Book of Common Prayer
पहिला भाग
(भजन 1–41)
1 उ मनई सचमुच धन्य होइ जउन दुस्टन क सलाह न मानी,
अउर पापियन क संग सामिल नाहीं होत ह
अउर ओनकर संग नाहीं रहत ह
जउन परमेस्सर क बरे सम्मान नाहीं दिखावत ह।[a]
2 उ नीक मनई अहइ जउन यहोवा क उपदेसन स पिरेम राखत ह।
उ तउ दिन रात ओन उपदेसन क मनन करत ह।
3 एहसे उ मनई उ बृच्छ जइसा मजबूत बनत ह
जेका सिंचाई क नहर क किनारे रोपा गवा ह।
उ उ बृच्छ क नाई बाटइ, जउन छेत्र मँ फल देत ह
अउ जेकर पत्ता कबहुँ नाहीं मुरझातेन।
उ जउन भी करत ह सफल ही होत ह।
4 मुला टुस्ट मनई अइसे नाहीं होतेन।
दुस्ट मनई उ भूसा क नाई होत हीं जेनका हवा क झोकां उड़ाइ लइ जात ह।
5 एह बरे दुस्ट मनई निआव क मुकाबला नाहीं कइ पइहीं।
सज्जन लोगन क सभा मँ उ पचे दोखी ठहरावा जइहीं अउर ओन पापी लोगन क बख्सा न जाइ।
6 एकर कारण इ बाटइ कि यहोवा सज्जन लोगन क अगुवाइ करत ह,
मुला दुर्जन लोग खो जाइहीं।
1 दूसरे देसन क मनइयन काहे ऍतना हुल्लड़ मचावत हीं अउर रोवत ह?
अउर काहे बियर्थ सड्यन्त्र रचत हीं?
2 अइसे देसन क राजा अउर नेता यहोवा अउर ओकरे चुने भएन राजा क खिलाफ
होइ बरे आपुस मँ एकजुट होइ जात हीं।
3 उ सबइ नेता लोग कहेन, “आवा परमेस्सर स अउ उ राजा स जेका उ चुनेस ह, हम पचे एकजुट होइ क विद्रोह करी।
आवा ओकरे बन्धनन क हम उतारिके फेंकि देइ।”
4 मुला मोर सुआमी, सरग क राजा,
ओन लोगन प हँसत ह।
5-6 परमेस्सर कोहान ह अउर उ ओनसे कहत ह,
“मइँ इ मनई क राजा बनवइ बरे चुनेउँ ह।
उ मोर पवित्तर पहाड़ सिय्योन पइ राज्ज करी
अउर इहइ ओन नेता लोगन क डेरावत ह।”
7 अब मइँ यहोवा क फ़रमान क बारे मँ तोहका बतावत हउँ।
यहोवा मोसे कहे रहा, “आजु मइँ तोहार बाप बनत हउँ
अउर तू आजु मोर पूत बन गवा ह।
8 अगर तू मोसे मँगब्या, तउ इ सबइ देसन क मइँ तोहका दइ देबउँ
अउ इ धरती क सबहिं जन तोहार होइ जइहीं।
9 तोहरे लगे ओनका बर्बाद करइ क वइसे ही सक्ती होइ
जइसे कउनो माटी क भाँड़ी क कउनो लोहे क डण्डा स चूर चूर कइ देइ।”
10 एह बरे, हे राजा लोगो, तू पचे बुद्धिमान बना।
हे सासक लोगो, तू पचे इ पाठे क सीख ल्या।
11 तू पचे बहोतइ भय स यहोवा क आग्या माना।
12 खुद क ओकर क पूत क बिस्सासपात्र देखाँवा।
वरना उ कोहाइ जाइ अउर तू पचन्क नास कइ देइ।
असल मँ उ पहिले ही काफी कोहाइ चुका भवा ह।
मुला जउन परमेस्सर पइ निर्भर करत अहइँ धन्य होब।
दाऊद क ओह समइ क गीत जब उ आपन पूत अबसालोम स दूर पराइ ग रहा।
1 हे यहोवा, मोरे केतॅना ही केतॅना दुस्मन अहइँ,
केतॅना लोग मोरे खिलाफ ठाड़ होइ ग अहइँ।
2 केतॅना ही लोगन मोर खिलाफ सड्यंत्र रचेन, उ कहत हीं, “परमेस्सर ऍकर रच्छा नाहीं करी।”
3 मुला यहोवा, तू मोर ढाल अहा।
जउन मोर सम्मान बा उ तू ही अहा।
हे यहोवा, तू ही मोर मूँड़ ऊँच करत अहा।
4 मइँ यहोवा क ऊँची अवाजे मँ पुकारबउँ।
उ आपन पवित्तर पर्वते स मोका जवाब देइ।
5 मइँ आराम करइ बरे ओलर सकत हउँ।
मइँ जानत हउँ कि मइँ जाग जाबेउँ, काहेकि यहोवा मोका बचावत अउर मोर रच्छा करत ह।
6 चाहे हज़ारन सैनिक मोका घेर लेइहीं
मुला ओन दुस्मनन स नाहीं डेराब।
7 हे यहोवा, उठा!
