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Read the Bible from start to finish, from Genesis to Revelation.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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1 राजा 18-20

एलिय्याह अउ बाल क नबी

18 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।

उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा। एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। (ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस।) राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” हर एक मनई देस क एक ठु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।”

तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।”

15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।”

16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा।

17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?”

18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा। 19 अब सारे इस्राएलियन क कर्म्मेल पर्वते पइ मोहसे भेंटइ क कहा। उ ठउरे पइ बाल क चार सौ पचास नबियन क भी लिआवा अउर लबार देबी असेरा क चार सौ नबियन क लिआवा। रानी ईज़ेबेल ओन नबियन क समर्थन करत ह।”

20 एह बरे अहाब सबहिं इस्राएलियन अउर ओन नबियन क कर्म्मेल पर्वते पइ बोलाएस। 21 एलिय्याह सबहिं लोगन क लगे आवा। उ कहेस, “आप लोग कब निर्णय करिहीं कि आप क केकर अनुरसण करब अहइ? जदि यहोवा सच्चा परमेस्सर अहइ तउ आप लोगन क ओकर अनुयायी होइ चाही। किन्तु जदि बाल फुरइ परमेस्सर अहइ तउ तोहका ओकर अनुयायी होइ चाही।”

उ पचे कछू भी नाहीं कहेन। 22 एह बरे एलिय्याह कहेस, “मइ हिआँ यहोवा क एकमात्र नबी हउँ। मइँ अकेला हउँ। किन्तु हिआँ बाल क चार सौ पचास नबी अहइँ। 23 एह बरे दुइ ठु बर्धा लिआवा। बाल क नबी क एक ठु बर्धा लेइ द्या। ओनका ओका मारइ द्या अउर ओकर टूकन करइ द्या अउर तब ओनका, मास क लकड़ी पइ धरइ द्या। किन्तु उ पचे आगी लगाउब सुरु न करइँ। तब मइँ उहइ काम दूसरे बर्धा क लइके करब अउर मइँ आगी लगाउब सुरु नाहीं करब। 24 बाल क नबी! बाल स पराथना करिहीं अउर मइँ यहोवा स पराथना करब। जउन ईस्सर पराथना क अंगीकार करइ अउर अपने काठे क बारब सुरु कइ देइ, उहइ सच्चा परमेस्सर अहइ।”

सबहिं लोग अंगीकार किहेन कि इ उचित बिचार अहइ।

25 तब एलिय्याह बाल का नबियन स कहेस, “तू बड़की गनती मँ अहा। एह बरे तू लोग पहल करा। एक ठु बर्धा क चुना अउर ओका तइयार करा। आपन देवता क समन्वा पूजा किहेस किन्तु आगी लगाउब सुरु जिन करा।”

26 एह बरे नबियन उ बर्धा क लिहन जउन ओनका दीन्ह गवा। उ पचे ओकर तइयार किहन। उ पचे दुपहर तलक बाल स पराथना किहन। उ पचे पराथना किहन, “बाल, कृपा कइके हम क जवाब द्या।” किन्तु कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो कउन जवाब नाहीं दिहस। नबी उ वेदी क चारिहुँ कइँती नाचत रहेन जेका उ पचे बनाए रहेन। किन्तु आगी फुन भी नाहीं लागी।

27 दुपहरे क एलिय्याह ओनकर मसखरी उड़ाउब सुरु किहेस। एलिय्याह कहेस, “जदि बाल फुरइ देवता अहइ तउ सायद तोहका अउर जियादा जोर स पराथना करइ चाही। सायद उ सोचत रहा होइ या सायद उ बहोत व्यस्त होइ, या सायद उ कउनो जात्रा पइ निकरि गवा होइ। उ सोवत रहि सकत ह। सायद तू लोग अउर जियादा जोर स पराथना करा अउर जगावा।” 28 उ पचे अउर जोर स पराथना किहन। उ पचे अपने क तरवार अउर भालन स काटेन-छेदेन। (इ ओनकर पूजा क पद्धति रही) उ पचे अपने क ऍतना काटेन कि ओनके ऊपर खून बहइ लाग। 29 तीसर पहर बीत गवा। किन्तु तब तलक आगी नाहीं लागी। नबी साँझ क बलि-भेंट क समइ तलक लगातार गवाँरू भविस्साबाणी करत रहेन। किन्तु तब तलक भी बाल कउनो जवाब नाहीं दिहस। कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो भी नाहीं सुनत रहा।

