Chronological
1 ईसू मसीह क सेवक अउर प्रेरित समौन पतरस कइँती स,
उ लोगन क नाउँ जेनका परमेस्सर स हमरे जइसा बिस्सास प्राप्त अहइ। काहेकि हमार अउर उद्धारकर्ता ईसू मसीह निआव क कर्ता अहइ।
2 तू परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू क जान चुका अहा इ खातिर तू सबन्क परमेस्सर क कृपा अउर अनुग्रह बहुतइ जियादा मिली होई।
परमेस्सर हमका सब कछू दिहे बाटइ
3 अपने जिन्नगी क खातिर अउर परमेस्सर क सेवा खातिर जउन कछू हमका चाही तउन सब हमका अपने दिव्य सक्ती अउर अच्छाई दुआरा उ हमका दिहे अहइ। काहेकि हम पचे ओका जानित ह जउन अपने धार्मिकता अउर महिमा क कारण स हमका बोलाएस हवै। 4 एनहिन क दुआरा उ हमका अइसे महान अउर अमूल्य बरदान दिहे अहइ, जउन देइ क खातिर उ प्रतिग्या करे रहा। जेहसे तू पचे परमेस्सर क दिव्य प्रकृति क साझीदार अउर भ्रस्टाचार स बच सका, जउन लोगन क बुरी इच्छन क कारण स इ संसार मँ बना अहइ।
5 एही खातिर अपने बिस्सास मँ नीक गुणन क नीक गुणन मँ गियान क, 6 गियान मँ आत्म-संयम क, आत्म-संयम मँ धीरज क, धीरज मँ परमेस्सर क भक्ती क, 7 ईसू क भक्ती मँ भाइयन अउर बहिनियन क, भाइयन अउर बहिनियन मँ पिरेम क उदारता क संग बढ़ावत चला। 8 काहेकि अगर इ गुण तू पचन मँ अहइँ अउर ओनकर विकास होत बाटइ तउन उ पचे तोह सबन क कर्मसील अउर सफल बनाइ देइही अउर ओनसे तू पचे क हमरे पर्भू ईसू मसीह क पूरा गियान मिल जाई। 9 मुला जेहमाँ, ई गुण नाहीं बाटेन, ओहमाँ दूर-दिस्टी नाही बा, उ आँधर अहइ। अउर उ ई भूल गवा अहइ कि ओकरे पाछे क पापेन क धोइ दीन्ह गवा अहइ।
10 एही बरे भाइयो तथा बहिनियो, ई दिखावइ खातिर खूब तइयार रहा कि वास्तव मँ तू पचन्क परमेस्सर दुआरा बोलावा गवा अहइ अउर चुना गवा अहइ काहेकि अगर तू पचे इ बातन क करत अहा तउ न कबहूँ ठोकर खाब्या अउर न गिरब्या। 11 अउर ई तरह स हमरे पर्भू अउर उद्धारकर्त्ता ईसू मसीह क अनन्त राज्ज मँ तू पचन्क महान प्रवेस दइके परमेस्सर आपन उदारता देखाई। उ राज्ज हमेसा हमेसा चलत रही।
12 इहइ कारण स मइँ तू पचन क, यद्यपि तू पचे ई जानत ही अहा कि जउन सत्य तोहका मिला अहइ, ओह पइ डटे रहा, मइँ ई बातन क सदा याद करावत रहब। 13 जब तक मइँ काया मँ रहबइ तू सबन्क याद देवाइके सचेत करत इ उचित जानित हउँ। 14 काहेकि मइँ इ जानित हउँ कि मोका अपने इ काया क जल्दी ही छौड़इ क होई जइसेन हमरे पर्भू ईसू मसीह मोका देखाएस ह। 15 एही बरे मइँ आपन पूरा प्रयत्न करबइ कि मोरे मरि जाइके बाद भी तू पचे मोरे इ बातन क याद रख सका।
हम मसीह क महिमा क दर्सन किहत
16 जब हम आपन पर्भू ईसू मसीह क सामरथ क बारे मँ बताए अही अउर ओकरे अवाई क बारे मँ भी कहे अही। तउ हम चालाकी स गढ़ी भइन किस्सन क सहारा नाही लीन्ह काहेकि हम तउ ओहकी महानता क खुदइ गवाहदार अही। 17 जब परमपिता परमेस्सर स उ सम्मान अउर महिमा पाइ लिहस तउ दिव्य उपस्थिति सही विसिस्ठ वाणी परगट भइ रही, “इ मोर पिआरा बेटवा अहइ, मइँ एहसे प्रसन्न हउँ।” 18 हम आकास स आई भइ इ वाणी सुने रहेन। तबहिं तउ हम पवित्तर पर्वत पइ ओकरे साथेन रहेन।
