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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 78

आसाफ क एक कलात्मक।

मोर मनवइयो, तू पचे मोरे उपदेसन क सुना।
    ओन बातन पइ कान द्या जेनका मइँ बतावत हउँ।
मइँ तू पचन्क इ कथा सुनाउब।
    मइँ तू पचन्क पुरान कथा सुनाउब।
हम पचे इ कहानी सुना ह, अउर ऍका अच्छी तरह जानित ह।
    हम लोगन क पुरखन इ कहानी कहेन ह।
हम लोग ऍन बातन क आपन सन्तानन स नाहीं छुपाउब।
    हम लोग ऍन बातन क आपन अगवा पीढ़ी क बताउब।
हम लोग ओनसे यहोवा क सक्ति अउर ओकरे अद्भुत कामन क बारे मँ बताउब।
    हम पचे ओनका ओन कामन बरे जेनका उ किहस ह बखान करब।
यहोवा याकूब स वाचा किहस।
    परमेस्सर इस्राएल क व्यवस्था क विधान दिहस,
अउर हमार परमेस्सर हमरे पुरखन क हुकूम दिहन।
    उ हमरे पुरखन क व्यवस्था क विधान आपन संतानन क सिखावइ क किहेस।
इ तरह अगवा पीढ़ी ऍन बातन क बरे मँ जानिहीं।
    अउर हर एक पीढ़ी मँ गदेलन पइदा होइ अउर बढ़ीइ अउर फुन उ पचे इ कहानी क आपन गदेलन क बतइहीं।
ऍह बरे उ सबहिं लोग यहोवा पइ भरोसा करिहीं।
    उ पचे ओन सक्ति स भरा कामम क नाहीं बिसरिहीं।
    जेन्का परमेस्सर किहे रहा।
    उ पचे धियान स रखवारी करिहीं अउर परमेस्सर क हुकूम क मनिहीं,
एह बरे उ पचे आपन पुरखन क नाई नाहीं होइ।
    ओनकर पुरखन परमेस्सर क अनसुनी किहे रहेन
अउर ओकर अनुसरण करइ स इन्कार किहे रहेन उ पचे हठी रहेन।
    उ पचे बिस्सासी होइ क परमेस्सर क अनुसरण नाहीं किहेन।