30 तब एलिय्याह सबहिं लोगन स कहेस, “अब मोरे लगे आवा।” एह बरे सबहिं लोग एलिय्याह क चारिहुँ कइँती बटुर गएन। यहोवा क वेदी उखाड़ दीन्ह गइ। एह बरे एलिय्याह एका जमाएस। 31 एलिय्याह बारह पाथर प्राप्त किहस। हर एक बारह परिवार समूहन बरे एक ठु पाथर रहा। एन बारह परिवार समूहन क नाउँ याकूब जेका यहोवा इस्राएल नाउँ दिह रहा, क बारह पूतन क नाउँ पइ रहेन। 32 एलिय्याह ओन पाथरन क उपयोग यहोवा क सम्मान देइ क बरे वेदी क निर्माण मँ किहस। एलिय्याह वेदी क चारिहुँ कइँती एक ठु नान्ह खाईं खोदेस। इ ऍतनी चौड़ी अउर एतनी गहिर रही कि एहमाँ लगभग सात गैलन पानी आइ सकइ। 33 तब एलिय्याह वेदी पइ काठ धरेस। उ बर्धा क टूकन मँ काटेस। उ टूकन क काठन पइ धरेस। 34 तब एलिय्याह कहेस, “चार गगरियन क पानी स भरा। पानी क मास क टूकन अउ काठन पइ डावा।” तब एलिय्याह कहेस, “इहइ फुन करा।” तब उ कहेस, “एका तीसरी दाईं कर।” 35 पानी वेदी स बाहेर बहा अउर ओहसे खाईं भर गइ।

36 इ तीसर पहर क बलि भेंट क समइ रहा। एह बरे एलिय्याह नबी वेदी क लगे गवा अउर पराथना किहस, “हे यहोवा, इब्राहीम, इसहाक अउ इस्राएल क परमेस्सर, मइँ तोहसे याचना करत हुउँ कि तू प्रमाणित करा कि तू इस्राएल क परमेस्सर अहा अउर प्रमाणित करा कि मइँ तोहार सेवक अहउँ। एन लोगन दिखाइ द्या कि तू इ सब करइ क मोका आदेस दिहा ह। 37 यहोवा मोर पराथना क जवाब दया। एन लोगन क जानइ द्या कि हे यहोवा, तू असल मँ परमेस्सर अहा। तब लोग समुझिहीं कि तू ओनका अपने लगे वापस लिआवत अहा।”

38 एह बरे यहोवा खाले आगी पठएस। आगी बलि, काठ, पाथरन अउ वेदी क चारिहुँ कइँती क भुइँया क बार दिहस। आगी खाईं क समूचा पानी भी झुराइ दिहस। 39 सबहिं लोग इ होत लखेन। लोग भुईंया पइ प्रणाम करइ निहुरेन अउर कहइ लोगन, “यहोवा परमेस्सर अहइ। यहोवा परमेस्सर अहइ।”

40 तब एलिय्याह कहेस, “बाल क नबियन क धइ ल्या। ओनमाँ स कउनो क बच निकरइ न द्या।” एह बरे लोग सबहिं नबियन क धरेन। तब एलिय्याह ओन सबहिं किसोन नाले तलक लइ गवा। उ जगह पइ उ सबहिं नबियन क मार डाएस।

