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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 132

मन्दिर क आरोहण गीत।

हे यहोवा, जइसे दाऊद यातना भोगे रहा, ओका याद करा।
मुला दाऊद यहोवा स एक सपथ लिहेस।
    दाऊद याकूब क सक्तिसाली परमेस्सर क एक मन्नत माने रहा।
दाऊद कहे रहा: “मइँ आपन घरे मँ तब तलक न जाब,
    आपन बिछउना पइ न ही ओलरब, न ही सोउब।
मइँ आपन आँखिन क नाहीं सोवइ देब।
    अउर आपन पलकन क बन्द नाहीं होइ देब।
एहमाँ स मइँ कउनो बात भी नाहीं करब जब तलक मइँ यहोवा बरे एक घर न प्राप्त कइ लेउँ।
    मइँ याकूब क सक्तिसाली परमेस्सर बरे एक ठु मन्दिर पाइ क रहब।”

एप्राता मँ हम दाऊद क वचन क बारे मँ सुनेउँ।
    हमका किरीयथ योरीम क वन मँ करार क सन्दूख मिली रही।
आवा, पवित्तर तम्बू मँ चला।
    आवा, ओकरे सिंहासन क समन्वा आराधना करी।
हे यहोवा, आपन आराम क जगह स उठा,
    अउ करार क सन्दूख संग होआ जहाँ तू सक्ति क संग सासन करत ह।
हे यहोवा, तोहार याजक धरम क भावना क धारण किया करी।
    तोहर बिस्सासी भगतन बहोत खुस रहीं।
10 तू आपन चुने भए राजा क आपन सेवक दाऊद क भले बरे
    जिन अस्वीकार करा।
11 यहोवा दाऊद क एक वचन दिहेस ह जेका उ कबहुँ नाहीं तोड़िही।
    उ वचन दिहस ह कि दाऊद क बंस स राजा अइहीं।
12 यहोवा कहे रहा, “अगर तोहार संतानन मोर करार पइ अउर मइँ ओनका जउन सिच्छन सिखाइन ओन पइ चलिहीं
    तउ फुन तोहरे परिवार क कउनो न कउनो सदा ही राजा रही।”

13 आपन मन्दिर क जगह बरे यहोवा सिय्योन क चुने रहा।
    इ उ जगह अहइ जेका उ आपन भवन बरे चाहत रहा।
14 यहोवा कहे रहा, “इ मोर जगह सदा-सदा बरे होइ।
    मइँ एका आपन जगह पइ रहइ बरे चुनेउँ ह।”
15 भरपूर भोजन स मइँ इ सहर क आसीर्बाद देब,
    हिआँ तलक कि गरीब लोगन क लगे खाइ क भरपूर होइ।
16 ओकरे याजकन क उद्धार क मइँ ओढ़ना पहिराउब।
    मोर भगत बहोत खुस होइहीं।
17 इ जगह पइ मइँ हिआँ दाऊद क परिवार क सुदृढ करब।
    मइँ आपन चुने भए राजा क एक दीपक स्थापित करब।
18 मइँ दाऊद क दुस्मनन क लज्जा स ढाँपि देब।
    अउर दाऊद क राज्ज क चमकाउब।

यसायाह 63:7-16

यहोवा आपन लोगन पइ दयालु रहा

इ मइँ याद राखब कि यहोवा दयालु अहइ
    अउर मइँ यहोवा क स्तुति करब याद राखब।
यहोवा इस्राएल क घराने क
    बहोत स वस्तुअन प्रदान किहस।
यहोवा हमरे बरे बहोत ही कृपालु रहा।
    यहोवा हमरे बरे दाया देखॉएस।
यहोवा कहे रहा, “इ सबइ मोर लोग अहइँ।
    इ सबइ बच्चन कबहुँ झूठ नाहीं कहत हीं।”
    एह बरे यहोवा ओन लोगन क बचाइ लिहस।
ओनका सब संकटन स
    कउनो भी सरगदूत नाहीं बचाए रहा।
उ खुद ही आपन पिरेम
    अउर आपन दाया स ओनका छुटकारा दिआए रहा।
10 किन्तु उ सबइ लोग यहोवा स मुँह मोड़ चलेन।
    उ पचे ओकर पवित्तर आतिमा क बहोत दुःखी किहस।
तउ यहोवा ओनकर दुस्मन बन गवा।
    यहोवा ओन लोगन क विरोध मँ जुद्ध किहस।

