Chronological
लूका क लिखी भइ दूसर किताबे क जानकारी
1 हे थियुफिलुस,
मइँ आपन पहिली किताबे मँ ओन सबइ कामे क बारे मँ लिखेउँ ह जेका सुरू स ईसू किहेस ह अउर 2 उ दिना तलक उ प्रेरितन[a] क जेनका उ चुनेस जब ताई उ पवित्तर आतिमा क आदेस क अऩुसार उ सरगे मँ ऊपर नाहीं उठाइ लीन्ह गवा। 3 आपन मउत क पाछे उ आपन क ठोस प्रमाण लइ के ओनके समन्वा परगट भवा कि उ जिअत बा। उ चालीस दिना तलक ओनके अगवा परगट होत रहा अउर परमेस्सर क राज्य क बारे मँ ओनका बतावत रहा। 4 फिन एक दाई ओनके संग खइया क खात रहा तउ उ ओनका हुकुम दिहेस, “यरूसलेम क जिन तजा अउर मुला जेकरे बारे मँ तोसे कह्यों कि, परमपिता क सपथ पूरा होइ तलक जोहत रहा। 5 काहेकि यूहन्ना तउ पानी स बपतिस्मा दिहेस, मुला अब तनिक दिना क पाछे पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा दीन्ह जाइ।”
ईसू क सरगे मँ लइ जावा जाब
6 तउ जब उ प्रेरितन आपुस मँ भेंटेन, उ पचे पूछेन, “पर्भू! का तू इहइ समइ प इस्राएल क राज्य क फिनस लिआइ देब्या?”
7 उ ओनसे कहेस, “उ बेलन या तिथियन क जानब तोहार काम नाहीं, जेका परमपिता खुद आपन अधिकार स तय किहे अहइ। 8 मुला जब पवित्तर आतिमा तोह प आइ, तोहका सक्ती मिलि जाइ। अउर यरुसलेम मँ, समूचइ यहूदिया अउर सामरिया मँ अउर धरती क छोर तलक तू पचे मोर साच्छी होब्या।”
9 ऍतना कहे क पाछे ओनकइ लखत लखत ओका सरगे मँ ऊपर उठाइ लीन्ह गवा अउर फिन एक बादर ओका आँखी स ओझल कइ दिहेस। 10 जब उ जात रहा तउ पचे आँखी पसारि के ओका निहारत रहेन। तबहिं फउरन सफेद कपड़ा पहिरिके दुइ मनई ओकरे समन्वा आइके ठाड़ भएन। 11 अउर बोलेन, “अरे गलीली मनइयो। तू पचे हुवाँ ठाड़ भवा टकटकी काहे लगाए बाट्या? इ ईसू तोहरे बीच स सरगे मँ ऊपर उठाइ लीन्ह गवा, जइसे तू ओका सरगे मँ जात देख्या, वइसे ही उ फिन वापिस लौटि आई।”
एक नवा प्रेरित क चुनाव
12 फिन उ प्रेरितन जैतून नाउँ क पर्वत स, यरूसलेम लौटि आएन जउन यरुसलेम स कउनो एक किलोमीटर दूर रहा। 13 अउर हुवाँ पहुँचिके ऊपर क उ कमरा मँ गएन जहाँ उ पचे ठहरा रहेन। इ पचे रहेन-पतरस, यूहन्ना, याकूब, अन्द्रियास, फिलिप्पुस, थोमा, बरतुलमै अउर मत्ती, हलफई क बेटवा याकूब, समौन जेलोतेस अउर याकूब क बेटवा यहूदा।
14 ऍनके संग कछू स्त्रियन, ईसू क महतारी मरियम अउर ईसू क भाई भी रहेन। इ सबइ आपन क एक संग पराथना मँ चित लगाए राखत रहेन।
