Book of Common Prayer
एक पीड़ित मनई क उ समय क पराथना जब उ आपन क टूटा भवा महसूस करत ह अउर आपन वेदना अउ कस्टे क यहोवा स कहि डाकइ चाहत ह।
1 हे यहोवा, मोर पराथना क सुना।
मोर पराथना क तोहे तलक आवइ द्या।
2 जब मइँ विपत्ति मँ रहेउँ मोका नज़र अंदाज़ जिन करा।
जब मइँ तोहार पराथना करेउँ तउ तू मोर सुना मोर पराथना क हाली जवाब द्या।
3 मोर जिन्नगी वइसे बीती रही जइसे उड़त भवा धुआँ।
मोर सक्ति अइसे अहइ जइसे धीरे धीरे बुझत आग।
4 मोर सक्ति छीन होइ चुकी अहइ।
मइँ वइसा ही अहउँ जइसा झुरान मुरझान घास।
आपन सबइ वेदना मँ मोका भूख नाहीं लागत।
5 दुःख क कारण,
मइँ सिरिफ चमड़ा अउर हड्डियन होइ गवा अहउँ।
6 मइँ अकेला अहउँ जइसे कउनो एकान्त निर्जन जगह मँ उल्लू रहत होइ।
मइँ अकेला अहउँ जइसे कउनो पुरान खण्डहर मँ उल्लू रहत होइ।
7 मइँ जाग कइ पूरी रात पहरा करत हउँ।
मइँ उ अकेले पंछी जइसा होइ गवा हउँ, जउन छते पइ बइठा भवा होइ।
8 मोर सत्रु सदा मोका बेइज्जत करत हीं,
अउर लोग मोर नाम लइके मोर हँसी उड़ावत हीं।
9 दुःख मोर खइया होइ गवा अहइ।
आँसू नीचे लुढ़किके मोर पिअइया बन जात ह।
10 काहेकि यहोवा तू मोसे रूठ गवा अहा।
तू ही मोका ऊपर उठाए रह्या, अउर तू ही मोका बहाइ दिहा।
11 मोर जिन्नगी क लगभग अंत होइ चुका अहइ।
वइसे ही जइसे साँझ क लम्बी छाया हेराइ जात हीं।
मइँ वइसा ही अहउँ जइसे झुरान अउ मुरझान घास।
12 मुला हे यहोवा, तू तउ सदा ही अमर रहब्या।
तोहार नाउँ सदा अउ सदा ही बना रही।
13 तोहार उत्थान होइ अउ तू सिय्योन क चइन देब्या।
उ समइ आवत अहइ, जब तू सिय्योन पइ कृपालु होब्या।
14 तोहार सेवकन सिय्योन क पाथरन स पिरेम करत हीं।
उ पचे ओकरे धूरि स भी पिरेम करत हीं।
15 रास्ट्रन यहोवा क नाउँ क आराधना करिहीं।
हे यहोवा, धरती क सबहिं राजा तोहार आदर करिहीं।
16 जब यहोवा फुन स सिय्योन क बनाई।
तउ उ आपन पूरी महिमा मँ परगट होइ।
17 जउन लोगन जिअत अहइ, उ ओनकर पराथना सुनीहीं।
उ ओनकर पराथनन क नज़र अंदाज़ नाहीं करी।
18 ओन बातन क लिखा ताकि भविस्स क पीढ़ी पढ़इ।
ताकि जउन लोग अवइ वाला समइ मँ पइदा होइहीं यहोवा क स्तुति करिहीं।
19 यहोवा आपन ऊँच पवित्तर ठउर स खाले निहारी
यहोवा सरण स खाले धरती पइ निहारी।
20 उ कैदी लोगन क पराथना सुनी।
उ ओन मनइयन क मुक्त करी जेनका राजा स मउत दीन्ह गइ रही।
21 फुन सिय्योन मँ लोग यहोवा क बखान करिहीं।
यरूसलेम मँ लोग यहोवा क गुण गइहीं।
22 अइसा तब होइ जब यहोवा लोगन क फिन बटोरी,
अइसा तब होइ जब राज्ज यहोवा क सेवा करिहीं।
23 मोर सक्ती मोका बिसराइ दिहस ह।
यहोवा मोर जिन्नगी घटाइ दिहस ह।
24 एह बरे मइँ कहेउँ, “मोर प्राण छोटी उमर मँ जिन ल्या।
हे परमेस्सर, तू सदा अउ सर्वदा अमर रहब्या!