बर्खा फुन होत ह

41 तब एलिय्याह राजा अहाब स कहेस, “अब जा, खा अउर पिआ। एक घनघोर बर्खा आवति अहइ।” 42 एह बरे राजा अहाब भोजन करइ गवा। उहइ समइ एलिय्याह कर्म्मेल पवते क चोटी पइ चढ़ा। पर्वत क चोटी पइ एलिय्याह प्रणाम करइ निहुरा। उ अपने मूँड़ क अपने घुटरुअन क बीच रखेस। 43 तब एलिय्याह अपने सेवक स कहेस, “समुद्र कइँती लखा।”

सेवक उ जगह तलक गवा जहाँ स उ समुदर क लख सकइ। तब सेवक लउटिके आवा अउर उ कहेस, “मइँ कछू नाहीं लखेउँ।” एलिय्याह ओका फुन जाइ अउर लखइ क कहेस। इ सात दाईं भवा। 44 सातवीं दाईं सेवक लउटके आवा अउर उ कहेस, “मइँ एक नान्ह बादर मनई क मूठी क बराबर लखेउँ ह। बादर समुदर स आवत रहा।”

एलिय्याह सेवक स कहेस, “राजा, अहाब क लगे जा अउर ओहसे कहा कि उ आपन रथ तइयार कइ लेइ अउर अब घर वापस जाइ। जदि उ अबहिं नाहीं जाइ तउ बर्खा ओका रोक लेइ।”

45 थोड़े समइ क पाछे अकास काले मेघन स ढक गवा। तेज हवा चलइ लागिन अउर घनघोर बर्खा होइ लाग। अहाब अपने रथे मँ बइठा अउर यिज़्रेल क वापस जात्रा करब सुरु किहेस। 46 एलिय्याह क भीतर यहोवा क ताकत आइ। एलिय्याह अपने ओढ़नन क अपने चारिहुँ कइती कसेस, जेहसे उ दउड़ सकइ। तब एलिय्याह यिज्रेल तलक क पूरे मारग पइ राजा अहाब स अगवा दउड़त रहा।

सिनाइ पर्वत पइ एलिय्याह

19 राजा अहाब ईज़ेबेल क उ सबइ बातन बताएस जउन एलिय्याह कहेस। अहाब ओका बताएस कि एलिय्याह कइसे सबहिं नबियन क एक ही तरवार स मउत क घाट उतारेस। एह बरे ईज़ेबेल एलिय्याह क लगे एक ठु दूत पठएस। ईज़ेबेल कहेस, “मइँ प्रतिग्या करति हउँ कि काल्ह इ समइ स पहिले मइँ तोहका वइसे ही मारब जइसे तू नबियन क मार्या ह। जदि मइँ सफल नाहीं होतिउँ तउ देवता मोका मार डावइँ।”

जब एलिय्याह इ सुनेस तउ उ डेराइ गवा। एह बरे उ अपनी जान बचावइ क लिए पराइ गवा। उ अपने संग अपने सेवक क लइ गवा। उ पचे बेर्सबा पहोंचेन जउन यहूदा मँ अहइ। एलिय्याह अपने सेवक क बेर्सबा मँ तजेस। तब एलिय्याह पूरे दिन रेगिस्तान मँ चला। एलिय्याह एक झाड़ी क खाले बइठा। उ कामना किहेस कि उ मरि जातइ। एलिय्याह कहेस, “यहोवा इ मोरे बरे बहोत अहइ। मोका मरइ द्या। मइँ अपने पुरखन स नीक नाहीं अहउँ।”

तब एलिय्याह बृच्छ क खाले ओलर गवा अउर सोइ गवा। एक ठु सरगदूत एलिय्याह क लगे आवा अउर उ ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा।” एलिय्याह चारिहुँ कइती लखेस अउर ओकर माथे क बगल मँ कोयले पइ पका एक ठु रोटी अउर पानी भरी गगरी अहइ। एलिय्याह खाएस अउ पीएस अउर तब उ फुन सोइ गवा।

पाछे, यहोवा क सरगदूत ओकरे लगे फुन आएस अउर ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा। जदि तू अइसा नाहीं खात्या तउ तू एतने जियादा सक्तिसाली नाहीं होब्या, जेहसे तू लम्बी जात्रा कइ सका।” एह बरे एलिय्याह उठा। उ खाएस अउर पीएस। भोजन ओका ऍतना सक्तिसाली बनाई दिहस कि उ चालीस दिन अउ रात जात्रा कइ सकइ। उ होरेब पर्वत तलक गवा जेका परमेस्सर क पर्वत कहा जात अहइ। हुवाँ एलिय्याह एक ठु गुफा मँ घुसा अउ सारी रात ठहरा।

तब यहोवा एलिय्याह स बातन किहस। यहोवा कहेस, “एलिय्याह, तू हिआँ काहे आया ह?”

