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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
गनती 14-15

लोग फुन सिकाइत करत हीं

14 उ रात सिबिर क सब मनइयन जोर स रोउब सुरु किहन। इस्राएल क सबहिं लोग हारून अउ मूसा क खिलाफ फुन सिकाइत किहन। सब मनइयन एक संग आएन अउ मूसा अउ हारून स कहेन, “हम पचन क मिस्र या रेगिस्तान मँ मरि जाइ चाही रहा। आपन इ नवा देस मँ तरिवारि स मरि जाइ क बजाय इ बहोतइ नीक भवा होत। का यहोवा हम पनच क इ नवा प्रदेस मँ मरइ बरे लइ आएन? हमरी मेहररुअन अउ हमरे गदेलन क हम पचन स छीन लइ लीन्ह जाइ अउ हम तरिवारे स मारि डावा जाब। इ हम पचन बरे नीक होइ कि हम पचे मिस्र क लउटि जाइ।”

तब मनइयन एक दूसर स कहेन, “हम पचन क दूसर नेता चुनइ चाही अउ मिस्र लउटि चलइ चाही।”

मूसा अउ हारून हुवाँ बटुरा भवा सारे इस्राएली मनइयन क समन्वा भुइयाँ प गिरि गएन। अउर उ दुइनउँ मनई जउन नवा पहँटा का छानबीन करइ बरे गए रहेन आपन ओढ़ना क सोक परगट करइ बरे फाड़ दिहस। (उ पचे दुइनउँ नून क पूत यहोसू अउ यपुन्ने क पूत कालेब रहेन।) इ दुइनउँ हुवाँ बटुरा भए इस्राएलियन स कहेन, “जउने पहँटा क हम पचे लखे अही, उ बहोतइ नीक बाटइ। अउर जदि यहोवा हम पचन स खुस अहइ तउ उ हम पचन क उ पहँटा मँ लइ चली। उ पहँटा नीक अउ उपजाउ अहइ, अइसा बाटइ जइसन हुवाँ दूध अउ मधु क नदी बहत होइँ। अउर यहोवा उ पहँटा क हम पचन क देइ बरे आपन सक्ती क बइपरी। मुला हम पचन क यहोवा क खिलाफ नाहीं जाइ चाही। हम पचन क उ पहँटा क लोगन स नाहीं सिबिरइ चाही। हम पचे ओनका आसानी स हराइ देब। ओनके लगे कछू सुरच्छा नाहीं अहइ, ओनका सुरच्छित राखइ बरे ओनके लगे कछू नाहीं अहइ। मुला हम पचन क संग यहोवा अहइ। एह बरे इ मनइयन स जिन सिबिरअ।”

10 तब इस्राएल क सबहिं लोग यहोसू अउ कालेब क पाथर मारि देइ क बात करइ लागेन। मुला यहोवा क तेज मिलापवाला तम्बू प आवा। इस्राएल क सबहिं लोग ऍका लखि सकत रहेन। 11 यहोवा मूसा स कहेस, “इ पचे इ तरह मोका घिना स लखत रइहीं? उ पचे परगट करत रहेन कि उ पचे मोह पइ बिस्सास नाहीं करतेन। उ सबइ परगट करत हीं कि ओनकइ मोहे प बिस्सास नाहीं अहइ अउर उ पचे देखॉवत हीं कि उ पचे मोरी सक्ती प बिस्सास नाहीं करतेन। उ सबइ मोहे प बिस्सास करइ स तब भी मना कइ देत हीं जबहि मइँ ओनका बहोत स सक्तिसाली संकेत दिहेउँ ह। मइँ ओनके बीच कइ बड़की चीजन किहेउँ ह। 12 मइँ ओनका नास एक महामारी स करब अउ मइँ ओका बेदखल कइ देब, अउ तोहार प्रयोग दूसर रास्ट्र बनवइ बरे करब। अउर तोहार रास्ट्र इ सब लोग स बड़ा अउ जियादा ताकतवर होइ।”