25 पुराने जमाने मँ तू संसार रच्या ह।
तू खुद अपने हाथन स आकास रच्या।
26 इ जगत अउ आकास नस्ट होइ जइहीं, मुला तू ही सदा जिअत रहब्या।
उ सबइ ओढ़नन क नाई फट जइहीं।
ओढ़नन क नाई ही तू ओनका बदलब्या।
उ पचे सबहिं बदल दीन्ह जइहीं।
27 हे परमेस्सर, मुला तू कबहुँ नाहीं बदलत्या;
तू सदा बरे अमर रहब्या।
28 आज हम तोहार दास अही।
हमार संतान भविस्स मँ हिअँइ रइहीं
अउर ओनकर संतानन हिअँइ तोहार उपासना करिहीं।”
पाँचवा भाग
(भजन 107–150)
1 यहोवा क धन्यवाद द्या, काहेकि उ उत्तिम अहइ।
ओकर पिरेम हमेसा रहत ह।
2 हर कउनो अइसा मनई जेका यहोवा बचाएस ह, ऍन रास्ट्रन क कहा।
हर कउनो अइसा मनई जेका यहोवा आपन दुस्मनन स छोड़ाएस ओकर गुण गावा।
3 यहोवा आपन लोगन क बहोत स अलग-अलग देसन स बटोरेस ह।
उ ओनका पूरब अउ पच्छिम स, अउर उत्तर अउ दक्खिन स जुटाएस ह।
4 कछू लोग अइसे रेगिस्तान मँ खोइ गए रहेन जहाँ कउनो लोग नाहीं।
उ सबइ लोग अइसेन एक ठु नगर क खोज मँ रहेन।
मुला ओनका कउनो अइसा नगर नाहीं मिला।
5 उ सबइ लोग भुखान अउ पियासा रहेन
अउर उ पचे दुर्बल होत जात रहेन।
6 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
7 यहोवा ओनका सोझइ उ सहरन मँ लइ गवा जहाँ उ पचे बसि सकिहीं।
8 यहोवा क ओकरे विस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
9 पियासी व्यक्ति परमेस्सर क सन्तुट्ठी बरे
अउर उत्तिम वस्तुअन स भूखी व्यक्ति क पेट भरत ह।
10 कछू लोगन क कारावासन मँ राखेन, जहाँ बहोत अँधियारा रहा।
उ पचे कस्ट झेलेन, अउ जंजीर मँ बांध दीन्ह गएन।
11 काहेकि उ पचे परमेस्सर क वचन क खिलाफ बिद्रोह किहेन
अउर सर्वोच्च परमेस्सर क सलाह क सुनइ स नकारे रहेन।
12 उ ओनका कठिनाइयन देइके
उ पचन्क दिमाग क विनम्र बनाइ दिहेस।
उ पचे ठोकरन खाएन अउर उ पचे भहराइ पड़ेन,
अउर ओनका सहारा देइ क कउनो भी नाहीं मिला।
13 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
14 परमेस्सर ओनका ओनकर अँधियारे जेलन स उबार लिहस।
परमेस्सर उ सबइ जंजीरन, अउर बंधन क काटेस जेनसे ओनका बाँधा गवा रहा।
15 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
16 परमेस्सर हमार दुस्मनन क हरावइ मँ हमका मदद देत ह।
ओनकर काँसे क दुआरन क परमेस्सर तोड़ गिराइ सकत ह।
परमेस्सर ओनकर दुआरन पइ लगी भइ लोहा क आगल क छिन्न-भिन्न कइ सकत ह।
17 कछू मूरख लोग आपन अपराधन
अउ पापन क कारण पीरा झेलेन ह।
18 ओन लोग खइया क इच्छा तजि दिहेन
अउर उ पचे मरे भए स होइ गएन।
19 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
20 परमेस्सर आदेस दिहस अउर लोगन क चँगा किहस।
इ तरह उ पचन्क बर्बाद होइ स बच गएन।