11 किन्तु यहोवा अब भी पहिले क समय याद करत ह।
    यहोवा मूसा क अउर ओकर लोगन क याद करत ह।
यहोवा उहइ रहा जउन लोगन क सागर क बीच स निकारि के लिआवा।
    यहोवा आपन भेड़िन क अगुवाई क बरे आपन चरवाहन क प्रयोग किहस।
किन्तु अब उ यहोवा कहाँ अहइ
    जउन आपन आतिमा क मूसा मँ रख दिहे रह्या।
12 यहोवा आपन दाहिन हाथे स मूसा क अगुवाई किहस।
यहोवा आपन अद्भुत सक्ति स मूसा क राह देखाएस।
    यहोवा जल क चीर दिहे रहा।
जेहसे लोग सागर क पैदल पार कइ सके रहेन।
    इ अद्भुत कार्य क कइके यहोवा आपन नाउँ प्रसिद्ध किहे रहा।
13 यहोवा लोगन गहिर सागर क बीच स पार किहेस।
    उ पचे अइसे चला रहेन
    जइसे रेगिस्तान क बीच स घोड़ा बिना लड़खड़ाए चला जात ह।
14 जइसे मवेसी घाटियन स उतरत
    अउर आराम क ठउर पावत हीं वइसे ही यहोवा क प्राण हमका विस्राम क जगहिया दिहेस ह।
हे यहोवा, इ ढंग स तू आपन लोगन क राह देखाया
    अउर तू आपन नाउँ अद्भुत कइ दिहा।

ओकरे लोगन क मदद बरे यहोवा स पराथना

15 हे यहोवा, तू अकासे स खाले लखा ओन बातन क लखा जउन घटत अहइँ।
    तू हमका आपन महान पवित्तर घरे स जउन अकासे मँ अहइ, खाले लखा।
तोहार सुदृढ़ पिरेम हमरे बरे कहाँ अहइँ?
    तोहार सक्तिसाली कार्य कहाँ अहइ?
तोहार हिरदय क पिरेम कहाँ अहइ?
    मोरे बरे तोहार कृपा कहाँ अहइ?
    तू आपन करूण पिरेम मोहसे कहाँ छुपाइ रखा अहइ?
16 लखा, तू हमार पिता अहा!
    होइ सकत ह इब्राहीम हम पच क नाहीं पहिचान सकी।
    होइ सकत ह इस्राएल हमका नाहीं जान सकी कि हम पचे कउन अहउँ।
किन्तु यहोवा तू हमार पिता अहा।
    तू उहइ यहोवा अहइ जउन हमका सदा छोड़ाएस ह!

मत्ती 1:18-25

ईसू मसीह क जनम

(लूका 2:1-7)

18 ईसू मसीह क जनम इ तरह भवा: जब ओकर महतारी मरियम क यूसुफ क साथ बरिच्छा भइ तउ बियाहे स पहिले ही पता लगि गवा कि उ पवित्तर आतिमा क सक्ति स ओकर गोड़ भारी होइ ग। 19 मुला होइवाला ओकर भतार यूसुफ एक ठु बढ़िया मनई रहा। उ इ बात क खोलिके बतावइ स बदनाम नाहीं होइ चाहत रहा। तउ उ मने मँ ठान लिहेस कि उ बरिच्छा क चुप्पे स पक्का न होइ दे।

20 फिन जबहिं उ इ बारे मँ सोचत रहा कि उ सपने मँ आपन समन्वा पर्भू क दूत परगट होत ओसे कहेस, “हे यूसुफ, दाऊद क बेटवा,[a] मरियम क पत्नी बनवइ स जिन डेरआ काहेकि जउन बचवा ओकरे गरभ मँ अहइ, उ पवित्तर आतिमा क अहइ। 21 उ एक पूत क जनमी। तू ओकर नाउँ ईसू धार्‌या काहेकि उ आपन मनइयन क पापन स उद्धार देई।”

22 इ सब कछू इ बरे भवा ह कि पर्भू नबी स जउन कछू कहवाएस, पूरा होइ: 23 “सुना, कुँआरी कन्या गोड़े स भारी होइके एक बेटवा क जनमी। ओकर नाउँ इम्मानुएल रक्खा जाई।” (A) (जेकर अरथ अहइ, “परमेस्सर हमरे लगे बाटइ।”)

24 जब यूसुफ नींदे स जागि गवा तउ उ उहइ किहेस जउन जेका करइ क पर्भू क दूत ओका हुकुम दिहेस। उ मरियम क बियाही के आपन घरे लइ आइ। 25 मुला उ जब ताईं उ पूत क जनम नाहीं दिहेस तब ताईं यूसुफ ओकरे लगे सोएस नाहीं। यूसुफ बेटवा क नाउँ ईसू राखेस।

भजन संहिता 34

जब दाऊद अबीमेलेक क समन्वा पागल होइ क देखाँवा किहस। जेहसे अबीमेलेक ओका भगाइ देइ, इ प्रकार दाऊद ओका तजिके चला गवा। उहइ अवसर पइ दाऊद क एक ठु पद।