19 हमहूँ क भी नबियन क बचन क पुस्टी पइ अउर जियादा आस्था होइ गइ। इ बात प धियान दइके त पचे इ अच्छा करत अहा काहेकि इ तउ एक प्रकास बाटइ जउन अँधियारे ठाँव मँ तबइ तक चमकत रहत ह जब तलक पौ फाटत ह अउर तोह सबन क हिरदइ मँ भोर क तारा उदय होत ह। 20 मुला सबसे बड़ी बात इ अहइ कि तू पचन्क जान लेइ चाही कि पवित्तर सास्तरन क कउनउ भविस्सबाणी नबियन क अपने बिचारन क परिणाम न अहइ। 21 काहेकि कउनउ मनई जउन कहइ चाहत ह ओकरे अनुसार भविस्सबाणी नाही होत बल्कि पवित्तर आतिमा क प्रेरणा स मनई परमेस्सर क बाणी बोलत ह।
झूठे उपदेसक लोग
2 जइसा भी रहा होइ उ संतान क बीच मँ साइत झूठे नबियन देखाइ देइ लगत रहेन बिल्कुल उहइ तरह झूठे उपदेसकन तू सबन्क बीच मँ भी परगट होइही। उ घातक विचारन क सुरुआत करिही अउर उ सुआमी क नकार देइही जउन ओनका आजादी दिआए रहा। इ प्रकार अइसा कइके उ जल्दी बिनास क न्यौतिहइँ। 2 बहोत लोगन ओनकइ अनैतिक भोग-विलास क तरीका क पाछे चलिही ओनहिन क कारण स सत्य क मार्ग स बदनाम होई। 3 लोभ क कारण स उ बनावटी बातन स तोहसे पैसा कमइहइँ। ओनके दंड परमेस्सर क दुआर बहोत पहिलेन स निर्धारित कीन्ह जाइ चुका ह। ओनकर विनास तइयार अहइ अउर ओनकर प्रतीच्छा करत बाटइ।
4 काहेकि परमेस्सर उ पाप करइवाले दूतन तक क नाही छोड़ेस अउर ओनका पाताल लोक अंधेरे कोठरियन मँ डाइ दिहिस कि उ निआव क दिन तक उहइ पइ पड़ा रहइँ,
5 उ उ पुरान संसार क भी नाही छोड़ेस मुला नूह क उ समइ रखवारी किहेस जब अधर्मियन क संसार प जलप्रलय भेजी गइ रही। नूह ओन आठ मनइयन मँ रहा जउन जलप्रलय क समइ बचा रहेन। उ जउन उचित अहइ, ओकर उपदेस देत रहा।
6 सदोम अउर अमोरा ह जइसेन नगरन क बिनास क दण्ड दइके ओनकइ राखी बनाए दीन्ह गवा रहा ताकि अधर्मियन क साथ जउन बाते घटिहइँ, ओनके खातिर इ एक चेताउनी होइ। 7 परमात्मा लूत क बचाइ लिहेस जउन एक अच्छा मनई रहा। उद्दण्ड मनइयन क अनैतिक आचरण स दुःखी रहत रहा। 8 उ धर्मी पुरुस ओन लोगन क बीच मँ रहत भवा रोजइ रोज जउन देखत अउर सुनत रहा ओसे ओनके नेक आतिमा तड़पत रही।
9 एहि प्रकार पर्भू जानत ह कि निआव करत समइ धर्मात्मा मनइयन क कइसे बचावा जात ह अउर दुस्ट लोगन क कउने तरह दण्ड देइ क खातिर कइसे रखा जात ह। 10 खासकर ओन लोगन क बरे जउन आपन पाप स भरी भइ प्रकृति स बुरे कामन क करत जिअत ही।
ओनकइ पापमय मन पर्भू क सत्ता क अवहेलना करत ह। ई पचे उद्दण्ड अउर स्वेच्छा चारी अहइँ इ महिमावान सरगदूतन क अपमानौ करइ स नाही डेरात अहइँ। 11 जब कि इ सबइ सरगदूतन जउन सक्ती अउर समरथ मँ एनसे बड़े अहइँ, पर्भू क सामने ओन पइ कउनो निन्दापूर्ण दोख नाही लगावत
