30 जउन इ लखेन ओन सबइ कहेन, “अइसा कबहुँ नाहीं भवा रहा जब स इस्राएल क लोग मिस्र स आएन, बाद-विवाद करा अउर तय करा कि एकरे बारे मँ का करइ क चाही।”
इस्राएल अउ बिन्यामीन क बीच जुद्ध
20 इ तरह इस्राएल क सबहिं लोग मिस्पा नगर मँ यहोवा क समन्वा खड़े होइ बरे एक संग आएन। उ पचे पूरे इस्राएल देस स आएन: दान से बेरसेबा तलक। गिलाद प्रदेस क सबहिं इस्राएली लोग भी हुवाँ रहेन। 2 इस्राएल क परिवार समूहन क सबहिं प्रमुख लोग हुवाँ रहेन। उ पचे परमेस्सर क लोगन क सभा मँ आपन-आपन ठउर पइ बइठेन। उ ठउरे पइ तरवार क संग चार लाख फउजी रहेन। 3 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग सुनेन कि इस्राएल क लोग मिस्पा नगर मँ पहोचेन ह। इस्राएल क लोग कहेन, “इ बतावा कि इ भयंकर पाप कइसे भवा।”
4 एह बरे मेहरारू जेकर हत्तिया भइ रही ओकर भतार कहेस, “मोर रखैल अउ मइँ बिन्यामीन क गिबा नगरन मँ पहोंचेन। हम लोग हुवाँ राति बितावा। 5 मुला राति मँ गिबा नगर क प्रमुख उ घरे पइ आएन जेहमाँ मइँ ठहरा रहेउँ। उ पचे घरे क घेर लिहन अउ उ पचे मोका मारि डावइ चाहत रहेन। उ पचे मोरी रखैल क संग कुकरम किहन अउर उ मर गइ। 6 एह बरे मइँ आपन रखैल क लइ गएउँ अउर ओकर टूका कइ डाएउँ। तब मइँ हर एक टूका इस्राएल क हर एक परिवार समूह क पठएउँ। मइँ बारह टूकन ओन भुइँया क पठएउँ जेनका हम पाए। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग इस्राएल क देस मँ इ कर अउ खउफनाक करम किहन ह। 7 अब, इस्राएल क सबहिं लोगो, आप बोलइँ। आप आपन निर्णय देइँ कि हमका का करइ चाही?”
8 तब सबहिं लोग उहइ समइ उठि। उ पचे एकत्र होइके कहेन, “हम लोगन मँ स कउनो घरे नाहीं लउटी। हम लोगन मँ स एक भी घरे नाहीं लउटी। 9 गिबा बरे हम लोग इ करब: हम गोटी डाउब। 10 अउर हम लोग इस्राएल क लोगन क सबहिं परिवार समुहन स एक सौ मँ स दस मनई चुनब अउर हम लोग हर एक हजार मँ स सौ मनई चुनब। हम लोग हर एक दस हजार मँ स एक हजार चुनब। जउने लोगन क हम लोग चुन लेब उ पचे फउजे खातिर जरूरी सामग्री पइही। तब फउज बिन्यामीन मँ गिबा नगर क जाइ। उ फउज ओन लोगन स बदला चुकाई जउन इस्राएल मँ इ भयंकर काम किहेन ह।”
11 एह बरे इस्राएल क सबहिं लोग गिबा नगर मँ बटुर गएन। उ पचे ओकर एकमत रहेन, जउन उ पचे करत रहेन। 12 इस्राएल क परिवार समूह एक सँदेस क संग लोगन क बिन्यामीन क परिवार समूह क लगे पठएस। सँदेसा इ रहा, “इ पापे क बारे मँ का कहब अहइ जउन तोहार कछू लोग किहो ह? 13 ओन गिबा क दुस्ट मनइयन क हमरे लगे पठवा। ओन लोगन क हमका द्या जेहसे हम ओनका जान स मारि सकी। हम लोगन क इस्राएल क लोगन क बीच स बुराइ क दूर करइ चाही।”
