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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
लैव्यव्यवस्था 5-7

एक मनई दुआरा अनजाने मँ कीन्ह गवा पाप

“जदि कउनो मनई अदालत मँ गवाही देइ बरे बोलावा जात ह अउ जउन कछू उ लखेस ह या अनकेस ह, ओका नाहीं बतावत तउ उ पाप करत ह। ओका ओकरे अपराध बरे जरुर ही सजा भोगइ क होइ।

“जदि कउनो व्यक्ति कउनो असुद्ध चिजियन क जइसे जंगली जनावर या घरेलू जनावर या रेंगइवाला कउनो जनावर क ल्हास क अनजाने मँ छुवत ह तउ उ व्यक्ति, जदि ओका ऍकर पता नाहीं भी लागत तउ भी उ दोखी होइ।

“एक व्यक्ति अलग-अलग चिजियन स असुद्ध होइ सकत ह। अगर कउनो प्रकार क मानव अनजाने मँ किसी असुद्ध मनई क छुअत ह, तउ जे टेम मँ ओका इ पता चली उ दोखी होइ।

“अगर एक व्यक्ति कउनो व्यक्ति स कछू नीक या खोट करइ क बचन करत ह अउ ओका बिसरि जात ह, जब उ आपन बचन क सुमिरइ तब उ दोखी होइ। एह बरे, अगर उ एनमाँ स कउनो चिजियन क दोखी बाटइ तउ ओका आपन बुराई जेका उ किहेस ह क कबूल लेइ चाही। ओका आपन झुण्ड मँ स एक ठु मादा मेमना या एक ठु बोकरी पापबलि बरे लावइ चाही। इ उ यहोवा बरे आपन दोख बरे किहेस ह। तब याजक उ व्यक्ति क पापे क पछतावा करी।

“अगर कउनो मनई भेड़ी क बच्चा भेंट करइ मँ समरथ नाहीं अहइ तउ ओका दुइ फाक़्ता या कबूतरे क दुइ बच्चा यहोवा क भेंटे मँ देइ चाही। इ ओकरे पाप बरे दोखबलि होइ। एक ठु पंछी दोखबलि बरे होइ चाही अउ दूसर होमबलि बरे होइ चाही। उ मनई क चाही कि उ ओन पंछियन क याजक क लगे लइ जाइ। पहिले याजक क दोखबलि क रुप मँ एक पंछी चढ़ावइ चाही। याजक पंछी क गटई क मरोड़ देइ। मुला याजक पंछी क दुइ हींसा मँ न बाँटी। तब याजक क पापबलि क कछू रकत क वेदी क सिरन कइँती प जरूर डावइ चाही। तब याजक क बचा भवा रकत क वेदी क आधार प जरूर डावइ चाही। इ एक दोखबलि अहइ। 10 तब याजक क नेम क मुताबिक होमबलि क रुप मँ यहोवा क दूसर पंछी क भेंट चढ़ावइ चाही। इ तरह याजक उ व्यक्ति क पापे क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति छिमा पाइहीं।

11 “अगर कउनो व्यक्ति दुइ फाख़ता या दुइ कबूतर क भेंट चढ़ावइ मँ समरथ न होइ तउ ओका एपा[a] क दसवाँ हींसा महीन आटा जरूर भेंट चाही। इ ओकर पापबलि होइ। उ मनई क आटा प तेल नाहीं डावइ चाही। ओका ऍह प लोहबान नाहीं डावइ चाही काहेकि इ पापबलि बाटइ। 12 मनई क आटा याजक क लगे जरूर लावइ चाही। याजक एहमाँ स मुट्ठी भइ आटा निकारी। इ स्मृति भेंट होइ। याजक यहोवा क उपहार क रूप मँ वेदी क ऊपर आटा क बारी। इ पापबलि अहइ। 13 इ तरह याजक उ व्यक्ति क पाप क अपराध बरे पछतावा करी अउ उ छिमा पाइहीं। बची भइ आटा याजक बरे अन्नबलि क जइसा ही होइ।”

14 यहोवा मूसा स कहेस, 15 “एक व्यक्ति गलती स यहोवा क पवित्तर चीजन मँ स एक ठु चीज लइ सकत ह। अइसा हालत मँ उ व्यक्ति क एक ठु बिना दोख क भेड़ा लइ आवइ चाही। इ भेड़ा यहोवा बरे ओकर दोखबलि होइ। तोहका उ भेड़ा क कीमत तय करइ बरे पवित्तर स्थान क सेकेल क अनुसार बइपरइ चाही। 16 उ व्यक्ति क पवित्तर चीजन बरे भुगतान जरुर करइ चाही अउर जउने चीजन क उ लिहस ह। ओका कीमत मँ पाँचवाँ हींसा जोरि देइ चाही अउर ओका इ धन याजक क देइ चाही। इ तरह याजक दोखबलि क भेड़ा क जरिये उ मनई क पाप क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति छिमा पाइहीं।