ओन मुड़ी भइ कमान की तरह जेका उ पचे लइ रहेन
    एप्रैम क लोग जुद्ध स पीठ दिखाइ गए।
10 उ पचे ओन करार क नाहीं मानेन जउन उ पचे यहोवा स किहे रहेन।
    उ पचे उ नाहीं किहे जउन उ ओन लोगन क करइ क हुकूम दिहे रहा।
11 एप्रैम क उ सबइ लोग ओन बड़की बातन क बिसरि गएन जेनका परमेस्सर किहे रहा।
    उ पचे ओन अद्भुत बातन क बिसरि गएन जेनका उ ओनका देखाँए रहा।
12 परमेस्सर ओनकर पुरखन क
    मिस्र क भुइयाँ सोअन मँ निज महासक्ति देखाँइस।
13 परमेस्सर लाल सागर क चीरिके दुइ भाग कइके लोगन क पार उतार दिहस।
    उ पानी क मजबूत देवार क तरह दुइनउँ कइँती खड़ा कइ दिहस रहा।
14 परमेस्सर ओन लोगन क दिन क समइ मँ महा बादर स अगुवाई किहस।
    अउर रात क समइ मँ चमकत भवा आगी स राह देखाँएस।
15 उ चट्टान क फारेस अउर पानी तेजी स बाहर निकर आवा
    वइसे ही जइसे झड़ना स निकरत ह।
16 परमेस्सर चट्टान स पानी क धारा
    नदी क नाईं निकारे रहा।
17 मुला लोग रेगिस्तान मँ सर्वोच्च परमेस्सर क खिलाफ
    पाप करत जारी रखे रहेन।
18 फिन ओन लोग परमेस्सर क परखइ क पक्का इरादा किहन।
    उ पचे बस आपन भूख मिटावइ बरे परमेस्सर स खइया क माँगेन।
19 परमेस्सर क खिलाफ उ पचे बतियाइ लागेन, उ पचे कहइ लागेन,
    “का रेगिस्ताने मँ परमेस्सर हमका खाइ क दइ सकत ह?
20 लोगन ने कहा, जब परमेस्सर चट्टाने पइ चोट किहस तउ पानी क एक ठु रेला फूटि पड़ा।
    किन्तु का उ हमका कछू रोटी अउ गोस भी दइ सकत ह?”
21 जब यहोवा इ सुनि लिहस जउन लोग कहे रहेन
    तउ ओकर किरोध इस्राएल क रास्ट्र
    याकूब क खिलाफ भड़क गवा।
22 काहेकि लोग ओह पइ भरोसा नाहीं रखे रहेन, ओनका भरोसा नाहीं रहा,
    कि परमेस्सर ओनका बचाइ सकत ह।
23-24 तब भी परमेस्सर ओन पइ बादर क खोल दिहस।
    ओनका खाइ बरे खाले मन्ना बरसाइ दिहस।
इ ठीक वइसेन ही भवा जइसे कि उ अकासे क दुआर खोल दिहस ह
    अउर ओनसे अनाज बाहेर उड़ेर दिहस ह।
25 लोग उ भोजन खाएन अउर उ पचे बहोत ताकतवर होइ गएन।
    परमेस्सर ओन लोगन क तृप्त करइ बरे भर पूर भोजन पठएस।
26 फिन परमेस्सर पूरब स तेज हवा चलाएस
    अउर ओन लोगन बरे बटेर क बर्खा बरसात क नाई बरसाएस।
27 परमेस्सर क महासक्ति तैमान कइँती स एक ठु आँधी उठाएस
    अउर नीला अकास करिआ होइ गवा काहेकि हुवाँ अनगिनत पंछी छाइ ग रहेन।
28 उ सबइ पंछी क ठीक ओनकर डेरे क बीच मँ
    खेमन क चारिहुँ कइँती गिरा दिहे रहेन।
29 ओनके लगे खाइ बरे भरपूर भोजन रहा।
    उ ओनका उहइ दिहस जउन उ पचन्क इच्छा रहेन।
30 उ पचे उ भोजन अबहुँ तलक खाइ क खतम नाहीं किहे रहेन जेन्का इच्छा उ पचन्क रहेन
    अउर गोस अबहुँ तलक ओनकर मुँह मँ ही रहेन।
31 तउ ओन लोगन पइ परमेस्सर बहोत कोहाइ गवा अउर ओनमाँ स सबन्क नीक क मारि दिहस।
    उ बरिआर जवानन क मउत दइ दिहस।
32 फिन भी लोग पाप करत जारी राखे रहेन!
    उ पचे परमेस्सर क अद्भुत करमन पइ भरोसे नाहीं किहेन।
33 तउ परमेस्सर ओनकर जिन्नगी क बियर्था मँ
    अउर बरिसन क डर मँ खतम किहस।
34 जब कबहुँ परमेस्सर ओनमाँ स कउनो क मारेस
    ओनमाँ स बाकी लोग परमेस्सर कइँती लउटि गएन।
35 उ सबइ लोग याद किहेन कि परमेस्सर ओनकर चट्टान रहत रहा।
    उ पचे याद किहन कि परमेस्सर ओनकर मदद किहे रहा।
36 किन्तु ओकर पाछे उ पचे अइस किहेन जइसे उ पचे ओन पइ बिस्सास करत हीं, किन्तु असल मँ उ पचे झूट बोले रहेन।
    उ पचे ओकर बिस्सासी नाहीं रहेन।
37 उ पचे फुरइ मनवा स यहोवा क संग नाहीं रहेन।
    उ पचे आपन करार बरे सच्चा नाहीं रहेन।
38 मुला परमेस्सर करुणा स भरा नाहीं रहा।
    उ ओनकइ पापन बरे छिमा किहेस, अउर उ ओनकर विनास नाहीं किहस।
परमेस्सर अनेक अवसरन पइ आपन किरोध रोकेस।
    परमेस्सर आपन क बहोत किरोधी नाहीं होइ दिहस।
39 परमेस्सर क याद रहा कि उ पचे सिरिफ मानव जात अहइँ।
    लोग सिरिफ हवा जइसे अहइँ जउन बहिके चली जात ह अउर कबहुँ नाहीं लउटत ह।
40 हाय, उ पचे सबइ मरुभूमि मँ परमेस्सर क खिलाफ विद्रोह किहेन ह।
    उ पचे मरुभूमि मँ ओका बहोत दुःखी किहे रहेन।
41 उ पचे लगातार परमेस्सर पइ सक किहेन
    अउर इस्राएल क पवित्तर क चोट पहुँचाएन।