किन्तु बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग आपन सम्बंधी इस्राएल क लोगन क दूतन क बात सुनइ स इन्कार करइ दिहेन। 14 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग आपन नगरन क तजेन अउर उ पचे गिबा नगर मँ पहोंचेन। उ पचे गिबा मँ इस्राएल क दूसर परिवार समूह क खिलाफ लड़इ गएन। 15 बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग छब्बीस हजार फउजियन क बटोरेन उ पचे सबहिं फउजी जुद्ध बरे प्रसिच्छित रहेन। ओनके संग गिबा नगर क सात सौ प्रसिच्छित फउजी भी रहेन।
16 ओनकर सात सौ अइसे प्रसिच्छित मनई भी रहेन जउन जुद्ध मँ बाँया हाथ चलावइ क सिच्छा पाए रहेन। ओनमाँ स हर एक गुलेल क उपयोग दच्छता स कइ सकत रहा। उ पचे सबइ एक ठु बारे पइ भी पाथर मार सकत रहेन अउर निसाना नाहीं चूकत रहा।
17 इस्राएल क सारे परिवार समूह बिन्यामीन क अतिरिक्त चार लाख जोधन क एकत्र किहन। ओन चार लाख जोधन क लगे तरवारन रहिन। ओनमाँ स हर एक प्रसिच्छित फउजी रहा। 18 इस्राएल क लोग बेतेल नगर तलक गएन। बेतेल मँ उ पचे परमेस्सर स पूछेन, “कउन सा परिवार समूह बिन्यामीन क परिवार समूह पइ पहिला हमला करी?”
यहोवा जवाब दिहेस, “यहूदा क परिवार समूह पहिले जाइ।”
19 अगले भिंसारे इस्राएल क लोग उठेन। उ पचे गिबा क निअरे डेरा डाएन। 20 तब इस्राएल क फउज बिन्यामीन क फउज स जुद्ध बरे निकरि पड़ी। इस्राएल क फउज गिबा नगर मँ बिन्यामीन क खिलाफ जुद्ध बरे आपन मोर्चा लगाएस। 21 तब बिन्यामीन क फउज गिबा नगर क बाहेर निकरी। उ पचे उ दिन क लड़ाई मँ इस्राएल क फउजे क बाईस हजार लोगन क मार डाएन।
22-23 इस्राएल क लोग यहोवा क समन्वा गएन। उ पचे साँझ तलक रोवत चिल्लात रहेन। उ पचे यहोवा स पूछेन, “का हमका फुन बिन्यामीन क खिलाफ लड़इ जाइ चाही? उ सबइ लोग हमार सम्बन्धी अहइँ।”
यहोवा जवाब दिहस, “जा अउर ओनके खिलाफ लड़ा। इस्राएल क लोग एक दूसर क हिम्मत बढ़ाएन।” एह बरे उ पचे पहिले दिन क तरह फुन लड़इ गएन।
24 तब इस्राएल क फउज बिन्यामीन क फउज क लगे आइ। इ जुद्ध क दूसर दिन रहा। 25 बिन्यामीन क फउज दूसर दिन इस्राएल क फउज पइ हमला करइ बरे गिबा नगर स बाहेर आइ। इ समइ बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउजे क दूसर अट्ठारह हजार फउजियन क मार डाएन। इस्राएल क फउज क उ सबइ सबहिं प्रसिच्छित फउजी रहेन।
26 तब सबइ इस्राएली लोग अउर सबहिं बेतेल नगर तलक गएन। उ ठउरे पइ उ पचे बइठेन अउर यहोवा क रोइके गोहराएन। उ पचे पूरा दिन साँझ तलक कछू नाहीं खाएन। उ पचे होमबलि अउर मेलबलि भी यहोवा बरे चढ़ाएस। 27 इस्राएल क लोग यहोवा स एक ठु सवाल पूछेन। (एन दिन परमेस्सर क साच्छीपत्र क सन्दूक बेतेल मँ रहा। 28 पीनहास जउन एलीआज़ार क पूत रहा अउर एलीआज़ार हारून क पूत रहा नाउँ क एक ठु याजक करार क सन्दूक क समन्वा सेवा करत रहा।) इस्राएल क लोग पूछेन, “का हमका बिन्यामीन क लोगन क खिलाफ फुन लड़इ जाइ चाही। उ सबइ लोग हमार सम्बन्धी अहइँ या हम लोग जुद्ध करब बंद कइ देइ?”
