Beginning
18 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “तू लोग इ कहावत क दोहरावत रहत ह। काहे तू कहत ह:
‘पुरखन खट्टा अंगूर खाएन,
किन्तु बच्चन क खट्टा स्वाद मिला’।”
3 किन्तु मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि इस्राएल क लोग अब भविस्स मँ इ कहावत क अब कबहुँ उपयोग नाहीं करब्या। 4 मइँ सबहिं मनइयन क संग समान बेउहार करब। इ महत्वपूर्ण नाहीं होइ कि उ मनई महतारी बाप अहइ अथवा सन्तान। जउन मनई पाप करी उ मनई मरी।
5 “जदि कउनो मनई भला अहइ, तउ उ जिअत रही। उ मनई लोगन क संग नीक बेउहार करत ह। 6 उ भला मनई पर्वतन पइ नाहीं जात अउर लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ कउनो हींसा नाहीं बाँटत। उ इस्राएल मँ ओन गन्दे देवतन क मूरतियन क स्तुति नाहीं करत। उ आपन पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार क पाप नाहीं करत। उ आपन मेहरारू क संग, ओकरे मासिक धरम क समय, सरीर क सम्बंध नाहीं करत। 7 उ भला मनई लोगन स अनुचित लाभ नाहीं उठावत। जदि कउनो मनई ओहसे मुद्रा रिण लेत ह तउ उ भला मनई गिरवी धइके दूसर मनई क मुद्रा देत ह अउर जब उ मनई ओका भूगतान कइ देत ह तउ भला मनई ओका गिरवी वस्तु वापस कइ देत ह। भला मनई भूखे लोगन क भोजन देत ह अउर उ ओन लोगन क वस्त्र देत ह जेनकर ओनका जरूरत अहइ। 8 जदि कउनो मुद्रा रिण लेइ चाहत ह तउ भला मनई ओका उ रिण देत ह। उ रिण क ब्याज नाहीं लेत। भला मनई कुटिल होइ स इन्कार करत ह। उ हर मनई क बरे सदा भला रहत ह। लोग ओह पइ बिस्सास कइ सकत हीं। 9 उ मोरे नेमन क पालन करत ह। उ मोरे निर्णयन क समुझत ह अउर भला एव बिस्सास क जोग्य होब सीखत ह। काहेकि उ भला मनई अहइ, एह बरे उ जिअत रही। यहोवा परमेस्सर इ कहत ह।
10 “किन्तु उ मनई क कउनो अइसा पूत होइ सकत ह, जउन ओन नीक कामन मँ स कछू भी न करत होइ। पूत चिजियन क चुराइ सकत ह अउर लोगन क हत्तिया कइ सकत ह। 11 पूत एन बुरे कामन मँ स कउनो भी करम कइ सकत ह। उ पहाड़न पइ जाइ सकत ह अउर लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ हींसा बटाइ सकत ह। उ पापी पूत आपने पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार करइ क पाप कइ सकत ह। 12 उ गरीब अउर बेसहारा लोगन क संग बुरा बेउहार कइ सकत ह। उ लोगन स अनुचित लाभ उठाइ सकत ह। उ गिरवी चीज क तब्बइँ न लउटावइ जब कउनो मनई आपन रिण क भुगतान कइ चुका होइ। उ पापी पूत ओन गन्दी देवमूरतियन क पराथना कइ सकत ह अउर दूसर भयंकर पाप भी कइ सकत ह। 13 जब उ लोगन क ऋण पइ धन देत ह तउ उ बियाज लेत ह। एह बरे उ पापी पूत जिअत नाहीं रही। उ भयंकर पाप किहेस एह बरे मार दीन्ह जाइ अउर आपन मउत बरे उ खुद ही जिम्मेदार अहइ।