मोरे परमेस्सर मोका बचावा।
तू बहोत सक्तीसाली अहा।
अगर तू मोरे दुस्मनन क मुँहना पइ प्रहार करा, तउ ओनकइ सबहिं दाँतन टूटि जाइहीं।
8 यहोवा आपन लोगन क रच्छा कइ सकत ह।
हे यहोवा, तोहरे मनइयन पइ तोहार आसीस रहइ।
तार स बजइ वाले साज क संग संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु गीत।
1 मोर उत्तिम परमेस्सर,
जब भी मइँ तोहका गोहरावउँ तू मोका जवाब दिह्या।
मोर बिनती क सुना अउर मोहे पइ कृपा करा।
जब कबहुँ बिपत्तियन मोका घेरेस तू मोका बचाएस।
2 अरे लोगो, कब तलक तू पचे मोरे बारे मँ बुरे सब्द कहब्या? तू लोग मोरे बारे मँ कहइ बरे नवा झूठ हेरत रहत अहा।
ओन झूठन क कहइ स तू लोग पिरेम रखत ह।
3 तू पचे जानत अहा कि आपन नेक लोगन क यहोवा सुनत ह।
जब भी मइँ यहोवा क पुकारत हउँ, उ मोर पुकार क सुनत ह।
4 जब भी तोहका कउनो बात क परेसानी होइ, तउ होइ सकत क तोहका किरोध आ जाइ, मुला पाप जिन कर्या।
जब तू आपन बिछउना पइ जा, ओन बातन पइ बिचार करा अउ सांत होइ जा।
5 ठीक तरह बलि क अर्पण करा
अउ यहोवा पइ भरोसा रखा।
6 बहोत स लोग कहत हीं, “परमेस्सर क नेकी हम पचन्क क कउन देखाँइ?
हे यहोवा, आपन प्रकास स चमकत मुँहना क प्रकास हम पचन पइ चमकावा।”
7 हे यहोवा, तू मोका बहोत खुस बनाइ दिहा।
कटनी क समइ भरपूर फसल अउ दाखरस पाइके जब हम पचे आनन्द अउ खुसी मनाइत ह ओसे भी कहूँ जियादा खुस अब मइँ अहउँ।
8 मइँ बिछउना पइ ओलरत हउँ अउर सान्ति स सोवत हउँ।
काहेकि यहोवा, तू ही मोका सुरच्छित कइके सोवइ बरे ओलारत ह।
दाऊद क एक भजन गीत: जेका उ यहोवा बरे गाएस। इ गीत बिन्यामीन परिवार समूह क कीस क पूत साऊल क बारे मँ अहइ।
1 हे मोर यहोवा परमेस्सर, मोका तोहे प भरोसा बा ओन मनइयन स तू मोर रच्छा कर, जउन मोरे पाछे पड़ा अहइँ।
मोका तू बचाइ ल्या।
2 अगर तू मोका नाहीं बचउत्या तउ मोर दसा उ निरीह गोरू क नाई होइ, जेका कउनो सेर धइ दबोच लेत ह।
उ मोका घेर्राइके लइ जाइ कउनो भी मनई मोका नाहीं बचाइ पाइ।
3 हे मोर यहोवा परमेस्सर, कउनो पाप करइ क मइँ दोखी नाहीं हउँ मइँ तउ कउनो भी पाप नाहीं किहेउँ।
4 मइँ आपन मीतन क संग बुरा नाहीं किहेउँ
अउर आपन मीत क दुस्मनन क भी मइँ मदद नाहीं किहेउँ।
5 मुला एक दुस्मन मोका पाछे खदेरत बाटइ उ मोर हत्या करइ-चाहत ह।
उ दुस्मन चाहत ह कि मोर जिन्नगी क धरती पइ रउँद डावइ
अउर मोर आतिमा क धूरि मँ मिलाइ देइ।
6 यहोवा उठा, अउर आपन किरोध मोर दुस्मन क बिरुद्ध परगट करा।
मोरे बरे निआव करा
जेकर माँग तू हमेसा करत रहा ह।
7 हे यहोवा, मनइयन क निआउ करा।