13 तब मूसा यहोवा स कहेस, “जदि आप अइसा करत हीं तउ मिस्र मँ लोग इ सुनिहीं कि आपन सबहिं मनइयन क मारि डाएन। आप आपन बड़की सक्ती स प्रयोग ओन मनइयन क मिस्र स बाहेर लइ आवइ मँ किहन। 14 अउर मिस्र क लोग इ भूइँया (कनान) मँ रहइवालन स तोहार महान सक्ती क बारे मँ कइहीं। हे यहोवा! उ पचे पहिले स सुनि लिहेन कि। तू ऍन लोगन (इस्राएलियन) क परमेस्सर अहइ। उ पचे सबइ जानत ह कि तू प्रत्येच्छ रूप स आपन लोगन क समन्वा परगट भवा। उ पचे तोहरे बादर क बारे मँ जानत ह जउन उ पचन्क ऊपर ठहरत ह। तू उ बादर क प्रयोग दिन मँ ओन लोगन क राह दिखावइ बरे किहा अउर राति मँ उ बादर लोगन क राह दिखावइ बरे आगी मँ बदल जात रहा। 15 एह बरे आप क अब मनइयन क मारइ नाहीं चाही। जदि आप ओनका मारत हीं तउ सबहिं रास्ट्र, जउन आपक सक्ती क बारे मँ सुनि चुका अहइँ, कइहीं, 16 ‘यहोवा इ मनइयन क उ पहँटा मँ लइ जाइ मँ समर्थ नाहीं रहेन जउने पहँटा क उ पचे ओनका देइ क बचन दिहे रहेन। एह बरे यहोवा ओनका मरु भूमि मँ मारि दिहन।’

17 “एह बरे सुआमी आपन सामर्थ देखावा! देखावा वइसा ही जइसा देखॉवइ क कहे रह्या! 18 तू कहे रहा, ‘यहोवा कोहाइ मँ धीरा करत हीं। यहोवा पिरेम स भरपूर अहइँ। यहोवा पाप क छिमा करत हीं अउर ओन मनइयन क छिमा करत हीं जउन ओनके खिलाफ भी होइ जात हीं। मुला यहोवा ओन मनइयन क जरुर सजा देइहीं जउन अपराधी अहइँ। यहोवा पूत, पूतन अउ ओकर पूतहू क भी सजा देत हीं।’ 19 एह बरे इ मनइयन क आपन बड़का पिरेम देखावा। ओनके पाप क छिमा करा। ओनका उहइ तरह छिमा करा जइसा तू मिस्र छोड़इ क टेमॅ स अब तलक छिमा करत आवत ह।”

20 यहोवा उत्तर दिहस, “मइँ मनइयन क तोहरे कहे क मुताबिक छिमा कइ दीन्ह ह। 21 मुला मइँ तोहसे फुरइ कहत हउँ काहे की मइँ जब तलक रहबूँ अउ मोर महिमा इ धरती प फइली अहइ। एह बरे मइँ तोहका इ बचन देत हउँ। 22 उ मनइयन मँ स कउनो भी मनई जेका मइँ मिस्र स बाहेर लइ आएउँ, उ पचे कनान क भूइँया क कबहुँ नाहीं क लखिहीं। उ मनइयन मिस्र मँ मोर तेज अउ मोर संकेत क लखेन ह। अउर उ मनइयन उ महान कारज क निहारेन ह जउन मइँ रेगिस्तान मँ कीन्ह ह। मुला उ पचे मोर आग्या क नाहीं मानेन अउर दसहु बार मोर परीच्छा किहेन ह। 23 मइँ ओनके पुरखन क बचन दिहेउँ ह। मइँ प्रण किहेउँ रहा कि ओनका एक बड़का देस देब। मुला ओहमा स कउनो मनई जउन मोरे खिलाफ होइ चुका ह उ देस मँ घुस न पाइ। 24 मुला मोर सेवक कालेब एनॅ स अलग रहा। उ पूरी तरह मोर बात मानत रहा। एह बरे मइँ ओका उ देस मँ लइ जब जेका उ पहिले लखेस ह। अउ ओकर सन्तानन भी उ पहँटा क उत्तराधिकार होइ जाब। 25 अमालेकियन अउ कनानी लोग घाटी मँ रहत अहइँ। भियान इ जगहिया क तज़ा अउ रेगिस्तान कइँती लउटि जा। लाल सागर स होइके जा।”

