Book of Common Prayer
यहोवा क दास दाऊद क एक पद: संगीत निर्देसक बरे। दाऊद इ पद यहोवा क बारे मँ उ अवसर पइ लिखे रहा जब यहोवा दाऊद क ओकर सबइ दुस्मन अउ साऊल स ओकर रच्छा किहे रहा।
1 उ कहेस, “यहोवा मोर सक्ती अहइ,
मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ।
2 “यहोवा मोर चट्टान, मोर गढ़, मोर सरणस्थल बाटइ।”
मोर परमेस्सर मोर चट्टान अहइ।
मइँ तोहरी सरण मँ आवा हउँ।
ओकर सक्ती मोका बचावत ह।
यहोवा ऊँचके पहाड़न पइ मोर सरणस्थल अहइ।
3 यहोवा क जउन स्तुति क जोग्य अहइ,
मइँ गोहराउब
अउर मइँ आपन दुस्मनन स बचावा जाब।
4 मोर दुस्मनन मोका मारइ क जतन किहन।
मइँ चारिहुँ कइँती मउत क लसुरी स घिरा अहउँ।
मोका अधर्म क बाढ़ भयभीत कइ दिहस।
5 मोरे चारिहुँ कइँती पाताल क लसुरी रहिन।
अउर मोह पइ मउत क फंदा रहेन।
6 मइँ घेरा भवा रहेउँ अउर यहोवा क मदद बरे गोहराएउँ।
मइँ आपन परमेस्सर क गोहराएउँ।
परमेस्सर पवित्तर मन्दिर मँ बिराजा।
उ मोर पुकार अनकेस अउ मदद किहेस।
7 तब्बइ भुइँया हल गइ अउ थर्राइ उठी;
अउ पहाड़न क नेव थर्राइके हल उठिन
काहेकि यहोवा बहोतइ कोहान रहा।
8 परमेस्सर क नथुना स धुआँ फूटि पड़ा।
परमेस्सर क मुँह स ज्वाला फूटि पड़िन,
अउ ओहसे चिंगारियन छटक गइन।
9 यहोवा सरगे क चीरिके खाले उतरा।
खूब घना करिआ बादर ओकरे गोड़े तरे रहेन।
10 उ करूब सरगदूत पइ उड़ि गवा
अउर हवा क पंख पइ सवार होइके ऊँचे आकास मँ उड़ि गवा।[a]
11 यहोवा खुद क अँधियारे मँ छुपाइ लिहस, ओका अकासे क चँदोबा घेरे रहा।
उ गरजत बादर क खूब घना घटा-टोप मँ लुकान भवा रहा।
12 फिन, परमेस्सर क तेज बादर फाड़िके निकरा।
बरसा अउ बिजुरियन कौंधिन।
13 यहोवा क उद्घोष नाद अकासे मँ गूँजा।
परम परमेस्सर आपन वाणी क सुनइ दिहस।
फुन अंगारे गिरेन अउ बिजुरियन कौंधिन।
14 यहोवा बाण छोड़ेस अउर दुस्मन बिखराइ गएन।
ओकर अनेक बिजुरी क बज्रन ओनका हराइ दिहन।
15 हे यहोवा, तू गरज्या अउ मुँह स आँधी बहाया।
पानी पाछे हटिके दब गवा
अउ समुद्रे क पानी बगइर तले क देखाँइ लाग,
अउर धरती क नेंव तलक उधरि गइ।
16 यहोवा ऊपर अकासे स खाले उतरा अउर मोर रच्छा किहस।
मोका मोरे कस्टन स उबारि लिहस।
17 मोर सत्रु मोहसे कछूँ जियादा ताकतवर रहेन।
उ पचे मोहसे कहूँ जियादा बरिआर रहेन, अउ मोहसे दुस्मनी राखत रहेन।
तउ परमेस्सर मोर रच्छा किहस।
18 जब मइँ विपत्ति मँ रहेउँ, मोर दुस्मनन मोह पइ वार किहन
मुला तबहिं यहोवा मोका सँभारेस!
19 यहोवा क मोहसे पिरेम रहा, तउ उ मोका बचाएस
अउर मोका सुरच्छित ठउरे पइ लइ गवा।
20 यहोवा मोका आपन अच्छाई क अनुसार इनाम देइ।
उ मोका मोरे सुद्धता क अनुसार बदल देइ।
21 काहेकि मइँ यहोवा क आग्या क पालन किहेउँ ह!