10 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जोसीला रहा ह। यथासम्भव मइँ तोहार सेवा सब स उत्तिम रूप मँ हमेसा ही किहेउँ ह। किन्तु इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ समझौता क तोड़ेन ह। उ पचे तोर वेदियन क बर्बाद किहन ह। उ पचे तोहरे नबियन क मार डाएन ह। मइँ एकमात्र अइसा नबी हँउ जउन जिअत बचा हँउ अउर अब उ पचे मोका मार डावइ चाहत हीं।”

11 तब यहोवा एलिय्याह स केहेस, “जा, मोरे समन्वा पर्वते पइ खड़ा ह्वा। मइँ तोहरे बगल स निकरब।” तब एक प्रचण्ड आँधी चली। आँधी पर्वतन क तोड़ गिराएस। इ यहोवा क समन्वा बिसाल चट्टानन क तोड़ डाएस। मुला उ आँधी यहोवा नाहीं रहा। उ आँधी क पाछे भुइँडोल आवा। किन्तु उ भुइँडोल यहोवा नाहीं रहा। 12 भुइँडोल क पाछे हुवाँ आगी रही। किन्तु उ आगी यहोवा नाहीं रही। आगी क पाछे हुवाँ एक कोमल अउ फुसफुसाहट क स्वर सुनाई पड़ा।

13 जब एलिय्याह उ स्वर सुनेस तउ उ अपने अंगरखे स आपन मुँह ढाँपि लिहस। तब उ गवा अउर गुफा क दुआर पइ खड़ा भवा। तब एक वाणी ओहसे कहेस, “एलिय्याह, हिआँ तू कहाँ अहा?”

14 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जियादा जोसीला रहा ह। मइँ यथासम्भव सब स उत्तिम सेवा तोहका अर्पित किहेउँ ह। मुला इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ आपन करार तोड़ेन ह। उ पचे तोहार वेदियन बर्बाद किहन। उ पचे तोहरे नबियन क मारेन। मइँ एकमात्र अइसा नबी हउँ जउन अबहिं तलक जिअत ह अउर अब उ पचे मोका मार डावइ क जतन करत अहइँ।”

15 यहोवा कहेस, “उ सड़क पइ वापस लउट जा जउन दमिस्क क चारिहुँ कइँती क रेगिस्तान तलक जात ह। दमिस्क मँ जा अउर हजाएल क अभिसेक अराम क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। 16 ओकरे पाछे निमसी क पूत येहू क इस्राएल क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। ओकर बाद आबेल महोला क सापात क पूत एलीसा क अभिसेक करा। उ तोहरे जगह पइ नबी बनी। 17 हजाएल अनेक बुरे लोगन क मार डाइ। येहू कउनो क भी मार डाइ जउन हजाएल क तरवार स बच निकरत ह। अउर एलीस कउनो क भी मार डाइ जउन येहू क तरवार स बच निकरत ह। 18 एलिय्याह! इस्राएल मँ तू ही एक मात्र बिस्सासपात्र मनई नाहीं अहा। उ सबइ मनई बहोत स लोगन क मार डइहीं, किन्तु ओकरे पाछे भी हुवाँ इस्राएल मँ सात हजार लोग अइसे होइहीं जउन बाल क कबहुँ प्रणाम नाहीं किहन। मइँ ओन सात हजार लोगन क जिअत रहइ देब, काहेकि ओन लोगन मँ स कउनो कबहुँ बाल क देवमूतिर् क चूमेस तलक नाहीं।”