17 “अगर कउनो व्यक्ति पाप करत ह अउ जउन चीजन क न करइ क हुकुम यहोवा दिहे अहइ, ओनका करत ह तउ इ बात क कउनो महत्व नाहीं कि उ एकॉ नाहीं जानत। उ मनई अपराधी अहइ अउर आपन पाप क जिम्मेदार होइ। 18 उ व्यक्ति क एक ठु उचित कीमत क निदोर्ख भेड़ा आपन झुण्ड स याजक क लगे लइ आवइ चाही। भेड़ा दोखबलि होइ। इ तरह याजक उ व्यक्ति क उ पाप बरे पछतावा करी जेका उ अनजाने मँ किहेस ह अउ उ छिमा पाइहीं। 19 मनई अपराधी अहइ चाहे उ इ न जानत होइ कि उ पाप करत बा। एह बरे ओका यहोवा क दोखबलि देइ क होइ।”

दूसर पाप बरे दोखबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “एक मनई यहोवा क समन्वा दोखी समुझा जाइ अगर उ एनमाँ स कउनो कार्य करत ह: उ एक पड़ोसी क उ सामान जउन ओका देखरेख करइ बरे दीन्ह ग अहइ क बरे छल कइ सकत ह, या उ वस्तु क आपन खुद क लइ ले सकत ह, या उ कछू चोराइ सकत ह, या आपन पड़ोसी क ठग सकत ह, या ओका कउनो क हेरान चीज मिलइ अउर तब उ ओकरे बारे मँ लबार बोल सकत ह या कउनो मनई कछू करइ क झूठा बचन दइ सकत ह या उ कउनो अइसा अपराध कइ सकत ह जउन दूसर लोग करत ह। अगर कउनो मनई अइसा पाप ओनमाँ स करत ह अउ उ दोखी होत ह, ओका उ जरूर वापिस करइ चाही जउन उ चुराएस ह, या उ लाभ जउन उ ठगी स प्राप्त किहेस ह, या उ सामान जउन देखरेख बरे लिहस ह, या उ खोया भवा सामान जउन उ पाएस ह, क जरूर वापिस करइ चाही। या जउन कउनो क बारे मँ झूठ बचन दीन्ह ग होइ, उ ओका ओन वस्तुअन क पूरा दाम चुकावइ चाही अउर तब ओका चीज क दाम क पाँचवाँ हींसा अलावा देइ चाही। ओका असली मालिक क धन जरूर देइ चाही। ओका इ उहइ दिन करइ चाही जउने दिन उ दोखबलि लिआवइ। उ व्यक्ति क दोखबलि याजक क लगे जरूर लिआवइ चाही। इ जरूर झुण्ड स एक भेड़ा होइ चाही। भेड़ा मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ जरूर उहइ दाम क होइ चाही जउन याजक कहइ। इ यहोवा बरे दोखबलि होइ। तब याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क ओन पापन क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति सभी चीजन बरे छिमा पाइ जेनका उ किहेस अउ उ दोखी होइ गवा।”

होमबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “हारून अउ ओकरे पूतन क इ हुकुम द्या: होमबलि क वेदी क अगी कुण्ड मँ पूरी रात भिन्सार होइ तलक जरूर राखइ चाही। वेदी क आगी क वेदी प जरूर बरत रहइ चाही। 10 याजक क सन क उत्तिम रेसा क बना भवा चोगा जरूर पहिरइ चाही। ओका आपन तन स चिपका जाँघिया पहिरइ चाही। तब याजक क होमबलि प पूरी तरह स जरि जाइ क पाछे वेदी स बची भइ राखी क उठावइ चाही। याजक क वेदी क बगल मँ राखी जरूर राखइ चाही। 11 तब याजक क आप ओढ़ना क उतारइ चाही अउ दूसर ओढ़ना पहिरइ चाही। तब ओका डेरा स बाहेर साफ ठउर प राखी लइ जाइ चाही। 12 मुला वेदी प आगी क जरूर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं देइ चाही। याजक क रोज भिन्सारे वेदी प काठ जरूर बारइ चाही। ओका वेदी प होमबलि जरूर रखइ चाही। ओका मेलबलि क चबीर् जरूर बारइ चाही। 13 वेदी प आगी लगातर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं चाही।