14 “होइ सकत ह उ पापी पूत क भी एक पूत होइ। किन्तु इ पूत आपन बाप क जरिये कीन्ह गए पापन क लखि सकत ह अउर उ आपन पिता क तरह रहइ स इन्कार कइ सकत ह। उ मनई लोगन क संग भला बेउहार करत ह। 15 उ मनई पहाड़न पइ नाहीं जात, न ही लबार देवतन क चढ़ाए गए भोजन मँ हींसा बटावत ह। उ इस्राएल मँ ओन गन्दी देवमूरतियन क पराथना नाहीं करत। उ आपन पड़ोसी क मेहरारू क संग बिभिचार क पाप नाहीं करत। 16 उ मनई लोगन स अनुचित लाभ नाहीं उठावत। जदि कउनो मनई ओहसे रिण लेत ह तब भला पूत चीज गिरवी धरत ह अउर उ मनई क मुद्रा देत ह अउर जब उ मनई वापस भुगतान करत ह तउ भला मनई गिरवी चीज वापस कइ देत ह। भला मनई भूखन क भोजन देत ह अउर उ ओन लोगन क वस्त्र देत ह जेनका ओकर आवश्यकता अहइ। 17 उ गरीबन क सहायता करत ह जदि कउनो मनई रिण लेइ चाहत ह तउ भला पूत ओका मुद्रा उधार दइ देत ह अउर उ उ रिण पइ बियाज नाहीं लेत। भला पूत मोर नेमन क पालन करत ह और मोरे नेमन क मुताबिक चलत ह। उ भला पूत आपन पिता क पापन क कारण मारा नाहीं जाइ। उ भला पूत जिअत रही। 18 पिता लोगन क चोट पहोंचाइ सकत ह अउर चिजियन चुराइ सकत ह। उ आपन लोगन क बीच कबहुँ कछू नीक कारज नाहीं किहस। उ बाप आपन पापन क कारण मरी। किन्तु पूत आपन पिता क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ।
19 “तू पूछ सकत ह, ‘बाप क पाप बरे पूत दण्डित काहे नाहीं होइ?’ एकर कारण इ अहइ कि पूत भला करत ह अउर निआव क कार्य करत ह। उ बहोत सावधानी स मोरे नेमन क पालन करत ह। एह बरे उ जिअत रही। 20 जउन मनई पाप करत ह उहइ मनई मारि डावा जात ह। एक पूत आपन पिता क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ अउर एक पिता आपन पूत क पापन बरे दण्डित नाहीं होइ। एक भले मनई क भलाई क प्रतिफल दीन्ह जाब्या अउर बुरे मनई क बुराई क दण्ड दीन्ह जाब्या।
21 “इ स्थिति मँ जदि कउनो बुरा मनई आपन जीवन क्रम बदल देत ह तउ उ जिअत रही, मरी नहीं उ मनई आपन किए करमन क फुन करब छोड़ सकत ह। उ बहोत होसियारी स मोर सबहिं नेमन क पालन करब सुरू कइ सकत ह। उ निआउ प्रिय अउर भला होइ सकत ह। 22 परमेस्सर ओकर ओन सबहिं पापन क याद नाहीं राखी जेनका उ किहेस। परमेस्सर सिरिफ ओकर भलाई क याद करी, एह बरे उ मनई जिअत रही।”
23 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ बुरे लोगन क मरइ देब नाहीं चाहत। मइँ चाहत हउँ कि उ पचे आपन जिन्नगी क बदलइँ, जेहसे उ पचे जिअत रहि सकइँ।
24 “अइसा भी होइ सकत ह, कि भला मनई न रहि जाइ। उ आपन जिन्नगी क बदल सकत ह अउर ओन भयंकर पापन क करब सुरू कइ सकत ह जेनका बुरे लोग बीते जमाने मँ किहे रहेन। का इ मनई जिअत रहब? नाहीं! एह बरे जदि उ भला मनई बदलन ह अउर बुरा बन जात ह तउ परमेस्सर उ मनई क कीन्ह नीक कामन क याद नाहीं राखी। परमेस्सर इहइ याद राखी कि उ मनई ओकरे खिलाफ होइ गवा अउर उ पाप करब सुरू किहस। एह बरे उ मनई आपन पापन क कारण मरी।”
