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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
व्यवस्था विवरण 21-23

अगर कउनो मनई मरा भवा पावा जाइ

21 “उ देस मँ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत अहइ, कउनो मनई मइदान मँ हत्तिया कीन्ह भवा लास पाइ जाइ सकत ह। मुला कउनो क इ पता नाहीं चल सकत कि ओका कउन मारेस। तब तोहार पचन्क मुखियन अउर निआवाधीसन मारे भए मनई क चारिहुँ कइँती स सहरन क दूरी क नाप-जोख करइ चाही। जब तू पचे इ जानि जाब कि मरे भए मनई क सबन त निचके क कउन सा सहर अहइ। तब उ सहर क मुखियन आपन झुण्डन मँ स एक गइया लेइहीं। जेकर उपयोग कबहुँ भी कउनो कामे मँ न कीन्ह गवा होइ। या उ प कबहुँ जुआ न रखा गवा ह। उ सहर क मुखियन उ गइया क बहता भवा पानीवाली घाटी मँ लइहीं। इ अइसी घाटी होइ चाही जेका कबहुँ जोता न गवा होइ अउर न ओहमाँ पेड़-पौधा रोपा गवा होइँ। तब मुखियन क उ घाटी मँ हुअँइ उ गइया क गर्दन तोड़ देइ चाही। लेवी बंसी याजकन क हुआँ जाइ चाही। (यहोवा तोहार परमेस्सर इ याजकन क आपन सेवा बरे अउर आपन नाउँ पइ आसीर्बाद देइ बरे चुनेस ह। याजक सबहिं वाद-विवाद अउ नोस्कान क मुकद्दमा क निहचय करिहीं।) मारे भए मनई क सबन त निचके क सहर क सबई मुखियन आपन हाथन क उ गइया क ऊपर धरिहीं जेकर गर्दन घाटी मँ तोड़ दीन्ह गवा रहा। इ सबइ मुखिया स जरूर कइहीं, ‘हम इ मनई क नाहीं मारा अउर हम पचे एकर मारा जाब नाहीं देखा। यहोवा, इस्राएल क लोगन क छिमा कर, जेनकइ तू उद्धार किहा ह। आपन लोगन मँ स कउनो निर्दोख मनई क दोखी न ठहरावइ द्या।’ तब उ पचे कतल बरे दोखी नाहीं ठहरावा जइहीं। इ सबइ मामलन मँ उ करब ही तोहरे पचन्क बरे नीक अहइ। अइसा कइके तू पचे कउनो निर्दोख क हत्या करइके दोखी नाहीं रहब्या।

जुद्ध मँ मिली मेहररुअन

10 “तू पचे आपन दुस्मनन स जुद्ध करउब्या अउर यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर ओनका तू पचन्स हरवाइ देइ। तब तू पचे दुस्मनन क बन्दी क रुप मँ लिअउब्या। 11 अउर तू पचे जुद्ध मँ बन्दी कउनो सुन्नर मेहरारु क लख सकत ह। तू पचे ओका पाउब चाह सकत ह अउर आपन मेहरारु क रुप मँ रखइ क इच्छा कइ सकत ह। 12 तू पचन्क ओका आपन परिवार मँ आपन घरे लिआवइ चाही। ओका आपन बार छोलवावइ चाही अउर आपन नह कटवावइ चाही। 13 ओका आपन बन्दी भए ओढ़नन क उतारइ चाही। ओका तोहरे घरे मँ रहइ चाही अउर एक महीना तलक आपन महतारी अउर बाप बरे रोवइ चाही। ओकरे बाद तू ओकरे संग यौन सम्बन्ध कायम कइ सकत ह अउर ओकर भतार होइ सकत ह्या। अउर उ तोहार पत्नी बन जाइ। 14 मुला अगर तू पचे ओसे खुस नाहीं होत्या तउ तू पचे ओका जहाँ उ जाइ चाही जाइ देइ। मुला तू ओका वास्तविक रूप मँ बेच नाहीं सकत्या। तू ओकरे बरे दासी क तरह बेउहार नाहीं कइ सकत्या। काहेकि तोहार ओकरे संग यौन सम्बन्ध रहा।

