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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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भजन संहिता 32-35

दाऊद क एक गीत।

धन्न अहइ उ जेकर पाप छमा भएन।
    धन्न अहइ उ जन
    जेकर पाप धुल गएन।
उ पचे कइसे धन्य अहइँ
    जेका यहोवा दोखी नाहीं समुझत ह।
    उ जन जउन आपन गुप्त पापन क छुपावइ क जतन न करइ आसीसित होइहीं।

हे परमेस्सर, मइँ तोहसे बार बार बिनती किहेउँ,
    मुला आपन छुपा पाप तोहका नाहीं बताएउँ।
    जेतनी दाई मइँ तोहार बिनती किहेउँ मइँ तउ अउर जियादा दुर्बल होत चला गएउँ।
हे परमेस्सर, तू मोर जिन्नगी दिन रात कठिन स जियादा कठिन बनाइ दिहा।
    मोर ताकत अइसा झुराइ गवा अहइ जइसा गर्मी क मोसम क ताप झुलसाइ दिहे अहइ।

मुला फिर मइँ यहोवा क समच्छ आपन सबहिं पापन क मानइ क निहचय कइ लिहे हउँ।
    हे यहोवा, मइँ तोहका आपन पाप बताइ दिहेउँ।
    मइँ आपन कउनो अपराध तोहसे नाहीं छुपाएउँ।
    अउर तू मोरे पापन क दोख छिमा कइ दिहा।

एह बरे, परमेस्सर, तोहरे भगतन क तोहार बिनती करइ चाही।
    हिआँ तलक कि जब विपत्ति जल प्रलय स उमड़इ तब भी तोहरे भगतन क तोहार बिनती करइ चाही।
हे परमेस्सर, तू मोर रच्छा क ढाल अहा तू मोका मोरी बिपत्तियन स उबारत अहा।
    तू मोका सुरच्छा क गीत स घेरि लिहा ह।
तउ एह बरे मइँ, जइसे तू रच्छा किहा ह,
    ओनही बातन क गीत गावा करत हउँ।

यहोवा कहत ह, “मइँ तोहका जइसे चलइ चाही सिखाउब
    अउर तोहका उ राह देखाउब।
    मइँ तोहार रच्छा करब अउर मइँ तोहार अगुआ बनब।
तउ तू घोड़न या गदहन स बुद्धिहीन जिन बना।
    ओन पसुअन क तउ मुखरी अउ लगाम स चलावा जात ह।
    अगर तू ओनका लगाम या रास नाहीं लगउब्या, तउ उ सबइ पसु निअरे नाहीं अइहीं।”

10 दुर्जनन क बहोत स पीड़ा घेरिहीं।
    मुला ओन लोगन क जेनका यहोवा पइ भरोसा अहइ, यहोवा क सच्चा पिरेम ढाक लेइ।
11 सज्जन तउ यहोवा मँ सदा मगन अउ आनन्दित रहत हीं।
    अरे ओ लोगो, तू सब पवित्तर मन क साथ आनन्द मनउब्या।

