Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Beginning

Read the Bible from start to finish, from Genesis to Revelation.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 46-50

अलामोथ क संगत पइ संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठु पद।

परमेस्सर हमरे पराक्रम क भण्डार अहइ।
    संकट क समइ उ हमेसा मदद बरे हुवाँ होइ।
एह बरे जब धरती काँपत ह अउर जब पर्वत समुद्र मँ भहराइ लागत ह,
    हमका डर नाहीं लागत।
हम नाहीं डेराइत जब सागर उफनत अउ मटमैला होइ जात ह,
    अउर धरती अउ पहाड़ काँपइ लागत हीं।

हुआँ एक ठु नदी अहइ, जउन परम परमेस्सर क नगरी क
    आपन धारा स खुसी स भरि देत ह।
उ सहर मँ परमेस्सर अहइ, इहइ स ओकर कबहुँ पतन नाहीं होइ।
    परमेस्सर ओकर मदद भोर स पहिले ही करी।
यहोवा क गरजत ही, रास्ट्र डर स काँपि जइहीं।
    ओनकर राजधानियन क पतन होइ जात ह अउ धरती पिघल उठत ह।
सर्वसक्तिमान यहोवा हमरे संग अहइ।
    याकूब क परमेस्सर हमार सरणस्थल अहइ।

आवा ओन सक्ती स भरा कामे क लखा जेनका यहोवा करत ह।
    उ सबइ काम ही धरती पइ यहोवा क मसहूर करत हीं।
यहोवा धरती पइ होत भए कहूँ भी जुद्ध क रोक सकत ह।
    उ सबइ फउजी क धनुसन क तोड़ सकत हीं, अउ ओनके भालन क चकनाचूर कइ सकत ह, रथन क उ बारिके भसम कइ सकत ह।

10 परमेस्सर कहत ह, “सांत बना अउ जाना कि मइँ ही परमेस्सर अहउँ!
    रास्ट्रन क बीच मोर बड़कई होइ।
    धरती पइ मोर महिमा फइलि जाइ!”

11 यहोवा सर्वसक्तिमान हम पचन्क संग बा।
    याकूब क परमेस्सर हमार ढाल अहइ।

संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठू भजन।

हे सबहिं लोगो, ताली बजावा,
    अउर आनन्द मँ भरिके परमेस्सर क जय जयकार करा!
महिमा महिम यहोवा भय अउर विस्मय स भरा बाटइ।
    सारी भुइँया क उहइ महान राजा अहइ।
उ हुकूम दिहेस कि रास्ट्रन हमार नियंत्रन मँ होब
    ऍह बरे हम पचन्क ओनका हराइ दिहा ह।
हमार धरती उ हमरे बरे चुनेस ह।
    उ याकूब बरे अद्भुत धरती चुनेस जेहसे उ पिरेम करत ह।

यहोवा परमेस्सर तुरही क ध्वनि
    अउर जुद्ध क नरसिंहे क स्वर क संग ऊपर उठत ह।
परमेस्सर क गुणगान करत भए गुण गावा।
    हमरे राजा क बड़कई क गीत गावा।
    अउर ओकर जस क गीत गावा।
परमेस्सर सारी भुइँया क राजा अहइ।
    ओकर बड़कई क गीत गावा।
परमेस्सर आपन पवित्तर सिंहासन पइ बिराजत ह।
    परमेस्सर सबहिं रास्ट्रन पइ हुकूमत करत ह।
रास्ट्रन क नेता, इबाहीम क परमेस्सर क लोगन क संग मिलत हीं।
    सबहिं रास्ट्रन क नेता,
परमेस्सर क अहइँ।
    परमेस्सर ओन सबन क ऊपर अहइ।

एक ठु भजन: कोरह परिवार क एक ठु पद।

यहोवा महान अहइ।
    उ हमेसा मोर परमेस्सर क नगर मँ आपन पवित्तर पर्वत पइ बड़कई करत अहइ।
सिय्योन पर्वत असल मँ परमेस्सर क पवित्तर पर्वत बाटइ।
    इ महान राजा क नगर बाटइ।
समूचइ संसार क लोग हिआँ खुस रहत हीं
    काहेकि इ प्रसन्नता क सिखर पइ अहइँ।[a]
उ सहर क महलन मँ,
    परमेस्सर क सरणस्थल क नाउँ स जाना जात ह।
एक दाई कछू राजा आपुस मँ आइके मिलेन
    अउर उ पचे इ सहर पइ हमला करइ क कुचक्र रचेन।
सबहिं एक अउटिके चढ़ाई बरे अगवा बढ़ेन।
    राजा क लखिके उ सबइ सबहिं चकित भएन।
    ओनमाँ भगदड़ मची अउ उ सबइ सबहिं पराइ गएन।
ओनका डर दहबोच लिहस,
    उ सबइ डर स काँपि उठेन।
प्रचण्ड पुरवइया हवा
    ओनके जहाजन क चकनाचूर कइ दिहस।
हाँ, हम पचे तोहार प्रबलता क कहानी सुना ह।
    अउर हम पचे तउ ऍका सर्वसक्तिमान यहोवा क सहर मँ हमरे परमेस्सर क सहर मँ घटत भए भी लखा।
यहोवा उ सहर क हमेसा बरे सुदृढ़ बनाएस ह।

