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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 72

सुलैमान बरे।

हे परमेस्सर, राजा क मदद करा ताकि उ भी तोहरी तरह स विवेक स भरिके निआउ करइ।
    राजपुत्र क सहायता करा ताकि उ तोहार धार्मिक भावना क जानि सकइ।
राजा क सहायता करा कि तोहरे मनवइयन क उ निस्पच्छ निआउ करइ।
    सहायता करा कि उ दीन जनन क संग उचित बेउहार करइ।
पहाड़न क सबइ बरे सान्ति लिआवइ द्या।
    समूचइ भुइँया बरे सान्ति अउर निआउ लिआवइ द्या।
राजा निर्धन लोगन बरे निआउ स भरा रहइ।
    उ बेसहार लोगन क मदद करइ।
    उ सबइ लोग सजा पावइँ जउन ओनका सतावत होइँ।
मोर इ कामना अहइ कि जब तलक सूरज अकास मँ चमकत ह, अउर चन्द्रमा अकासे मँ अहइ।
    लोग राजा क डर मानइँ।
    मोर आसा अहइ कि लोग ओकर डर सदा मनिहीं।
राजा क मदद, धरती प पड़इवाली बरसात बनावइ मँ करा।
    ओकर मदद करा कि खेतन मँ पड़इवाली बौछार बनइ।
जब तलक उ राजा अहइ, भलाइ फूलइ-फरइ।
    जब तलक चन्द्रमा अहइ, सान्ति बनी रहइ।
ओकर राज्ज समुद्दर स समुद्दर तलक
    अउ परात नदी स लइके सुदूर तलक फइलि जाइ।
रेगिस्ताने क लोग ओकरे अगवा निहुरइँ।
    अउर ओकर सबइ दुस्मन ओकरे अगवा औधे मुँह भहरान भए धरती पइ निहुरइँ।
10 तर्सीस क राजा अउ दूर देसन क राजा ओकरे बरे उपहार लिआवइँ।
    सेबा क राजा अउ सबा क राजा ओका उपहार देइँ।
11 सबइ राजा हमरे राजा क अगवा निहुरइँ।
    सबहिं रास्ट्र ओकर सेवा करत रहइँ।
12 हमार राजा बेसहारन क सहायक अहइ।
    हमार राजा दीनन पइ अउर बेसहारा लोगन क सहारा देत ह।
13 दीन, बेसहारा लोग ओकरे सहारे अहइँ।
    इ राजा ओनका जिअत रखत ह।
14 इ राजा ओनक ओन लोगन स बचावत ह, जउन क्रूर अहइँ अउर जउन ओनका दुःख देइ चाहत हीं।
    राजा बरे ओन दीनन क जीवन बहोतइ महत्वपूर्ण अहइ।
15 राजा लम्बी उमर क होइ!
    अउर सेबा स सोना प्राप्त करइ।
राजा बरे सदा पराथना करत रहा,
    अउर तू हर दिन ओका असीस द्या।
16 खेत भरपूर फसल देइ। पहाड़ियन फसलन स ढकि जाइँ।
    इ सबइ खेत लबानोन क खेतन स उपजाऊ होइ जाइँ।
सहर लोगन क भीड़ स भरि जाइ,
    जइसेन खेत घनी घासे स भरि जात हीं।
17 राजा क जस सदा बना रहइ।
    लोग ओकरे नाउँ क सुमिरन तब तलक करत रहइँ, जब तलक सूरज चमकत ह।
ओकरे कारण सारी प्रजा धन्य होइ जाइ
    अउ उ पचे सबहिं ओका असीसइँ।

18 यहोवा परमेस्सर क गुण गावा, जउन एस्राएल क परमेस्सर अहइ।
    उहइ परमेस्सर अइसे अचरज क कर्म कइ सकत ह।
19 ओकरे महिमा स भरा नाउँ क बड़कई सदा करा।
    ओकर महिमा सारी दुनिया मँ भरि जाइ।
आमीन अउ आमिन।