25 परमेस्सर कहेस, “तू लोग कहि सकत ह, ‘परमेस्सर हमार सुआमी निआव स पूर्ण नाहीं अहइ।’ किन्तु इस्राएल क परिवारो, सुना। का इ मोर रास्ता अहइ जउन कि सही नाहीं अहइ? नाहीं! तोहार रास्ता सही नाहीं अहइ। 26 जदि एक भला मनई बदलत ह अउर पापी बनत ह तउ ओका आपन कीन्ह गए बुरे कामन क कारण मरब ही चाही। 27 जदि कउनो मनई बदलत ह अउर भला अउ निआउ क प्रिय होत ह तउ उ आपन जिन्नगी क बचाई। उ जिअत रही। 28 उ मनई लखेस कि उ केतना बुरा रहा अउर मोरे लगे लउटा। उ ओन बुरे पापन्क करब तजि दिहस जउन उ भूतकाल मँ किहे रहा। एह बरे उ जिअत रही। उ मरी नाहीं।”
29 इस्राएल क लोग कहेन, “इ निआउ स पूर्ण नाहीं अहइ। मोर सुआमी यहोवा निआउ स पूर्ण नाहीं अहइ।”
परमेस्सर कहेस, “का इ मोर रास्ता अहइ जउन कि सही नाहीं अहइ? नाहीं! तोहार रास्ता सही नाहीं अहइ। 30 एह बरे इस्राएल क परिवार, मइँ हर एक मनई क संग निआउ सिरिफ ओनके ओन क करमन क अनुसार करब जेनका उ मनई करत ह। एह बरे मोर लगे वापिस आ अउर अपने सब अपराध स पस्चाताप करा अउर ओनका करइ बन्द करा। ओन भयंकर चिजियन क आपन बिनास क कारण बनइ नाहीं द्या। 31 ओन सबहिं भयंकर मूरतियन क लोकाइ द्या जेनका तू पचे बनाया, उ सबइ तोहसे सिरिफ पाप करवावत हीं। आपन हिरदय अउर आतिमा क बदला। इस्राएल क लोगो, तू पचे आपन क काहे मरि जाइ देइ चाहत अहा? 32 मइँ तू पचन्क मारइ नाहीं चाहत हउँ। तू पचे हमारे लगे आवा अउर रहा।” उ सबइ बातन मोर सुआमी यहोवा कहेस।
19 यहोवा मोहसे कहेस, “तू पचन्क इस्राएल क प्रमुखन क बारे मँ इ करूण गीत क गावइ चाही।
2 “‘कइसी सिंहिनी अहइ तोहार पचन्क महतारी?
उ सिंहन क बीच एक ठु सिंहिनी रही।
उ जवान सिहंन मँ घिरी रहत रही
अउर आपन बचवन क लालन-पालन करत रही।
3 उ आपन बच्चन मँ स एक ठु क लालन-पालन किहेस।
उ एक ठु जवान सिंह होइ गवा ह।
उ आपन भोजन पाउव सीख लिहस ह।
उ एक मनई क मारेस अउर खाइ लिहेस।
4 “‘लोगन ओका गरजत सुनेन
अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहस।
उ पचे ओकरे मुँहे मँ नकेल डाएन
अउर जवान सिंह क मिस्र लइ गएन।
5 “‘सिंह महतारी क आसा रही कि सिंह बच्चा प्रमुख बनी।
किन्तु अब ओकर सारी आसा लुप्त होइ गइन।
एह बरे आपन बच्चन मँ स उ एक दूसर क लिहस।
ओका उ सिंह होइ क प्रसिच्छण दिहस।
6 उ जवान सिंहन क संग सिकार क निकरा।
उ एक ठु बलवान जवान सिंह बना।
उ आपन भोजन क धरब सीखेस।
उ एक ठु मनई क मारेस अउर ओका खाएस।
7 उ महलन पइ हमला किहस।
उ नगरन क बर्बाद किहस।
उ देस क हर एक मनई तब भय स अवाक होत रहा।
जब उ ओकर गरजत सुनत रहा।
8 तब ओकरे चारिहुँ कइँती रहइवाले लोग ओकरे बरे जालि बिछाएन
अउर उ पचे ओका आपन जालि मँ फँसाइ लिहन।