एलीसा एक ठु नबी बनत ह

19 एह बरे एलिय्याह उ जगह क तजेस अउर सापात क पूत एलीसा क खोज मँ निकरा। एलीसा बारह जोड़ा बर्धन स भुइँया क जोतत रहा अउर एलीसा खुद बारहवाँ जोड़ा स हल जोतत रहा जब एलिय्याह आपन अंगरखा[a] एलीसा क पहिराइ दिहस। 20 एलीसा फउरन आपन बर्धन क छोड़ेस अउर एलिय्याह क पाछे दउड़ गवा। एलीसा कहेस, “मोका अपनी महतारी अउर बाप क चूमइ द्या अउर ओनसे बिदा लेइ द्या। फुन मइँ तोहरे पीछे चलब।”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ तू अइसा कइ सकत ह। मइँ तोहका नाहीं रोकब।”

21 तब एलीसा अपने परिवार क संग बिसेस भोजन किहस। एलीसा गवा अउर अपने बर्धन क मार डाएस। उ हरे क काठ क उपयोग आगी बारह इ बरे किहस। तब उ मास क पकाएस अउर लोगन मँ बाँट दिहस। लोग मास खाएन। तब एलीसा गवा अउर उ एलिय्याह क अनुसरण किहस। एलीसा एलिय्याह क सहायक बना।

बेन्हदद अउ अहाब जुद्ध को जात ह

20 बेन्हदद अराम क राजा रहा। उ आपन सारी फउज बटोरेस। ओकरे संग बत्तीस राजा रहेन। ओकरे लगे घोड़न अउ रथ रहेन। उ पचे सोमरोन पइ हमला किहन अउर ओकरे खिलाफ लड़ेन। राजा, नगर मँ इस्राएल क राजा अहाब क लगे दूत पठाएस। सूचना इ रही, “बेन्हदद कहत ह, ‘तोहका आपन सोना-चाँदी मोका देइ क पड़ी। तोहका आपन मेहररुअन अउ बच्चन भी मोका देइ क होइ।’”

इस्राएल क राजा जवाब दिहस, “ऐ मोर सुआमी राजा! मइँ अंगीकार करत हउँ कि अब मइँ आप क मातहत हउँ अउर जउन कछू मोर अहइ उ आप क अहइ।”

तब दूत अहाब क लगे वापस आवा। उ पचे कहेन, “बेन्हदद कहत ह, ‘मइँ पहिले ही तोहसे कहे रहेउँ कि तोहका सारा सोना-चाँदी तथा आपन मेहररूअन, बच्चन क मोका देइ क पड़ी। काल्ह मइँ अपने मनइयन क पठवत हउँ जउन महल मँ सब जगह अउर तोहरे मातहती मँ सासन करइवाले अउर अधिकारियन क घरन मँ खोज करिहीं। मोर मनई सबइ मुल्यवान वस्तुअन क लेइहीं अउर ओनका मोर लगे लइ आइहीं।’”

एह बरे राजा अहाब अपने देस क सबहिं बुर्जुगन क एक बैठक बोलाएस। अहाब केहस, “लखा बेन्हदद परेसानी क कारण अहइ। पहिले उ मोहसे इ माँग किहस ह कि मइँ ओका आपन मेहररूअन, आपन बच्चन अउर आपन सोना-चाँदी दइ देउँ। मइँ ओका उ सबइ चिजियन देब अंगीकार कइ लिहेउँ अउर उ सब कछू लेइ चाहत ह।”

किन्तु अग्रजन अउर सबहिं लोग कहेन, “ओकर आदेस न माना। उ न करा जेका करइ क उ कहत ह।”

एह बरे अहाब बेन्हदद क सँदेसा पठएस। अहाब कहेस, “मइँ उ कइ देब जउन तू पहिले कहे रह्‌या। किन्तु मइँ तोहार दूसरे आदेस क पालन नाहीं कइ सकत।”