यहोवा जवाब दिहेस, “जा। काल्ह भियान मइँ ओनका हरावइ मँ तोहार मदद करब।”
29 तब इस्राएल क फउज गिबा नगर क चारिहुँ कइँती आपन मनइयन क छुपाइ दिहस। 30 इस्राएल क फउज तीसरे दिन गिबा नगर क खिलाफ लड़इ गइ। उ पचे जुद्ध बरे आपन मोर्चा संभालेन जइसा उ पचे पहिले किहे रहेन। 31 बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज स जुद्ध करइ बरे गिबा नगर क बाहेर निकर आइ। इस्राएल क फउज पाछे हटी अउर उ बिन्यामीन क फउज क नगर क बहोतइ पाछे छोड़ देइ बरे धोखा दीन्ह गवा।
बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज क कछू लोगन क वइसे ही मारब सुरू किहेन जइसे उ पचे पहिले मारे रहेन। इस्राएल क लगभग तीस मनई मारे गएन। ओनमाँ स कछू लोग मैदानन मँ मारे गए रहेन। ओनमाँ स कछू मनई सड़कियन पइ मारे गए रहेन। एक ठु सड़क बेतेल क जात रही। दूसर सड़क गिबा क जात रही। 32 बिन्यामीन क लोग कहेन, “हम पहिले क तरह जीतत अही।”
मुला इस्राएल क लोग पाछे भागत परात रहेन काहेकि उ पचे बिन्यामीन क लोगन क ओनके नगर स दूर सड़कियन पइ लियावइ चाहत रहेन। 33 इस्राएल क फउजे क सबहिं लोग आपन ठउरन स हटेन। उ पचे बालतामार पइ रूकेन अउर जुद्ध बरे मोर्चा लगाएन। तब जउन लोग गिबा क पच्छिम मँ लुकान रहेन आपन छुपइ क ठउरन स दौड़ पड़ेन अउर गिबा पइ आकामण किहेन। 34 इस्राएल क फउज क पूरे प्रसिच्छित दस हजार फउजियन गिबा नगर पइ हमला किहन। जुद्ध बड़ी भीसण रही। किन्तु बिन्यामीन क फउज आपन भंयकर विनास स अवगत नाहीं रहेन।
35 यहोवा इस्राएल क फउज क उपयोग किहस अउर बिन्यामीन क फउज क हराइ दिहस। उ दिन इस्राएल क फउज बिन्यामीन क पच्चीस हजार एक सौ फउजियन क मार डाएस। उ सबइ सबहिं फउजी जुद्ध बरे प्रसिच्छित रहेन। 36 इ तरह बिन्यामीन क लोग लखेन कि उ पचे हार गएन।
इस्राएल क फउज पाछे हटी। उ पचे पाछे हटेन काहेकि उ पचे अचानक हमला पइ निर्र्भर करत रहेन जेकरे बरे ओनकर मनइयन गिबा क निचके छुपा भवा रहेन। 37 जउन मनई गिबा क चारिहुँ ओर लुकान रहेन उ सबइ गिबा नगर मँ टूट पड़ेन। उ पचे फइल गएन अउर उ पचे आपन तरवारन स नगर क हर एक क मार डाएन। 38 इस्राएली फउज क दल अउ लुकाइके घात लगावइ वाले दल क बीच इ संकेत चीन्हा निहचित कीन्ह गवा रहा कि लुकाइके घात लगावइ वाला दल नगर मँ धुएँ क बिसाल बादर उड़ाइ।
39 जुद्ध क उहइ समइ पइ बिन्यामीन क फउज लगभग तीस इस्राएल फउज क मार दिहेस। उ पचे कहत रहेन, “हम वइसे जीतत अही जइसे पहिले जुद्ध मँ जीतत रहे।” 40 किन्तु तबहिं धुएँ क बिसाल बादर नगर स उठब सुरू भवा। बिन्यामीन क फउजी मुड़ेन अउर धुएँ क लखेन। पूरा नगर आगी क लपटन मँ रहा। 41 तब इस्राएल क फउज मुड़ी अउर लड़इ लाग। बिन्यामीन क लोग डर गए रहेन। अब उ पचे समुझ गएन कि ओन पइ तबाही आ गए रहेन।