9 उ पचे ओह पइ नकेल लगाएन अउर ओका बंद कइ दिहन।
उ पचे ओका अपने जालि मँ बंद रखेन।
इ तरह ओका उ पचे बाबुल क राजा क लगे लइ गएन।
अब, तू पचे इस्राएल क पर्वतन पइ
ओकर गरजब सुन नाहीं सकत्या।
10 “‘तोहार पचन्क महतारी एक ठु अंगूरे क बेल जइसी रही,
जेका पानी क लगे बोवा गवा रहा।
ओकरे पास काफी पानी रहा,
एह बरे उ अनेक सक्तीसाली बेलन पइदा किहस।
11 तब उ एक बड़की डार पइदा किहस,
उ डार टहरइ क छड़ी जइसी रही।
उ डार राजा क राजदण्ड जइसी रही।
बेल ऊँची, अउर ऊँच होत गइ।
एकर ढेर डारन रहिन अउर उ बादरन क छुअइ लाग।
12 किन्तु बेल क जड़ स उखाड़ दीन्ह गवा,
अउर ओकर भुइँया पइ बहाइ दीन्ह गवा।
गरम पुरवइया हवा चली अउर ओकरे फलन क झुराइ दिहस
सक्तीसाली डारन टूट गइन, अउर ओनका आगी मँ फेंक दीन्ह गवा।
13 “‘किन्तु उ अंगूरे क बेल अब रेगिस्ताने मँ बोइ गइ अहइ।
इ बहोत झुरान अउर पियासी धरती अहइ।
14 बिसाल डारे स आगी फइली।
आगी ओकर सारी टहनियन अउर फलन क बारि दिहस।
एह बरे कउनो सहारा क सक्तिसाली कुबरी नाहीं रही।
कउनो राजा क राजदण्ड नाहीं रहा।’
इ मउत क बारे मँ करूण-गीत रहा अउर इ मउत क बारे मँ करूणगीत क रूप मँ गावा गवा रहा।”
20 एक दिन इस्राएल क अग्रजन मँ स कछू मोरे लगे यहोवा क राय पूछइ आएन। इ देस-निकारे क सतवाँ बरिस क पाँचवा महीना क दसवाँ दिन रहा। अग्रज मोरे समन्वा बइठेन।
2 तब यहोवा क बचन मोरे लगे आवा। उ कहेस, 3 “मनई क पूत, इस्राएल क अग्रजन स बात करा। ओनसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा, इ सबइ बातन बतावत ह: का तू लोग मोर सलाह माँगइ आए रह्या? जदि तू लोग आवा हवा तउ मइँ तू पचन्क इ नाहीं देब। मोर सुआमी यहोवा इ बात कहेस।’ 4 हे मनई क पूत! का तू ओन लोगन क निर्णय करब? का तू ओन लोगन क परखब? तोहका ओनका ओन भयंकर पापन क बारे मँ बतावइ चाही जउन ओनकर पुरखन किहे रहेन। 5 तोहका ओनसे जरूर कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: जउने दिने मइँ इस्राएल क चुनेउँ, मइँ आपन हाथ याकूब क परिवार क ऊपर उठाएउँ। मइँ आपन-आपन क ओन पइ परगट किहेउँ। अउर मइँ मिस्र मँ ओनसे एक ठु प्रतिग्या किहेउँ। मइँ आपन हाथ उठाएउँ अउर कहेउँ: “मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।” 6 उ दिन मइँ तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआवइ के उ देस मँ लाएउँ जेका क बचन दिहे रहेउँ मइँ तू पचन्क देइ चाहत रहेउँ। उ एक सुन्नर देस रहा जउन दुध अउर मधु स भरा रहा। इ सबहिं देसन स जियादा सुन्नर रहा।