आपन परमेस्सर यहोवा बरे मइँ कउनो भी बुरा काम नाहीं किहेउँ।
22 मइँ तउ यहोवा क व्यवस्था विधानन क
अउ हुकुमन क हमेसा धियान मँ राखत हउँ!
23 खुद क मइँ ओकरे समन्वा पवित्तर राखत हउँ
अउ अबोध बना रहत हउँ।
24 काहेकि मइँ अबोध अहउँ!
एह बरे मोका मोर पुरस्कार देइ!
जइसा परमेस्सर लखत ह कि मइँ कउनो बुरा काम नाहीं किहेउँ, एह बरे उ मोरे बरे उत्तिम चिजियन करी।
25 हे यहोवा, तू वफ़ादार लोगन क संग वफ़ादार अहा
अउ खरे लोगन्क संग तू आपन क खरा दिखावत ह।
26 हे यहोवा, तू सुद्ध लोगन क संग सुद्ध अहा,
किन्तु तू दुट्ठ लोगन स जियादा चालाक अहा।[b]
27 हे यहोवा, तू नम्र जनन बरे सहाय अहा,
मुला जेनमाँ अहंकार भरा अहइ ओन मनइयन क तू बड़ा नाहीं बनइ देत्या।
28 उ तू ही अहा जउन मोर दीप बरत ह।
हे मोरे परमेस्सर तू मोरे अंधकार क जोति मँ बदल देत अहा!
29 हे यहोवा, तोहरी मदद स, मइँ फउजियन क संग पराइ सकत हउँ।
तोहरी ही मदद स, मइँ दुस्मनन क चहरदीवार फाँद सकत हउँ।
30 परमेस्सर क विधान पवित्तर अउ उत्तिम अहइ
अउ यहोवा क सब्द सच स पूरा होत हीं।
उ ओका बचावत ह जउन ओकरे भरोसे अहइँ।
31 यहोवा क छाँड़ि बस अउर कउन परमेस्सर बाटइ?
सिरिफ हमरे परमेस्सर क अउर कउन चट्टान अहइ?
32 मोका परमेस्सर सक्ति देत ह।
उ मोर रास्ता आसान बनावत ह।
33 परमेस्सर मोरे गोड़न क हिरन क नाई तेज चाल देत ह।
उ मोका स्थिर बनावत अउर मोका चट्टानी सिखरन स गिरइ स बचावत ह।
34 परमेस्सर जुद्ध बरे मोरे बाँहन क प्रसिच्छित करत ह,
एह बरे मइँ बहोत सक्तीसाली धनुस[c] क मोड़ सकत हउँ अउ तीर छोड़ सकत हउँ।
35 हे परमेस्सर, आपन ढार स मोर रच्छा करा।
तू मोका आपन दाहिन भुजा स
आपन महान सक्ती प्रदान कइके मदद द्या।
36 हे परमेस्सर, तू मोरे गोड़े क अउर टखना क मजबूत बनावा
ताकि मइँ तेज होइके बगइर लड़खड़ाहट क बढ़ चलउँ।
37 फुन आपन दुस्मनन क पाछा करउँ, अउ ओनका धइ सकउँ।
ओनमाँ स एक क भी बच पावइ देउँ।
38 मइँ आपन दुस्मनन क हराउब।
ओनमाँ स एक भी फुन ठाड़ नाहीं होइ।
मोर सबहिं दुस्मन मोरे गोड़वा प गिरि जइहीं।
39 हे परमेस्सर, तू मोका जुद्ध मँ सक्ती दिहा,
अउर मोरे सब दुस्मनन क मोरे समन्वा निहुराइ दिहा।
40 तू मोरे दुस्मनन क पीठ मोरी कइँती फेरि दिहा,
ताकि मइँ ओनका काटि डावउँ जउन मोसे जलन राखत हीं।
41 जब मोर दुस्मनन मदद क गोहार लगाएन,
ओनका मदद देइ अगवा कउनो नाहीं आवा।
हिआँ तलक कि उ पचे यहोवा तलक क पुकारेन,
मुला यहोवा स ओनका जवाब न मिला।
42 मइँ आपन दुस्मनन क कूट कूट कइ धूरि मँ मिलइ देबउँ, जेका ब्यार उड़ाइ देत ह।
मइँ ओनका कुचर दिहेउँ अउर माटी मँ मिलाइ दिहेउँ।
43 मोका ओनसे बचाइ ल्या जउन मोसे जुद्ध करत हीं।
मोका ओन जातियन क मुखिया बनाइ द्या,
जेनका मइँ जानत तलक नाहीं हउँ ताकि उ पचे मोर सेवा करिहीं।
44 फिन उ सबइ लोग मोर सुनिहीं अउर मोरे हुकुमन क मनिहीं,
दूसर रास्ट्रन क लोग मोसे डेरइहीं।
45 उ पचे विदेसी लोग मोरे समन्वा निहुरिहीं काहेकि उ पचे मोसे भयमीत होइहीं।
उ पचे भय स थर्रात भए आपन छुपा ठउरन स बाहेर निकारि अइहीं।
46 यहोवा सजीव अहइ!