42 एह बरे बिन्यामीन क फउज इस्राएल क फउज क समन्वा स भाग पराइ खड़ी भइ। उ पचे रेगिस्तान कइँती भागेन। लेकिन उ पचे जुद्ध स बच न सकेन। इस्राएल क लोग नगरन स बाहेर आएन अउर ओनका मार डाएन। 43 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क घेर लिहेन। उ पचे ओनका पाछा किहन। उ पचे ओनका अराम नाही करइ दिहेन। उ पचे ओनका गिबा क पूरब क भुइँया मँ हराएन। 44 इ तरह अट्ठारह हजार वीर अउर ताकतवर बिन्यामीन क फउज क फउजी मारे गएन।
45 बिन्यामीन क फउज मुड़ी अउर रेगिस्तान कइँती भागी परानी। उ पचे रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ पराइके गएन। किन्तु इस्राएल क फउज सड़कन पइ बिन्यामीन क फउज क पाँच हजार सिपाहियन क मार डाएन। उ पचे बिन्यामीन क लोगन क पाछा करत रहेन। उ पचे ओनकर पाछा गिदोन नाउँ क ठउरे तलक किहन। इस्राएल क फउज उ ठउरे पइ बिन्यामीन क फउज वहाँ दुइ हजार अउर सिपाहियन क मार डाएस।
46 उ दिना बिन्यामीन क फउज क पच्चीस हजार फउजी मारे गएन। ओन सबहिं मनइयन अपन तरवार क संग बहादुरी स जुद्ध किहन। 47 मुला बिन्यामीन क छ: सौ मनई मुड़ेन अउर रेगिस्तान मँ पराइ गएन। उ पचे रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ गएन। उ पचे हुवाँ चार महीने तलक ठहरे रहेन। 48 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क भुइँया मँ लउटिके गएन। जउने नगरन मँ उ पचे पहोंचेन, ओन नगरन क मनइयन क उ पचे मार डाएन। उ पचे सबहिं जनावरन क भी मार डाएन। उ पचे जउन कछू पाइ सकत रहेन, ओका नस्ट कइ दिहन। उ पचे जउने नगर मँ गएन, ओका बार डाएन।
बिन्यामीन क लोगन बरे मेहररूअन पाउब
21 मिस्पा मँ इस्राएल क लोग प्रतिग्या किहन। ओनकर प्रतिग्या इ रही, “हम लोगन मँ स कउनो आपन बिटिया क बिन्यामीन क परिवार समूह क कउनो मनई स बियाह नाही करइ देइ।”
2 इस्राएल क लोग बेतेल नगर क गएन। इ नगर मँ उ सबइ परमेस्सर क समन्वा साँझ तलक बइठे रहेन। उ पचे जोर स अउर फुट-फुट कइ रोवत रहेन। 3 उ पचे परमेस्सर स कहेन, “यहोवा, तू इस्राएल क लोगन क परमेस्सर अहा। अइसी भयंकर बात हम लोगन क संग कइसे होइ गइ अहइ? इस्राएल क परिवार समूहन मँ स एक परिवार समूह काहे कम होइ जाइ।”
4 अगले दिन भिंसारे इस्राएल क लोग एक ठु वेदी बनाएन। उ पचे उ वेदी पइ परमेस्सर क होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन। 5 तब इस्राएल क लोग कहेन, “का इस्राएल क कउनो अइसा परिवार समूह अहइ जउन यहोवा क समन्वा हम लोगन क संग मिलइ नाही आवा ह?” उ पचे इ सवाल एह बरे पूछेन काहेकि उ पचे एक गंभीर प्रतिग्या किहे रहेन। उ पचे प्रतिग्या किहे रहेन कि जउन कउनो मिस्पा मँ दूसर परिवार समूह क संग मिलइ बरे नाहीं आइ, मार डावा जाइ।
6 इस्राएल क लोग आपन रिस्तेदारन, बिन्यामीन क परिवार समूह क लोगन बरे, बहोत दुःखी रहेन। उ पचे कहेन, “आजु इस्राएल क लोगन स एक ठु परिवार समूह कट गवा ह। 7 हम लोग यहोवा क समन्वा प्रतिग्या किहे रहे कि हम आपन बिटियन क बिन्यामीन परिवार क कउनो मनई स बियाह नाहीं करइ देब। हम लोगन क कइसे बिस्सास होइ कि बिन्यामीन क परिवार समूह क लोगन क बियाही बरे मेहररूअन मिलिहीं?”