42 उ सबइ लोग परमेस्सर क सक्ती क बिसरि गएन।
    उ सबइ लोग बिसरि गएन कि परमेस्सर ओनका दुस्मन स कइसे बचाए रहा।
43 उ सबइ लोग ओन अद्भुत बातन क बिसरि गएन जउन कि उ मिस्र क सोआन मँ किहे रहा
    अउर ओन चमत्कारन क बिसरि गएन जउन उ उस भुइयाँ मँ किहे रहा।
44 उ ओनकर नदियन क रक्त मँ बदल दिहे रहा।
    मिस्र क लोग आपन नदी-नाला स पानी पी नाहीं सकत रहेन।
45 परमेस्सर भिड़न क झुण्ड पठए रहा जउन मिस्र क मनइयन क काटेन।
    परमेस्सर ओन मेघन क पठएस जउन ओन लोगन क भुइयाँ क नास कइ दिहन।
46 उ ओनकर फसलन क जेकर बरे उ पचे बहोत सखत मेहनत किहे रहेन
    टिड्डन अउर झिंगुरन क दइ दिहस।
47 उ मिस्रियन क अंगूरे क बगिया ओलन स बर्बाद किहस,
    अउर ओनकर गोलर क बृच्छन क पाला स बर्बाद कइ दिहस।
48 उ ओनकर जनावरन क ओलन स मारि दिहस
    अउ बिजुरी गिराइके मवेसियन क बर्बाद कइ दिहस।
49 उ मिस्री लोगन क खिलाफ आपन प्रचण्ड किरोध अउर फटकार देखाँएस, अउर ओन लोगन पइ मुसीबत लिआएस।
    उ आपन विनास क दूत ओन लोगन क खिलाफ पठएस।
50 उ किरोध परगट करइ बरे एक राह पाएस।
    उ ओन लोगन क मउत स नाहीं बचाएस।
    उ ओनकर गोरुअन क बेरामी स मरि जाइ दिहस।
51 परमेस्सर मिस्र क हर पहिलउटी पूत क मार डाएस।
    हाम क घराने क हर पहिलउटी पूत क उ मार डाएस।
52 फिन उ इस्राएल क चरवाहा क नाई अगुवाई किहस।
    उ ओन लोगन क भेड़न क झुण्ड क नाई रेगिस्तान स होत भए निकारेस।
53 उ आपन निज लोगन क सुरच्छा क संग लइ चला।
    परमेस्सर क भगतन क कउनो स डर नाहीं रहा।
    परमेस्सर ओनकर दुस्मनन क लाल सागर मँ डुबाएस।
54 परमेस्सर आपन मनवइयन क आपन पवित्तर भुइँया पइ लइ आवा।
    उ ओनका उ पहाड़े पइ लिआवा जउन उ आपन सक्ति स पाएस।
55 परमेस्सर दूसर जातियन क उ भुइँया तजइ क मजबूर किहस।
    परमेस्सर हर एक परिवारन क उ भुइँया मँ ओनकर खुदकास्त क हींसा दिहस।
    इ तरह इस्राएल क परिवारन आपन ही घरन मँ बस गएन।
56 उ पचे लगातार सर्वोच्च परमेस्सर पइ सक किहेन अउर ओकर खिलाफ विद्रोह किहेन
    उ सबइ लोग परमेस्सर क आग्या क नाहीं मानेन।
57 इस्राएल क लोग परमेस्सर स भटकिके विमुख होइ ग रहेन।
    उ सबइ आपन पुरखन क नाईं परमेस्सर क अबिस्सासी रहेन।
    उ पचे मुड़ा भवा धनुस[a] क जइसे होइ गवा रहेन।
58 इस्राएल क लोग ऊँच पूजा क ठउरन बनाएन अउर परमेस्सर क कोहाइ दिहन।
    उ पचे मूर्तियन गढ़ेन जउन परमेस्सर क किरोधित बनाएन।
59 परमेस्सर इ सुनेस अउर बहोत कोहाइ गवा।
    उ इस्राएल क पूरी तरह रद्द कइ दिहस।
60 परमेस्सर सिलोह क पवित्तर तम्बू क तजि दिहस।
    जहाँ उ लोगन क बीच निवास करत रहा।
61 फिन उ दूसर रास्ट्रन क, करार क संदूख क कब्जा करइ क दिहस।
    दुस्मन ओकर महिमा क संकेत क लइ लिहस।
62 उ आपन ही लोगन पइ आपन किरोध परगट किहस।
    उ ओनका जुद्ध मँ मार दिहस।
63 ओनकर जवान मनइयन आगी मँ जरिके नास होइ गएन।
    अउर ओकर जवान कुआँरी लड़कियन कबहुँ आपन बियाह गीत नाहीं सुनि पाएन।
64 याजक मार डावा गएन
    मुला ओनकर राँड़ मेहरारूअन ओनके बरे नाहीं रोइ सकेन।
65 आखिर मँ यहोवा उठ बइठा
    जइसे कउनो नींदे स जागिके उठी बइठत होइ।
    या कउनो जोद्धा क नाई जउन कि दाखरस क नसा स होस मँ आवा होइ।
66 फुन तउ उ आपन दुस्मनन क मारिके भगाइ दिहस अउर ओनका हराइ दिहस।
    उ आपन दुस्मनन क हराइ दिहस अउर सदा बरे ओनका अपमानित किहस।
67 मुला परमेस्सर यूसुफ क तम्बू[b] क रद्द कइ दिहस।
    उ इब्राहीम परिवार क नाहीं चुनेस।
68 परमेस्सर यहूदा क पिरवार क चुनेस
    अउर उ सिय्योन क पहाड़ क चुनेस जउन ओका पियारा अहइ।
69 उ ऊँचे पहाड़न नाई अउर धरती क नाई जेका उ सदा बरे स्थापित किहस ह
    आपन पवित्तर मन्दिर क सुरच्छित बनाएस।
70 परमेस्सर दाऊद क आपन विसेस सेवक बनावइ मँ चुनेस।
    दाऊद तउ भेड़िन क देखरेख करत रहा, मुला परमेस्सर ओका उ काम स लइ आवा।
71 उ दाऊद क भेड़िन क रखवाली स लइ आवा।
    तउ उ ओका आपन लोगन याकूब क सन्तानन, इस्राएल[c] क रखवाली क काम बरे बहाल किहा।
72 तउ फिन दाऊद पुरे मन स ओन लोगन क देख-भाल किहस।
    उ ओनका पूरी बुद्धिमानी स राह देखाँएस।