7 “‘मइँ, इस्राएल क परिवार स ओनकर भयंकर देवमूरतियन के लोकावइ बरे कहेउँ। मइँ, ओन मिस्र क गन्दी देवमूरतियन क संग ओनका गन्दा न होइ बरे कहेउँ। “मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर यहोवा अहउँ।” 8 किन्तु उ सबइ मोरे विरूद्ध होइ गएन अउर उ पचे मोर एक न सुनेन। उ पचे आपन भयंकर देवमूरतियन क नाहीं लोकाएन। उ पचे मिस्र क आपन घिनौनी देवमूरतियन नाहीं छोड़ेस। एह बरे मइँ (परमेस्सर) ओनका मिस्र मँ नस्ट करइ क निर्णय किहेउँ अर्थात मइँ आपन किरोध क पूरी सक्ति क ओनका अनुभव करवाइ चाहत रहेउँ। 9 किन्तु मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। मइँ लोगन स जहाँ उ पचे रहत रहेन पहिले ही कहि चुके रहेउँ कि मइँ आपन लोगन क मिस्र स बाहेर लइ जाबउँ। मइँ आपन अच्छे नाउँ क समाप्त नाहीं करइ चाहत, एह बरे मइँ ओन लोगन क समन्वा इस्राएलियन क नस्ट नाहीं किहेउँ। 10 मइँ इस्राएल क परिवार क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ ओनका रेगिस्ताने मँ लइ गएउँ। 11 तब मइँ ओनका आपन नेम दिहेउँ। मइँ ओनका सारे नेम बताएउँ। जदि कउनो मनई ओन नेमन क पालन करी तउ उ जिअब। 12 मइँ ओनका विस्राम क सबहिं बिसेस दिनन क बारे मँ भी बताएउँ। उ सबइ पवित्तर दिन ओनके अउ मोरे बीच बिसेस प्रतीक रहेन। उ सबइ इ संकेत करत रहेन कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ ओनका आपन बिसेस लोग बनावत हउँ।
13 “‘किन्तु इस्राएल क परिवार रेगिस्ताने मँ मोरे खिलाफ उठ खड़ा भवा। उ पचे मोरे नेमन क अनुसरण नाहीं किहन। उ पचे मोरे नेमन क पालन करइ स इनकार किहन अउर उ सबइ नेम नीक अहइँ। जदि कउनो मनई ओनकर पालन करी तउ उ जिअब। उ पचे मोर विसेस विस्राम क खास दिनन क दूसित किहस माना ओनकर कउनो महत्व न होइ। उ पचे ओन दिनन क अनेकन दाईं दूसित करत रहेन। मइँ रेगिस्ताने मँ ओनका नस्ट करइ क निहचइ किहेउँ अर्थात आपन किरोध क पूरी सक्ति क अनुभव ओनका करावइ चाहेउँ। 14 किन्तु मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। दूसर रास्ट्रन मोका इस्राएल क मिस्र स बाहेर लिआवत लखेन। मइँ आपन अच्छे नाउँ क खतम नाहीं करइ चाहत रहेउँ, एह बरे मइँ ओन रास्ट्रन क समन्वा इस्राएल क नस्ट नाहीं किहेउँ। 15 मइँ रेगिस्ताने मँ ओन लोगन क एक अउर वचन दिहेउँ कि मइँ ओनका उ प्रदेस मँ नाहीं लिआउब जेका मइँ ओनका देत रहत हउँ। उ एक सुन्नर भुइँया रहा जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत रहा। इ सबहिं देसन स जियादा सुन्नर रहा।
16 “‘इस्राएल क लोग मोरे नेमन क पालन करइ स इनकार किहन। उ पचे मोरे नेमन क अनुसरण नाहीं किहन। उ पचे मोरे विस्राम क दिनन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्व नाहीं रखतेन। उ पचे इ सबइ काम एह बरे किहन कि ओनका हिरदय ओन गन्दी देवमूरतियन क होइ चुका रहा। 17 किन्तु मोका ओन पइ करूणा आइ, एह बरे मइँ ओनका नस्ट नाहीं किहेउँ। मइँ ओनका रेगिस्ताने मँ पूरी तरह नस्ट नाहीं किहेउँ। 