12 मुला इ पचे विचारहीन पसुवन क बराबर अहइँ जउन आपन सहजवृती क अनुसार काम करत ही। जेनकइ जनम एही बरे होत ह कि उ पकड़े जाइँ अउर मार डाए जाइँ उ पचे ओन विसयन क विरोध मँ बोलत हीं जेनके बारे मँ इ सबइ अबोध अहँइ। जइसे पसु मार डावा जात अहइँ, वइसेन एनहू क नस्ट कर दीन्ह जाइ। 13 एनका बुराई क बदला बुराइन स दीन्ह जाई। दिन क प्रकास मँ भोग-विलास करब एनका भावत ह।
काहेकि उ पचे अपने छलपूर्ण करजरन क फल भोगत ही। इ लज्जापूर्ण धब्बे अहइँ। जब इ पचे तू पचन क साथ उत्सव मँ सामिल होत ही तउ 14 इ कउनो अइसेन स्त्री क ताक मँ रहत ही जेहिके साथ व्यभिचार कीन्ह जाइ सकइ। इ तरह स एनकइ आँखी पाप करइ स बाज नाही अउतिन। इ पचे ढुलमुल लोगन क पाप करइ क खातिर फुसलाय लेत ही। इ लोगन क मनवा पूरी तरफ स लालचा मँ अभ्यस्थ अहइँ। इ पचे अभिसाप क लरिका अही।
15 सीधा-सादा मारग छाँड़िके भटक गए बाटेन। बओर क लरिका बिलाम क मार्ग प इ पचे चलत अहइँ बिलाम ओकर रुचि गलत रस्ता क फले मँ अहइ। 16 मुला ओकरे दोखन क खातिर एक गदही जउन बोल नाही पावत रही, मनई क बानी मँ बोलिके ओका डाँटिस फटकारिस अउर उ नबियन क उन्मादी कामन क रोकिस।
17 इ झूठे उपदेसक सूखे जल क सोता अहइँ अउर अइसे जल रहित बादल अहइँ जेनका तूफान उड़ाइ लइ जात ह। इ पचन क खातिर गझिन अन्धेरी जगह इ काम क बरे निहचित कीन्ह गइ अहइ। 18 इ पचे झूठे उपदेसकन अरथहीन डीगन स उ लोगन को प्रलोगभित कइ देत ही, जे बस अभी ही गलत जीवन बितावइवालन लोगन स अलग आवत ही। 19 इ झूठे उपदेसकन उनका छुटकारा क बचन देत ही, काहेकि कउनो व्यक्ति जउन ओका जीत लेत ह, उ ओनहिन क दास होइ जात ह।
20 एहि खातिर अगर इ हमरे पर्भू अउर उद्धाकर्त्ता ईसू मसीह क जान लेइँ अउर संसार क खोट स बच निकरइ क पाछे अगर ओहमाँ फिन फँस जात ही तउ ओनकइ दसा पहिले स भी खराब होइ जात ह। 21 एहसे तउ नीक भवा होत कि इ उचित मार्ग क जानि न पउतेन बजाए एकरे कि उ पचे इ पवित्तर आग्या स मुँह फेर लेतेन। 22 उ पचेन क साथे तउ वइसेन घटना घटी जइसेन मसला अहइ, “कुकुर अपने उल्टी क पास ही लोटत ह।”(A) अउर “एक नहाई भइ सुअरी कीचड़ मँ लौटइ खातिर फिन लउट जात ह।”
ईसू फिन आई
3 पिआरे बन्धुअन, अब ई दूसर पत्र अहइ जउन मइँ तू पचन क लिखित हउँ। इ दुइनउँ पत्रन मँ लिखिके मइँ तू सबन क सच्चे सोच क जगावइँ क जतन कीन्ह ह। 2 जेहिसे तू उ पवित्तर नबियन दुआरा पहिले कहे गए बचनन क याद करा अउर हमरे पर्भू अउर उद्धारकर्ता क आदेस क जउन तू सबन क प्रेरितन दुआरा तू पचन क दीन्ह गएन ह, धियान राखा।
3 सबसे पहिले तू पचन क इ जान लेइ क चाही कि आखिर दिनन मँ स्वेच्छाचारी जउन बुरी इच्छन क अनुसरण करत ही अउर उ पचे तोहरे लगे हँसी उड़ावत भए अइही। 4 अउर तू सबन स कइही, “का भवा ओकरे फिन आवइ क प्रतिग्या का? काहेकि हमरे पूर्वजन तउ चल बसेन। मुला जब स सृस्टि बनी ह, तइसेन हर बार चलत आवत अहइँ।”