15 फिन इ दिनन मँ पतरस भाई-बन्द क बीच खड़ा होइके, जेकर गनती कउनो एक सउ बीस रही, कहेस, 16-17 “मोरे भाइयो, ईसू क गिरफतार करावइ वाले मनइयन क अगुआ यहूदा क बारे मँ, पवित्तर सास्तर कउ लेख जेका दाऊद आपन मुँहे स पवित्तर आतिमा बहोत पहिले ही कहे रही, ओकर पूर होब जरूरी रहा। उ हम पचन मँ गना गवा रहा अउर इ सेवा मँ ओकर हाथ रहा।”
18 (इ मनई जउन धन ओका ओकरे नीचपना क कामे बरे मिला रहा, उ धने स एक ठु खेत मोल लिहेस मुला उ पहिले तउ मूँड़े क बल भहरान अउर फिन बदन फाटि गवा अउर ओकर अँतड़ी बाहेर निकरि आइ। 19 अउर सबइ यरूसलेम क बसइयन क एकर पता लग गवा। य़ह बरे ओनकइ भाखा मँ उ खेत क हक्लदमा कहा गवा जेकर अरथ अहइ “लहू क खेत।”)
20 पतरस कहेस, “काहेकि भजन संहिता मँ इ लिखा बा,
‘ओकर घर उजरि जाइ
अउर ओहमाँ रहइ क कउनो नाँ बचइ।’ (A)
अउर,
‘ओकर, मुखियई कउनो दूसर मनई लइ लेइ।’ (B)
21-22 “यह बरे इ जरुरी अहइ कि जब पर्भू ईसू हमरे बीच रहा तउ जउन मनइयन हमरे संग सदा रहेन, ओहमाँ स कउनो एक क चुना जाए। कहइ क मतलब उ समइ स लइके जब स यूहन्ना मनइयन क बपतिस्मा देब सरू किहेस अउर जब तलक ईसू क हमरे बीच स उठइ लीन्ह गवा रहा। इ मनइयन मँ स कउनो एक क ओकरे फिन स जी उठइ क महरे संग साच्छी होइ चाही।”
23 यह बरे उ पचे दुइ मनई न नाउँ दिहेन। एक यूसुफ जेका बरसबा कहा जात रहा। (यूसतुस ऩाउँ स जाना जात रहा) अउर दूसर मत्तियाह। 24 फिन उ पचे इ कहत भवा पराथना करइ लागेन, “पर्भू! तू सबहि क मनवा क जानत ह, हमका बतावा कि इ दुइनउँ मँ स तू केका चुन्या ह। 25 जउऩ एक प्रेरित क तरह सेवा करइ बरे इ ओहदा क लइ लेई जेका आपन ठउर पर जाइ बरे ओहदा छोड़िके चला गवा रहा!” 26 फिन उ पचे एकरे बरे पर्ची नाएन अउर पर्ची मत्तियाह क नाउँ क निकरी। इ तरह गियारह प्रेरितन क दल मँ गना गवा।
पवित्तर आतिमा क अवाई
2 जब पिन्तेकुस्त क दिन आवा तउ उ पचे एक ठउर प बटुरा रहेन। 2 तब्बइ हुवाँ एकाएक आकासे स खउफनाक आँधी क सब्द आवा। अउर जउन घरे मँ उ पचे बइठा रहेन, ओहमाँ समाइ गवा। 3 अउर आगी क उठत लपट जइसी जीभ हुँवा समन्वा देखॉइ देइ लाग। अउर ओनका आगी क उठत लपट जइसी जिभिया देखॉइ लागिन। उ सबइ बँटी भइ जीभ एक क ऊपर आइ ठहरिन। 4 उ पचे पवित्तर आतिमा स भावित भएन। अउर आतिमा स दीन्ह गए सामर्थ क अनुसार उ सबइ दूसर भाखन मँ बोलइ लागेन।