राजा बेन्हदद क दूत सँदेसा राजा तलक लइ गएन। 10 तब उ पचे बेन्हदद क दूसर सँदेसा क संग लउटेन। सँदेसा इ रहा, “मइँ सोमरोन क पूरी तरह बर्बाद करब। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि उ नगर क सबहिं चिजियन क बर्बाद कीन्ह जाइहीं। जदि मोरे हरे एक मनई उ नगर क एक मुट्ठी धूरि भी आपन घरे लेइ जाइ बरे लेइ तउ उ ओन सबइ लोगन बरे प्रयाप्त नाहीं होब्या। परमेस्सर मोका बर्बाद करइ द्या जदि मइँ अइसा न करउँ।”

11 राजा अहाब जवाब दिहस, “बेन्हदद स कहा कि उ मनइ क, जउन आपन कवच धारण किहे होइ, उ मनई क तरह डींग नाहीं डाँकइ चाही जउन ओका उतारइ बरे लम्बी जिन्नगी जिअत ह।”

12 राजा बेन्हदद अपने दूसर प्रसासकन क संग अपने तम्बू मँ दाखरस पान करत रहा। उहइ समइ दूतन आवा अउर उ राजा अहाब क सँदेसा दिहस। राजा बेन्हदद अपने मनइयन क नगर पइ हमला करइ बरे तैयार होइ क आदेस दिहेस। एह बरे फउजी जुद्ध बरे अपनी जगह लेइ बरे बढ़ेन।

13 इहइ समइ, एक ठु नबी इस्राएल क राजा, अहाब क लगे पहोंचा। नबी कहेस, “राजा अहाब यहोवा तोहसे कहत ह, ‘का तू उ बड़की फउज क लखत अहा। मइँ, यहोवा, आज तोहका उ सेना क हरावइ देब। तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’”

14 अहाब कहेस, “ओनका पराजित करइ क बरे तू केकर उपयोग करब्या?”

नबी जवाब दिहस, “यहोवा कहत ह, ‘सरकारी अधिकारियन क युवक सहायक।’”

तब राजा पूछेस, “कउन सेना क अगुवाइ करब अउर जुद्ध सुरू करब?”

नबी जवाब दिहस, “तू।”

15 एह बरे अहाब सरकारी अधिकारियन क युवक सहायकन क बटोरेस। सब मिलाइके इ सबइ दुइ सौ बत्तीस युवक रहेन। तब राजा इस्राएल क सेना क एक संग बोलाएस। सारी गनती सात हजार रही।

16 दुपहर क, राजा बेन्हदद अउ ओकर सहायक बत्तीस राजा अपने डेरा मँ दाखरस पान करत रहने अउर मद मस्त होत रहेन। इहइ समइ राजा अहाब क हमला भवा। 17 युवक सहायकन पहिले हमला किहन। बेन्हदद क मनइयन ओहसे कहेन कि फउजी सोमरोन स बाहेर निकरि आए अहइँ। 18 एह बरे बेन्हदद कहेस, “उ पचे जुद्ध करइ बरे या सान्ति-सन्धि करइ बरे आवइ सकत ह। ओनका जिन्दा धइ ल्या।”

19 राजा अहाब क युवक आक्रमण क पहल करत रहेन। इस्राएल क फउज ओनके पाछे चलत रही। 20 इस्राएल क हर एक सैनिक उ मनइयन क मार डाएस जउन ओकरे खिलाफ आवा। एह बरे अराम क फउजियन पराब सुरू किहन। इस्राएल क फउज ओनकर पाछा किहस। राजा बेन्हदद अपने रथन क एक घोड़े पइ बैठिके भाग निकरा। 21 राजा अहाब फउज क अगुवाइ किहेस अउर आगे बढ़ेस। उ अराम क फउज क सारे घोड़न अउ रथन क लइ लिहस। इ तरह राजा अहाब अरामियन सेना क भारी पराजय दिहस।