योएल 1:15-2:11

15 यहोवा क भयंकर दिन हम लोगन क नजदीक आ गवा ह। उ दिन सर्वसक्तिमान परमेस्सर तबाही लाइ। यह बरे तोहका जरुर सोक मनाइ चाही। 16 हमार खइया क हमरे लखत-लखत चट होइ ग अहइ। हमरे परमेस्सर क मंदिर स आन्नद अउ खुसी जात अहइ। 17 हम पचे खेत मँ बिया तउ बोए रहे, मुला उ झुराइके मरि गवा अहइँ यह बरे कोठियन खाली अहइ। हमार खिलहान खाली पड़ा अहइँ काहेकि फसल झुराइ गवा अहइँ।

18 हमार गोरू भूख स कराहत अहइँ। हमार गोरू खोवा-खोवा ऍह कइँती ओह कइँती भटकत अहइँ। ओनके लगे खाइ क घास नाहीं अहइ। भेड़िन मरति अहइँ। 19 हे यहोवा, मइँ तोहार दोहाइ देत अहउँ। काहेकि हमरी चरागाहन क आगी रेगिस्तान बनाइ दिहे अहइ। बगियन क सबहिं बृच्छन लपटन स झउँसि गवा अहइँ। 20 जंगली पसु भी तोहार लगे हाँपत भवा आइहीं काहेकि नदियन झुराइ ग अहइँ। आगी हमार हरी-भरी चरागाहन क रेगिस्ताने मँ बदल दिहस ह।