एक ठु मनई क दुइ पत्नियन क गदेलन

15 “एक ठु मनई क दुइ पत्नियन होइ सकत हीं अउर उ एक पत्नी स दूसर पत्नी क अपेच्छा जियादा पिरेम कइ सकत ह। दुइनउँ पत्नियन स ओकरे गदेलन होइ सकत हीं अउर पहिला गदेला उ पत्नी क होइ सकत ह जेहसे उ जियादा पिरेम न करत होइ। 16 जब उ आपन सम्पत्ति आपन गदेलन मँ बाँटी तउ उ इ घोसणा नाहीं करइ सकत ह कि जे पत्नी क उ जियादा पिरेम करत ह ओका गदेला पहिलौटी अहइ अउर जेका उ पिरेम नाहीं करत ही ओका गदेला नाहीं। 17 उ मनई क दुतकारी पत्नी क गदेला क ही पहिलौटी क गदेला अंगीकार करइ चाही। उ मनई क आपन चीजन क दुइ हींसा पहिलौटी पूत क देइ चाही। काहेकि उ बड़का गदेला अहइ। अउ पहिलौटी क अधिकार रखत अहइ।

आग्या न मानइवाला पूत

18 “कउनो मनई क अइसा पूत होइ सकत ह जउन जिद्दी अउर आग्या क न मानइवाला होइ। इ पूत आपन महतारी अउर बाप क आग्या न मानी। महतारी अउर बाप ओका दण्ड देत हीं मुला पूत फुन भी ओनकइ कछू नाहीं सुनत। 19 ओकरे महतारी अउर बाप क ओका सहर क फाटक पइ सहर क मुखियन क लगे लइ जाइ चाही। 20 ओनका सहर क मुखियन स कहइ चाही: ‘हमार पूत जिद्दी अहइ अउर आग्या नाहीं मानत। उ कउनो काम नाहीं करत जेका हम करइ बरे कहित ह। उ जरुरत स जियादा खात अउ मद पिअत ह।’ 21 तब सहर क लोगन क उ पूत क पाथरन स मारि डावइ चाही। अइसा कइके तू पचे आपन मँ स बुराई क हटाइ देइहीं। इस्राएल क सबहिं लोग ऍका सुनिहीं अउ डेराइ जइहीं।

अपराधियन मारा जात अउ लटकावा जात हीं

22 “कउनो मनई अइसा पाप करइ क अपराधी होइ सकत ह जेका मउत क सजा दीन्ह जाइ। जब उ मारि डावा जाइ तब ओकर देह पेड़े पइ लटकावा जाइ सकत ह। 23 जब अइसा होत ह तउ ओकरे देह क रात भइ पेड़े पइ नाहीं रहइ चाही। तू पचन्क ओका उहइ दिन निहचय ही दफनाइ देइ चाही। काहेकि जउन मनई पेड़े पइ लटकावा जात ह उ परमेस्सर स अभिसाप पावा होत ह। तू पचन्क उ देस क बे पवित्तर नाहीं करइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत ह।

दूसर नेमन

22 “अगर तू पचे लखा कि तोहरे पड़ोसी क गइया या भेड़ी खुली बाटइ, तउ तू पचन्क एहसे लापरवाह नाहीं होइ चाही। तू पचन्क निहचय ही ऍका मालिक क लगे पहोंचाइ देइ चाही। अगर ऍकर मालिक तोहरे लगे न रहत होइ या तू ओका नाहीं जानत ह्वा कि उ कउन अहइ तउ तू उ गइया या भेड़ी क आपन घरे लइ जाइ चाही अउर तू ऍका तब तलक रखा जब तलक मालिक ऍका हेरत भवा तोहार लगे न आवइ। तब तू पचन्क ओका ओकरे बरे लउटाइ देइ चाही। तू पचन्क इहइ तब भी जरूर करइ चाही जब तू पचन्क पड़ोसी क गदहा मिलइ, ओकर ओढ़नन मिलइँ या कउनो चीज पड़ोसी खोइ देत ह। अगर तू पावत ह, तउ तोहका नज़रअन्दाज नाहीं रहइ चाही।

“अगर तोहरे पड़ोसी क गदहा या ओकर गइया सड़क पइ पड़ी होइ तउ ओहसे आँखी नाहीं फेरि लेइ चाही। तू पचन्क ओका फुनि उठावइ मँ ओकर मदद करइ चाही।

“कउनो मेहरारु क कउनो मनई क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही अउर कउनो मनसेधू क कउनो मेहरारु क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर ओहसे घिना करत ह जउन अइसा करत ह।