20 यिसै क पूत दाऊद क पराथनन समाप्त भइन।

भजन संहिता 119:73-96

योध

73 हे यहोवा, तू मोका बनाया ह मोर स्थापना आपन निज हाथन स किह्या ह।
    आपन आग्यन क पढ़इ समुझ मँ तू मोर मदद करा।
74 हे यहोवा, तोहार भगत मोका लखत हीं, अउर उ पचे खुस अहइँ,
    काहेकि मइँ तोहार बातन पइ भरोसा रखत हउँ।
75 हे यहोवा, मइँ इ जानत हउँ कि तोहार फइसला हमेसा नीक अउ खरा होत हीं।
    एह बरे इ मोरे बरे उचित रहा कि तू मोका कस्ट दिहा ह।
76 अब, आपन सच्चे पिरेम स मोका आराम द्या।
    मोका आराम द्या जइसा तू आपन सेवक स किह्या ह।
77 मोह पइ कृपा करा तइ मइँ जी सकेउँ।
    फुरइ मइँ तोहार उपदेसन मँ आनन्दित अहउँ।
78 ओन लोगन क जउन सोचा करत हीं कि उ पचे मोसे उत्तिम बाटेन, ओनका लजाइ द्या।
    काहेकि उ पचे मोरे बारे मँ झूठी बातन कहेन ह।
    हे यहोवा, मइँ तोहरे उपदेसन क बिचार किहेउँ ह।
79 आपन भगतन क मोरे लगे लउटि आवइ द्या।
    अइसे ओन लोगन क मोरे लगे लउटि आवइ द्या, जेनका तोहरी करार क जानकारी अहइ।
80 मोरे हिरदय क हमेसा तोहार कानून क मानइ द्या,
    ताकि मइँ कबहुँ लज्जित न होबेउँ।

काफ़

81 मइँ तोहार इन्तज़ार करइ मँ कमज़ोर होइ गवा हउँ कि तू मोका बचउब्या।
    मुला यहोवा, मोका तोहार वचन पइ भरोसा बा।
82 जउन बातन क तू वचन दिहे रह्या, मइँ ओनकर बाट जोहत रहत हउँ।
    मुला मोर आँखिन दुर्बल होइ गइ अहउँ। तू मोका कब आराम देब्या?
83 हिआँ तलक जब मइँ कचड़ा क धुआँ पइ क दाखरस क झुरान मसक जइसा हउँ,
    बूढ़ा अउर झुर्रीदार तबहुँ भी तोहरे कानून क न भूलब।
84 मइँ कब तलक जिअब?
    हे यहोवा, कब सज़ा देब्या तू अइसे ओन लोगन क जउन मोहका सतावत हीं?
85 कछू अहंकारी लोग आपन फंदन स मोह पइ वार किहे रहेन।
    इ तोहरी सीखन क खिलाफ अहइ।
86 हे यहोवा, सब लोग तोहरी आग्यन क भरोसे कइ सकत हीं।
    उ पचे मोका बिना कउनो कारण सतावत रहत हीं। मोर मदद करा।
87 ओन सबइ लोग धरती स करीब करीब मोका बर्बाद कइ दिहन ह।
    तउ प भी मइँ तोहरे उपदेसन क नाहीं तजेउँ।
88 हे यहोवा, आपन बिस्सासी पिरेम क मोह पइ परगट करा।
    अउर मोका जिन्नगी द्या।
    तउ मइँ तोहार करार क पालन कइ सकेउँ।

लामेध

89 हे यहोवा, तोहरे वचन सरग मँ, उ सबइ सदा रहत हीं।
90 तू हमेसा हमेसा बरे बिस्सासी अहा।
    तू ही धरती ओकरे जगह पइ रच्या अउर इ हमेसा स हिआँ रहत रह्या।
91 तोहरे फइसलन क कारण ही अब तलक सबहिं वस्तु मौजूद अहइँ।
    काहेकि सबहिं चिजियन तोहार सेवक अहइँ।
92 अगर तोहार सीखन मीत जइसी नाहीं होतिन,
    तउ मोर संकट मोका बर्बाद कइ डउतेन।
93 हे यहोवा, तोहरे आदेसन क मइँ कबहुँ नाहीं बिसरब।
    काहेकि उ सबइ ही मोका जिअत राखत हीं।
94 हे यहोवा, मइँ तउ तोहार अहउँ, मोर रच्छा करा।
    काहेकि तोहरे उपदेसन पइ चलइ क मइँ कठिन जतन करत हउँ।
95 दुट्ठ जन मोका विनास करइ क इन्तज़ार करत हीं,
    मुला मइँ तोहार करार क समुझइ बरे ओहे पइ विचार करत हउँ।
96 सब कछू क सीमा अहइ,
    किन्तु तोहरी आग्यन आपन छेत्र मँ असीमित अहइँ।