8 तब इस्राएल क लोग पूछेन, “इस्राएल क परिवार समूहन मँ स कउन मिस्पा मँ हिआँ नाहीं आवा ह? हम लोग यहोवा क समन्वा एक संग आए अही। किन्तु एक परिवार समूह हिआँ नाहीं अहइ?” तब ओनका पता लाग कि इस्राएल क दूसर लोगन क संग यावेस गिलाद नगर क कउनो मनई हुवाँ नाहीं रहा। 9 इस्राएल क लोग इ जानइ बरे कि हुवाँ कउन रहा अउर कउन नाहीं रहा, हर एक क गनेस। उ पचे पाएन कि यावेस गिलाद क कउनो भी हुवाँ नाहीं रहा। 10 एह बरे इस्राएल क लोग बारह हजार फउजियन क यावेस नगर क पठएस। उ पचे ओन फउजियन स कहेन, “जा अउर यावेस गिलाद लोगन क मेहररुअन अउ गदेलन समेत आपन तरवार स मउत क घाट उतार द्या। 11 तू पचन्क इ जरूर करइ क होइ। यावेस गिलाद मँ हर एक मनसेधू क मार डावा। उ मेहरारू क भी मार डावा जउन एक ठु मनसेधू क संग रहि चुकी होइ। किन्तु उ मेहरारू क जिन मारा जउन कउनो मनसेधू क संग कबहुँ सारीरिक सम्बन्ध न किहे होइ।” फउजियन इहइ किहन। 12 ओन बारह हजार फउजियन यावेस गिलाद मँ चार सौ अइसी कुवाँरी कन्या क पाएन, जउन कउनो मनई क संग कबहुँ सारीरिक सम्बन्ध नाहीं किहे रहिन। फउजी ओन मेहररूअन क सीलो नगर क डेरा पइ लइ गएन। सीलो कनान भुइँया मँ अहइ।
13 तब इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क लगे एक ठु सँदेस पठएन। उ पचे बिन्यामीन क लोगन क संग सान्ति-सन्धि करइ क प्रस्ताव रखेन। बिन्यामीन क लोग रिम्मोन क चट्टान नाउँ क ठउरे पइ रहेन। 14 एह बरे बिन्यामीन क लोग उ समइ इस्राएल क लोगन क पूरे परिवार क लगे लउटेन। इस्राएल क लोग ओनका ओन यावेस गिलाद क मेहररूअन क दिहन, जेनका उ पचे मारे नाही रहेन। किन्तु बिन्यामीन क सबहिं लोगन क बरे ढेर मेहररूअन नाही रहिन।
15 इस्राएल क लोग बिन्यामीन क लोगन क बरे दुःखी भएन। उ पचे ओनके बरे एह बरे दुःख महसूस किहन काहेकि यहोवा इस्राएल क परिवार समूहन क अलग कइ दिहे रहा। 16 इस्राएल क लोगन क अग्रज लोग कहेन, “बिन्यामीन परिवार समूह क मेहररूअन मार डाली गइ अहइँ। हम लोग बिन्यामीन क जउन लोग जिअत अहइँ ओनके बियाह बरे मेहररूअन कहाँ पइहीं। 17 बिन्यामीन क जउन लोग अबहिं जिअत अहइँ, अपने परिवार क अगवा बढ़ावइ बरे ओनका गदेलन चाही। इ एह बरे करइ क होइ कि इस्राएल क एक परिवार समूह नस्ट न होइ। 