अन्नबलि

14 “अन्नबलि क इ नेम अहइ कि हारून क पूतन क वेदी क समन्वा यहोवा बरे अन्नबलि जरूर लावइ चाही। 15 याजक क अन्नबलि मँ स मूठी भइ उत्तिम ऍकर आटा, ऍकर तेल अउ ऍकर लोहबान लेइ चाही अउ ऍका वेदी पइ बारइ चाही। इ यहोवा बरे एक खुसबूदार अउर स्मृति भेंट होइ।

16 “हारून अउ ओकरे बेटहनन क बची भइ अन्नबलि क खाइ चाही। अन्नबलि एक तरह क अखमीरी रोटी क भेंट अहइ। याजक लोगन क इ रोटी पवित्तर ठउर मँ खाइ चाही। ओनका मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ अन्नबलि खाइ चाही। 17 अन्नबलि खमीर क मिलइके जरूर नाहीं पकावइ चाही। मइँ इ ओनका आपन उपहार मँ स ओकर हींसा दिहेस ह। इ पापबलि अउ दोखबलि क नाईं बहोतइ पवित्तर बाटइ। 18 हारून क पूतन मँ स हर एक यहोवा क चढ़ाइ भइ भेंट स खाइ सकत ह। इ तोहरी पीढ़ियन बरे सदा नेम बाटइ। जउन कउनो ऍका छुअब उ जरूर पवित्तर होइ चाही।”[b]

याजक लोगन क अन्नबलि

19 यहोवा मूसा स कहेस, 20 “हारून अउ ओकरे बेटवन क जउन अन्नबलि लइ आवइ चाही उ इ अहइ। ओनका इ उ दिना ही करइ चाही जउने दिन हारून क अभिसेक भवा रहा। ओनका हमेसा एपा क दसवाँ हींसा महीन आटा अन्नबलि बरे जरूर लेइ चाही। ओनका ऍकर आधा भिन्सारे अउ आधा साँझ मँ लइ आवइ चाही। 21 उत्तिम महीन आटे मँ तेल जरूर डावइ चाही अउ ओका कड़ाही मँ जरूर भँजइ चाही। जब इ भुँज जाइ तब ऍका जरूर भीतर लिआवइ चाही। भेंट पूर्ण रूप स जरूर टूकन मँ तोड़वइ चाही। तू पचन क यहोवा क चूरमा क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही ऍकर सुगन्धि यहोवा क खुस करी।

22 “हारून क सन्तानन मँ स, जउन हारून क जगह पइ अभिसिक्त अहइ, क इ अन्नबलि यहोवा बरे चढ़ावइ चाही। इ नेम हमेसा बरे अहइ। अन्नबलि यहोवा बरे पूर्ण रूप स जरूर जरावइ चाही। 23 याजक क हर एक अन्नबलि पूरी तरह जरावइ चाही। एका खाई नाहीं चाही।”

पापबलि क नेम

24 यहोवा मूसा स कहेस, 25 “हारून अउ ओकरे पूतन स कहा: पापबलि बरे इ नेम अहइ कि पापबलि क हुवँइ मारा जाइ चाही जहाँ यहोवा क समन्वा होमबलि क मारा जात ह। इ बहोतइ पवित्तर बाटइ। 26 उ याजक क ऍका खाइ चाही, जउन पापबलि चढ़ावत ह। ओका पवित्तर ठउरे प मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ एका खाइ चाही। 27 कउनो मनई जउन पापबलि क गोस क छुअत ह ओका पवित्तर होइ चाही।

“अगर छिछकारा भवा रकत कउनो मनई क ओढ़ना प पड़त ह तउ ओन ओढ़नन क जरूर धोइ चाही। तू पचन क ओन ओढ़नन क सिरिफ एक पवित्तर ठउरे मँ ही धोवइ चाही। 28 अगर पापबलि कउनो माटी क बासन मँ उबाली जाइ, तउ उ बासन क जरूर फोड़ देइ चाही। अगर पापबलि क काँसा क बासन मँ उबाला जाइ, तउ बासन क जरूर माँजा जाइ अउ पानी स धोवा जाइ।

29 “याजक परिवारे क कउनो मनई पापबलि क खाइ सकत ह। इ सबन्त पवित्तर बाटइ। 30 मुला अगर पापबलि क रकत पवित्तर ठउर प पछतावा करइ बरे मिलापवाला तम्बू मँ लइ जाइ। तउ पापबलि क आगी मँ बारि देइ चाही। याजकन क उ पापबलि जरूर नाहीं खाइ चाही।