हे सज्जन लोगो, यहोवा मँ आनन्द मनावा!
    सज्जनो सत मनइयो, ओकर स्तुति करा।
वीणा बजावा अउर ओकर स्तुति करा।
    यहोवा बरे दस तार वाले सारंगी बजावा।
अब ओकरे बरे नवा गीत गावा।
    खुसी क धुन सुन्दरता स बजावा!
परमेस्सर क वचन सत्य अहइ।
    जउन भी उ करत ह ओकर तू पचे भरोसा कइ सकत ह।
नेकी अउ निस्पच्छता परमेस्सर क भावत ह।
    यहोवा आपन खुद क करुणा स इ धरती क भरि दिहेस।
यहोवा आदेस दिहस अउ सृस्टि फउरन पइदा होइ गइ।
    परमेस्सर क साँस स धरती पइ हर चीज बनी।
परमेस्सर सागर मँ एक ही जगहिया पइ जल बटोरेस।
    उ सागर क आपन जगह पइ रखत ह।
धरती क हर मनई क यहोवा क आदर करइ अउ डेराइ चाही।
    इ संसार मँ जउन भी मनई बसा अहइँ, ओनका चाही कि उ पचे ओसे डेराइँ।
काहेकि परमेस्सर क सिरिफ बात भइ कहब अहइ, अउर उ बात तुरंत घटि जात ह।
    अगर उ कउनो क “रुकइ” क आदेस देइ, तउ उ तुरंत थम जात ह।
10 परमेस्सर चाहइ तउ सबहिं सुझाव बिअर्थ करइ।
    उ कउनो भी मनई क सब कुचक्रन क बिअर्थ कइ सकत ह।
11 मुला यहोवा क उपदेस सदा ही खरे होत हीं।
    ओकर सब जोजना पीढ़ी दर पीढ़ी खरी होत हीं।
12 धन्न अहइँ उ सबइ मनई जेनकर परमेस्सर यहोवा अहइ।
    परमेस्सर ओनका आपन ही मनई होइ क चुनेस ह।
13 यहोवा सरग स खाली लखत रहत ह।
    उ सबहिं लोगन क लखत रहत ह।
14 उ ऊपर ऊँचे पइ बनाए भए आसन स
    धरती पइ रहइवाले सब मनइयन क लखत रहत ह।
15 परमेस्सर हर कउनो क मन रचेस ह।
    तउ कउनो का सोचत अहइ उ समुझत ह।
16 राजा क रच्छा ओकरे बड़की सक्ती स नाहीं होत ह,
    अउर कउनो सिपाही आपन निज सक्ती स सुरच्छित नाहीं रहत।
17 जुद्ध मँ फुरइ अस्वबल नाहीं जितावत।
    सचमुच तू ओकरी सक्ती स नाहीं बचि सकत्या।
18 जउन लोग यहोवा क अनुसरण करत हीं, ओनका यहोवा लखत ह अउ रखवारी करत ह।
    जउन मनई ओकर आराधना करत हीं, ओनका ओकर महान पिरेम बचावत ह।
19 परमेस्सर ओन लोगन क मउत स बचावत ह।
    उ सबइ जब भुखान होतेन तब उ ओनका सक्ती देत ह।
20 एह बरे हम यहोवा क बाट जोहब।
    उ हमार मदद अउर हमार ढाल अहइ।
21 परमेस्सर मोका आनन्दित करत ह।
    मोका फुरइ ओकरे पवित्तर नाउँ पइ भरोसा अहइ।
22 हे यहोवा, हम सचमुच तोहार आराधना करित ह।
    तउ तू हम पइ आपन महान पिरेम देखावा।

जब दाऊद अबीमेलेक क समन्वा पागल होइ क देखाँवा किहस। जेहसे अबीमेलेक ओका भगाइ देइ, इ प्रकार दाऊद ओका तजिके चला गवा। उहइ अवसर पइ दाऊद क एक ठु पद।

मइँ यहोवा क सदा धन्न कहब।
    मोरे ओंठन पइ सदा ओकर स्तुति अहइ।
हे नम्र लोगो! सुना अउ खुस होइ जा।
    मोर सेखी यहोवा क बारे मँ अहइ।
मोरे संग यहोवा क गरिमा क गुणगान करा।
    आवा, हम एक साथ घोसना करी कि उ केतॅना अच्छा अहइ।
मइँ परमेस्सर क लगे मदद माँगइ गएउँ, उ मोर सुनेस।
    उ मोका ओन सबहिं बातन स बचाएस जेनसे मइँ डेरात हउँ।
गरीब लोग ओकरे कइँती मदद बरे लखत हीं।
    ओनकर फीका चेहरन खुसी स गाइ उठेन
    काहेकि उ ओनका उत्तर दिहस।
इ दीन जन यहोवा क मदद बरे पुकारेस,
    अउर यहोवा मोर सुनि लिहस।
    अउर उ सब विपत्तियन स मोर रच्छा किहस।
यहोवा क दूत ओकरे भगत जनन क चारिहुँ कइँती डेरा डाए रहत ह।
    अउर यहोवा क दूत ओन लोगन क रच्छा करत ह।
चखा अउर समझा कि यहोवा केतॅना भला बाटइ।
    उ मनई जउन यहोवा क भरोसे अहइ फुरइ खुस रही।
यहोवा क पवित्तर जन क ओकर आराधना करइ चाही।
    यहोवा क भगतन बरे कउनो दूसर सुरच्छित ठउर नाहीं बा।
10 आजु जउन बरिआर अहइँ दुर्बल अउ भूखा होइ जइहीं।
    मुला जउन परमेस्सर क सरण आवत हीं उ सबइ लोग हर उत्तिम वस्तु पइहीं।
11 हे बालको, मोर सुना,
    अउर मइँ तू पचन्क सिखाउब कि यहोवा क सेवा कइसे करइँ।
12 अगर कउनो मनई जिन्नगी स पिरेम करत ह,
    अउर बढ़िया अउ बड़की जिन्नगी क जिअइ चाहत ह
13 तउ उ मनई क बुरा नाहीं बोलइ चाही,
    उ मनई क झूठ नाहीं बोलइ चाही।
14 बुरा काम जिन करा, नेक काम करत रहा।
    सान्ति क कारज करा, सान्ति क प्रयास मँ जुटा रहा जब तलक ओका पाइ न ल्या।
15 यहोवा सज्जन लोगन क रच्छा करत ह।
    ओनकर पराथनन पइ उ कान देत ह।
16 मुला यहोवा, जउन बुरा करम करत हीं, अइसे मनइयन क खिलाफ होत ह।
    एह बरे उ लोग मरइ क पाछे बिसरि दीन्ह जाइहीं।