18 मुला हम लोग आपन बिटियन क बिन्यामीन लोगन क संग बियाह करइ क मंजूरी नाहीं दइ सकित। हम इ प्रतिग्या कइ चुका अही: ‘कउनो मनई जउन बिन्यामीन क मनई क पत्नी देइ, अभिसप्त होइ।’ 19 हम लोगन क समन्वा एक ठु उपाय अहइ। इ सीलो नगर मँ यहोवा बरे उत्सव क समइ अहइ। इ उत्सव हिआँ हर बरिस मनावा जात ह।” (सीलो नगर बेतेल नगर क उत्तर मँ अहइ अउर उ सड़किया क पूरब मँ अहइ जउन बेतेल स सकेन क जात ह। अउर इ लबोना नगर क दकिखन मँ भी अहइ।)
20 एह बरे अग्रज लोग बिन्यामीन लोगन क सुझाव दिहेन। उ पचे कहेन, “जा, अउर अंगूर क बेलन क खेतन मँ लुकाइ जा। 21 उत्सव मँ उ समइ क प्रतीच्छा करा जब सीलो क जुवतियन नाच मँ हींसा लेइ आवइँ। तब अंगूरे क खेतन मँ आपन लुकाइ क ठउरे स बाहेर निकर दउड़ा। तू पचन मँ स हर एक सीलो नगर क मेहरूरअन क बिन्यामीन क भुइँया मँ लइ जा अउर ओकरे संग बियाह करा। 22 ओन जुवतियन क बाप अउ भाई हम लोगन क निअरे अइही अउर सिकाइत करिही। किन्तु हम लोग ओनका इ तरह जवाब देब: ‘बिन्यामीन क लोगन पइ कृपा करा। ओन लोगन क ओन मेहररूअन क संग बियाह करइ द्या। उ पचे अपने बरे मेहररूअन एह बरे नाहीं पावत अहइँ कि उ सबइ लोग तू पचन स लड़इँ अउर उ पचे इ तरह स मेहररूअन क लइ गवा अहइँ, एह बरे तू पचे आपन परमेस्सर क समन्वा कीन्ह गइ प्रतिग्या नाही तोड़्या। तू पचे प्रतिग्या किहे रह्या कि तू पचे ओनका मेहररूअन नाहीं देब्या, सचमुच, तू पचे बिन्यामीन क लोगन क मेहररूअन नाहीं दिहा परन्तु उ पचे तू पचन स मेहररूअन लइ लिहन। एह बरे तू पचे प्रतिग्या भंग नाहीं किहा।’”
23 एह बरे बिन्यामीन क परिवार समूह क लोग उहइ किहन। जब जुवतियन नाचत रहिन, तउ हर एक मनई ओनमाँ स एक-एक क धइ लिहस। उ पचे ओन मेहररूअन क लइ गएन अउर ओनके संग बियाह किहन। तउ उ पचे आपन भुइँया मँ लउटेन। बिन्यामीन क लोग भुइँया मँ फुन नगर बसाएन अउर रहइ लागेन। 24 तब इस्राएल क लोग अपने घर लउटेन। उ पचे आपन-आपने भुइँया अउर परिवार समूह मँ लउट गएन।
25 ओन दिनन इस्राएल क लोगन क कउनो राजा नाहीं रहा। हर एक मनई उहइ करत रहा, जेका उ ठीक समुझत रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.