यहोवा मनइयन क सजा देत हीं

26 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 27 “इ पचे कब तलक मोरे खिलाफ सिकाइत करत रइहीं? मइँ इ मनइयन क ओराहना अउ पीरा क सुन चुकेउँ ह। 28 एह बरे एनसे कहा, ‘यहोवा कहत ह उ फुरइ ही सबहि काम करी जेकरे बारे मँ तू पचे सिकाइत किहा ह। 29 तू मनइयन क इ सब होइ। तू मनइयन क देह इ रेगिस्तान मँ मरा भवा गिरिहीं। हर एक मनई जउन बीस बरिस या जियादा उमर क रहा। हमार मनइयन क निअंबर क रूप मँ गना गवा। अउर तू पचन मँ स हर कउनो मोरे यानी परमेस्सर क खिलाफ सिकाइत किहस। एह बरे तू मनइयन मँ स हर एक रेगिस्तान मँ मरी। 30 तू पचन मँ स कउनो भी कबहुँ उ देस मँ नाहीं घुसी जेका मइँ तोहका देइ क बचन दिहेउँ ह। सिरिफ युपुन्ने क पूत कालेब अउ नून क पूत यहोसू उ देस मँ प्रवेस करिहीं। 31 तू पचे सिबिरइ गए रह्या अउ तू पचे ओराहना दिहा कि उ नवा देस मँ तोहार दुस्मनन तोहरे गदेलन क तोहसे छिनि लेइहीं। मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि मइँ ओन गदेलन क देस मँ लइ जाब। उ पचे उ चीजन क भोग करिहीं जेनकइ भोग तू अंगीकार नाहीं किहा। 32 जहाँ तलक तू पचन क बात बा, तू पचे इ रेगिस्ताने मँ मरि बिलाइ जाब्या।

33 “‘तोहार बेटवन हिआँ रेगिस्तान मँ चालीस बरिस तलक गड़ेरिया क रूप मँ आपन जिन्नगी बिताइ। उ पचे तोहार अबिस्सासी क कारण कस्ट झेलब। उ पचे इ रेगिस्तान मँ तब तलक कस्ट झेलिहीं जब तलक तू सबहिं मरि नाहीं जाब्या। 34 तू पचे आपन पाप बरे चालीस बरिस तलक कस्ट झेलब्या। (तू पचे इ देस क छानबीन मँ चालीस दिन लगाया। ओकरे हर दिन बरे एक बरिस होइ।) तू पचे जनब्या कि हमार तू पचन क खिलाफ होब केतँना खतरनाक अहइ।’

35 “‘मइँ यहोवा अहउँ अउर मइँ इ घोसना करत हउँ। अउर मइँ बचन देत हउँ कि मइँ इ सबहिं बुरे मनइयन बरे इ करब। इ पचे मोरे खिलाफ एक संग आएन। एह बरे उ सबइ इ रेगिस्तान मँ मरिहीं।’”