आपन चारिहुँ कइँती क रास्ट्र क बटोरा अउ मनइयन क निआव करा।
8 हे यहोवा, आपन निआव क कुर्सी पइ बइठा।
आपन निअरे क देसन क इकट्ठा करा अउर ओनका निआव करा
यहोवा मइँ निर्दोख अहउँ, मोका निआव द्या जेका मइँ हकदार अहउँ।
9 दुर्जन क दण्ड द्या अउर सज्जन क मदद करा।
हे परमेस्सर, तू उत्तिम अहा।
तू अन्तर्जामी अहा।
तू तउ मनइयन क हिरदइ मँ निहारि सकत अहा।
10 जेनकर मन सच्चा अहइँ, परमेस्सर ओन मनइयन क मदद करत ह।
एह बरे उ मोर भी मदद करी।
11 परमेस्सर उत्तिम निआवकर्ता अहइ।
उ कबहुँ भी आपन किरोध परगट कइ देइ।
12 परमेस्सर जब कउनो निर्णय लइ लेत ह,
तउ फिन आपन मन नाहीं फेरत।
13 ओहमाँ मनइयन क सजा देइ क छमता बाटइ।
उ मउत क सब सामान साथे रखे बाटइ।
14 कछू अइसे लोग होत हीं जउन हमेसा कुकर्मन क जोजना बनावत रहत हीं।
अइसेन ही लोग गुप्त सड्यन्त्र रचत रहत हीं।
अउर झूठ बोलत रहत हीं।
15 उ पचे दूसर लोगन क जालि मँ फाँसइ अउर नोस्कान पहुँचावइ क जतन करत रहत हीं।
मुला आपने ही जालि मँ फँसिके उ पचे नोस्कान उठइहीं।
16 उ पचे आपन ही कर्मे क उचित सजा पइहीं।
उ पचे दूसर लोगन क संग क्रूर रहेन।
मुला जइसे ओनका चाही वइसेन ही फल पइहीं।
17 मइँ यहोवा क जस गावत हउँ, काहेकि उ उत्तिम अहइ।
मइँ यहोवा क सबन त ऊँच नाउँ क बड़कइ करत हउँ।
5-6 अदोनिय्याह राजा दाऊद अउर ओकर पत्नी हग्गीत क पूत रहा। अदोनिय्याह आपन भाई अबसालोम क बाद पइदा भवा। उ बहोत सुन्नर मनई रहा। राजा दाऊद ओकर सुधार कबहुँ नाहीं किहस। उ कबहुँ नाहीं पुछेस: “तू काहे अइसा बेउहार करत ह?” अदोनिय्याह बहोत घमम्डी होइ गवा, उ फइसला किहस, मइँ अगला राजा होउब एह बरे उ अपने बरे एक ठु रथ, घोड़न अउ अगवा दउड़इवाले पाचस मनइयन क लिआएस।
7 अदोनिय्याह सरुयाह क पूत योआब अउ याजक एब्यातार स बातन किहस। उ पचे ओकरे राजा बनई बरे मदद देइ क फइसला किहेस। यह बरे उ पचे ओकर मदद किहेन। 8 मुला कछु लोग उ स्वीकार नाहीं किहेन जउन कछु अदोनिय्याह करत रहा। उ पचे राजा दाऊद क संग वफ़ादार रहेस। उ अदोनिय्याह क संग नाहीं मिलेस। इ सबइ लोग याजक सादोक, यहोयादा क पूत बनायाह, नातान, नबी, सिमी, रेई अउर राजा दाऊद क बिसेस रच्छक रहेन।
9 तब अदोनिय्याह कछू जनावरन क मेलबलि बरे मारेस। उ कछू भेड़िन, कछू गइयन अउ कछू मोटवार बछवन क मारेस। अदोनिय्याह एनरोगेल क लगे जोहेलेत क चट्टान पइ इ सबइ बलियन चढ़ाएस। अदोनिय्याह आपन सबहिं भाइयन, (राजा क दूसर पूतन) अउ यहूदा क समूचे राज्ज कर्मचारियन क न्यौतेस। 10 मुला अदोनिय्याह नातान नबी, या बनायाह या अपने बाप क खास रच्छकन या अपने भाई सुलैमान क न्यौतेस नाहीं