17 यहोवा स बिनती करा, उ तोहार सुनी।
    उ तू पचन्क तोहरी सबहिं मुसीबतन स बचाइ लेइ।
18 लोगन पइ मुसीबत आइ सकत हीं अउर उ पचे अभिमानी होब तजि देत हीं।
    यहोवा ओन लोगन क निअरे रहत ह।
    जेनकर टूटा मन अहइँ ओनका उ बचाइ लेइ।
19 होइ सकत ह सज्जन भी बिपदन मँ घिर जाइँ।
    मुला यहोवा ओन सज्जन लोगन क ओनकर हर समस्या स रच्छा करी।
20 यहोवा ओनकइ सब हाड़न क रच्छा करी।
    ओनकर एक भी हाड़ नाहीं टूटी।
21 दुट्ठता दुटठ लोगन बरे मउत लावत ह।
    सज्जन क विरोधी नस्ट होइ जइहीं।
22 यहोवा आपन हर दास क आतिमा बचावत ह।
    जउन लोग ओह पइ भरोसा रखत हीं, उ ओन लोगन क नस्ट नाहीं होइ देइ।

दाऊद क समर्पित।

हे यहोवा, मोरे मुकदमन क लड़ा।
    मोरे जुद्धन क लड़ा।
हे यहोवा, कवच अउ ढार धारण करा,
    खड़ा ह्वा अउ मोर रच्छा करा।
बरछी अउ भाला उठावा,
    अउर जउन मोरे पाछे पड़ा अहइँ ओनसे जुद्ध करा।
हे यहोवा, मोरी आतिमा स कहा, “मइँ तोहार उद्धार करब।”

कछू लोग मोका मारइ पाछे पड़ा अहइँ।
    ओनका निरास अउ लज्जित करा।
    ओनका मोड़ द्या अउ ओनका भगाइ द्या।
मोका नस्कान पहोंचावइ क कुचक्र जउन रचत अहइँ
    ओनका असमंजस मँ डाइ द्या।
तू ओनका अइसा भूसा स बनाइ द्या, जेका हवा उड़ाइ लइ जात ह।
    ओनके संग अइसा होइ द्या कि, ओनके पाछे यहोवा क दूत पड़इँ।
हे यहोवा, ओनकर राह अँधियारी अउ फिसल जाइवाली होइ जाइ।
    यहोवा क दूत ओनकइ पाछे पड़इँ।
उ पचे बिना कारण मोर बरे फंदा लगाएस ह।
    उ पचे बिना कारण मोका फँसावा चाहत हीं।
तउ, हे यहोवा, अइसे लोगन क ओनकर आपन ही जालि मँ गिरइ द्या।
    ओनका आपन ही फंदन मँ पड़इ द्या।
    अउर कउनो न मालूम भवा खतरा ओन पइ पड़द द्या।
फुन तउ यहोवा मइँ तोहे मँ आनन्द मनाउब।
    यहोवा क संरच्छण मँ मइँ प्रसन्न होब।
10 मइँ आपन पूरे मन स कहब, “हे यहोवा, तोहरे समान कउनो नाहीं अहइ।
    तू सबलन स दुर्बलन क बचावत ह।
जउन लोग सक्तीवाला होत हीं,
    ओनसे तू चिजियन क छोर लेत अहा अउर दीन अउ बेसहारा लोगन क देत ह।”
11 एक लबार साच्छी दल मोका दुःख देइ बरे कुचक्र रचत अहइ।
    उ पचे मोह पइ अपराधन क इलज़ाम लगवात ह जेकरे बरे मइँ जानत ही नाहीं हउँ।
12 मइँ तउ बस भलाई ही भलाई किहेउँ ह।
    मुला उ पचे मोसे बुराई करिहीं।
    हे यहोवा, मोका उ उत्तिम फल द्या जउन मोका मिलइ चाही।
13 ओन पइ जब दुःख पड़ा, ओनके बरे मइँ दुःख भएउँ।
    मइँ खइया क तजिके आपन दुःख परगट किहेउँ।
    (जउन मइँ ओनके बरे पराथना किहेउँ, का मोका इहइ मिलइ चाही?)
14 ओन लोगन बरे मइँ सोक वस्त्र धारण किहेउँ।
मइँ ओन लोगन क संग मीत वरन भाई जइसा बेउहार किहेउँ।
    मइँ उ रोवत मनई जइसा दुःखी भएउँ, जेकर महतारी मरि गइ होइ।
    अइसे लोगन स सोक परगट करइ बरे मइँ करिआ वस्त्र पहिर लिहेउँ।
    मइँ दुःखे मँ बूड़ेउँ अउर मूँड़ निहुराइके चलेउँ।
15 मुला जब मोसे कउनो एक चूक होइ गइ, उ सबइ लोग मोर खिल्ली उड़ाएन।
    उ सबइ लोग फुरइ मोर मीत नाहीं रहेन।
मइँ ओन लोगन क जानत तउ नाहीं।
    उ पचे मोका घेरि लिहन अउर मोह पइ प्रहार किहन।
16 उ पचे मोह पइ दुर्जनता क संग मसखरी किहन
    अउ उ पचे मोह पइ दाँत पीसेन।