21 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
22 ओनका यहोवा क धन्यवाद देइ बरे बलि अर्पित करइ द्या,
उ जउन किहे अहइ ओन बातन क आनन्द क संग बखाना।
23 कछू लोग आपन काम करइ
आपन नइयन स समुद्दर पार कइ गएन।
24 ओन लोगन अइसी बातन क लखेन ह जेनका यहोवा कइ सकत ह।
उ पचे ओन अद्भुत बातन क लखेन ह जेनका यहोवा सागर पइ किहे रहा।
25 परमेस्सर आदेस दिहस, फिन एक तेज हवा चलइ लाग।
बड़की स बड़की लहरन आकार लेइ लागिन।
26 लहरन ऍतना ऊपर उठिन
जेतना अकास होइ
तूफान ऍतना भयानक रहा कि लोग डेराइ गएन।
27 लोग लड़खड़ात रहेन, भहरान जात रहेन जइसे नसा मँ धुत होइँ।
खेवैया ओनकर बुद्धि जइसे बियर्थ होइ गइ होइ।
28 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
29 परमेस्सर तूफान क रोकेस
अउर लहरन सान्त होइ गइन।
30 खेवैया खुस रहेन कि सागर सांत भवा होइ गवा।
परमेस्सर ओनका अहइ सुरच्छित ठउरे पइ लइ गवा जहाँ उ पचे जाइ चाहत रहेन।
31 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या
जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
32 महान सभा क बीच ओनका ऊँच होइ द्या।
नेतन मिलन मँ ओकर बड़कई करइ द्या।
हिजकिय्याह यसायाह नबी क लगे अपने अधिकारियन क पठवत ह
19 राजा हिजकिय्याह उ सबइ सुनेस अउर इ देखाँवइ बरे कि उ बहोत दुःखी अहइ अउर घबरावा भवा अहइ, अपने ओढ़नन क फार डाएस अउर मोटे ओढ़नन पहिर लिहेस। तब उ यहोवा क मन्दिर मँ गवा।
2 हिजकिय्याह एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर याजकन क अग्रजन क आमोस क पूत यसायाह नबी क लगे पठएस। उ पचे मोटे ओढ़नन पहिरेन जेहसे पता चलत रहा कि उ पचे परेसान अउर दुःखी अहइँ। 3 उ पचे यसायाह स कहेन, “हिजकिय्याह इ कहत ह, ‘इ हमरे बरे संकट, दण्ड अउर अपमान क दिन अहइ। इ बच्चन क जनम देइ क समइ अहइ, मुला ओनका जनम देइ बरे कउनो सक्ती नाहीं अहइ। 4 अस्सूर क राजा जिअत परमेस्सर क निन्दा करइ बरे आपन प्रमुख सेनापति क हमरे लगे पठएस ह। होइ सकत ह कि यहोवा तोहर परमेस्सर ओन सबहिं बातन क सुन लेइ। इ होइ सकत ह कि यहोवा इ प्रमाणित कइ देइ कि दुस्मन गलती पइ अहइ। एह बरे एन लोगन बरे पराथना करा जउन सबहिं तलक जिअत बचा अहइँ।’”
5 राजा हिजकिय्याह क अधिकारी यसायाह क लगे गएन। 6 यसायाह ओनसे कहेस, “अपने सुआमी हिजकिय्याह क इ सँदेसा द्या: ‘यहोवा कहत ह। ओन बातन स डेराअ नाहीं जेनका अस्सूर क राजा क “अधिकारियन” मोर मसखरी उड़ावत भए कहेन ह। 7 मइँ हाली ही ओकरे मने मँ अइसी भावना पइदा करब जेहसे उ एक अफवाह सुनिके अपने देस वापिस जाइ क मजबूर होइ अउर मइँ ओका ओकरे देस मँ एक ठु तरवार क घाट उतरवाइ देब।’”