मइँ यहोवा क सदा धन्न कहब।
    मोरे ओंठन पइ सदा ओकर स्तुति अहइ।
हे नम्र लोगो! सुना अउ खुस होइ जा।
    मोर सेखी यहोवा क बारे मँ अहइ।
मोरे संग यहोवा क गरिमा क गुणगान करा।
    आवा, हम एक साथ घोसना करी कि उ केतॅना अच्छा अहइ।
मइँ परमेस्सर क लगे मदद माँगइ गएउँ, उ मोर सुनेस।
    उ मोका ओन सबहिं बातन स बचाएस जेनसे मइँ डेरात हउँ।
गरीब लोग ओकरे कइँती मदद बरे लखत हीं।
    ओनकर फीका चेहरन खुसी स गाइ उठेन
    काहेकि उ ओनका उत्तर दिहस।
इ दीन जन यहोवा क मदद बरे पुकारेस,
    अउर यहोवा मोर सुनि लिहस।
    अउर उ सब विपत्तियन स मोर रच्छा किहस।
यहोवा क दूत ओकरे भगत जनन क चारिहुँ कइँती डेरा डाए रहत ह।
    अउर यहोवा क दूत ओन लोगन क रच्छा करत ह।
चखा अउर समझा कि यहोवा केतॅना भला बाटइ।
    उ मनई जउन यहोवा क भरोसे अहइ फुरइ खुस रही।
यहोवा क पवित्तर जन क ओकर आराधना करइ चाही।
    यहोवा क भगतन बरे कउनो दूसर सुरच्छित ठउर नाहीं बा।
10 आजु जउन बरिआर अहइँ दुर्बल अउ भूखा होइ जइहीं।
    मुला जउन परमेस्सर क सरण आवत हीं उ सबइ लोग हर उत्तिम वस्तु पइहीं।
11 हे बालको, मोर सुना,
    अउर मइँ तू पचन्क सिखाउब कि यहोवा क सेवा कइसे करइँ।
12 अगर कउनो मनई जिन्नगी स पिरेम करत ह,
    अउर बढ़िया अउ बड़की जिन्नगी क जिअइ चाहत ह
13 तउ उ मनई क बुरा नाहीं बोलइ चाही,
    उ मनई क झूठ नाहीं बोलइ चाही।
14 बुरा काम जिन करा, नेक काम करत रहा।
    सान्ति क कारज करा, सान्ति क प्रयास मँ जुटा रहा जब तलक ओका पाइ न ल्या।
15 यहोवा सज्जन लोगन क रच्छा करत ह।
    ओनकर पराथनन पइ उ कान देत ह।
16 मुला यहोवा, जउन बुरा करम करत हीं, अइसे मनइयन क खिलाफ होत ह।
    एह बरे उ लोग मरइ क पाछे बिसरि दीन्ह जाइहीं।

17 यहोवा स बिनती करा, उ तोहार सुनी।
    उ तू पचन्क तोहरी सबहिं मुसीबतन स बचाइ लेइ।
18 लोगन पइ मुसीबत आइ सकत हीं अउर उ पचे अभिमानी होब तजि देत हीं।
    यहोवा ओन लोगन क निअरे रहत ह।
    जेनकर टूटा मन अहइँ ओनका उ बचाइ लेइ।
19 होइ सकत ह सज्जन भी बिपदन मँ घिर जाइँ।
    मुला यहोवा ओन सज्जन लोगन क ओनकर हर समस्या स रच्छा करी।
20 यहोवा ओनकइ सब हाड़न क रच्छा करी।
    ओनकर एक भी हाड़ नाहीं टूटी।
21 दुट्ठता दुटठ लोगन बरे मउत लावत ह।
    सज्जन क विरोधी नस्ट होइ जइहीं।
22 यहोवा आपन हर दास क आतिमा बचावत ह।
    जउन लोग ओह पइ भरोसा रखत हीं, उ ओन लोगन क नस्ट नाहीं होइ देइ।

इफिसियन 3:14-21

मसीह क पिरेम

14 इही बरे मइँ परमपिता क आगे निहुरत अहउँ। 15 उहइ स सरगे मँ या धरती पइ क सभन वंस आपन-आपन नाउँ ग्रहण करत हीं। 16 मइँ पराथना करत हउँ कि उ महिमा क आपन-धने क अनुसार आपन आतिमा क दुवारा तोहरे भीतर व्यक्तित्व क सक्तिपूर्वक सदृढ करइ। 17 मइँ पराथना करत हउँ कि बिसवासे क दुआरा तोहरे हीये मँ मसीह क निवास होइ। तोहरे जीवन मँ पिरेम दृढ़ अउर आधारित होइ। 18 मइँ परातथना करत हउँ कि जेहसे तोहका अउर परमेस्सर क पवित्तर लोगन क साथे इ समझई क सक्ती मिलि जाइ कि मसीह क पिरेम केतना व्यापक, विस्तृत, विसाल अउर गम्भीर बा। 19 अउर तू मसीह क ओह पिरेम क जान ल्या जउन सभन प्रकार क गियन (सोनों) स परे अहइ ताकि तू परमेस्सर क सभन पूरापन स भरि जा।

20 अब ओह परमेस्सर क बरे जउन आपन ओह सक्ति स जउन हममें काम करत ब। जेतना हम माँग सकीत अही या जहाँ तलक हम सोच सकीत अही, ओहसे कहूँ अधिक कइ सकत ह। 21 ओकर कलीसिया मँ अउर ईसू मसीह मँ अनन्त पीढ़ियन तलक हमेसा-हमेसा बरे महिमा होत रहइ। आमीन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.