हे परमेस्सर, हम तोहरे मन्दिर मँ तोहरी पिरेम स भरी करुणा पइ विचार करित ह।
10 हे परमेस्सर, तू मसहूर अहा,
    लोग धरती पइ हर कहूँ तोहार स्तुति करत हीं।
    हर मनई जानत ह कि तू केतॅना भला अहा।
11 हे परमेस्सर, तोहरे उचित निआउ क कारण सिय्योन पर्वत खुस अहइ।
    अउर यहूदा क नगरियन आनन्द मनावत अहइँ।
12 सिय्योन क परिक्रमा करा।
    नगरी क दर्सन करा।
    तू मीनारन क लखा।
13 ऊँच चहरदीवारन क लखा।
    सिय्योन क महलन क सराहा,
    तबहिं तू आवइवाली पीढ़ी स ऍकर बखान कइ सकब्या।
14 सचमुच हमार परमेस्सर सदा सदा ही परमेस्सर रही।
    उ हमका सदा ही राह देखाई।
    ओकर कबहुँ भी अंत नाहीं होई।

कोरह क संतानन क संगीत निदेर्सक बरे एक ठु पद।

अलग-अलग देसन क निवासियो, इ सुना।
    धरती क वासियो इ सुना।
    सुना अरे दीन लोगो, अरे धनिको सुना।
मइँ तू पचन्क गियान
    अउ विवेक क बातन बतावत हउँ।
मइँ सबइ कथा सुनेउँ ह,
    मइँ अब उ सबइ कथा तू पचन्क आपन वीणा पइ सुनाउब।

अइसा कउनो कारण नाहीं जउन मइँ कउनो भी बिनास स डेराइ जाउँ।
    अगर लोग मोका घेरइँ अउ फँदा फइलावइँ, मोका डेराइ क कउनो कारण नाहीं।
उ सबइ लोग मूरख अहइँ जेनका आपन निज सक्ति
    अउ आपन धन पइ भरोसा अहइ।
कउनो मानव मीत ओनका छोड़ा नाहीं सकत।
    कउनो मनई परमेस्सर क रिसवत दइके बिना सज़ा क जाई देइ नाहीं सकत।
कउनो मनई क लगे ऍतना धन नाहीं होई कि जेहसे
    उ खुद आपन निज जिन्नगी मोल लइ सकइ।
कउनो मनई क लगे
    ऍतना धन नाहीं होइ सकत
    कि उ आपन देह कब्र मँ सड़इ स बचाइ सकइ।
10 लखा, बुद्धिमान जन, बुद्धिहीन जन अउ पाथर जइसा मूरख जन एक जइसे मरि जात हीं,
    अउर ओनकर सारा धन दूसर लोगन क हाथे मँ चला जात ह।
11 कब्र सदा ही बरे हर कउनो क घर बनी,
    एकर कउनो अरथ नाहीं कि उ पचे केतनी भुइँया क सुआमी रहेन।
12 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
    सबहिं लोग गोरूअन क तरह मर जात हीं।
13 मूरख लोगन बरे इहइ होत ह।
    इ ओनकर भाग्य अहइ अउर ओकरे संतानन क भाग्य जउन ओकरे जइसा इच्छा रखत ह।
14 सबहिं लोग भेड़ी जइसेन बाटेन।
    कब्र ओनकर बरे बाड़ा बन जाइ।
मउत ओनके चरवाहा बनी।
    ओनकर काया छीन होइ जाइ
    अउर उ पचे कब्र मँ सड़ गल जइहीं।

15 मुला यहोवा मोर मूल्य चुकाई अउर मोका कब्र स बचाइ।
    काहेकि उ मोका आपन संग लेब।

16 धनवानन स जिन डेराअ कि उ पचे धनी अहइँ।
    लोगन स ओनकर धन दौलत स भरा घरन क लखिके जिन डेराअ।
17 उ सबइ लोग जब मरिहीं कछू भी संग न लइ जाइ जइहीं।
    ओन सुन्नर वस्तुअन मँ स कछू भी न लई जाइ पइहीं।
18 लोगन क चाही कि उ सबइ जब तलक जिअत रइहीं परमेस्सर क स्तुति करइँ।
    जब परमेस्सर ओनके संग भलाई करइ, तउ लोगन क ओकर स्तुति करइ चाही।
19 मनइयन बरे एक अइसा समइ आइ जब उ पचे आपन पुरखन क संग मिल जइहीं।
    फिर उ पचे कबहुँ दिन क प्रकास नाहीं लखि पइहीं।
20 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
    सबहिं लोग गोरुअन क नाईं मरत हीं।