हिजकिय्याह क अस्सूर क राजा क फुन चितउनी
8 प्रमुख सेनापित सुनेस कि अस्सूर क राजा लाकीस स चल पड़ा अहइ। एह बरे उ गवा अउर इ पाएस कि ओकर सम्राट लिब्ना क खिलाफ जुद्ध करत बाटइ। 9 अस्सूर क राजा एक ठु अफवाह कूस क राजा तिर्हाका क बारे मँ सुनेस। अफवाह इ रही “तिर्हाका तोहरे खिलाफ लड़इ आवा ह।”
एह बरे अस्सूर क राजा हिजकिय्याह क लगे सँदेसवाहक क एक संदेसा क संग पठएस। 10 “यहूदा क राजा हिजकिय्याह स इ कहा:
‘जउने परमेस्सर मँ तू पतियात अहा ओका तू अपने क गुमराह करइ जिन द्या। उ कहत ह, “अस्सूर क राजा यरूसलेम क पराजित नाहीं करी।” 11 तू ओन बातन क सुन्या ह जउन अस्सूर क राजा लोग दूसर सबहिं देसन क संग घटित किहन ह। हम ओनका पूरी तहर स नस्ट कीन्ह। तू भी नाहीं बचि पउब्या। 12 ओन रास्ट्रन क देवता अपने लोगन क रच्छा नाहीं कइ सकेन। मोर पुरखन गोजान, हारान, रेसेप अउ तलस्सार मँ एदेन क लोगन क नस्ट किहन। 13 हमात अर्पाद, अउर सपवैम नगर क राजा कहाँ अहइँ? हेना अउ इला क राजा? उ पचे सबहिं समाप्त होइ गएन ह।’”
हिजकिय्याह यहोवा स पराथना करत ह
14 हिजकिय्याह संदेसबाहकन स पत्र पाप्त किहेस अउ ओनका बाँचेस। तब हिजकिय्याह यहोवा क मन्दिर तलक गवा अउर यहोवा क समन्वा पत्रन क बिखरेस। 15 हिजकिय्याह यहोवा क समन्वा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर। तू करूब सरगदूतन पइ सम्राट क तरह बइठत ह। तू ही सिरिफ सारी पृथ्वी क राज्जन क परमेस्सर अहा। तू पृथ्वी अउ अकासे क बनाया। 16 यहोवा मोर पराथना सुना। यहोवा अपनी आँखिन खोला अउ इ पत्र क लखा। ओन सब्दन क सुना जेनका सन्हेरीब जीवित परमेस्सर क अपमान करइ बरे पठएस ह। 17 यहोवा, इ फुरइ अहइ। अस्सूर क राजा लोग एन सबहिं रास्ट्रन क नस्ट किहन। 18 उ पचे रास्ट्रन क देवतन क आगी मँ लोकाइ दिहन। किन्तु उ पचे सच्चे देवता नाहीं रहेन। उ पचे सिरिफ काठ अउ पाथर क मूरति रहेन जेनका मनइयन बनाइ रखे रहेन। इहइ कारण रहा कि अस्सूर क राजा ओनका नस्ट कइ सकेन। 19 एह बरे यहोवा, हमार परमेस्सर, अब हमका अस्सूर क राजा स बचा। तब पृथ्वी क सारे राज्ज समुझिहीं कि यहोवा, सिरिफ तू ही परमेस्सर अहा।”
परमेस्सर हिजकिय्याह क जवाब दिहस
20 आमोस क पूत यसायाह हिजकिय्याह क इ सँदेस पठएस। उ कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘तू मोहसे अस्सूर क राजा सन्हेरीब क खिलाफ पराथना किहा ह। मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह।’