उत्पत्ति 42:18-28

सिमोन बन्धक क रुप मँ रखा गवा

18 तीन दिन बाद यूसुफ ओनसे कहेस, “मइँ परमेस्सर क भय मानत हउँ। ऍह बरे मइँ तू लोगन क इ सिद्ध करइ क एक मौका देब कि तू लोग फुरइ बोलत अहा। तू लोग इ काम करा अउर मइँ तू लोगन क जिअइ देब। 19 अगर तू लोग ईमानदार मनई अहा तउ आपन भाइयन मँ स एक क जेल मँ रहइ द्या। दूसर भाइयन जाइ सकत ही अउ आपन लोगन बरे अनाज लइ जाइ सकत ही। 20 तब यदि तू आपन सब स लहुरा भाई क लइके हिआँ मोरे लगे आवा। इ तरह मइँ पतियाब कि तू लोग फुरइ बोलत अहा।”

भाइयन इ बात क मान लिहन। 21 उ पचे आपुस मँ बतियानेन “हम पचन क सजा दीन्ह गइ ह। काहेकि हम पचे आपन सब स लहुरा भाई क संग बुरा किहे अही। हम पचे ओकरे मुसीबत क निहारा जेहमाँ उ रहा। उ आपन रच्छा बरे हम पचन स बिनती किहस। मुला हम सबइ ओकर एकहु न सुना। ऍह बरे हम पचे दुःखन मँ अही।”

22 तब रूबेन ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे कहेउँ रहा कि उ लरिका क कछू भी बुरा जिन करा। मुला तू पचे मोरउ एक न सुन्या। ऍह बरे अब हम ओकरी मउत बरे सजा पावत अही।”

23-24 यूसुफ आपन भाइयन स बात करइ एक ठु दु भासिया काम लेत रहा। ऍह बरे भाइयन नही जान पाया कि यूसुफ ओनकइ भाखा जानत बाटइ। मुला उ पचे जउन कछू कहत रहेन ओका यूसुफ सुनत अउ समझत रहा। ओनकइ बातन स यूसुफ बहोत दुःखी भवा। ऍह बरे यूसुफ ओनसे अलग हटि गवा अउ रोइ पड़ा। तनिक देर मँ यूसुफ ओनके लगे लउटा। यूसुफ उ भाइयन मँ स सिमौन क धरेस अउ ओका बाँधेस जब कि दूसर भाई लखत रहेन। 25 यूसुफ कछू सेवकन क ओनकइ बोरा मँ अनाज भरइ क कहेस। भाइयन इ अनाजे क दाम यूसुफ क दिहन। मुला यूसुफ उ धने क नाही लेइ क फइसला किहस। उ उ धने क ओनकई अनाज क बोरन मँ धरइ बरे सेवकन क हुकम दिहस। तब यूसुफ ओनका उ सबइ चीजन क दिहस, जेनकइ जरुरन ओनकइ घरे तलक लउटइ वाली जात्रा मँ होइ सकत रही।

26 ऍह बरे भाइयन अनाजे क आपन गदहन प लादेन अउ हुआँ स निकरि पड़ेन। 27 उ सबइ सबहि भाइयन राति क ठहरेन अउ भाइयन मँ स एक कछू अनाजे बरे आपन बोरा खोलेस अउ उ आपन धन बोरा मँ पाएस। 28 उ दूसर भाइयन स कहेस, “लखा, जउन दाम मइँ अनाजे बरे चुकाएउँ ह, उ हिआँ अहइ। कउनो मोरे बोरा मँ इ धन लौटाइ दिहे अहइ!” उ सबइ सबहि भाई बहोत जियादा डेराइ गएन। उ पचे आपुस मँ बतियानेन, “परमेस्सर हम पचन क संग का करत अहइ?”