5 हुवाँ यरूसलेम मँ अकास क तरे सबहिं देसन स आवा भएन यहूदी भगत रहत रहेन। 6 जबहिं इ सब्द क आवाज सुनि गई तैसहिं एक भीड़ बटुर गइ। उ पचे अचरज मँ पड़ा रहेन काहेकि हर कउनो ओनका आपन भाखा मँ बोलत सुनेस।
7 उ पचे अचम्भा मँ घबड़ियाइके बोलेन, “इ सबइ बोलवइया मनइयन गलीली नाहीं अहइँ। 8 फिन हम पचन मँ स हर कउनो ओनका आपन मातृभाखा मँ बोलत भवा कइसे सनत अहइ? 9 हुवाँ पारथी, मोदी अउर एलामी, मोसोपोटामिया क बसइया, यहूदिया अउर कप्पूदूकिया, पुन्तुस अउर एसिया। 10 फ्रूगिया अउर पंफलिया, मिस्त्र अउर कूरेने सहर क निअरे लिबिया क कछू पहँटा क मनइयन, रोम स आवा भएन सैलानी, 11 जेहमाँ जन्मा भवा यहूदी अउर यहूदी धरम क मनइयन, क्रेती अउर अरबी लोग हम सबइ परमेस्सर क अचरज कारजन क आपन आपन भाखा मँ सुनत अहइँ।”
12 उ पचे सबइ अचम्भा मँ पड़िके भउचक्का होइके आपुस मँ पूछइ लागेन, “इ का होत अहइ?” 13 मुला दूसर मनइयन प्रेरितन क मसखरी करत भए बोलेन, “इ सबइ कछू जिआदा दाखरस पिए बाटेन।”
पतरस क गोहराउब
14 फिन गियारह प्रेरितन क संग पतरस खड़ा भवा अउर ऊँची अवाज मँ मनइयन क गोहराइ क कहइ लाग, “यहूदी भाइयो अउर यरुसलेम क सबहिं बासिंदा, ऍकर अरथ मोका बतावइ द्या। मोरे बचन क धियान स सुना। 15 इ पचे पिए नाहीं अहइँ, जइसा की तू पचे बूझत अहा। काहेकि अबहिं तउ भिन्सारे क नौ बजा अहइ। 16 मुला इ बात अहइ जेकरे बारे मँ योएल नबी कहे रहा:
17 ‘परमेस्सर कहत ह: आखिरी दिना मँ अइसा होइ कि
मइँ सबहिं मनइयन प अपने आतिमा उड़ेल देब
फिन तोहार पूत अउर बिटिया भविस्सबाणी करइ लगिहीं।
अउर तोहार जवान मनई दर्सन पइहीं
अउर तोहार बुढ़वा लोग सपना देखिहीं।
18 हाँ उ दिना मइँ आपन नउकर अउर नउकरानी प
आपन आतिमा उडेर देब
अउर उ पचे भविस्सबाणी करिहीं।
19 मइँ ऊपर अकासे मँ अचरज कारजन
अउर तरखाले भुइयाँ प चीन्हा देखाउब,
खून, आगी अउर धुआँ क बादर।
20 सूरज अँधियारा मँ
अउर चाँद रकत मँ बदल जाइ,
अउर जब पर्भू क दिव्य अउर महान दिन आइ।
21 अउर तब हर उ कउनो क बचाव होइ जउन पर्भू क नाउँ पुकारी।’ (C)