5 मुला जब उ पचे इ आरोप करत ही तउ उ इ भूल जात ही कि परमेस्सर क वचनन क दुआरा आकास जुगन स विद्यमान अहइ अउर धरती जल प बनी बाटइ अउर जल प स्थिर बा। 6 अउर इ जल क कारण स उ जुग क संसार जल प्रलय स नस्ट होइ गवा। 7 मुला इ आसमान अउर पृथिवी जउन अबइ, उहइ आदेस स नस्ट होइ क खातिर सुरच्छित अहइँ। एनका उ दिना खातिर रखा जात ह जब अधर्मियन क निआव होई अउर उ पचे नस्ट कर दीन्ह जइही।
8 मुला पिआरे बन्धुओ, एक बात क जिन भुला, पर्भू क बरे एक हजार साले एक दिन क समान होत ह अउर एक दिन एक हजार बरस क बराबर होत ह। 9 पर्भू आपन प्रतिग्या पूरी करइ मँ देर नाही लगावत। जइसेन कछू मनई सोचत ही। बल्कि उ हमरे प्रति धीरज धरत ह काहेकि उ कउनो मनई क नस्ट नाही करइ चाहत ह, बल्कि उ तउ चाहत ह कि सभी मनई मनफिराव क तरफ बढ़इँ।
10 मुला पर्भू क दिन आई। एक दिना पर्भू चुप्पेचाप चोर सही अहइ। उ दिन एक भयंकर गर्जना क साथे आकास विलीन होइ जाई अउर आकास क नखत भसम होइके नस्ट होइ जइही अउर इ धरती पे रहइवालेन क करम उजागर होइ जइही। 11 काहेकि जब इ सब चीजन इ तरह स नस्ट होइ जाइही तउ तू सोचा कि तू लोगन क कउनउ तरह क जीवन जियइ क चाही। तोहे सबन्क पवित्तर जीवन जियइ क चाही, पवित्तर जीवन जउन परमेस्सर क अर्पित अहइ अउर सब तरह क उत्तम करम करइ क चाही। 12 अउर तोहे सबन्क परमेस्सर क दिन क बाट जोहइ क चाही, अउर ओके जल्दी आउब क बरे काम करा। उ दिन अउतइमान आकास लपटन मँ जल क नस्ट होइ जाई आकास क नखत ओकरे ताप सेही पिघल उठिही। 13 मुला हम पचे परमेस्सर क वचन क अनुसार एक नवा आकास अउर नवी धरती की बाट जोह रहा अहइ जहाँ धार्मिकता रहत ही बाटइ।
14 इ पिआरे बन्धुओ, काहेकि तू एन बातन क बाट जोहत अहा, पूरा प्रयत्न करा कि पर्भू दुआरा सान्ति मँ निर्दोख अउर कलंक रहित पावा जा। 15 हमारे पर्भू क धीरज क उद्धार समझा। जइसेन कि हमरे पिआरे बन्धु पौलुस परमेस्सर दुआरा दीन्ह गए विवेक क अनुसार पचन्क लिखेन ह। 16 अपने दूसर सभी पत्रन क समान उ पत्र मँ भी इ सब बातन क बिसय मँ कहेउँ ह। ओन पत्रन मँ कउनो कउनो बात अइसी अहइ जेकर समझब मुस्किल बा। अग्यिानी अउर अस्थिर लोग ओकरे अरथ क अनर्थ करि डावत ही। दूसरे पवित्तर सास्तरन क साथ भी अइसेन ही करत ही। इ तरह उ अपनेन पैर मँ कुलहाड़ी मारत अहइँ।
17 पिआरे बन्धुओ, काहेकि तू पचन क इ बातन पहिलेन स पता अहइँ। इ खातिर सावधान रहा अउर व्यवस्थाविहीन मनइयन क दुआरा भटकाए जाए पइ अपने क सुरच्छित स्थान स न डिगवा। 18 बल्कि हमरे पर्भू तथा उद्धारकर्ता ईसू मसीह क अनुग्रह अउर ग्यान मँ तू पचे आगेन बढ़त जा। अबइ अउर अनंत समइ तक तू ओकर महिमा गावत रहा।
1 ईसू मसीह क नउकर अउर याकूब क भाई यहूदा कइँती स,
तोहरे ओन बोलाए भएन क नाउँ, जे परमेस्सर क पिता मँ प्रिय अउर ईसू मसीह क बरे सुरच्छित अहइ!