1 कुरिन्थियन 5:9-6:8

अपने पिछले चिठ्ठी मँ मइँ लिखे रहेउँ कि तोहे ओन लोगन स आपन नाता नाहीं रखइ चाही जउन व्यभिचारी अहइँ। 10 मोर इ प्रयोजन बिल्कूल नाहीं रहा कि तू ऍह दुनिया क व्यभिचारियन, लोभी लोगन, ठगन या मूर्ति पूजकन स कउनउ सम्बन्ध ही जिन रखा। अइसेन होइ पइ तउ तोहे सबन क इ संसार स ही निकरि जाइ क होइ। 11 मुला मइँ तोहे सबन क जउन लिखेउ ह उ इ अहइ कि कउनउ अइसेन मनई स नाता न रखा जउन अपने आपक मसीही बन्धु कहवाइ क भी व्यभिचारी, लोभी; मूर्ति पूजकन, चुगलखोर, पियक्कड़ या एक ठग अहइँ। अइसेन मनई क साथे त भोजन भी ग्रहण जिन करा।

12-13 जउन लोग बाहेर क बाटेन, कलीसिया क नाहीं, ओनकर निआव करइके-भला मोर का काम। का तोहे ओन्हीन क निआव न करइ चाही जउन कलीसिया क भित्तर क अहइँ? कलीसिया क बाहेरवालन क निआव तउ परमेस्सर ही करी। पवित्तर सास्तर कहत ह, “अपने बीच से, तू पापी क निकार बाहर करा।”(A)

आपसइ क विवादन क निपटारा

का तोहरे मँ स केउ अइसेन बा जउन अपने साथी क साथे केउ झगड़ा होइ पे परमेस्सर क पवित्तर मनइयन क लगे न जाइके अधर्मी लोगन क अदालत मँ जाइके साहस करत होइ? या का तू पचे इ नाहीं जानत अहा कि परमेस्सर क पवित्तर मनई ही सारे संसार क निआव करिहीं? अउर जब तोहरे जरिये समूचइ संसार क निआव किन्ह जाइ क बाटइ तउ का इन छोट-छोट बातन क निआव करइ जोग्ग तू नाहीं अहा? का तू नाहीं जानत अहा कि हम सरगदूतन क भी निआव करबइ? फिन इ जीवन क इन रोजमर्रा क छोट-मोट बातन क त कहबइ ही का। अगर हर दिन तोहरे बीच कउनउ न कउनउ विवाद रहतइ ही रहत ह तउ का न्यायाधीस क रूप मँ तू पचे अइसेन मनइयन क नियुक्ति करब्या जेनकर कलीसीया मँ कउनउ स्थान नाहीं बा। इ मइँ तोहसे ऍह बरे कहत हउँ कि तोहे सबन क कछू लाज आवइ। का स्थिति ऍतही बिगड़ि चुकि बा कि तोहरे बीच केऊॅ अइसेन बुद्धिमान मनइ अहइ नाहीं जउन अपने मसीही भाइयन क आपसी झगड़ा सुलझाइ सकइ? का एक भाई कबहूँ अपने दुसरे भाई स मुकद्दमा लड़त रहा! अउर तू तउ अबिसवासियन क सामने अइसा करत रहे रह्या।

असलियत मँ तोहार पराजय तउ इही मँ होइ चुकी कि तोहरे बीच आपस मँ एक दूसरे क खिलाफ कानूनी मुकदमा अहइँ। एकरे स्थान पर तू आपस मँ अनिआव ही काहे नाहीं सही लेत्या? अपने आप क काहे नाहीं लुटि जाइ देत्या। अरे अनिआव तू तउ खुदइ करत अहा अउर अपने ही मसीही भाइयन क लूटत अहा।

मरकुस 4:1-20

बिया बोवइ क दिस्टान्त

(मत्ती 13:1-9; लूका 8:4-8)

फिन ईसू झील क तीरे उपदेस देइ लाग। ओकरे चारिहुँ ओर भारी भीर जमा होइ गइ। ऍसे उ झील मँ डारी भई नाउ प जाइके बइठा। सभई लोग झील क तीरे धरती प ठाड़ रहेन। उ ओनका ढेर कइ बतिया दिस्तान्त क संग सिकाएस। आपन उपदेस मँ कहेस,