मइँ आपन चट्टान क जस गीत गावत हउँ।
मोर महान परमेस्सर मोर रच्छा करत ह।
47 धन्न बाटइ, मोर पटक देइवाला परमेस्सर जउन
देस-देस क मनइयन क मोरे बस मँ कइ दिहस ह।
48 यहोवा, तू मोका मोरे दुस्मनन स छोड़ाया ह।
तू मोर मदद किहा ताकि मइँ ओन लोगन क हराइ सकउँ जउन मोरे खिलाफ खड़ा भएन।
तू मोका कठोर मनइयन स बचाया ह।
49 हे यहोवा, इहइ कारण मइँ देसन क बीच तोहार स्तुति करत हउँ।
इहइ कारण मइँ तोहरे नाउँ क भजन गावत हउँ।
50 यहोवा आपन राजा क मदद बहोत स जुद्धन क जीतइ मँ करत ह।
उ आपन सच्चा पिरेम, आपन चुने भए राजा पइ देखाँवत ह।
उ दाऊद अउ ओकरे संताने बरे सदा बिस्सास क जोग्ग रही।
परमेस्सर क बोलाउब अउर योना क आग्या पालन
3 एकरे पाछे यहोवा योना स फुन कहेस। यहोवा कहेस, 2 “तू नीनवे क बड़के नगर मँ जा अउर हुआँ जाइके, जउन बातन मइँ तोहका बतावत हउँ, ओनकर सिच्छा द्या।”
3 तउ यहोवा क आग्या मानिके योना नीनवे क चला गवा। निनवे एक ठु विसाल नगर रहा। उ ऍतना विसाल रहा, कि उ नगरे मँ एक किनारे स दूसर किनारे तलक मनइयन क पैदल चलिके तीन दिन क समइ लागत रहा।
4 तउ योना सहर क जात्रा सुरू किहस अउर सारे दिन उपदेस दिहस। योना कहेस, “चालीस दिन पाछे नीनवे तबाह होइ जाइ।”
5 परमेस्सर कइँती मिले भए इ सँदेस पइ, नीनवे क लोग बिस्सास किहन अउर उ सबइ लोग कछू समइ बरे खइया तजिके पापन पइ सोच-बिचार करइ क निर्णय लिहन। लोग आपन दुःख परगट करइ बरे खास तरह क ओढ़ना धारण किहेन। सहरे क सबहिं लोग चाहे उ पचे बड़कवा या बहोतइ छोट होइँ, अइसा ही किहन।
6 नीनवे क राजा इ सबइ बातन सुनेन अउर उ भी आपन बुरे करमन क सोक मनाएन। एकरे बरे राजा आपन सिंहासन तजि दिहस। उ आपन राजसी वस्त्र हटाइ दिहस अउर आपन दुःख परगट करइ बरे सोक वस्त्र धारण कइ लिहस। एकरे पाछे उ राजा धूरि मँ बइठि गवा। 7 राजा एक खास सँदेस लिखवाएस अउर उ सँदेस क सारे सहर मँ ढिंढोरा पिटवाएस:
राजा अउर ओकर बड़कन सासक लोगन कइँती स आदेस रहा:
लोगन क कउनो समूह क अउ न ही कउनो जनवारन क झुण्ड क चरागाहे मँ जाइ दीन्ह जाइ। अउर न ही कछू खइहीं अउर न जल पिइहीं। 8 बल्कि हर मनई अउ हर गोरू टाट पहिरही जेहसे इ देखाँइ देइ कि उ सबइ दुःखी अहइँ। लोग ऊँची अवाज मँ परमेस्सर क गोहरइहीं। हर मनई क आपन जिन्नगी बदलइ क होइ अउर ओका चाही कि उ बुरे करमन क तजि देइ। 9 तब होइ सकत ह कि परमेस्सर क इच्छा बदलि जाइ अउर उ जउन योजना रचे बाटइ, वइसी बात न करइ। होइ सकत ह कि परमेस्सर क इच्छा बदलि जाइ अउर कुपित न होइ। तब होइ सकत ह कि हम पचन्क सजा न दीन्ह जाइ।