18 मइँ रेगिस्तान मँ ओनकर बच्चन स बातन किहेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “आपन महतारी बाप जइसे न बना। ओनकर गन्दी देवमूरतियन स आपन आप क दूसित न करा। ओनकर नेमन क अनुसरण न करा। ओनकर आदेसन क पालन क करा। 19 मइँ यहोवा हउँ। मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर हउँ। मोर नेमन क पालन करा। मोरे आदेसन क माना। उ काम करा जउन मइँ कहउँ। 20 इ प्रदर्सित करा कि मोर विस्राम क दिन तोहरे बरे महत्वपूर्ण अहइँ। याद राखा कि उ सबइ तोहरे अउर हमरे बीच विसेस प्रतीक अहइँ। मइँ यहोवा अहउँ अउर उ सबइ पवित्तर दिन इ संकेत करत हीं कि मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर अहउँ।”
21 “‘किन्तु उ सबइ बच्चन मोरे विरूद्ध होइ गएन। उ पचे मोर नेमन क पालन नाहीं किहन। उ पचे मोर आदेस नाहीं मानेन। उ पचे उ सबइ काम नाहीं किहेन जउन मइँ ओनसे कहेउँ उ सबइ नीक नेम रहेन। जदि कउनो ओनकर पालन करी तउ उ जिअब। उ पचे मोर बिस्राम क बिसेस दिनन क दूसित किहेस माना ओनकर कउनो महत्व न होइ। एह बरे मइँ ओनका रेगिस्तान मँ पूरी तरह नस्ट करइ क निहचइ किहेउँ जेहसे उ पचे मोर किरोध क पूरी सक्ति क महसूस कइ सकइँ। 22 लेकिन मइँ आपन क रोक लिहेउँ। दूसर रास्ट्रन मोका इस्राएल क मिस्र स बाहेर लिआवत देखेन। इसलिए मइँ इस्राएल क बिनास नाहीं किहेउँ एह बरे दूसर रास्ट्रन क समवन्वा मोर नाउँ अपवित्तर नाहीं होइ। 23 एह बरे मइँ रेगिस्ताने मँ ओनका एक अउर बचन दिहेउँ। मइँ ओनका अलग-अलग रास्ट्रन मँ बिखेरइ अउ दूसर अनेक देसन मँ पठवइ क प्रतिग्या किहेउँ।
24 “‘इस्राएल क लोग मोरे आदेसन क पालन नाहीं किहेन। उ पचे मोरे नेमन क मानइ स इनकार कइ दिहेन। उ पचे मोर विस्राम क दिनन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्व न रखत होइ। उ पचे आपन पुरखन क गन्दी देवमूरतियन क पूजेन। 25 एह बरे मइँ ओनका उ सबइ नेम दिहेउँ जउन नीक नाहीं रहेन। मइँ ओनका उ सबइ आदेस दिहेउँ जउन ओनका सजीव नाहीं कइ सकत रहेन। 26 मइँ ओनका आपन भेंटन स अपने आप क गन्दा बनावइ दिहेउँ। उ पचे आपन पहिलउटी क पइदा गदेला तलक क बलि चढ़ाउब सुरू कइ दिहन। इ तरह मइँ ओन लोगन क नस्ट करइ चाहेउँ। तब उ पचे समुझेन कि मइँ यहोवा अहउँ।’ 27 एह बरे मनई क पूत, अब इस्राएल क परिवार स कहा। ओनसे कहा ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह: इस्राएल क लोग मोरे खिलाफ बुरी बातन किहन अउर मोरे खिलाफ बुरी जोजनन बनाएन। 28 किन्तु मइँ एकरे होत भए भी, ओनका उ प्रदेस मँ लिआएउँ जेका देइ क बचन मइँ दिहे रहेउँ। उ पचे ओन पहाड़ियन अउर हरिअर बृच्छन क लखेन एह बरे उ पचे ओन सबहिं ठउरन पइ पूजा करइ गएन। उ पचे आपन ओन बलियन क लिहेन जउन मोका किरोधित करत ह अउर ओन सबइ ठउरन पइ चढ़ाएन। उ पचे आपन उ सबइ बलियन चढ़ाएन जउन मधुर गन्धवाली रहिन अउर उ पचे आपन पेय भेंटन ओन ठउरन पइ चढ़ाएन। 29 मइँ इस्राएल क लोगन स पूछेउँ कि उ पचे ओन ऊँच ठउरन पइ काहे जात अहइँ। एह बरे आजु तलक उ ऊँचे स्थान कहलावत हीं।’”