“कउनो राहे स टहरत समइ तु पचे बृच्छ पइ या भुइँया पइ चिरइयन क घोंसला पाइ सकत ह। अगर मादा चिरई आपन बच्चन क संग बइठी होइ या आपन अण्डन पइ बइठी होइ तउ तू पचन्क मादा चिरई क बच्चन क संग नाही पकड़इ चाही। तू पचे बच्चन क आपन बरे लइ सकत ह। मुला तू पचन्क महतारी क तजि देइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मानत ह तउ तोहरे बरे सब कछू नीक होइ अउर तू लम्बे समइ तलक जिअत रहब्या।

“जब तू पचे कउनो नवा घर बनावा तउ तू पचन्क आपन छते क चारिहुँ कइँती देवार खड़ी करइ चाही। तब तू पचे कउनो मनई क अपराधी नाहीं होब्या अगर उ छते पइ स भहरात ह।

कछू चीजन जेनका एक संग नाहीं रखइ चाही

“तू पचन्क आपन अंगूरे क बगिया मँ अनाजे क बिअन क नाहीं बोवइ चाही। काहेकि अनाज या अंगूर जउन बोवइ भवा बिअन स उगिहीं ओनका अलग रखइ क होइ।

10 “तू पचन्क बर्धा अउ गदहा क एक संगे हर जोतइ मँ नाहीं लगावइ चाही।

11 “तू पचन्क उ ओढ़नन क नाहीं पहिरइ चाही जेका अन अउ सूते स एक संग बुना भवा होइ।

12 “तू पचन्क आपन पहिरा जाइवाला चोगा क चारिहुँ कोनन पइ फुंदनन जरूर लगावइ चाही।

बियाह क नेमन

13 “अगर एक मनई कउनो लड़की स बियाह करइ अउर ओसे तने स सम्बन्ध करइ। तब होइ सकत ह। उ फइसला करत ह कि उ ओका पसन्द नाहीं अहइ। 14 उ झूठ बोलि सकत ह अउर कह सकत ह, ‘मइँ उ मेहरारु स बियाहेउँ, मुला जब हम पचे तने स सम्बन्ध किहेउँ तब मालूम भवा कि उ कुआँरी नाहीं अहइ।’ ओकरे खिलाफ अइसा सरमनाक बात कहइ पइ लोग उ मेहरारु क सम्बंध मँ बुरा विचार रख सकत हीं। 15 अगर अइसा होत ह तउ बिटिया क महतारी अउर बाप क इ बात क सबूत सहर क फाटक जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे लिआवइ चाही कि बिटिया कुआँरी रही। 16 लड़की क बाप क नगर-प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मइँ आपन बिटिया क उ मनई क पत्नी होइ बरे दिहेउँ, मुला अब उ ओका नाहीं चाहत। 17 इ मनई मोरी बिटिया क खिलाफ झूठ बोलेस ह। उ कहेस, “मइँ तोहार बिटिया क कुआँरी नाहीं पावइ ह।” मुला इ मोर बिटियन क कुआँरिपन क सबूत अहइ। तब उ पचे उ ओढ़ना[a] क नगर-प्रमुखन क देखइहीं।’ 18 तब नगर-प्रमुख उ मनई क लेइहीं अउर ओका सजा देइहीं। 19 उ पचे ओह पइ सौ चाँदी क सेकेल क जुर्माना करिहीं। उ पचे उ रुपिया क लड़की क पिता क देइहीं काहेकि ओकर भतार एक इस्राएली बिटिया पइ कलंक लगाएस ह अउर बिटिया उ मनई क पत्नी बनी रही। उ आपन पूरी जिन्नगी ओका तलाक नाहीं दइ सकत।

20 “मुला जउन बातन भतार आपन पत्नी क बारे मँ कहेस उ सबइ फुर होइ सकत हीं। पत्नी क महतारी-बाप क लगे इ सबूत नाहीं होइ सकत कि बिटिया कुआँरी रही। 21 अगर अइसा होत ह तउ नगर-प्रमुख उ बिटिया क ओकरे बाप क दुआरे पइ लइ अइहीं तब नगर क मनई ओका पाथर स मार डइहीं। काहेकि उ इस्राएल मँ लज्जावाली बात किहस। उ आपन बाप क घरे मँ रंडी जइस बेउहार किहस ह। तू पचन्क आप लोगन मँ स हर बुराई क दूर करइ चाही।

जिनाखोरी क पाप

22 “अगर कउनो मनई कउने दूसरे क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध करत भवा पावा जात ह तउ दुइनउँ मारा जाब्या, उ मेहरारू अउ उ मनसेधु जउन ओकर संग तने क सम्बन्ध किहेस ह। तू पचन्क इस्राएल स इ बुराई दूर करइ चाही।