यहोवा क दिन आइ

सिय्योन पइ नरसिंहा फूँका।
    मोरे पवित्तर पर्वते पइ चिताउनी सुनावा।
ओन सबहिं लोगन क जउन इ धरती पइ रहत हीं, तू पचे डर स कँपाइ द्या।
    यहोवा क बिसेस दिन आवत अहइ।
    इ बहोत ही लगे अहइ।
उ दिन अँधियारा भरा होइ, उ दिन उदासी अउर सोक क होइ,
    उ दिन करिया होइँ अउर उ दिन दूदिनर्न होइ।
भोरे क पहिली किरन क संग तू पचन्क पहाड़े पइ फउज फइलत भइ देखाँइ देइ।
    उ फउज बिसाल अउर सक्ति होइ।
तू अइसा फउज पहिले तउ कबहुँ भी नाहीं लखा रहा
    अउ अगवा भी कबहुँ भविस्स काल मँ अइसा नाहीं लखी।
उ फउज इ धरती क धधकत आगी जइसे तहस-नहस कइ देइ।
    जब फउज उ धरती स होइ क आगे बढ़इ
तउ उ धरती जउन कि एदेन क बगीचा जइसा रहा उ एक उजड़ भवा रेगिस्तान मँ बदल जाइ।
    ओनसे कछू भी नाहीं बचि पाइ।
टिडिय घोड़न क तरह देखइ जात अहइ
    अउर अइसे दउड़त हीं जइसे सिपाही दोड़त हीं।
का तू इ आवाज क सुनत ह।
इ पहाड़े पइ चढ़त भए
    रथन क खड़-खड़ क आवाज क नाई आवाज करत ह।
इ आवाज अइसा अहइ जइसे
    जलत भइ भूसा क चटपट आवाज।
उ सबइ लोग सक्तिवाले अहइँ।
    उ पचे जुद्ध बरे तइयार अहइँ।
इ फउज क अगवा लोग डर स काँपत हीं।
    ओनकर मुँर डर स पिअर पड़ि जात हीं।

उ सबइ फउजी बहोत तेज दउड़न हीं।
    उ सबइ फउजी देवारन पइ चढ़त हीं।
हर एक फउजी सोझइ ही अगवा बढ़ि जात ह।
    उ पचे आपन रास्ता स तनिकउ भी नाहीं हटतेन।
उ पचे एक दूसर क आपुस मँ नाहीं धकियउतेन।
    हर एक अपने राहे पइ चलत ह।
अगर कउनो फउजी जखमी हो अउर गिरि जात ह
    तउ भी उ पचे आपन राहे स नाहीं मुरत ह।
उ पचे आचानक ही सहरे पइ चढ़इ जाब।
    उपचे सहरे क देवार पाइ दोरब।
उ पचे खिड़कियन स होइके भवनन भितरे घुस जात हीं
    जइसे कउनो चोर घुसि जाइ।
10 धरती अउ अकासे तलक ओनके समन्वा थर्रात हीं।
    सूरज अउ चाँद भी करिया पड़ि जात हीं अउर तारा चमकब तजि देत हीं।
11 यहोवा जोर सँ अपनी फउज क बुलावत ह।
    ओकर छावनी बिसाल अहइ
उ फउज ओकरे हुकुमन क मानब्या।
    उ फउज बहोतइ सक्तीसाली अहइ।
यह बरे यहोवा क बिसेस दिन महान अउ खउफनाक अहइ।
    कउनो भी मनई ओक आइ स रोक नाहीं सकत।

प्रकासित वाक्य 19:1-10

सरग मँ परमेस्सर क स्तुति

19 एकरे बाद मइँ सरग क भीड़ स उच्च स्वर मँ आवाज़ आवत सुने रह्यो:

“हल्लिलूय्याह!
परमेस्सर क जय होइ! जय होइ! महिमा अउर समर्थ हमेसा मिलइ!
    ओकर निआव सच्चे अउर धर्ममय अहइ।
उ बड़ी वेस्या क उ निआव करेस,
    जउन आपन व्यभिचार स इ धरती क भ्रस्ट कइ दिहे रही,
अपने दासन क मउत क बदला लइ लिहेस।”

ओन्ह फिन कहेन्ह:

“हल्लिलूय्याह!
    ओसे धुआँ जुग जुग तक उतरत रहा।”

फिन चौबीसउँ बुजुर्गन अउर चारउ प्रानिअन सिंहासन प बइठा परमेस्सर क झुकके प्रणाम करेन अउर ओकर आराधना करत गावइ लागेन:

“आमीन, हल्लिलूय्याह!”

सिंहासन स फिन आवाज आइ जउन कहत रही:

“ओ ओकर सेवकन!
    तू सबे हमरे परमेस्सर क स्तुति करा,
अउर अपने सब लोगन क चाहे बड़ा होइ या छोटा
    सबइ क इज्जत करत रहा!”