10 लोग जउन बातन किहे रहेन, ओनका परमेस्सर लखेस। परमेस्सर निहारेस ह कि लोग बुरा करम करब बंद कइ दिहेन। तउ परमेस्सर आपन मन बदल दिहस अउर जइसा करइ क उ योजना रचे रहा, वइसा नाहीं किहस। परमेस्सर लोगन क सजा नाहीं दिहस।
परमेस्सर क करूणा स योना कोहाइ गवा
4 योना इ बात पइ खुस नाहीं रहा कि परमेस्सर नगर क बचाइ लिहे रहा। योना कोहाइ गवा। 2 उ यहोवा स सिकायत करत भवा कहेस, “मइँ जानत रहेउँ कि अइसा ही होइ। मइँ तउ अपने देस मँ रहेउँ, अउर तू ही मोहसे हिआँ आवइ क कहे रह्या। उहइ समइ मोका इ पता रहा कि तू इ पापी नगर क लोगन क छिमा कइ देब्या। मइँ एह बरे तर्सीस जाइ क सोचे रहेउँ। मइँ जानत रहेउँ कि तू एक दयालु परमेस्सर अहा! मइँ जानत रहेउँ कि तू करूणा देखाँवत ह अउ मनइयन क सजा देइ नाहीं चहत्या। मोका पता रहा कि तू करूणा स पूर्ण अहा। मोका गियान रहा कि इ सबइ लोग पाप करब तजि दिहेन तउ तू एँनकर बिनास क योजनन क बदल देब्या। 3 तउ हे यहोवा, अब मइँ तोहसे इहइ माँगत हउँ, कि तू मोका मारि डावा। मोरे बरे जिअत रहइ स मरि जाब उत्तिम अहइ।”
4 एह पइ यहोवा कहेस, “का तू सोचत अहा कि बस एह बरे कि मइँ ओन लोगन क कस्ट नाहीं दीन्ह, तोहार किरोध करब नीक बाटइ?”
5 इ सबइ बातन स योना अबहुँ कोहान रहा। तउ उ सहर क बाहेर चला गवा। योना एक ठु अइसे जगह पइ चला गवा जउन सहर क पूरब प्रदेस क निअरे रहा। योना हुआँ आपन बरे एक पड़ाव बनाइ लिहस। फुन ओकर छाया मँ हुवँइ बइठे-बइठे उ इ बाते क बाट जोहइ लाग कि देखी इ सहरे क साथ का घटति ह।
रेंडीं क पउधा अउ किरवा
6 ओहर यहोवा रेंडीं क एक ठु अइसा पउधा लगाएस जउन बहोत तेजी स बाढ़ि गवा अउ योना पइ छाइ गवा। एँहसे योना क बइठे बरे एक ठंडी जगह बनाइ दिहस। योना क एहसे अउर जियादा आराम मिला। इ पउधे क कारण योना बहोत खुस रहा।
7 अगले दिन भिंसारे उ पउधे का एक ठु हींसा खाइ लेइ बरे परमेस्सर एक ठु किरवा पठएस। किरवा उ पउधे क खाब सुरू कइ दिहस अउर उ पउधा मुरझाइ गवा।
8 सूरज जब अकासे मँ ऊपरि चढ़ि चुका रहा, परमेस्सर पुरवइया क गरम हवा चलाइ दिहस। योना क मूँड़े पइ सूरज चमकत रहा, अउर योना एक दम्मइ निर्बल होइ गवा रहा। योना परमेस्सर स चाहेस कि उ ओका मउति दइ देइ। योना कहेस, “मोरे बरे जिअत रहइ स नीक बाटइ कि मइँ मरि जाउँ।”
9 मुला परमेस्सर योना स कहेस, “बतावा, तोहरे विचार मँ का सिरिफ एह बरे इ पउधा झुराइ गवा अहइ, तोहार किरोध करब उचित अहइ?”