23 “कउनो मनई कउनो उ कुआँरी बिटिया स मिल सकत ह जेकर दूसरे स पक्का होइ चुका अहइ। उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध भी कइ सकत ह। अगर सहर मँ अइसा होत ह तउ 24 तू पचन्क ओन दुइनउँ क उ सहर क बाहेर फाटक पइ लावइ चाही अउर तू पचन्क ओन दुइनउँ क पाथरन स मारि डावइ चाही। तू पचन्क मनई क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ दूसर क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध किहस अउर तू पचन्क बिटिया क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ सहर मँ रही अउर उ मदद बरे पुकार नाहीं किहस। तू पचन्क आपन लोगन मँ स इ बुराई भी दूर करइ चाही।

25 “मुला कउनो मनई मैदानन मँ, बियाह क सगाई पक्की भइ बिटिया क पकड़ लेत ह अउर ओसे बल लगाइके तने क सम्बन्ध करत ह तउ अकेला उ जरूर मनई क मारि डावइ चाही। 26 तू पचन्क बिटिया क संग कछू भी नाहीं करइ चाही काहेकि उ अइसा कछू भी अपराध नाहीं किहस जउन ओका मउत क सजा क काबिल बनावत ह। इ मामला वइसा ही अहइ जइसा कउनो मनई क निर्दोख मनई पइ आकामण अउ ओकर कतल करतह। 27 उ मनई बियाह क सगाई पक्की कीन्ह भइ बिटिया क मैदान मँ धरेस। बिटिया मदद बरे गोहार लगाएस, मुला कउनो ओकर मदद करइवाला नाहीं रहा।

28 “कउनो मनई कउनो कुआँरी बिटिया जेकर बरिच्छा नाहीं भइ अहइ, क धइ लेत ह अउर ओका आपन संग बल स तने क सम्बन्ध करइ क मजबूर कइ सकत ह। अगर उ परगट होइ जात ह, 29 तउ ओका बिटिया क बाप क पचास सेकेल चाँदी देइ चाही अउर बिटिया ओकर पत्नी होइ जाइ। काहेकि उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध किहस। उ ओका पूरी जिन्नगी तलाक नाहीं दइ सकत।

30 “कउनो मनई क आपन सौतेली महतारी क संग सादी कइके आपन बाप पइ कलंक नाहीं लगावइ चाही।”

उ सबइ लोग उपासना मँ सामिल होइ सकत हीं

23 “इ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क संग यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं आइ सकतेन: उ मनई जउन आपन क बधिया कराइ लिहस ह, उ मनई जउन आपन जनन अंग कटवाइ लिहस ह या उ मनई जउन बिना बियाहे भए महतारी-बाप क सन्तान होइ। इ मनई क परिवार क कउनो मनई दसईं पीढ़ी तलक भी यहोवा क लोगन मँ यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं गना जाइ सकत।

“कउनो अम्मोनी या मोआबी यहोवा क लोगन स सम्बंध रखत भवा नाहीं होइ सकत अउर दस पीढ़ियन तलक ओनकर कउनो सन्तान भी यहोवा क लोगन क हींसा यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं बन सकत। काहेकि अम्मोनी अउर मोआबी लोग मिस्र स बाहेर आवइ क जात्रा क समइ तू लोगन क रोटी अउ पानी देइ स इन्कार किहे रहेन। उ सबइ यहोवा क लोगन क हींसा एह बरे भी नाहीं होइ सकतेन काहेकि उ पचे बिलाम क तू पचन्क अभिसाप देइ बरे मुकरर्र किहे रहेन। (बिलाम अरम्नहरैम मँ पतोर सहर क बोर क पूत रह।) मुला यहोवा परमेस्सर बिलाम क एक नाहीं सुनेस। यहोवा अभिसाप क तोहरे बरे बरदान मँ बदल दिहस। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स पिरेम करत ह। तू पचन्क अम्मोनी अउ मोआबी लोगन्क संग सान्ति रखइ क कोसिस कबहुँ नाहीं रखइ चाही। जब तलक तू लोग रहा, ओनसे मिताई जिन राखा।

इ सबइ जेनका इस्राएलियन क अपने मँ मिलावइ चाही

“तू पचन्क एदोमी स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि उ तोहार सभ्बंधी अहइ। तू पचन्क कउनो मिस्री स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि ओनके देस मँ तू पचे अजनबी रह्या। एदोमी अउर मिस्री लोगन स पइदा तीसरी पीढ़ी क गदेलन यहोवा क लोगन क हींसा बन सकत हीं।