फिन मानो मइँ एक विसाल जनसमूहे क आवाज सुनेउँ जउन कि भयंकर पानी क बहाव अउर बदरन क जोरदार गरजइ-तरजइ क आवाज जइसे रही। कहत रही:

“हल्लिलूय्याह!
    जय होइ ओकर, काहे बरे कि हमार पर्भू परमेस्सर,
    सर्वसक्ति स पूरा होइके राज्य क ताकतवर बनावत अहइ।
इ बरे आवा, आनन्द खुसी मनावा।
    आवा, ओका माहिमा देइ।
काहे बरे कि अउर मेमना क बियाह क समइ आइ गवा अहइ।
    ओकर दुलहिन सजी धजी तइयार होइ गइ।
ओका आग्या मिली अहइ,
    साफ सफेद निर्मल मलमल पहन ल्या।”

(इ मलमल परमेस्सर क पवित्तर लोगन बड़िया कामन क प्रतीक अहइ।)

फिन उ मोसे कहइ लाग, “लिखा, उ धन्य अहइ जेनका इ बियाह क भोजन मँ बोलावा ग अहइ।” उ मोसे फिन कहिस, “इ परमेस्सर क सच्चा वचन अही।”

10 अउर मइँ ओकर आराधना करइ क बरे ओकरे पाँव प गिर पड़ेउँ। मुला उ मोसे कहेस, “सावधान! अइसा न करा। मइँ तउ तोहरे अउर तोहरे भाइयन क साथी परमेस्सर क साथी सेवक अहउँ जउने पइ ईसू क साच्छी क भविस्सबाणी की आतिमा अहइ। अउर प्रचार क जिम्मेदारी अहइ। परमेस्सर क आराधना करा. कहे बरे कि ईसू क प्रमाणित संदेस इ बात क साच्छी अहइ कि ओहमाँ एक नबी क आतिमा अहइ।”

लूका 14:25-35

चेला बनइ क कीमत

(मत्ती 10:37-38)

25 ईसू क संग भारी भीड़ जात रही। उ ओनके कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, 26 “जदि मोरे लगे कउनो आवत ह अउर आपन बाप महतारी, पत्नी अउर बचवा, आपन भाइयन अउर बहिनियन अउर हिआँ ताईं कि आपन जिन्नगी तलक स मोसे जिआदा पिरेम राखत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत। 27 जउन आपन क्रूस (यातना) उठाइके मोरे पाछे नाहीं चलत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत।

28 “जदि तोहमाँ स कउनो बुर्ज बनावइ चाहइ तउ का उ पहिले स बइठिके ओकरे दामे क, इ लखइ बरे कि ओका पूरा करइके ओकरे लगे काफी कछू बा कि नाहीं, हिसाब न लगाई? 29 नाहीं तउ उ नेंव तउ खनि देइ अउर ओका पूरा न कइ पावइ स, जउन ओका सुरु होत लखेन ह, सबहिं ओकर मसखरी उड़इहीं अउर कइहीं, 30 ‘अरे लखा इ मनई बनाउब तउ सुरु कहेस ह मुला इ ओका पूर नाहीं कइ सका!’

31 “या कउनो राजा अइसा होइ जउन कउनो दूसर राजा क खिलाफ जुद्ध छेड़इ जाइ अउर पहिले बैठिके इ न बिचारइ कि आपन दस हजार सैनिकन क संग का उ बीस हजार सैनिकन आपन बैरी क मुकाबला कइ भी सकी कि नाहीं? 32 अउर जदि उ समर्थ नाहीं होत तउ ओकर बैरी अबहीं राहे मँ होइहीं तबहिं उ आपन प्रतिनिधि मंडल क पठइके सांति मिलाप क सुझाई।

33 “तउ फिन इहइ तरह तोहमाँ स कउनो भी जउन आपन सबहिं धन दौलत क तजि नाहीं देत, मोर चेला नाहीं होइ सकत।

आपन सुभाव जिन तजा

(मत्ती 5:13; मरकुस 9:50)

34 “नोन उत्तिम अहइ मुला जदि ओकर स्वाद बिगर जाइ तउ ओका फिन स नमकीन नाहीं बनावा जाइ सकता। 35 न तउ उ माटी क लायक नही अउर न पाँस क कूड़ा क। मनई सिरिफ ओका यूँ ही बहाइ देइहीं।

“जेकरे लगे सुनइ क कान अहइँ, ओका सुनइ द्या!”

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.