17 मोर सुआमी, तू कब तलक इ सब बुरा होत लखब्या? इ सबइ लोग मोका नास करइ क जतन करत अहइँ।
    हे यहोवा, मोर प्राण बचाइ ल्या।
    मोरी पियारी जिन्नगी क रच्छा करा।
    उ सबइ सिंह जइसा बन गवा अहइँ।

18 हे यहोवा, मइँ महासभा मँ तोहार स्तुति करब।
    मइँ बरिआर लोगन क संग रहत भए तोहार जस बखानब।
19 मोर लबार सत्रु हँसत नाहीं रहिहीं।
    फुरइ मोर दुस्मन आपन छुपी भइ
    जोजना बरे सजा पइहीं।
20 मोर दुस्मन सचमुच सान्ति क जोजनन क नाहीं रचतेन।
    उ पचे इ देस क सान्ति प्रिय लोगन क खिलाफत मँ छुप हुपिके बुरा करइ क कुचक्र रचत अहइँ।
21 मोर दुस्मन मोरे बरे बुरी बातन क कहत अहइँ।
    उ सबइ झूठ बोलत भए कहत अहइँ, “अहा!
    हम सबइ जानत अही तू का करत अहा!”
22 हे यहोवा, तू सचमुच लखत अहा कि का कछू घटत बाटइ।
    तउ तू जिन छुपा रहा,
    मोका जिन तजा।
23 हे यहोवा, जागा!
    मोका रच्छा बरे तइयार होइ जा!
    मोरे परमेस्सर यहोवा मोर लड़ाई लड़ा, अउर मोर निआउ करा।
24 हे मोरे परमेस्सर यहोवा, आपन बगइर पच्छ लिहे मोर निआउ करा,
    तू ओन लोगन क मोह पइ हँसइ जिन द्या।
25 ओन लोगन क अइसा जिन कहइ द्या,
“अहा! हमका जउन चाही रहा ओका पाइ लीन्ह!”
    हे यहोवा, ओनका जिन कहइ द्या, “हम ओका बरबाद कइ दीन्ह।”
26 मइँ आसा करत हउँ कि मोर दुस्मन निरास अउ लज्जित होइहीं।
    उ सबइ लोग खुस रहेन जब मोरे संग बुरी बातन घटत रहिन।
उ सबइ सोचा करतेन कि उ सबइ मोसे स्रेस्ठ अहइँ!
    तउ अइसे लोगन क लाज मँ बूड़ि जाइ द्या।
27 ओन लोगन क जउन मोका निर्दोख घोसित करइ चाहत ह,
    खुसी अउ आनन्दित होइ द्या।
उ पचन क हमेसा कहइ द्या, “यहोवा महान बा!
    उ आपन सेवक क अच्छाई चाहत ह।”

28 तउ, हे यहोवा, मइँ लोगन क तोहार अच्छाई बताउब।
    हर दिन, मइँ तोहार स्तुति करब।

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