फउज क छाउनी क स्वच्छ रखब

“जब तोहार फउज दूस्मन क खिलाफ जाइ, तब तू पचे ओन सबहिं चीजन स दूर रहा जउन तू पचन्क बे पवित्तर बनावत हीं। 10 अगर कउनो अइसा मनई अहइ जउन इ कारण पवित्तर नाहीं अहइ कि रात मँ सपनदोस होइ गवा बाटइ तउ ओका छाउनी क बाहेर चला जाइ चाही। ओका छाउनी स दूर रहइ चाही। 11 मुला जब साँझ होइ तब उ मनई क पानी स नहाइ चाही अउर जब सूरज बूड़इ तब ओका छाउनी मँ आवइ चाही।

12 “तू पचन्क छाउनी क बाहेर दिसा फरागत बरे जगह बनवइ चाही। 13 अउर तू पचन्क आपन हथियार क संग खनइ बरे एक ठु खन्ती रखइ चाही। एह बरे जब तू पचे फरागत करब्या तब तू एक ठु गड़हा खना अउर ओका ढाँकि द्या चाही। 14 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे डेरन मँ दुस्मनन क हरावइ मँ तोहार मदद करइ बरे तोहरे संग अहइ। एह बरे डेरा पवित्तर रहइ चाही। तब यहोवा तू पचन मँ कछू भी अनुचित न लखी अउर तोहे सबन्स आँखी न फेरी।

दूसर नेमन

15 “अगर कउनो दास आपन मालिक क हिआँ स पराइके तोहरे लगे आवत ह तउ तू पचन्क उ दास क ओकरे मालिक क नाहीं लउटावइ चाही। 16 इ दास तोहरे संग जहाँ चाहे हुआँ रहि सकत ह। उ जउने भी सहर क चुन लेइ ओहमाँ रहि सकत ह। तू पचन्क ओका परेसान नाहीं करइ चाही।

17 “कउनो इस्राएली मेहरारु या मनसेधू क कबहुँ देवदासी या देवदास नाहीं बनइ चाही। 18 देवदास या देवदासी क कमावा भवा धन तोहरे परमेस्सर क मन्दिर मँ नाहीं लिआवा जाइ चाही। कउनो मनई दीन्ह भए बचन क कारण यहोवा क दीन्ह जाइवाली चीज क बरे इ धने क उपयोग नाहीं कइ सकत। यहोवा तोहार परमेस्सर सबहिं मन्दिरन क देवदास-देवदासियन स घिना करत ह।

19 “अउर तू पचे कउनो इस्राएली क उधार द्या तउ तू पचे ओह पइ बियाज जिन ल्या। तू पचे उधार मँ लीन्ह गवा सिक्कन, भोजन या कउनो अइसी चीज पइ बियाज मँ न ल्या। 20 तू पचे बिदेसियन स बियाज लइ सकत ह। मुला तू पचन्क दूसर इस्राएली स बियाज नाहीं लेइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मनब्या तउ यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस मँ, जहाँ तू पचे रहइ जात अहा, जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ आसीस देइ।

21 “जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या, तउ जउन तू पचे देइ क कहा ओन सब क देइ मँ ढीला जिन ह्वा। अगर तू बचन दीन्ह गइ चीजन क नाहीं देब्या तउ पाप क अपराध करब्या। यहोवा तोहार परमेस्सर चाहत ह कि तू निहचय ही आपन वचन क जरूर पूरा करा। 22 अगर तू बचन नाहीं देब्या तउ तू पचे पाप नाहीं करत अहा। 23 मुला तू पचन्क उ चीजन क करइ चाही जेका करइ बरे तू पचे कहया ह कि तू करब्या। जब तू पचे अजादी स यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या तउ, तू पचन्क बचन दीन्ह गइ बात क पूरी करइ चाही।

24 “अगर तू दूसर मनई स अंगूर क बगिया स होइके जात अहा, तउ तू जेतना चाहा ओतना अंगूर खाइ सकत ह। मुला तू कउनो अंगूर आपन टोकरी मँ नाहीं रख सकब्या। 25 जब तू दूसर क पका भवा अनाज क फसल क खेते स होइके जात अहा तउ तू आपन हाथे स जेतना उजारा, खाइ सकत ह। मुला तू हँसिया क उपयोग दूसर क अनाज क काटइ अउर लेइ बरे नाहीं कइ सकत्या।

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