नातान अउर बतसेबा क सुलैमान क बारे मँ बात
11 जब नातान एकरे बारे मँ सुनेस, उ सुलैमान क महतारी बतसेबा क लगे गवा। नातान ओहसे पूछेस, “का तू सुन्या ह कि हग्गीत क पूत अदोनिय्याह का करत अहइ? उ अपने क राजा घोसित कइ दिहेस अउ हमार सुआमी राजा दाऊद एकरे बारे मँ कछू नाहीं जानत। 12 तोहार जिन्नगी अउ तोहार पूत सुलैमान क जिन्नगी खतरे मँ पड़ सकत ह। किन्तु मइँ तोहका बताउब कि अपने क बचावइ बरे तोहका का करइ चाही। 13 राजा दाऊद क लगे जा अउर ओहसे कहा, ‘मोर राजा, आप मोका बचन दिहे रहेन कि आप क पाछे मोर पूत सुलैमान अगला राजा होइ। फुन, अदोनिय्याह राजा काहे बन गवा ह?’ 14 तब, जब तू ओहसे बात कर ही रही होउबी, मइँ अन्दर आउब। तोहार जाइ क पाछे, तब मइँ जउन कछू घटित भवा ह ओकरे बारे मँ राजा क बताउब। एहसे इ प्रदर्सित होइ कि तू अदोनिय्याह क बारे मँ जउन कछू कहया ह, उ फुरइ अहइ।”
15 एह बरे बतसेबा राजा क सोवइ क कमरा मँ भीतरे ओहसे मिलइ गइ। राजा बहोत जियादा बुढ़वा रहा। सूनेमिन स आई लड़की अबीसग हुवाँ ओकर देख-रेख करत रही। 16 बतसेबा राजा क समन्वा प्रणाम करइ निहुरी। राजा पूछेस, “तू का चाहति अहा?”
17 बतसेबा जवाब दिहस, “मोर राजा, आप अपने परमेस्सर, यहोवा क नाउँ लइके मोहसे प्रतिग्या किहे रह्या। आप कहे रह्या, ‘तोहार पूत सुलैमान मोरे पाछे राजा होइ। मोरे सिंहासने पइ सुलैमान हुकूमत करी।’ 18 मुला अब अदोनिय्याह राजा होइ गवा ह अउर आप एका जानतेन भी नाहीं। 19 अदोनिय्याह मेलबलि बरे कहउ जनावरन क मार डाएस ह। उ बहोत स बर्धन, मोटवार बछवन अउ भेड़िन क मारेस ह अउर उ आप क सबहिं पूतन क न्यौतेस ह। उ याजक एब्यातार अउ आप क फउज क सेनापति योआब क भी न्यौतेस ह। किन्तु उ आप क पूत सुलैमान क न्यौतेस नाहीं, जउन आप क सेवा करत ह। 20 मोर सुआमी अउर राजा, इस्राएल क सबहिं लोगन क निगाहन आप पइ लगी अहइँ। उ पचे आप क इ निर्णय क प्रतीच्छा करत अहइँ कि आप क पाछे कउन राजा होइ। 21 जब आप मरिहीं तउ आप अपने पुरखन क संग दफनावा जइहीं। तउ लोग मोर अउर मोर पूत सुलैमान क संग अपराधी जइसा बेउहार करिहीं।”