22 “ओ इस्राएलियो! इ बचन क सुना: नासरी ईसू एक ठू अइसा मनई रहा जेका परमेस्सर तोहरे समन्वा अद्भुत कारज, अचरज कारजन अउर अद्भुत चीन्हन क साथ जेका परमेस्सर आपन खुद किहे रहा तोहरे बीच ओका परगट किहेस। जइसा कि तू खुद जानत ह। 23 ई मनई तोहका कउनो तय कीन्ह भइ जोजना अउर पहिले क गियान क अनुसार तोहरे हवाले कीन्ह गवा रहा अउर तू पचे ओका अधर्मियन क हाथे पकड़वाइके क्रूस प चढ़वाया अउर खीला ठोंकवाइके मरवाइ दिहा। 24 मुला परमेस्सर मउत क दुःखे स अजाद कराइके फिन जिआइ दिहेस। काहेकि ओकरे बरे इ होइवाला नाहीं रहा कि मउत ओका राखि पावत। 25 जइसा कि दाऊद ओकरे बारे मँ कहेस ह:
‘मइँ हमेसा पर्भू क आपन समन्वा देखेउँ ह।
उ मोरे दाहिन कइँती बिराजत अहइ, काहेकि मइँ डुग न पावउँ।
26 ऍहसे मोर हिरदय खुस अहइ
अउर मोर बाणी आनन्द मँ बा;
मोर देह भी आसा मँ जिई।
27 तू मोर आतिमा क अधोलोक मँ न छोड़ब्या।
तू आपन पवित्तर जन क नास क अनुभव न होइ देब्या।
28 तू ही मोरी जिन्नगी क राह क गियान कराइ दिहा ह।
अउर तू ही आपन हाजिरी स मोका आनन्द स पूरा कइ देब्या।’ (D)
29 “मोरे भाइयन, मइँ पतिआइके आदि मनई दाऊद क बारे मँ तू पचन्स कहि सकत हउँ कि ओकर मउत होइ गइ अउर ओका माटी दइ दीन्ह गइ। अउर ओकर कब्र हमरे हियाँ आजु तलक मौजूद बा। 30 मूला काहेकि उ एक नबी रहा अउर जानत रहा परमेस्सर सपथ खाइके ओका बचन दिहेस ह कि उ ओकरे वंस मँ स कउनो एक क सिंहासने प बइठाई। 31 यह बरे अगवा जउन होइ क बाटइ, ओका दाऊद लखत भए उ सब इ कहे रहा कि:
‘ओका अधोलोक मँ नाहीं छोरा गवा
अउर न ही ओकरे देह स सड़ब गलब क अंजाद लगाएस।’
तउ उ मसीह क पुनरूत्थान क बारे मँ ही कहे रहा। 32 इहइ ईसू क परमेस्सर पुनरूत्थान कइ दिहेस। इ सच्चाई क हम पचे साच्छी अही। 33 परमेस्सर क दाहिन हाथे कइँती सबन ते उँचका ओहदा पाइके ईसू पिता स सपथ क अनुसार पवित्तर आतिमा पाएस अउर फिन उ इ आतिमा क उड़ेरेस जेका अब तू लखत बाट्या अउर सुनत बाट्या। 34 दाऊद सरगे मँ नाहीं गवा तउ उ खुद कहत ह:
‘पर्भू (परमेस्सर) मोर पर्भू स कहेस:
मोरे दाहिने बइठा, जब ताई मइँ
35 तोहरे बैरिन क तोहरे गोड़वा तरे गोड़ धरइ क चउकी न बनइ देइ।’(E)
36 “यह बरे इस्त्राएल क समूचइ मनइयन ठीक तरह स समुझ लेइ कि परमेस्सर इ ईसू क जेका तू पचे क्रूस प चढ़ाइ दिहे रहा, पर्भू अउर मसीह दुइनउँ ठहरावा ग रहेन!”
37 मनइयन जब इ सुनेन तउ उ पचे घबराइ गएन अउर पतरस अउर दूसर प्रेरितन स कहेन, “तउ भाई, हम सबन क का करइ चाही?”