योना जवाब दिहस, “हाँ, मोर किरोध करब उचित ही बाटइ। मोका एँतना किरोध आवत ह कि जइसे बस मइँ आपन परान ही दइ देउँ!”
10 एह पइ यहोवा कहेस, “लखा, उ पउधे बरे तू तउ कछू भी नाहीं किहा! तू ओका उगाइ दिहा तलक नाहीं। उ राति मँ फूटि गवा रहा अउर अगले दिना उ नस्ट होइ गवा अउर अब तू पउधे बरे एँतना दुःखी अहा। 11 अगर तोहका उ पउधे बरे ऍतना चिन्ता अहइ तउ का मोका नीनवे जइसा बड़ा सहर पइ दाया नाहीं राखी चाही जेहमाँ बहोत स लोग अउर बहोत स जनावरन रहत हीं? जहाँ 1,20,000 स जियादा लोग रहत हीं, जउन इ भी नाहीं जानतेन कि का उ पचे गलत काम करत अहइँ? का मोका ओन लोगन क बचाइ नाहीं चाही?”
27 फिन जब चउदहवीं रात आइ हम अद्रिया क समुद्दर मँ थपेड़ा खात रहे रहेन तबहिं आधी रातिक लगे जहाज क चालकन क लाग जइसे कउनो किनारा नगिचे अहइ। 28 उ पचे समुद्दर क गहिराइ नंपेन तउ पाएन कि हुवाँ कउनो अस्सी हाथ गहिराई रही। तनिक बेर क पाछे उ पचे गहराई क फिन टोहेन अउर पा पाएन कि अब गहिराई साठ हाथ रहि गइ रही। 29 इ डर स कि उ पचे कतहुँ कउनो चट्टानी ऊथल किनारा मँ न फँसि जाइँ, उ सबइ जहाज क पिछले हींसा स चार ठु लंगर बहाएन अउर पराथना करइ लागेन कि कउनो तहर दिन निकरि आवइ। 30 ओहर जहाज क चलावइ वाला जहाज स पराइ क जतन करत रहेन। उ पचे इ हीला बनावत भए कि उ पचे जहाज क अगले हींसा स कछू लंगर बहावइ जात अहइँ, जीवन रच्छा नाउ क समुद्दर मँ उतारि दिहेन। 31 तबहिं फऊजीनायक स पौलुस कहेस, “जदि इ सबइ जहाज प नाहीं थामेन तउ तू पचे भी नाहीं बच पउब्या।” 32 तउ सिपाहियन रस्सा क काटिके जीवन रच्छा नाउ तरखाले गिराइ दिहेन।
33 भोर होइ स तनिक पहिले पौलुस इ कहत भए सब मनइयन स तनिक खइया खाइके हठ किहेस, “चौदह दिन बीति चुका अहइँ अउर तू पचे लगातर फिकिर क कारण भूखा बाट्या। तू पचे कछू भी नाहीं खाए बाट्या। 34 मइँ तोहसे कछू खाइके यह बरे हठ करत अही कि तोहरे जिअइ बरे इ जरुरी अहइ। काहेकि तू पचन मँ स कउनो क मूँड़े क एक बार तलक बाँका नाहीं होइ क बा।” 35 ऍतना कहि चुके क पाछे उ तनिक रोटी लिहेस अउर सबन क समन्वा परमेस्सर क धन्यवाद दिहेस। फिर रोटी क तोरेस अउर खाइ लाग। 36 ऍहसे ओन सबन क हिम्मत बाढ़ी अउर उ सबइ भी थोड़ा स खाना क खाएन। 37 (जहाज प कुल बटोरिके हम सबइ दुइ सौ छिहत्तर मनई रहेन।) 38 पूरा खाना खाइ चुकइ क पाछे उ पचे समुद्दर मँ अनाज बहाइके जहाज क हल्का कइ दिहेन।
जहाज क टूटब