2 तोहका दाया, सान्ति अउर पिरेम बहुतियात स मिलत रहइ।
पापी क दण्ड मिली
3 पिआरे दोस्तो! मइँ बहोत चाहत रहे कि तोहका उ उद्धार क बावत लिखउँ, जेकर हम सबे भागीदर अही। मइँ तोहका लिखइ क अउर प्रोत्साहित करइ क आवस्यकता क अनुभव किहेउँ जइसेन कि तू उ बिसवास बरे संघर्स करत रहा जेका परमेस्सर पवित्तर मनइयन क हमेसा हमेसा बरे दिहे अहइ। 4 काहेकि हमरे सबके बीचे मँ कछू मनई चोरी स आइ ग अहइँ। एनके अपराध क बावत सास्तर मँ पहिलेन स आगाह कइ दीन्ह गवा अहइ। इ सबइ परमेस्सर क विरोध मँ अहइँ. इ पचे परमेस्सर क अनुग्रह क लुच्चापन मँ बदल डावत हीं अहइ अउर हमार एक ही पर्भू अउर स्वामी ईसू मसीह मँ नाहीं बिसवास करतेन।
5 मइँ तोहका इ याद दियावा चाहत हउँ कि जउन पर्भू अपने लोगन क मिस्त्र क धरती स बचाइ क निकार लिहे रहा। अउर जउ उ बिसवास नाहीं करत रहेन, ओनका कउने तरह स नस्ट कइ दिहे रहा। 6 अउर याद राखा कि जउन सरगदूतन अपने पद क स्थिर नाहीं रख सकेन आपन अउर निज निवास क छोड़ दिहे रहेन, उ ओनका अनन्त बन्धनन मँ जकडिके उस भीषन दिन क निआव बरे अन्धकार मँ रखे बाटइ। 7 इही तरह स मइँ तोहका इहउ याद दिआवा चाहत अहउँ कि सदोम अउर अमोरा अउर ओनके लगे पास क नगरन ऍनही दूतन क तरह यौन अनाचार किहेन तथा अप्राकृतिक यौन सम्बन्ध क पाछे छावत रहेन। ओनका कबहूँ न बुझइवाली आगी मँ झोक देइ क दण्ड दीन्ह गवा। हम सबन क अइसे उदाहरण स सीख लेइ चाही।
8 ठीक इही तरह हमरे समहू मँ घुसइवाले इ सब मनई अपने सपना क पीछे दउड़त अपने सरीर क असुद्ध करत अहइँ। इ सबइ पर्भू क तुच्छ जानत हीं अउर महिमावान सरगदूतन क निन्दा करत हीं। 9 प्रमुख सरगदूत मीकाईल जउ सइतान क साथ विवाद करत भवा मूसा क ल्हास क बावत बहस करत रहा तउ उ ओकरे खिलाफ अपमानजनक आरोप लगावइ क हिम्मत नाहीं जुटाइ सका। उ सिरिफ एतना कहेस, “प्रर्भू तोहका डाटइ अउर फटकारइ।”
10 मुला इ लोग तउ ओन बातन क निन्दा करत हीं अउर इ पचे ओनका नाहीं समझतेन। अउर इ पचे अविवेकी जानवरन क नाई जउन जिन बातन स सहज रुप स परिचित अहइँ, इ बातन उहइ बाटिन ओनही क द्वारा नास होइ जात ह। 11 ओनके सबके बरे इ बहुत खराब अहइ, काहेकि उ पचे कैन क रास्ता चुनेन्ह। धन कमाय बरे उ पचे खुद क वइसेन गलती क हवाले कइ दिहेन जइसेन बिलाम किहे रहा। इ बरे ओनही क नास होई जइसेन कोरह क विद्रोह मँ भाग लेइवालेन मर-बिला ग रहेन।