22 तब नबी राजा अहाब क लगे पहोंचा, इस्राएल क राजा कहेस, “अराम क राजा बेन्हदद अगले बसन्त मँ तोहसे जुद्ध करइ बरे फुन आइ। एह बरे तोहका अब घरे लउटि जाइ चाही अउर अपनी फउज क पहिले स जियादा सक्तीसाली बनवाइ चाही अउर ओका हराइ बरे उचित जोजना बनावा।”

बेन्हदद फुन हमला करत ह

23 राजा बेन्हदद क अधिकारी लोग ओहसे कहेन, “इस्राएल क देवता पर्वतीय देवता अहइ। हम लोग पर्वतीय पहँटा मँ लड़े रहे। एह बरे इस्राएल क लोग बिजयी भएन। एह बरे हम लोग ओनसे समथर मइदान मँ जुद्‌ध करी। तब हम बिजयी पाउब। 24 इ उहइ अहइ जेका तोहका करइ चाही। बत्तीस राजा लोगन क फउज क संचालन करइ क अनुमति न द्या। सेनापतियन क ही अपनी फउज क नेतृत्व करइ द्या।

25 “अब तू उहइ क समान एक फउज बनावा जउन तू खो दिहस ह। उहइ फउज क तरह घोड़न अउर रथ ऍकट्ठा करा जइसा तू पहिले रहा। तब हम लोग इस्राएलियन स समथर मइदान मँ जुद्ध करी। तब हम बिजय प्राप्त करब।” बेन्हदद ओनकी सलाह मान लिहस। उ उहइ किहस जउन उ पचे कहेन।

26 एह बरे बसन्त मँ बेन्हदद अराम क लोगन क बटोरेस। उ इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करइ अपेक गवा।

27 इस्राएलियन भी जुद्ध क तइयारी किहन। इस्राएल क लोग अराम क सेना स लड़इ गएन। उ पचे अपने सिबिर अराम क सिबिर क समन्वा डाएन। दुस्मन क तुलना मँ इस्राएली फउज बोकरियन क दुइ ठू नान्ह झुण्डन क समान देखाइ पड़त रहेन किन्तु अराम क फउज सारे छेत्र क ढाँपे रही।

28 परमेस्सर क एक मनई इ सँदेसा क संग इस्राएल क राजा क लगे आवा: “यहोवा कहेस ह, ‘अराम क लोग कहेन ह कि मइँ, यहोवा पर्वतन क परमेस्सर हुउँ। उ पचे सोचत हीं कि मइँ घाटियन क परमेस्सर भी नाहीं हउँ। एह बरे, मइँ तोहका इ बिसाल सेना क हरावइ देब। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा सब जगह हउँ।’”

29 फउजन सात दिन तलक एक दूसरे क आमने-सामने डेरा डाए रहिन। सतएँ दिन जुद्ध सुरु भवा। इस्राएलियन एक दिन मँ अराम क एक लाख फउजियन क मार डाएन। 30 बचे भए फउजी अपेक नगर क भाग पराइ गएन। नगर प्राचीर ओन सत्ताईस हजार फउजियन पइ भहराइ पड़ी। बेन्हदद भी नगर क पराइ गवा। उ एक ठु कमरा मँ छुप गवा। 31 ओकर अधिकारियन ओहसे कहेन, “हम लोग सुना ह कि इस्राएल क राजा लोग दया दिखावत ह। हम लोग मोरे ओढ़ना पहिरे अउर सिरे पइ रस्सी डाए। तब हम लोग इस्राएल क राजा क लगे चली होइ सकत ह कि उ हम क जिअत रहइ देइ।”

32 उ पचे मोरे ओढ़ना पहिरेन अउर लसुरी मूँडे पइ डाएन। उ पचे इस्राएल क राजा क लगे आएन। उ पचे कहेन, “तोहार सेवक बेन्हदद कहत ह, ‘कृपा कइके मोका जिअत रहइ द्या।’” अहाब जवाब दिहस, “का उ अबहिं तलक जिअत अहइ? उ मोर भाई अहइ।”