दोखबलि

“दोखबलि खातिर इ नेम बाटइ। इ सबइ स पवित्तर अहइ। याजक क दोखबलि क उहइ ठउरे पइ मारइ चाही जउने प उ सबइ होमबलि क मारत ह अउ ओका ऍकर रकत क वेदी क चारिहुँ कइँती जरूर डावइ चाही।

“याजक क दोखबलि क सारी चबीर् चढ़ावइ चाही। ओका चबीर् भरी पूँछ, भीतरी भाग क ढकइवाली चबीर्, दुइनउँ गुर्दन अउ ओकरे ऊपर क चबीर्, पुट्ठन क चबीर् जरूर भेंट करइ चाही। अउ करेजा क संग क झिल्ली जउन ओकर संग चिपकी भइ चबीर् अहइ गुर्दन क संग जरूर हटावइ चाही। याजक क वेदी प ओन सबहिं चीजन क जरूर बारइ चाही। इ यहोवा बरे उपहार भेंट होइ। इ दोखबलि अहइ।

“याजक परिवार स हर एक मरद दोखबलि खाइ सकत ह। एकॉ बहोतइ पवित्तर ठउर पइ खाइ चाही इ बहोतइ पवित्तर बाट्इ। दोखबलि क सबइ नेम पापबलि क नेम क जइसा अहइँ। इ भेंट उ याजक क होइ जउन ऐसे ओकर बरे पछतावा करी। उ याजक, जउन बलि चढ़ावत ह, चमड़ा भी होमबलि स लइ सकत ह। हर एक अन्नबलि चढ़ावइवाला याजक क होत ह। याजक ओन सबइ अन्नबलि क लइ लेइ जउन चूल्हा मँ पकाई गइ होइँ, या कड़ाही मँ पकाइ गइ होइँ या तावा प पकी होइँ। 10 अन्नबलि हारून क बेटवन क होइ। ओसे कउनो फकर् नाहीं पड़ी कि उ सबइ झुरान या तेल स सनी भइ अहइँ। हारून क बेटवन याजक क नाई भागीदार होइहीं।

मेलबलि

11 “इ सबइ मेलबलि क नेम अहइँ, जेका कउनो मनई यहोवा क चढ़ावत ह: 12 कउनो व्यक्ति मेलबलि आपन एहसान परगट करइ बरे लई आइ सकत ह। अगर एक व्यक्ति एहसान परगट करइ बरे बलि लिआवत ह तउ ओका तेल स सना भवा अखमीरी फुलका, अखमीरी केक अउ तेल स सना भवा उत्तिम आटा क फुलका भी लिआवइ चाही। 13 उ व्यक्ति क आपन मेलबलि बरे खमीरी रोटियन क साथ आपन बलि जरूर लइ आवइ चाही। इ मेलबलि अहइ जेका एक व्यक्ति यहोवा बरे एहसान देखावइ बरे लिआवत ह। 14 ओन रोटियन मँ स एक ठु उ याजक क दुआरा लइ जाइ जउन मेलबलि क रकत क छिछकारत ह। 15 इ मेलबलि क गोस उहइ दिन खावा जाइ चाही जउने दिन उ चढ़ावा जाइ। एक व्यक्ति परमेस्सर बरे एहसान परगट करइ बरे इ भेंट चढ़ावत ह। मुला तनिकउ भी गोस दुसर भिन्सारे बरे जरूर नाहीं बचइ चाही।

16 “एक व्यक्ति मेलबलि यहोवा क उपहार देइ क इरादे स लइ आइ सकत ह या उ वादा क पूरा करइ बरे जेका उ पिहले परमेस्सर स किहस ह। अगर इ सच अहइ तउ बलि उहइ दिन खाई जाइ चाही जउने दिन उ ऍका चढ़ावइ। जदि कछू बच जाइ तउ अगले दिना जरूर खाइ लेइ चाही। 17 मुला अगर इ बलि क कछू गोस फिन भी तीसरे दिन बरे बचि जाइ तउ ओका आगी मँ बारि देइ चाही। 18 अगर कउनो मनई मेलबलि क गोस तीसरे दिन भी खात ह, तउ यहोवा उ मनई स खुस नाहीं होइ। यहोवा उ बलि बरे कउनो सम्मान नाहीं देई। इ बलि एक असुद्ध वस्तु बन जाई। अगर कउनो उ बलि क खात ह तउ उ आपन पाप बरे उत्तरदायी होइ।