36 जउन मनइयन क मूसा नवा प्रदेस क छान-बीन करइ पठाएस ह उ पचे अइसा रहेन जउन लउटि आएन अउर सबहिं इस्राएलियन मँ सिकाइत करत भए सँचर गएन। उ मनइयन कहेन कि मनई उ प्रदेस मँ प्रवेस करइ खातिर जियादा बरिआर नाहीं रहेन। 37 उ मनइयन उ भूइयाँ क बारे मँ बुरी खबर लइहीं। एह बरे यहोवा एक बेरामी पइदा कइके ओन सबहिं क मरि बिलाइ जाइ दिहस। 38 मुला नून क पूत यहोसू अउ युपुन्ने क पूत कालेब ओन मनइयन मँ रहेन जेनका देस क छानबीन करइ पठवा गवा रहा। अउर यहोवा ओन दुइनउँ मनइयन क बचाएस। ओनका उ बेरामी नाहीं भइ जउन दूसर मनइयन क मारि डाएस।

मनइयन कनान मँ जाइके जतन करत हीं।

39 मूसा इ सबइ बातन इस्राएल क मनइयन स कहेस। लोग बहोत जियादा दुखी भएन। 40 दूसर दिन बहोतइ तड़के मनइयन ऊँचा पहाड़ी पहँटा कइँती बढ़ब सुरु किहेन। मनइयन कहेन, “हम पचे पाप किहे अहेन। हम पचन क दुःख अहइ कि हम पचे यहोवा प बिस्सास नाहीं किहेन ह। हम पचे उ ठउरे प जाब जेका यहोवा देइ क बचन दिहे अहइ।”

41 मुला मूसा कहेस, “तू पचे यहोवा क हुकुम क काहे नाहीं मानत अहा? तू पचे कामयाब न होइ सकब्या। 42 उ देस मँ जिन जा। यहोवा तू पचन क संग नाहीं अहइ। तू पचे आसनी स आपन दुस्मनन स हारि जाब्या। 43 अमालेकी अउ कनानी लोग हुवाँ तोहरे खिलाफ लड़ीहीं। तू पचे यहोवा स खिलाफत किहा ह। एह बरे उ तोहरे संग न होइ जब तू पचे ओनसे लड़ब्या। अउर तू सबहिं लड़ाइ मँ मारा जाब्या।”

44 मुला मनइयन मूसा प बिस्सास नाहीं किहेन। उ पचे ऊँची पहाड़ी कइँती गएन। मुला मूसा अउ यहोवा क करार क सन्दूख मनइयन क संग नाहीं गएन। 45 तब अमालेकी अउ कनानी लोग जउन पहाड़ी देस मँ रहत रहेन, आएन अउ उ पचे इस्राएलियन प हमला बोलि दिहन। अमालेकी अउ कनानी लोग ओनका आसानी स हराइ दिहन अउ होर्मा तलक ओनका खदेरेन।

बलि क नेमॅ

15 यहोवा मूसा स कहेस, “इस्राएल क मनइयन स बात करा अउ ओनसे कहा: मइँ तू पचन क इ धरती घर क रूप मँ देत अहउँ। जब तू उ देस मँ घुसब्या, जब तू परमेस्सर क होमबलि चाहे उ गइयन, भेड़िन अउ बोकरियन होइ क होमबलि क रूप मँ बलि क रूप मँ, मनौती भेंट क रूप मँ, बचनबलि क रूप मँ, मेलबलि क रूप मँ या खास पवित्तर क रूप मँ चढ़ाउब्या तउ इ परमेस्सर बरे एक सुहावना सुगन्धित अहइ।

“अउर उ टेमॅ जउन आपन भेंट लइ आइ ओका यहोवा क अन्नबलि देइ क होइ। इ अन्नबलि एक चौथाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ। हर दाई जब तू एक ठु मेमना होमबलि क रूप मँ या बलिदान क रूप मँ द्या तउ तोहका एक चौथाई हीन दाखरस पयेबलि क रूप मँ तइयार करइ चाही।

“हर समइ जब तू भेड़ा क भेंट करइहीं तउ तोहका अन्नबलि क रूप मँ एक तिहाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दुइ दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क जरूर भेंट करइ चाही। अउर तोहका एक तिहाई हीन पेयबलि जरूर चढ़ावइ चाही। एनका परमेस्सर क भेंट करा। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध अहइ।