“सुन ल्या! एक ठु किसान आपन बिया बोवइ गवा। जब उ बिया बोवत रहा कछू बिया राह क किनारे गिर गवा। चिरियन आइन अउर चुन लिहन। कछू बिया पथरही भुमियाँ प गिरा, जहँ थोड़ माटी रही। हाली स अँखुवाइ गवा काहेकि माटी गहरी नाहीं रही। जब सूरज निकरा, उ सबइ पउधन झुराइ गएन। जर न पकड़ि पवावइ क कारण कुम्हिलाइ गएन। अउर कछू बिआ काँटन मँ जाइ गिरेन। कँटही झाड़ी बाढ़ी अउर ओनका दहबोच लिहन। ऍहमाँ दाना नाहीं पइदा भवा। कछू बिया बढ़िया खेतन मँ बिखराइ गएन। इ बढ़िया खेतनमाँ जामेन, बाढ़ेन अउर दाना पइदा करेन। इ बिया तीस गुना, साठ गुना अउर हिआँ तलक कि सउ गुना फसल भइ।”

तबइ उ कहेस, “तोहरे पास जेकरे कान होइ तउ उ सुन लेइ।”

ईसू कहत ह उ काहे दिस्टान्त बइपरत ह

(मत्ती 13:10-17; लूका 8:9-10)

10 फिन जब अकेल्ला रहा, तउ बारहु प्रेरितन अउर दूसर मनइयन ओकरे चारिहुँ कइँती रहेन, उ सबइ ओसे दिस्टान्त क बारे मँ पूछेन।

11 ईसू ओनसे कहेस, “तू सबन्क परमेस्सर क राज्य भेद बताइ दीन्ह। मुला ओनके बरे जउन बाहेर क अहइँ सब बातन दिस्टान्त दीन्ह गइ अहइँ। 12 एह बरे,

‘उ सब देखइँ अउर देखॅतई रहा मुला कछू सुझइ नाहीं,
    सुनि लेइँ अउर सुनतइ रहइँ, मुला कछू बूझाइ नाहीं।
नाहीं तउ, उ सब घूमि जाइँ
    अउर छमा कइ दीन्ह जाइ।’” (A)

बिया बोवइ क दिस्टान्त क समझाउब

(मत्ती 13:18-23; लूका 8:11-15)

13 उ ओनसे कहेस, “का तू इ दिस्टान्त क समझ पउत्या नाहीं तउ अउ कउनो दिस्टान्त क कइसे समझ पउब्या? 14 बिया क बोवइया जउन बोवत ह, उ परमेस्सर क उपदेस अहइ। 15 कछू जने राहे क उ सब बिया क तरह अहइँ, जहाँ उपदेस बोइ गवा रहा। जब उ सुनत हीं, सइतान तुरंत ही आवत ह उ उपदेस क लइ जात ह, जउन बिया बोवा रहा।

16 “कछू जने उ बिया क तरह अहइँ जउन पथरही धरती मँ बोएन। बिया जब उ उपदेस सुनत हीं, उ पचे फउरन उपदेस खुसी स अपनाइ लेत हीं। 17 लेकिन उ सब आपन मँ जर नाहीं धरतेन उ सब तनिक समइया मँ रह पावत हीं। पाछे जब उपदेस क कारण बिपत आवत ह अउर खूबइ सतावा जात हीं उ पचे फउरन बिसवास खोइ देत हीं।

18 “अउर दूसर मिला कँटही झाड़ी मँ बिया क बोवइ क तरह अहइँ। ई मनइयन उपदेस क सुनत हीं। 19 मुला जिन्नगी क चिन्ता धन, लालच अउर दूसर चीजन्क इच्छा ओनके मनवा मँ आवत ही उपदेस क दबोच लेत हीं। फिन ओन प फर लागत नाहीं।

20 “दूसर उ बिया क तरह अहइँ जउन बढ़िया भुइँया प बोइ ग अहइँ। ई पचे उ अहीं जउन बचन सुनत ही अउर अंगीकार करत हीं। ओन प फर लागत ह-कहुँ तीस कहुँ साठ अउर कहुँ सउ गुना या जिआदा।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.