30 परमेस्सर कहेस, “इस्राएल क लोग ओन सबहिं बुरे कामन क किहन। एह बरे इस्राएल क लोगन स बात करा। ओनसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: तू लोग ओन कामन क कइके अपने क गन्दा बनाइ लिहा ह जेनका तोहार पुरखन किहन। तू पचे एक ठु रण्डी क नाई काम किहा ह। तू पचे ओन भयंकर देवतन क संग मोका तजि दिहा ह जेनकर पूजा तोहार पचन्क पुरखन करत रहेन। 31 तू पचे उहइ तरइ क भेंट चढ़ावत अहा। तू पचे आपन बच्चन क आगी मँ लबार देवतन क भेंट क रूप मँ डावत अहा। तू पचे अपने क आजु भी गन्दी देवमूरतियन स गन्दा बनावत अहा। का तू पचे फुरइ सोचत अहा कि मइँ तू पचन्क अपने लगे आवइ देब अउर आपन सलाह माँगइ देब? मइँ यहोवा अउर सुआमी हउँ। मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे पचन्क प्रस्नन क जवाब नाहीं देबउँ अउर तू पचन्क सलाह नाहीं देबउँ। 32 तू पचे कहत ह कि तू पचे दूसर रास्ट्रन क तरह होवइ चाहत ह अउर काठ अउ पाथर क खण्डन क पूजा करत अहा। इ नाहीं होइ चाही।’”
33 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “आपन जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे पचन्क ऊपर राजा क तरह सासन करब। मइँ आपन सक्तीसाली भुजन क उठाउब अउर तू पचन्क दण्ड देब। मइँ तोहरे पचन्क बिरूद्ध आपन किरोध परगट करब। 34 मइँ तू पचन्क एन दूसर रास्ट्रन स बाहेर लिआउब। मइँ तू लोगन क ओन रास्ट्रन मँ बिखेरेउँ। किन्तु मइँ तू लोगन क एक संग बटोरब अउर एन रास्ट्रन स वापस लउटाउब। किन्तु मइँ आपन सक्तीसाली भुजन उठाउब अउर तू पचन्क दण्ड। मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ आपन किरोध परगट करब। 35 मइँ पहिले क तरह तू पचन्क रेगिस्ताने मँ लइ चलब। किन्तु इ उ ठउर होइ जहाँ दूसर रास्ट्र रहत हीं। हम आमने-सामने खड़ा होब अउर मइँ तोहरे पचन्क संग निआउ करब। 36 मइँ तोहरे पचन्क संग वइसा ही निआउ करब जइसा मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क संग मिस्र क मरूभूमि मँ किहे रहेउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
37 “मइँ तोहका आपन भेंड़ क नाईं आपन सज़ा क छड़ी क तेल स गुजारउब। मइँ तोहका आपन करार क पालन करइ बरे मज़बूर करब। 38 मइँ ओन सबहिं लोगन क दूर करब जउन मोरे खिलाफ खड़े भएन अउर जउन मोरे खिलाफ पाप किहेन। मइँ ओन लोगन क तोहरे पचन्क जन्मभूमि स दूर करब। उ सबइ इस्राएल देस मँ कबहुँ नाहीं लउटिहीं। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”