38 पतरस ओनसे कहेस, “मनफिराओ अउर आपन पापे क छमा पावइ बरे तू पचन मँ स हर एक क ईसू मसीह क नाउँ स बपतिस्मा लेइ चाही। फिन तू पवित्तर आतिमा क उपहार मँ पउब्या। 39 काहेकि इ सपथ तोहरे बरे, तोहरे संतान बरे अउर ओन सब कामे बरे अहइ जउन बहोत दूर बाटेन। इ सपथ ओन सब बरे अहइ जेनका हमार पर्भू परमेस्सर आपन लगे बोलावत ह।”
40 अउर बहोत स बचन स उ ओनका चिताउनी दिहेस अउर समझाय के ओनसे कहेस, “इ कुमार्गी पीढ़ी स आपन खुद क बचावा!” 41 तउ जउन ओकरे संदेसा क अंगीकार किहेन, ओनका बपतिस्मा दीन्ह गवा। इ तरह उ दिना उ बिसवासियन क झुण्ड मँ कउनो तीनजहार मनई अउर जुड़ गएन।
बिसवासी क मिली जुली जिन्नगी
42 उ पचे प्रेरितन क उपदेस, संगत, रोटी क तोड़इ अउर पराथना करइ मँ जिअरा लगाइ दिहन। 43 हर मनई प भय रहा अउर प्रेरितन क जरिये बहुत अचरज कारजन अउर अद्भुत चीन्हन परगट कीन्ह जात रहेन। 44 सबहिं बिसवासी एक संग बटुरत रहेन अउर ओनके लगे जउन कछू रहा, उ पचे आपुस मँ बाँट लेत रहेन। 45 उ पचे आपन सबहिं चीजन अउर धन-दौलत बेंचेन अउर ओन सब चिजन्क आपुस मँ बाँटि लिहन, जइसे जेका जरूरत रही। 46 अउर उ पचे हर दिन मन्दिर मँ एक उदेस्स स मिलि जात रहेन। उ पचे घरे मँ रोटी तोड़ लेतेन अउर आनन्द अउर निर्मल मन स खात रहेन। 47 उ पचे सब मनइयन क नीक बिचार क आनन्द लेत भए पर्भू क स्तुति गवात रहेन। अउर हर दिन परमेस्सर, जेनकइ उद्धार करत, ओनकइ दल मँ अउर जोरि दीन्ह जात।
लँगड़ा भिखारी क चंगा कीन्ह जाब
3 दुपहरिया क बाद तीन बजे पराथना क समइ पतरस अउर यूहन्ना मन्दिर जात रहेन। 2 तबहिं एक ठु अइसा मनई जउन जनम स ही लँगड़ा रहा, लइ जावा जात रहा। उ पचे हर दिना ओका मन्दिर क सुन्नर नाउँ क फाटक प बइठाइ देत रहेन। काहेकि उ मन्दिर मँ जाइवाला मनइयन स पइसा माँग सकइ। 3 ई मनई ने जब देखा यूहन्ना अउर पतरस मन्दिर मँ प्रवेस करयवाला अहइँ तउ ओनसे पइसा मांगेस।
4 यूहन्ना क संग पतरस ओकरी कइँती लखत भए बोलेन, “हमरी कइँती लखा।” 5 तउ उ ओनसे कछू मिल जाइ क आसा करत भवा ओनकर कइँती लखेस। 6 मुला पतरस कहेस, “मोरे लगे सोना या चाँदी तउ अहइ नाहीं मुला जउन कछू अहइ, मइँ तोहका देत हउँ। नासरी ईसू मसीह क नाउँ स ठाड़ ह्वा अउर चला।”
7 फिन ओकर दाहिन हथवा धइके ओका उठाएस, फउरन ओकरे गोड़वा अउर अखनी मँ जान आइ गइ। 8 अउर उ फिन आपन गोड़वा क बल उछरा अउर चल दिहस। उ उछरत कूदत चलत अउर परमेस्सर क स्तुति गावत ओनकइ संग मन्दिर मँ घुसा। 9-10 सबहिं मनइयन ओका चलत अउर परमेस्सर क स्तूति गावत लखेन। पहिचानेन कि इ उहइ अहइ जउन मन्दिर क सुन्नर दुआरे प बइठा भीख माँगत रहा। ओकरे संग जउन कछू भवा रहा ओह पइ उ पचे अचरज स भरि अउर चकित होइ गएन।
पतरस क प्रबचन