16 एह बरे अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार करित ह तउ एहमाँ मोका गरब करइके कउनउ हेतु नाहीं बा काहेकि मोर त इ कर्तव्य बा। अउर अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार न करउँ तउ मोरे बरे इ केतना खराब होइ। 17 फिन अगर इ मइँ अपने इच्छा स करित ह तउ मइँ एकर पुरस्कार पावइ योग्ग हई, परन्तु अगर आपन इच्छा स नाहीं बल्कि कउनो नियुक्ति क कारण इ काम मोका सौंपा गवा ह। 18 तउ फिन मोर पुरस्कार काहे क? इही बरे जब मइँ सुसमाचार क प्रचार करीत हउँ बिना कउनउ मूल लिहे ही ओका करउँ। ताकि सुसमाचार क प्रचार मँ जउन कछू पावइ क मोर अधिकार बा, मइँ ओकर कुल उपयोग न करउँ।
19 जद्यपि मइँ किहू मनई क बन्धन मँ नाहीं हउँ, फन मइँ खुद क तोहरे सबन क गुलाम बनाइ लिहे हउँ। ताकि मइँ अधिकतर लोगन क जीत सकउँ। 20 यहूदियन क बरे मइँ एक यहूदी जइसेन बनउँ, ताकि मइँ यहूदियन क उद्धार मँ मदद करि सकउँ मइँ खुद व्यवस्था क अधीन नाहीं अहउँ। जउन लोग व्यवस्था क अधीन अहइँ, ओनके बरे मइँ एक अइसेन मनई बरे जउन व्यवस्था क अधीन जइसेन बनेउँ। इ मइँ एह बरे किहे कि मइँ व्यवस्था क अधीनन क उद्धार करवइ मँ मदद कइ सकउँ। 21 मइँ एक अइसेन मनई बने जउन व्यवस्था क नाहीं मानत। जद्यपि मइँ परमेस्सर क व्यवस्था स रहित नाहीं हउँ बल्कि मसीह क व्यवस्था क अधीन हउँ। तउ कि मइँ जउन व्यवस्था क नाहीं मानत हउँ ओन्हे जीत सकउँ। 22 जउन मनइयन कमजोर अहइँ, ओनके बरे मइँ कमजोर बनेउँ ताकि मइँ कमजोरन क उद्धार करावइ मँ मदद कइ सकी। हर किहू क बरे मइँ हर किहू जइसेन बनेउँ त कि हर सम्भव उपाय स ओनकर उद्धार कइ सकउँ। 23 इ सब कछू मइँ सुसमाचार क बरे करत हउँ ताकि एकरे बरदानन मँ मोर भी कछू भाग होइ।
24 का तू लोग इ नाहीं जानत अहा कि खेल क मैदान मँ दौड़त सबहिं धावक बाटेन मुला इनाम कउनो एक क मिलत ह। अइसेन दउड़ा कि जीत तोहार होइ सकइ। 25 कउनो खेल प्रतियोगिता मँ हर एक प्रतियोगी क हर तरह क आतिमा संयम करब होत ह। उ एक नासमान कीर्तिमान स सम्मानित होइ क बरे करत हीं मुला हम तउ एक अविनासी मुकुट क पावइ बरे इ करित ह। 26 एह तरह मइँ ओह मनई क समान दौड़त हउँ जेकरे सामने एक लच्छ बा। मइँ अहइ मुक्केबाज क तरह मुक्का मारत मारत हउँ मुला मइँ हवा मँ मुक्का नाहीं मारत हउँ। 27 बल्कि मइँ तउ आपन सरीर क कठोर अनुसासन मँ तपाइके, ओका अपने बस मँ करत हउँ। ताकि कहूँ अइसेन न होइ जाइ कि दुसरन क उपदेस देइ क बाद परमेस्सर क जरिये मइँ इ बेकार ठहराइ दीन्ह जाउँ।
ईसू क कोढ़ी क चंगा करब
(मरकुस 1:40-45; लूका 5:12-16)
8 ईसू जबहिं पर्वते स खाली उतरा तउ बहोत बड़ी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे होइ चली। 2 हुँवई एक कोढ़ी भी रहा। उ ईसू क लगे आइ अउर निहुरिके बोला, “पर्भू, जदि तू चाहा तउ मोका चंगा कइ सकत ह।”