39 इस्राएल क परिवार, अब सुना मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जदि कउनो मनई मोरे सुनइ क बजाए आपन गन्दी देवमूरतियन क पूजा करइ चाहत ह तउ ओका उहइ करइ द्या। किन्तु तू पचे प्रतिस्ठा क भविस्स मँ आपन गन्दी देवमूरतियन क भेंट देब जारी रखइ क अउर जियादा नास नाहीं कइ सकब्या।”
40 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “लोगन क मोर सेवा बरे मोर पवित्तर पर्वत इस्राएल क ऊँच पर्वत पइ आवइ चाही। इस्राएल क सारा परिवार आपन भुइँया पइ होइ उ पचे हुवाँ अपने देस मँ होइहीं। इ उ जगह अहइ जहाँ तू पचे आइ सकत ह अउर तू पचन्क उ ठउरे पइ मोका आपन भेंट चढ़ावइ आउब चाही। तू पचन्क आपन फसल क पहिला भाग हुवाँ उ ठउरे पइ लिआवइ चाही। तू पचन्क आपन सबहिं पवित्तर भेंटन हुवँइ लिआवइ चाही। 41 तब तोहार पचन्क मधुर गन्ध स मइँ खुस होबउँ। इ सबइ होइ जब मइँ तू पचन्क वापस लिआउब। मइँ तू पचन्क अलग-अलग रास्ट्रन मँ बिखेरे रहेउँ। किन्तु मइँ तू पचन्क एक संग बटोरब अउर तू पचन्क फुन स आपन बिसेस लोग बनाउब। 42 तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा अहउँ। तू पचे इ तब जनब्या जब मइँ तू पचन्क इस्राएल देस मँ वापस लिआउब। इ उहइ देस अहइ जेका मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क देइ क बचन दिहे रहेउँ। 43 तउ तू ओन सबइ बुरे करमन क याद रखब्या जेनका तू किहस ह अउर जउन तोहका दूसित कइ दिह ह। अउर तू आपन आप स ही घिना करब ओन सबइ बुरे करम जेनका तू किहस ह। 44 इस्राएल क परिवार! तू पचे बहोत बुरे काम किहा अउर तू पचे लोगन्क बुरे कामन क कारण नस्ट कइ दीन्ह जाइ चाही। किन्तु आपन नाउँ क रच्छा क बरे मइँ उ दण्ड तू लोगन क नाहीं देबउँ जेकर पात्र तू लोग अहा। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अहउँ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
45 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 46 “मनई क पूत, दक्खिन कइँती लखा। नेगव-वन क विरूद्ध कछू कहा। 47 नेगव-वन स कहा, ‘यहोवा क संदेस क सुना। मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस: धियान द्या, मइँ तू पचन्क वन मँ आगी लगावइ वाला अहउँ। आगी हर एक हरिअर बृच्छ अउ हर एक झुरान बृच्छ क नस्ट करी। जउन लपटा जरिहीं ओनका बुझावा नाहीं जाइ सकी। दक्खिन स उत्तर तलक सारा देस आगी स जराइ दीन्ह जाइ। 48 तब लोग जनिहीं कि मइँ अर्थात यहोवा आगी लगाएउँ ह। आगी बुझाई नाहीं जाइ सकी।’”
49 तब मइँ (यहेजकेल) कहेउँ, “हे मोर सुआमी यहोवा। जदि मइँ एन बातन क कहत हउँ तउ लोग कहिहीं कि मइँ ओनका सिरिफ कहानियन सुनावत हउँ। उ पचे नाहीं सोचिहीं कि इ फुरइ घटित होइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.