Book of Common Prayer
13 त कानून जऊन ह कि बने अय, का ओह मोर बर मिरतू के कारन होईस? बिलकुल नइं। एह एकरसेति होईस ताकि पाप ह पाप के रूप म पहिचाने जावय। पाप ह ओकर जरिये मोर बर मिरतू लानिस, जऊन ह बने अय, ताकि हुकूम के दुवारा पाप ह बहुंते पापमय ठहिरय।
14 हमन जानथन कि मूसा के कानून ह आतमिक अय; पर मेंह संसारिक मनखे अंव अऊ गुलाम के रूप म पाप के हांथ म बेंचे गे हवंव। 15 जऊन काम मेंह करथंव, मेंह ओला नइं समझंव। काबरकि जऊन बुता ला, मेंह करे बर चाहथंव, ओला नइं करंव, पर जऊन चीज ले मोला घिन आथे, ओहीच ला करथंव। 16 अऊ यदि मेंह ओ बुता ला करथंव, जऊन ला मेंह नइं चाहंव, त मेंह ए बात ला मान लेथंव कि मूसा के कानून ह सही अय। 17 त अइसने दसा म, ओ चीज ला करइया, सही म मेंह नो हंव, पर जऊन पाप मोर म बसे हवय, ओह अय। 18 मेंह जानथंव कि मोर म याने कि मोर पापी सरीर म एको ठन बने चीज नइं ए। काबरकि जऊन ह सही अय, ओला करे के ईछा तो मोर म हवय, पर ओला मेंह नइं करंव। 19 काबरकि जऊन भलई करे के मेंह ईछा करथंव, ओला नइं करंव, पर जऊन बुरई के ईछा मेंह नइं करंव, ओहीच ला करते रहिथंव। 20 एकरसेति यदि मेंह ओ बुता ला करथंव, जऊन ला मेंह नइं चाहंव, त ओकर करइया मेंह नो हंव, पर ओकर करइया ओ पाप ए, जऊन ह मोर म बसे हवय।
21 तब मेंह ए कानून ला काम करत पाथंव: जब मेंह भलई करे चाहथंव, तभेच बुरई ह मोर करा आथे। 22 मेंह अपन अंतस म परमेसर के कानून ले खुस रहिथंव, 23 पर मेंह अपन देहें म एक आने कानून ला काम करत देखथंव, जऊन ह मोर बुद्धि के कानून ले लड़थे अऊ एह मोला पाप के कानून के गुलाम बनाथे, जऊन ह मोर देहें के अंग म बसे हवय। 24 मोर कइसने दयनीय दसा हवय! मोला कोन ह मिरतू के ए देहें ले छोंड़ाही? 25 परमेसर के धनबाद होवय, जऊन ह हमर परभू यीसू मसीह के जरिये छोंड़ाथे। एकरसेति तब, मेंह खुद अपन मन म परमेसर के कानून ला मानथंव, पर अपन पापमय सुभाव म पाप के कानून ला मानथंव।
यीसू ह पानी ऊपर चलथे
(मत्ती 14:22-33; मरकुस 6:45-52)
16 जब सांझ होईस, त यीसू के चेलामन उतरके झील के तीर म गीन, 17 अऊ उहां झील के ओ पार कफरनहूम जाय बर, एक ठन डोंगा म बईठ गीन। जब ओमन जावत रिहिन, त अंधियार हो गे रहय, अऊ यीसू ह अभी तक ले ओमन करा नइं आय रहय। 18 तब एक बड़े आंधी झील के ऊपर चले लगिस, जेकर कारन पानी के बड़े-बड़े लहरा उठिस। 19 जब ओमन डोंगा ला खेवत-खेवत पांच-छै किलोमीटर चल दीन, त ओमन यीसू ला अपन डोंगा कोति आवत देखिन; ओह पानी ऊपर चलत रहय, अऊ ओमन डर्रा गीन। 20 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “एह में अंव, झन डर्रावव।” 21 तब ओमन ओला डोंगा म चघाय बर चाहत रिहिन कि डोंगा ह ओ तीर म पहुंच गीस, जिहां ओमन जवइया रिहिन।
22 दूसर दिन, ओ मनखेमन के भीड़, जऊन ह समुंदर के ओ पार तीर म रूके रहय, ए देखिस कि उहां सिरिप एक ठन डोंगा रिहिस, अऊ ओमन जानत रिहिन कि यीसू ह अपन चेलामन संग ओ डोंगा म नइं गे हवय, पर चेलामन यीसू के बिगर डोंगा म चल दे रिहिन। 23 तब कुछू आने डोंगामन तिबिरियास ले ओ जगह के लकठा म आईन, जिहां परभू के धनबाद करे के बाद मनखेमन रोटी खाय रिहिन। 24 जब भीड़ ह ए देखिस कि उहां न तो यीसू हवय अऊ न ही ओकर चेलामन, त ओमन डोंगामन म चघिन अऊ यीसू के खोज म कफरनहूम गीन।
यीसू ह जिनगी के रोटी
25 जब ओ मनखेमन ला यीसू ह समुंदर के ओ पार मिलिस, त ओमन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू! तेंह इहां कब आय?”
26 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन मोला एकरसेति नइं खोजत हव कि तुमन अचरज के चिन्हां ला देखेव, पर एकरसेति कि तुमन छक के रोटी खाय रहेव। 27 ओ भोजन बर मिहनत झन करव, जऊन ह नास हो जाथे, पर ओ भोजन बर मिहनत करव, जऊन ह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी तक ठहरथे, जऊन ला मनखे के बेटा ह तुमन ला दिही। काबरकि परमेसर ददा ह ओकर ऊपर अपन मंजूरी के मुहर लगाय हवय।”
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