33 बेन्हदद क मनई राजा अहाब क सब्द मँ कछू सुराग सुनि क आसावादी रहेन जेहसे इ निहिचित होइ कि उ बेन्हदद क नाहीं मारी। जब अहाब बेन्हदद क आपन भाई कहेस तउ सलाहकारन तुरन्त कहेन, “हाँ, बेन्हदद आप क भाई अहइ।”

अहाब कहेस, “ओका मोरे लगे लिआवा।” एह बरे बेन्हदद राजा अहाब क लगे आवा। राजा अहाब अपने संग ओका अपने रथ मँ बइठइ क कहेस।

34 बेन्हदद ओहसे कहेस, “अहाब मइँ ओन नगरन क तोहका दइ देब जेनका मोर बाप तोहरे बाप स लइ लिहे रहेन अउर तू दमिस्क मँ वइसे ही दुकानन रखि सकत ह जइसे मोर बाप सोमरोन मँ रखे रहा।”

अहाब जवाब दिहस, “जदि तू एका अँगीकार करत ह तउ मइँ तोहका जाइ बरे अजाद करत हउँ।” एह बरे दुइनउँ राजा लोग एक ठु सान्ति-सन्धि किहन। तब राजा अहाब बेन्हदद क जाइ बरे अजाद कइ दिहस।

एब नबी अहाब क बिरुद्ध भविस्सवाणी करत ह

35 नबियन मँ स एक दूसर नबी स कहेस, “मोह पइ चोट करा।” उ ओहसे इ करइ बरे कहेस काहेकि यहोवा अइसा आदेस दिहे रहा। किन्तु दूसर नबी ओह पइ चोट करइ स मना कइ दिहेस। 36 एह बरे पहिला नबी कहेस, “तू यहोवा क आदेस क पालन नाहीं किहा। एह बरे जब तू इ जगह क तजब्या, एक ठु सेर तोहका मार डाइ।” दूसर नबी उ जगह क तजेस अउर ओका एक सेर मार डाएस।

37 पहिला नबी दूसर मनई क लगे गवा अउर कहेस, “मोह पइ चोट करा।”

उ मनई ओह पइ चोट किहस। नबी क चोट आइ। 38 एह बरे नबी अपने चेहरे पइ एक ओढ़ना लपेट लिहस। इ तरह कउनो इ नाहीं समुझ सकत रहा कि उ कउन अहइ। उ नबी गवा अउर उ सड़क क किनारे राजा क प्रतीच्छा सुरु किहस। 39 राजा उ सड़क स निकरा अउर नबी ओहसे कहेस, “मइँ जुद्ध मँ लड़इ गवा रहेउँ। हमरे मनइयन मँ स एक मोरे लगे एक दुस्मन फउजी क लिआवा। उ मनई कहेस, ‘इ मनई क पहरेदारी करा। जदि उ भाग गवा, तउ एकरे जगह पइ तोहका आपन जिन्नगी देइ क होइ या तोहका पचहत्तर पौण्ड चाँदी जुर्माने मँ देइ क होइ।’ 40 किन्तु मइँ ब्यस्त होइ गवा। एह बरे उ मनई भाग निकरा।”

इस्राएल क राजा कहेस, “तू कहया ह कि तू फउजी क पराइ जाइ देइ क अपराधी अहा। एह बरे तोहका जवाब मालूम अहइ। तोहका उहइ करइ चाही जेका करइ क उ मनई कहेस ह।”

41 तब नबी अपने मुँहना स ओढ़ना हटाएस। इस्राएल क राजा लखेस अउर इ जान लिहस कि उ नबियन मँ स एक अहइ। 42 तब नबी राजा स कहेस, “यहोवा तोहसे इ कहत ह, ‘तू उ मनई क अजाद किहा जेका मइँ मर जाइ क कहेउँ। एह बरे ओकर जगह तू लेब्या, तू मर जाब्या अउर तोहार लोग दुस्मनन क जगह लेइहीं, तोहार लोग मरिहीं।’”

43 तब राजा समारिया अपने घरे लउट गवा। उ बहोत गुस्सा मँ अउ घबराया भवा रहा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.