11 उ मनई अबहिं पतरस अउर यूहन्ना क संग रहा। तउ सबहिं मनई अचम्भा मँ पड़िके उ ठउर प ओकरे लगे दउड़त दउड़त आएन जउन सुलैमान क ड्यौढ़ी कहवावत रहा।
12 पतरस जब इ लखेस तउ उ मनइयन स बोला, “हे इस्त्राएल क मनइयन, तू पचे इ बाते प चकित काहे होत बाट्या? अइसे घूरि घूरिके हमका काहे लखत बाट्या, जइसे मान ल्या हम ही आपन सक्ती या बल प इ मनई क चलइ फिरइ जोग्ग बनइ दीन्ह ह। 13 इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर, हमरे पूर्वजन क परमेस्सर आपन सेवक ईसू क महिमा स बखानेस। अउर तू पचे ओका मरवावइ बरे धरवाइ दिहा। अउर फिन पिलातुस क जरिए ओका छोर दिहे जाए क जिअरा मँ ठान लेइ स पिलातुस क समन्वा तू पचे ओका मानइ स इनकार कइ दिहा। 14 ईसू पवित्तर अउर भोला रहा मुला तू ओका मान्या नाहीं अउर माँग्या कि एक हत्तियारा क तोहरे बरे छोर दीन्ह जाइ। 15 जो मनइयन क जिन्नगी देत रहा ओका तू मारि डाया मुला परमेस्सर मरा भवा मँ स ओका पुनर्जीवन दिहस। हम ऍकर साच्छी अही।
16 “इ ईसू क सक्ती रही जउन इ लँगड़ा क चंगा किहेस। इ भवा काहेकि हम ईसू क सक्ती मँ पतिआइत ह। तू पचे इ मनई क लख सकत ह अउर तू सबइ ओका जानत ह। उ पूरी तरह स चंगा होइ गवा काहेकि उ ईसू मँ ओकर बिसवास रहा। तू पचे निहर्या कि इ सब कछू भवा।
17 “हे भाइयो, अब मइँ जानत हउँ कि जइसे अग्याने मँ तू सबइ वइसा ही किहा, वइसा ही तोहार ही नेतन किहेन। 18 परमेस्सर आपन सबहिं नबियन क मुँहना स बकरवाइ दिहेस कि ओकरे मसीह क दुःख भोगे पड़ी। उ इ तरह पूरा किहेस। 19 यह बरे तू आपन मनफिरावा अउर परमेस्सर कइँती फिरि आवा काहेकि तोहार पाप धोइ दीन्ह जाँइ। 20 जेसे पर्भू क हाजिर होइ क समइ आतिमा क सान्ति क समइ आइ जाइ अउर पर्भू तोहरे बरे मसीह क पठवइ जेका उ तोहरे बरे चुन लिहे बा, कहइ क अरथ ईसू मसी।
21 “मसीह क उ समइ तलक सरग मँ रहइ क होइ जब ताई सबहिं बातन पहिले जइसी न होंइ जेनके बारे मँ बहोत पहिले ही परमेस्सर पवित्तर नबियन क मुँहना स बताइ दिहे रहा। 22 मूसा कहे रहा, ‘पर्भू परमेस्सर तोहरे बरे, तोहरे आपन लोगन मँ स ही एक मोरे जइसा नबी खड़ा करी। उ तू पचन स जउन कछू कहइ, तू पचे उहइ प चल्या। 23 अउर जउन मनई उ, इ नबी क बात न सुनी, मनइयन मँ स ओका परमेस्सर क मनइयन स अलग कर दीन्ह जाइ।’(F)
24 “समूएल अउर ओकरे पाछे आए भए सबहिं नबियन जब कबहुँ कछू कहेन तउ एनही दिनन क एलान किहेन। 25 अउ तू सबइ तउ ओन नबियन अउर उ करार क उत्तराधिकारी अहा जेका परमेस्सर तोहरे पूर्वजन क संग किहे रहा। उ इब्राहीम स कहे रहा, ‘तोहरे सन्ताने स धरती क सभी रास्ट्र क मनइयन आसीर्बाद पइहीं।’(G) 26 परमेस्सर जब आपन सेवक क पुनर्जीवित किहेस तउ पहिले पहिले उ तोहरे लगे पठएस काहेकि तू पचन्क तोहरे बुरे राहे स दूर कइके आसीर्बाद देइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.