“होमबलि, मेलबलि या कउनो मन्नत बरे यहोवा क एक भेंट क रूप मँ एक बछवा तइयार कइ सकत ह। एह बरे तोहका बर्धा क संग अन्नबलि भी लइ आवइ चाही। अन्नबलि आधा हीन जइतून क तेले स सनी भइ एपा क तीन दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ चाही। 10 आधा हीन दाखरस भी पयेबलि क रूप मँ लइ आवा। आगी मँ बारी गइ इ भेंट परमेस्सर बरे महकउआ सुगन्ध अहइ। 11 हर एक बछवा या भेड़ा या मेमना या बोकरी क बच्चा, जेका तू यहोवा क भेंट करा, उहइ तरह तइयार करइ चाही। 12 जनावरन क गनती क अनुसार तू परमेस्सर क भेंट करा, हर एक एकहीं तरीका स तइयार करा।

13 “एह बरे इ तरीका स हर एक इस्राएली क होमबलि देइ चाही जेकर गंध परमेस्सर क प्रसन्न करी। 14 तोहरे बीच बिदेसी रहब। अगर उ पचे होमबलि देइ चाहत हीं तउ ओनका वइसे ही देइ चाही जइसे तू करत ह। ताकि इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध होइ। 15 उहइ नेमॅ हर एक इस्राएली बरे होइ चाही अउ तोहरे बीच बसइया बिदेसी बरे भी होइ। इ नेमॅ हमेसा लागू रही। तू अउ तोहरे बीच बसइया मनइयन यहोवा क समन्वा बराबर होइहीं। 16 ऍकर अरथ अहइ कि तू सबन क एक ही कनून अउ नेमॅ क मानइ चाही। उ सबइ कनून अउ नेमॅ इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए तोहरे अउ जउन तोहरे बीच रहत ही, ओनके बरे अहइ।”

17 यहोवा मूसा स कहेस, 18 “इस्राएल क लोगन स इ कहा: मइँ तोहका दूसर देस मँ लइ जात हउँ। 19 जब तू उ भोजन करब्या जउन उ पहँटा मँ पइदा होइ तउ भोजन क कछू हींसा यहोवा क भेंट क रूप मँ द्या। 20 तू अनाजे क बटोरब्या अउ ऍका आटा क रूप मँ पिसब्या। तू आटा क रोटी बनवइ बरे गुँधब्या। तू पहिला गुँधा भाव आटा स बना रोटी परमेस्सर क अर्पित करब्या। उ अइसा अन्नबलि होइ जउन खरिहान स आवत ह। 21 इ नेमॅ सदा बरे बा। एकर अरथ अहइ कि जउन अन्न क तू आटा क रूप मँ गूँधत ह ओकर पहिली रोटी यहोवा क देइ चाही।

22 “अगर तू यहोवा क जरिये मूसा की दीन्ह गवा आदेस मँ स कउनो क मानव भूलि जा तउ तू का करब्या? मूसा क जरिये दीन्ह गए यहोवा क इ हुकुम अहइँ। 23 इ आदेस उहइ दिन स सुरु होइ ग रहेन जउने दिन यहोवा ऍनका तोहका दिहेस ह। अउर इ आदेस भविस्स मँ भी लागू रइहीं। 24 जदि समूदाय अनजाने मँ कि उ पचे पाप करत हीं तउ सब जने मिलिके एक होमबलि बर्धा क परमेस्सर क चढ़ावइँ। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्धि अहइ। बर्धा क बलि क संग परमेस्सर क हिदायत क अनुसार अन्नबलि अउर पयेबलि चढ़ा। तोहका एक ठु बोकरा भी पापबलि क रूप मँ देइ चाही।

