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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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प्रेरित 8:14-25

14 जब येरूशालेम नगर में प्रेरितों को यह मालूम हुआ कि शोमरोन नगर ने परमेश्वर के वचन को स्वीकार कर लिया है, उन्होंने पेतरॉस तथा योहन को वहाँ भेज दिया. 15 वहाँ पहुँच कर उन्होंने उनके लिए प्रार्थना की कि वे पवित्रात्मा प्राप्त करें 16 क्योंकि वहाँ अब तक किसी पर भी पवित्रात्मा नहीं उतरा था. उन्होंने प्रभु येशु के नाम में बपतिस्मा मात्र ही लिया था. 17 तब प्रेरितों ने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्रात्मा प्राप्त किया.

18 जब शिमोन ने यह देखा कि प्रेरितों के मात्र हाथ रखने से पवित्रात्मा प्राप्ति सम्भव है, उसने प्रेरितों को यह कहते हुए धन देना चाहा, 19 “मुझे भी यह अधिकार प्रदान कर दीजिए कि मैं जिस किसी पर हाथ रखूँ उसे पवित्रात्मा प्राप्त हो जाए.”

20 किन्तु पेतरॉस ने उससे कहा, “सर्वनाश हो तेरा और तेरे धन का! क्योंकि तूने परमेश्वर का वरदान धन से प्राप्त करना चाहा. 21 इस सेवा में तेरा न कोई भाग है न कोई हिस्सेदारी, क्योंकि तेरा हृदय परमेश्वर के सामने सच्चा नहीं है. 22 इसलिए सही यह होगा कि तू अपनी दुर्वृत्ति से पश्चाताप करे और प्रार्थना करे कि यदि सम्भव हो तो प्रभु तेरी इस बुराई को क्षमा करें, 23 क्योंकि मुझे यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि तू कड़वाहट से भरा हुआ और पूरी तरह पाप में जकड़ा हुआ है.”

24 यह सुन टोनहे शिमोन ने उनसे विनती की “आप ही प्रभु से मेरे लिए प्रार्थना कीजिए कि आपने जो कुछ कहा है, उसमें से कुछ भी मुझ पर असर न करने पाए.”

25 पेतरॉस तथा योहन परमेश्वर के वचन की शिक्षा और गवाही देते हुए येरूशालेम लौट गए. वे शोमरोन क्षेत्र के अनेक गाँवों में ईश्वरीय सुसमाचार सुनाते गए.

लूकॉ 23:1-12

मसीह येशु पिलातॉस के सामने

(मत्ति 27:11-14; मारक 15:2-5; योहन 18:28-37)

23 पिलातॉस के सामने वे यह कहते हुए मसीह येशु पर दोष लगाने लगे, “हमने यह पाया है कि यह व्यक्ति हमारे राष्ट्र को भरमा रहा है. यह कयसर को कर देने का विरोध करता तथा यह दावा करता है कि वह स्वयं ही मसीह, राजा है.”

इसलिए पिलातॉस ने मसीह येशु से प्रश्न किया, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?”

“सच वही है, जो आपने कहा है.” मसीह येशु ने उत्तर दिया.

इस पर पिलातॉस ने प्रधान पुरोहितों और भीड़ को सम्बोधित करते हुए घोषणा की, “मुझे इस व्यक्ति में ऐसा कोई दोष नहीं मिला कि इस पर मुकद्दमा चलाया जाए.”

किन्तु वे दृढ़तापूर्वक कहते रहे, “यह सारे यहूदिया प्रदेश में लोगों को अपनी शिक्षाओं द्वारा भड़का रहा है. यह सब इसने गलील प्रदेश में प्रारम्भ किया और अब यहाँ भी आ पहुँचा है.”

यह सुनते ही पिलातॉस ने प्रश्न किया, “क्या यह व्यक्ति गलीलवासी है?” यह मालूम होने पर कि मसीह येशु हेरोदेस के अधिकार क्षेत्र के हैं, उसने उन्हें हेरोदेस के पास भेज दिया, जो इस समय येरूशालेम नगर में ही था.

हेरोदेस के सामने मसीह येशु

मसीह येशु को देख कर हेरोदेस अत्यन्त प्रसन्न हुआ क्योंकि बहुत दिनों से उसे मसीह येशु को देखने की इच्छा थी. उसने मसीह येशु के विषय में बहुत कुछ सुन रखा था. उसे आशा थी कि वह मसीह येशु द्वारा किया गया कोई चमत्कार देख सकेगा. उसने मसीह येशु से अनेक प्रश्न किए किन्तु मसीह येशु ने कोई भी उत्तर न दिया. 10 प्रधान याजक और शास्त्री वहीं खड़े हुए थे और पूरे ज़ोर शोर से मसीह येशु पर दोष लगा रहे थे. 11 हेरोदेस और उसके सैनिकों ने अपमान करके मसीह येशु का मज़ाक उड़ाया और उन पर भड़कीला वस्त्र डाल कर वापस पिलातॉस के पास भेज दिया. 12 उसी दिन से हेरोदेस और पिलातॉस में मित्रता हो गई—इसके पहले वे एक-दूसरे के शत्रु थे.

Saral Hindi Bible (SHB)

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