39 जबहिं दिन क प्रकास भवा तउ उ पचे धरती क पहिचान नाहीं पाएन मुला ओनका लाग कि जइसे हुवाँ कउनो किनारा बाली खाड़ी बाटइ। उ पचे तय किहेन कि अगर होइ सकइ तउ जहाज क ठहराइ देइँ। 40 तउ उ पचे लंगर काटिके ढील दइ दिहेन अउर ओ सबन क समुद्दर मँ तरखले भहराइ दिहेन। उहइ समइ उ पचे पतवारे स बाँधा रस्सा क ढीला कइ दिहेन, फिन जहाज क अगला पतवार चढ़ाइके किनारे कइँती बढ़इ लागेन। 41 अउर ओऩकइ जहाज रेत मँ टकराइ गवा। जहाज क अगला हींसा ओहमाँ फँसिके जाम होइ गवा। अउर सक्तीवाली लहरन क थपेड़न स जहाज क पछिला हींसा टूटइ फाटइ लाग।
42 तब्बहिं सिपाही लोग कैदियन क मारि डावइ क कुचाल रचेन ताकि ओहमाँ स कउनो भी तैरके बच न पावइ। 43 मुला फऊजीनायक पौलुस क बचावा चाहत रहा, यह बरे उ ओनका ओनकइ कुचाल क पूर होइ स रोक दिहेस। उ हुकुम दिहेस कि जउन भी तैर सकत हीं, उ पचे पहिले ही किनारे पहोंच जाइँ 44 अउर बाकी मनई तख्तम या जहाजे क दूसर टुकड़न क सहारे चला जाइँ। इ तरह हर एक सुरच्छा स किनारे आइ पहोंचा।
पतरस कहेस ईसू ही मसीह अहइ
(मत्ती 16:13-19; मरकुस 8:27-29)
18 इ भवा कि ईसू जब अकेल्ले मँ पराथना करत रहा तउ ओकर चेलन भी ओकरे संग रहेन। तउ ईसू ओनसे पूछेस, “मनइयन का कहत हीं कि मइँ कउन हउँ?”
19 उ पचे जवाब दिहन, “बपतिस्मा देवइया यूहन्ना कछू कहत हीं एलिय्याह मुला कछू दूसर कहत हीं पुरान जुग क कउनो नबी उठि खड़ा भवा बा।”
20 ईसू ओनसे कहेस, “अउर तू का कहत ह कि मइँ कउन हउँ?”
पतरस जवाब दिहस, “परमेस्सर क मसीह।”
21 मुला इ बारे मँ कउनो क भी न बतावइ क चिताउनी देत भवा ईसू ओनसे कहेस,
ईसू कहेस उ जरुर मरिहीं
(मत्ती 16:21-28; मरकुस 8:31–9:1)
22 “इ तइ अहइ कि मनई क पूत ढेरि क कस्ट उठाई अउर उ बुजुर्ग यहूदी नेतन, मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन क मना कइ दिहे स मारि डावा जाई फिन तिसरे दिन जी जाई।”
23 फिन उ ओन सबन स कहेस, “जदि कउनो मोरे साथ चलत चाहत ह तउ ओका खुद आपन क नकारइ क होई। अउर हर दिन ओका आपन क्रूस (यातना) उठावइ क होई। अउर मोर अनुसरन करइ क होइ। 24 काहेकि जउन कउनो आपन जिन्नगी बचाउब चाहत ह, उ ओका खोइ बइठी मुला जउन कउनो मोरे बरे आपन जिन्नगी क तजि देइ, उहइ ओका बचाई। 25 काहेकि ऍहम कउनो मनई का का लाभ अहइ कि उ समूचे संसार क लइ लेइ मुला खुद आपन क नास कइ देइ या खोइ देइ। 26 जउन कउनो भी मोरे या मोरे सब्दन बरे लजात ह, ओकरे बरे मनई क पूत भी जब आपन महिमा मँ, आपन परमपिता अउर पवित्तर सरगदूतन क महिमा मँ परगट होई तउ ओकरे बरे लजाइ जाई। 27 मुला मइँ तोसे सच कहत हउँ, हिआँ कछू खड़ा अहइँ, जउन जब तलक मउत क सेवाद नाहीं लेइहीं, जब ताई परमेस्सर क राज्य क ना लखि लेइँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.