25 “याजक क लोगन क पाप स सुद्धि बरे ओकर प्रायस्चित करइ चाही। उ इस्राएल क सब लोगन बरे अइसा करी। लोगन इ नाहीं जाने रहेन कि उ सबइ पाप करत बाटेन। मुला जब उ पचे इ जानेन तब उ पचे होमबलि अउ पापबलि लेइ बरे आएन। इ तरह मनइयन ओकर गलती बरे छिमा पाइ हीं। 26 इस्राएल क सब मनइयन अउ ओनके बीच रहइवाला सब लोग छिमा कइ दीन्ह जइहीं। उ पचे एह बरे छिमा कइ दीन्ह जइहीं कि उ सबइ नाहीं जानतेन कि उ पचे बुरा करत बाटेन।

27 “मुला एक ठू मनई बिना इरादे स पाप करत ह तउ ओका एक बरिस एक ठु मादा बोकरी पापबलि क रूप मँ आपन पाप बरे लावइ चाही। 28 याजक यहोवा क समन्वा पाप बरे जउन उ मनइ गलती स किहेस ह प्रायस्चित करी अउ उ मनई छिमा पाइँ। 29 इ हर मनई बरे कनून अहइ जउन पाप करत ह, मुला जानत नाहीं कि बुरा किहेस ह। इहइ कनून इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए मनइयन बरे अहइ या दूसर मनइयन बरे जउन तोहरे बीच रहत हीं।

30 “मुला कउनो मनई जउन पाप करत ह अउ जानत ह कि उ बुरा करत ह। उ मनई क आपन लोगन स अलग पठइ देइ चाही। इ इस्राएल क परिवार मँ जन्मा मनई अउ कउनो भी दूसर मनई बरे, जउन तोहरे बीच रहत ह, एक समान बाटइ। 31 उ मनई यहोवा क हुकुम क खिलाफ गवा अहइ। उ यहोवा क हुकुम क तिस्सकार करइ। उ मनई क तोहरे दले स अलगाइ दीन्ह जाइ चाही। उ मनई अपराधी ही रही अउ सजा भोगी।”

एक ठु मनई अराम क दिन काम करत ह।

32 इ टेमॅ इस्राएल क मनई अबहिं रेगिस्तान मँ रहेन। अइसा भवा कि एक मनई क बारइ बरे कछू काठ मिला। एह बरे उ मनई लकड़ी बटोरत रहा मुला उ सबित क दिन रहा। कछू दूसर मनई ओका इ करत लखेन। 33 जउन मनई ओका लकड़ी बटोरत करत देखेन। उ पचे ओका मूसा अउ हारून क लगे लइ आएन। अउर सबहिं लोग चारिहुँ कइँती बठुर गएन। 34 उ पचे उ मनई क हुवाँ राखेन काहे की उ पचे नाहीं जानत रहेन कि ओकर संग का करइ चाहीं।

35 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ मनई क मरि जाइ चाही। पूरा धामिर्क सभा क ओका सिबिर स बाहेर लइ जाइ चाही अउर ओका पाथर स मार डावइ चाही।” 36 एह बरे सबइ लोगन ओका सिबिर स बाहेर लइ गएन। उ ओका तब तलक पाथर मारेन जब तलक उ मरि नाहीं गवा। उ पचे इ वइसा ही किहेन जइसा मूसा क यहोवा हुकुम दिहे रहा।

परमेस्सर नेमॅ क सुमिरइ मँ मनइयन क मदद करत ह

37 यहोवा मूसा स कहेस, 38 “इस्राएल क लोगन स बतियाअ अउ ओनसे इ कहा, ‘मइँ तू सबन क आपन हुकुम क सुमिरइ क देब। धागा क कइउ खण्ड क एक साथ बाँधा अउ ओनका आपन बस्तर क कोना प धइ द्या। एक ठु नीला रंग क डोरा हर एक अइसे गुच्छा मँ नावा। अब ऍका तू पहिरब्या अउ भविस्स क सबहिं दिनन मँ पहिरब्या। 39 तू पचे इ गुच्छन क लखत रहब्या अउ यहोवा जउन हुकुम तोहका दिहे अहइ ओका सुमरत रहब्या। तब तू हुकुम क मनब्या। तू पचे हुकुम क न बिसरब्या। अउर आपन आँखिन अउ जरुरत स बस मँ आइके कउनो पाप न करब्या। 40 तू हमरे सब हुकुम मानइ क सुमिरब्या। अउर तोहका तोहार परमेस्सर क अपर्ण कीन्ह जाइहीं।’ 41 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। उ मइँ अहउँ जउन तोहका मिस्र स बाहेर लइ आएउँ ह। मइँ इ किहेउँ ह। एह बरे मइँ तोहार परमेस्सर रहब। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।”