12 इ पचे तोहरे प्रीतिभोजन मँ छिपी समुद्र तल की चट्टानन क तरह अहइँ जउन कि घातक अहइँ। इ पचे बिना डरे तोहरे साथे खात हीं, पिअत हीं मुला ओनका अपने स्वार्थ क फिकिर रहत ह। उ बिना पानी क बादर अही। उ पचे पतझड़ क अइसेन पेड़ अहिन जउने प फल नाहीं होत। उ दुइ दाई मरा अहइ। ओनका उखाड़ा जाइ चुका अहइ। 13 उ पचे समुद्दर क अइसी भयानक लहर अहइँ, जउन अपने लज्जाजनक करमन क झाग उगलत रहत हीं। उ सब इधर उधर भटकत अइसे तारा अहइँ जेनके बरे अनन्त घनघोर अंधेर सुनिस्चित कइ दीन्ह ग अहइ।
14 आदम स सातवी पीढ़ी क हनोक भी एनके बावत अइसेन सब्दन मँ भविस्सबाणी किहे रहा, “देखा, उ प्रर्भू अपने हजारन हजार पवित्तर सरगदूतन क साथ 15 प्रर्भू हर मनई क निआव करी। उ सब मनइयन क परखइ आवत अहइ अउर जउन ओकरे खिलाफ अहइँ ओन सबनक दण्ड देई। परमेस्सर एन सब मनइयन क सजा देइ जउन बरा करम किहे बाटेन। उ इ सबइ पापी लोगन क सजा देइ जउन परमेस्सर क खिलाफ रहेन। उ ओन बुरी बातन बरे सजा देई जउन परमेस्सर क खिलाफ किहे बाटेन।”
16 इ पचे चुगुलखोर अहीं अउर दोख ढूढइवाले अहीं। इ सबेन्ह अपनी इच्छा क गुलाम अही अउर अपने मुँहे स घमंडभरी बात बोलत हीं। अपने फायदे क बरे इ सबेन्ह दूसरे क चापलूसी करत हीं।
जतन करत रहइ बरे चेतावनी
17 मुला पिआरे दोस्तो, ओन सब्दन क याद करा जउन हमार प्रर्भू ईसू मसीह क प्रेरितन पहिलेन कहि चुका अहइँ। 18 उ पचे तोहसे कहत रहेन, “आखिरी समइ मँ अइसे मनई रइहीं जउन परमेस्सर स जुड़ी बातन क मजाक उडइहीं।” उ पचे गन्दी इच्छा क पाछे पाछे चलिहइँ। 19 इ पचे ओनही अहीं जउन फूट डावत ही। इ सबइ संसारिक अउर आतिमा रहित अहइँ।
20 मुला पिआरे दोस्तो, तू पचे एक दूसरे क बिसवास स आध्यात्मिक रुप स आपन क पवित्तर बिस्सास मँ मजबूत करत रहा। पवित्तर आतिमा क साथ पराथना करा। 21 अपने आप क परमेस्सर क पिरेम मँ बनाए रख्या अउर अनन्त जीवन बरे उत्सुकता स हमरे पर्भू ईसू मसीह की द्या क बाट जोहत रहा।
22 जे संदेह करत हय, ओनके ऊपर द्या करा। 23 दूसर मनइयन क आगे बढ़िके आग स निकार ल्या। अउर दूसर मनइयन क बचावा। मुला दया देखावत सावधान रह्या लेकिन ओनके कपरन तलक स नफरत कर्या जउने प ओनके सांसारिक तरह स जीवन यापन पइ पाप क धब्बा लगा अहइ।
परमेस्सर क स्तुति
24 उ (परमेस्सर) मजबूत अहइ अउर तू सबन क ठोकर खाइ स बचाइ सकत ह। अउर अपनी महिमा क उपस्थिती मँ तू पचन क निर्दोस अउर आनन्दित कइके खड़ा कइ सकत ह। 25 उ एकइ परमेस्सर बा। उ सिरिफ एक अहइ जउन उद्धार कइ सकत ह। हमरे पर्भू ईसू मसीह क द्वारा हमरे उद्धार करइवाले एकही परमेस्सर क महिमा, वैभव, पराक्रम अउर अधिकार हमेसा हमेसा स अब तलक भूतकाल मँ, अब अउर भविस्स मँ अउर जुग जुग तक बना रहइ। आमीन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.