3 ऍह प ईसू आपन हथवा बढ़ाइके कोढ़ी क छुएस अउर कहेस, “मइँ चाहत हउँ; चंगा होइ जा!” अउर फउरन कोढ़ी क कोढ़ पराइ गवा। 4 फिन ईसू ओसे कहेस, “देखा ऍकरे बारे मँ कउनो स कछू जिन कह्या। मुला याजक क लगे जाइके ओका आपन क देखावा। फिन मुसा क हुकुम क मुताबिक भेंट चढ़ावा जैसे लोगन्क तोहरे चंगा होइ क साच्छी मिलि जाइ।”
ईसू फऊजी नायक क नउकर क चंगा किहेस
(लूका 7:1-10; यूहन्ना 4:43-54)
5 फिन ईसू जब कफरनहूम गवा, तउ एक फऊजी नायक ओकरे नगिचे आवा अउर ओसे मदद बरे बिनती करत बोला, 6 “पर्भू, मोर एक सेवक मोरे घरवाँ मँ बिछउना प ओलरा बाटइ। ओका लकवा मारे बाटइ। ओका बहोत दर्द होत अहइ।”
7 तबहिं ईसू फऊजी नायक स कहेस, “मइँ आइके ओका चंगा करिहउँ।”
8 फऊजी नायक जवाब दिहेस, “पर्भू, मइँ इ जोग्ग नाहीं हउँ कि तू मोरे घर मँ आवा। यह बरे हुकुम दइ द्या। बस मोर नउकर चंगा होइ जाई। 9 इ मइँ जानत हउँ कि मइँ एक बड़का अधिकारी क नीचे काम करत अहउँ अउर मोरे नीचे दूसर सिपाही अहइँ। जबहि मइँ एक ठु सिपाही स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह अउर दूसर सिपाही स कहत हउँ, ‘आ’ तउ उ आइ जात ह। मइँ आपन सेवक स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।”
10 जब ईसू इ सुनेस तउ उ अचरजे मँ पड़ि गवा। जउन मनइयन ओकरे पाछे पाछे आवत रहेन ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ मइँ ऍतना गहरा बिसवास इस्राएल मँ भी कउनो मँ नाहीं पाएउँ। 11 मइँ तोहका इ अउ बतावत हउँ कि बहोत स पूरब अउर पच्छिम स अइहीं अउर उ सबइ भोजे मँ इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क संग सरगे क राज्य मँ आपन आपन ठउर प बैठ जइहीं। 12 मुला राज्य क आदिम प्रजा बाहेर आँधियारे मँ ढकेल दीन्ह जाई जहाँ उ पचे चिचियाइके नरियाइके दाँत पीसत रइहीं।”
13 तब ईसू उ फउजी नायक स कहेस, “जा वइसा ही तोहरे बरे होइ जइसा तोहार बिसवास अहइ।” अउर ओकर नउकर फउरन चंगा होइ गवा।
ईसू बहोतन क चंगा किहेस
(मरकुस 1:29-34; लूका 4:38-41)
14 जब ईसू पतरस क घरे पहुँच गवा, उ ओकरे सास क बुखार स दुःखी बिछउना प ओलरी देखेस। 15 तब ईसू ओका आपन हथवा स छुएस अउर ओकर बुखार उतर गवा। फिन उ उठी अउर ईसू क सेवा करय लाग।
16 जइसे साँझ होइ गइ तउ लोग ओकरे नगिचे बहोतन मनइयन क लइ आएन जेहमाँ दुस्ट आतिमन रहत रहीं। आपन एक ही हुकुम स उ दुस्ट आतिमन क निकारि दिहस। इ तरह स उ सबइ बेरमियन क नीक कइ दिहस। 17 इ यह बरे भवा कि परमेस्सर नबी यसायाह स जउन कछू कहेस, उ पूरा होइ जाइ:
“उ हमरे बेरमियन क लइ लिहस
अउर हमरे संतापे क ओढ़ लिहस।” (A)
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