भजन संहिता 90

चउथा भाग

(भजन 90–106)

परमेस्सर क भक्त मूसा क पराथना।

हे सुआमी, तू अनादि काल स हमार घर (सुरच्छा स्थल) रहा बाटइ।
हे परमेस्सर, तू पर्वतन क पइदा होइ स पहिले मौजूद रह्या।
    तू धरती अउर संसार क रचई स पहिले मौजूद रह्या।
    सुरू स अन्त तलक रह्या, तू सदा ही परमेस्सर रहब्या।

तू ही इ जगत मँ लोगन क लिआवत ह।
    फुन स तू ही ओनका धूरी मँ बदल देत ह।
तोहरे बरे हजार बरिस बीते भए काल्हि जइसेन
    या राति क एक ठ पहर बीत गवा बाटइ।
तू मोर जिन्नगी क सपना क झरना क आसीस दिहा।
अउर हम पचे बहोत भिंसार ही चला जात अही।
    जउन भिंसारे उगत ह
    अउर उ साँझ क सूखिके मुरझाइ जात ह।
हे परमेस्सर, जब तू कोहाइ जात ह हम पचे बर्बाद होइ जात अही।
    हम तोहरे कोप स घबरान अही।
तू हमरे सब पापन क जानत अहा।
    तू हमार हर छिपा भवा पाप क लखा करत अहा।
जब तू किरोधित होत ह, हमार सबइ दिनन लुप्त होइ जात हीं
    अउर हमार बरिसन फुसफुसाहट क नाई खतम होइ जात हीं।
10 हम पचे सत्तर बरिस तलक जिअत रहि सकित ह,
    अगर हम पचे सक्तिसाली अही तउ अस्सी बरिस जी सकी।
हमार जिन्नगी कठिन परिस्रम अउ पीरा स भरी अहइ।
    एकाएक हमार जिन्नगी खतम होइ जात ह अउर हम पचे उड़िके चला जाइत ह।
11 तोहरे किरोध क सक्ति क
    अउर तोहार भय योग्य गुस्सा क कउन जानत ह।
12 तू हमका सिखाइ द्या कि हम पचे फुरइ इ जानी कि हमार जिन्नगी केतॅनी कम अहइ।
    ताकि हम पचे बुद्धिमान बनि सकी।
13 हे यहोवा, तू सदा हमरे लगे लउटि आवा।
    हम केतॅना दिन प्रतीच्छा करी? आपन सेवकन पइ दाया करा।
14 हर रोज भिंसारे हम पचन क आपन सच्चा पिरेम स भरि दया।
    ताकि हम लोग आपन जिन्नगी क हर एक दिन आनन्दित होइ खुसी मनाइ।
15 तू हम पचन क वइसा ही आनन्दित होइ द्या
    जइसा तू पहिले हमका पीरा दिहा रहा।
16 तोहरे दासन क ओन अद्भुत बातन क लखइ द्या जेनका तू ओनके बरे कइ सकत ह,
    अउ आपन सन्तानन क आपन महिमा देखाँवा।
17 परमेस्सर, हमार सुआमी, हम पचन पइ कृपालु ह्वा।
    हम लोगन क उ कार्य दिखावा जेका हम लोगन क करइ चाही
    अउर हम लोगन क कार्य क कामयाब बनावा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.