19 “लोगन क अइसा गोस भी नाहीं खाइ चाही जेका कउनो असुद्ध वस्तु छुइ लेइ। ओनका इ गोस क आगी मँ बारि देइ चाही। उ पचे सबहिं मनइयन जउन सुद्ध होइँ इ मेलबलि क गोस खाइ सकत हीं। 20 मुला अगर एक व्यक्ति अपवित्तर अहइ अउ यहोवा क मेलबलि मँ स कछू गोस खाइ लेइ, तउ उ व्यक्ति क ओकरे लोगन स निकाल दीन्ह जाहीं।

21 “अगर एक व्यक्ति मानव जाति क असुद्ध चीज क या एक असुद्ध जनावरन क या कउनो असुद्ध घृणित वस्तु क छुअत ह अउ अगर उ यहोवा बरे मेलबलि क कछू गोस खाइ लेत ह तउ उ व्यक्ति क ओकरे लोगन मँ स जरूर निकाल कइ दीन्ह जाइ।”

22 यहोवा मूसा स कहेस, 23 “इस्राएल क मनइयन क सलाह देइ कि तू लोगन क गाइ, भेड़ी अउ बोकरी क चबीर् नाहीं खाइ चाही। 24 तू पचे उ पसु क चबीर् क प्रयोग कइ सकत ह जउन खुद ही मरा होइ या दूसर जनावरन क जरिये मार दीन्ह ग होइ। मुला तू उ पसु क चबीज्र्ि कबहुँ नाहीं खाया। 25 जदि कउनो मनई अइसा पसु क चबीर् खात ह जउन यहोवा क उपहार क रूप चढ़ावा ग होइ, तउ उ लोग क ओकरे मनइयन स निकाल दीन्ह जाइ।

26 “तू पचे चाहे जहाँ कहुउँ भी रहा, तू पचन क कउनो पंछी या पसु क रकत कबहुँ नाहीं खाइ चाही। 27 अगर कउनो व्यक्ति कछू रकत खात ह, तउ उ व्यक्ति क ओकर लोगन स निकाल दीन्ह जाइ।”

उत्तोलन बलि क नेम

28 यहोवा मूसा स कहेस, 29 “इस्राएल क लोगन स कहा: अगर कउनो व्यक्ति यहोवा बरे मेलबलि लइ आवइ, तउ उ मनई क उ भेंट क एक हींसा यहोवा क जरूर देइ चाही। 30 ओका उ भेंट क उ हींसा आपन हाथे मँ यहोवा बरे लइके चलइ चाही। ओका पसु क चबीर् अउ छाती याजक बरे लइके चलइ चाही। छाती क यहोवा क समन्वा ऊपर हिलावा जाइ चाही। इ उत्तोलन बलि होइ। 31 तब याजक क वेदी पइ चबीर् बारइ चाही। मुला पसु क छाती हारून अउ ओकर पूतन क होइ। 32 मेलबलि स दाहिन जाँघ हारून क पूतन मँ स याजक क जरूर देइ चाही। 33 मेलबलि मँ स दाहिन जाँघ उ याजक क होइ जउन मेलबलि क चबीर् अउ रकत मेलबलि बरे चढ़ावत ह। 34 मइँ (यहोवा) उत्तोलन बलि क छाती अउ मेलबलि क दाहिन जाँघ इस्राएल क मनइयन स अंगीकार किहे हउँ अउ मइँ ओन चीजन क हारून अउ ओकरे बेटवन क देत अहउँ। इस्राएल क लोगन क जरिये इ नेम क सदा-सदा पालन कीन्ह जाइ चाही।”

35 यहोवा बरे दीन्ह गइ उपहार हारून अउ ओकरे पूतन क अहइ, जब कबहुँ हारून अउ ओकरे पूतन यहोवा क याजक क रुप मँ सेवा करत हीं तब उ पचे बलि क उ हींसा पावत हीं। 36 जउने समइ यहोवा याजकन क अभिसेक किहेस उहइ समइ उ पचे इस्राएल क लोगन क उ सबइ हींसा याजकन क देइ क हुकुम दिहेस। उ सबइ हींसा हमेसा याजकन क ओकर भाग क रूप मँ दीन्ह जाइ क अहइँ।

37 इ सबइ होमबलि, अन्नबलि, पापबलि, दोखबलि, याजकन क नियुक्ति, अउ मेलबलि क नेम अहइँ। 38 यहोवा सिनाई पहाड़े पइ इ सबइ नेम मूसा क दिहस। यहोवा इ सबइ नेम ओह दिन दिहस जउने दिन उ इस्राएल क मनइयन क सिनाई रेगिस्तान मँ यहोवा बरे आपन भेंट लिआवइ क हुकुम दिहे रहा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.