आसाफ क भक्ति गीतन मँ स एक ठु पद।

देवतन क देवता यहोवा कहेस ह।
    पूरब स पच्छिम तलक धरती क सब मनइयन क उ बोलाएस।
सिय्योन स परमेस्सर क सुन्नरता प्रकासित होत बाटइ।
हमार परमेस्सर आवत अहइ, अउर उ चुप नाहीं रही।
    ओकरे समन्वा बरत ज्वाला बा,
    ओका एक ठु बड़का तूफान घेरे बाटइ।
हमार परमेस्सर आकास अउ धरती क गोहराइके
    आपन निजी लोगन क निआउ करइ बोलावत ह।
“मोर मनवइयो, मोरे लगे बटुरा।
    मोर उपासको आवा हम आपुस मँ एक ठु करार किहे अही।”

परमेस्सर निआउ क जज अहइ
    अकास ओकरी धार्मिक भावना क घोसणा करत ह।

परमेस्सर कहत ह, “सुना मोरे भक्तो!
    इस्राएल क लोगो, मइँ तू पचन्क खिलाफ साच्छी देबउँ।
    मइँ परमेस्सर हउँ, तोहार परमेस्सर।
मोका तोहरी बलियन स सिकाइत नाहीं।
    इस्राएल क लोगो, तू पचे सदा होम बलियन मोका चढ़ावत रहा।
    तू पचे हर रोज अर्पित करा।
मइँ तोहरे घरे स कउनो बर्धा नाहीं लेब।
    मइँ तोहरे गोरू घरे स कउनो बोकरा नाहीं लेब।
10 मोका तोहरे ओन गोरुअन क जरूरत नाहीं।
    मइँ ही तउ वन क सबहिं गोरुअन क सुआमी हउँ।
    हजारन पहाड़न पइ जउन गोरू विचरत हीं, ओन सबन क मइँ सुआमी हउँ।
11 जिन चिरइयन क बसेरा सब स ऊँच पहाड़ पइ अहइ, ओन सबन क मइँ जानत हउँ।
    अचलन पइ जउन सचल अहइँ उ सबइ सब मोरे ही अहइँ।
12 मइँ भुखान नाहीं हउँ, अगर मइँ भूखा होतउँ, तउ भी तू पचन्स मोका भोजन नाहीं माँगइ क पड़त।
    मइँ जगत क सुआमी हउँ अउर ओकर भी हर चीज जउन इ जगत मँ बाटइ।
13 मइँ बर्धा क गोस नाहीं खावा करत हउँ।
    बोकरन क खून नाहीं पिअत हउँ।”

14 फुरइ जउन बलि क परमेस्सर क प्रसन्न करत ह धन्यवाद क भेंटन होइ
    अउर उ प्रतिग्या क पूरा करत ह जउन तू सर्वोच्च परमेस्सर क समन्वा किहे रह्या।
15 परमेस्सर कहत ह, “मोका पुकारा जब तू मुसीबत मँ रह्या,
    मइँ तू पचन्क खतरा स निकारब, अउर तब तू पचे मोर मान कइ सकब्या।”

16 दुट्ठ लोगन स परमेस्सर कहत ह,
    “तू पचे मोर व्यवस्था क बातन करत अहा,
    तू पचे मोरे करार क भी बातन करत अहा।
17 फुन जब मइँ तू पचन्न्क सुधारत हउँ, तब भला तू पचे मोसे बैर काहे करत अहा?।
    तू पचे ओन बातन क उपेच्छा काहे करत अहा जेनका मइँ तू पचन्क बतावत हउँ?
18 तू पचे चोर क लखिके ओसे मिलइ बरे दौड़ जात अहा।
    तू पचे ओनके संग बिछउना मँ कूद पड़त अहा जउन बिभिचार करत हीं।
19 तू पचे बुरा वचन अउ झूठ बोलत अहा।
20 तू पचे दूसर लोगन क हिआँ तलक कि
    आपन भाइयन क निन्दा करत अहा।
21 तू पचे बुरा करम करत अहा, अउर तू सोचत अहा मोका चुप रहइ चाही।
    तू कछू नाहीं कहत अहा अउर सोचत अहा कि मोका चुप रहइ चाही।
लखा, मइँ चुप नाहीं रहब, तोहका स्पस्ट कइ देब।
    तोहरे ही मुँहे पइ तोहार दोख बताउब।
22 तू लोग परमेस्सर क बिसरि गवा अहा।
    एकरे पहिले कि मइँ तोहका चीर डावउँ,
अच्छी तरह समुझ ल्या।
    जब वइसा होइ कउनो भी मनई तू पचन्क बचाइ नाहीं पाई।
23 अगर कउनो मनई स्तुति अउ धन्यवादन क बलि चढ़ावइ, तउ उ सचमुच मोर मान करी।
    अगर कउनो मनई आपन जिन्नगी बदल डावइ तउ ओका मइँ परमेस्सर क सक्ति देखाँउब जउन बचावत हीं।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.