22 जब बतसेबा राजा स बातन करत रही, नातान नबी ओहसे भेटइ आवा। 23 सेवक लोग राजा स कहेन, “नातान नबी आवा अहइँ।” एह बरे नातान प्रवेस किहस अउ राजा क लगे गवा। नातान राजा क समन्वा धरती तलक निहुरा। 24 तब नातान कहेस, “मोर राजा, का आप इ घोसना कइ दिहा ह कि आप क पाछे अदोनिय्याह नवा राजा होइ? का आप इ निर्णय कइ लिहा ह कि आप क पाछे अदोनिय्याह लोगन पइ हुकूमत करी। 25 आजु उ घाटी मँ खास मेलबलियन भेंट किहस ह। उ कइउ बर्धन, मोटवार बछवन अउर भेड़िन क मारेस ह उ आप क दूसर सबहिं पूतन, फउज क सेनापतियन अउ याजक एब्यातार क न्यौतेस ह। अब उ पचे ओकरे संग खात अहइँ अउर पिअत अहइँ अउर उ पचे कहत अहइँ, ‘राजा अदोनिय्याह दीर्घायु होइ।’ 26 मुला उ मोका या याजक सादोक, यहोयादा क पूत बनायाह या आप क पूत सुलैमान क न्यौतेस नाहीं। 27 मोर सुआमी अउर राजा, का आप आपन सेवकन हम पचन्क, बिना कहइ इ किहेस? आप हम लोगन स पहिले ही काहे नाहीं कहया कि उ तोहार पाछे होइवाला राजा चुना गवा ह?”
28 तब राजा दाऊद कहेस, “बतसेबा स भितरे आवइ क कहा।” एह बरे बतसेबा भितरे आइ अउर राजा क समन्वा खड़ी भई।
29 तब राजा एक प्रतिग्या किहेस: “यहोवा परमेस्सर मोका हर एक खतरा स बचाएस ह अउर यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ तोहसे प्रतिग्या करत हउँ। 30 मइँ आजु उ प्रतिग्या क पूरा करब जेकर बचन मइँ पहिले तोहका दिहे रहेउँ। मइँ इ प्रतिग्या यहोवा इस्राएल क परमेस्सर स किहे रहेउँ कि तोहार पूत सुलैमान मोरे पाछे राजा होइ अउर मोरे पाछे सिंहासने पइ मोरे जगह उहइ लेइ। यह बरे आजु मइँ आपन प्रतिग्या क पूरा करब।”
31 तब बतसेबा राजा का समन्वा धरती तलक निहुरी के प्रणाम किहेस अउ कहेस, “मोर सुआमी राजा दाऊद हमेसा-हमेसा जिअत रहे!”
पौलुस राजा अग्रिप्पा क समन्वा
26 अग्रिप्पा पौलुस स कहेस, “तोहका खुद आपन कइँती स बोलइ क अनुमति बाटइ।” ऍह पइ पौलुस आपन हाथ उठाएस अउर आपन बचाव मँ बोलब सुरू किहेस, 2 “हे राजा अग्रिप्पा, मइँ आपन क भाग्यवान समुझत हउँ कि यहूदियन मोह पइ जउन जुर्म लगाए बाटेन, ओन सब बातन क बचाउ मँ, तोहरे अगवा बोलइ जात हउँ। 3 खास तरह स इ यह बरे सच अहइ कि तोहका सबहिं यहूदी रीति रिवाज अउर ओनके विवाद क गियान अहइ। यह बरे मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि धीरझ क साथ मोर बात सुनी जाइ।
4 “सबहिं यहूदी जानत ही कि सुरू स ही खुद आपन देस मँ अउर यरुसलेम मँ भी बचपन स ही मइँ कइसा जिन्नगी जिए अहइ। 5 उ पचे मोका बहोत समइ स जानत हीं अउर जदि उ पचे चाहइँ तउ इ बात क साच्छी दइ सकत हीं मइँ आपन धरम क एक सबसे जिआदा कट्टर पंथ क मुताबकि एक फरीसी क रूप मँ जिन्नगी बिताएउँ ह। 6 अउर अब इ मुकदमा क सफाई क हालत मँ खड़ा भए मोका उ बचन क भरोसा अहइ जउन परमेस्सर हमरे पूर्वजन क दिहे रहा। 7 इ उहइ बचन अहइ जेका हमार बारहु जातिन रात दिन मन लगाइके परमेस्सर क सेवा करत भए, पावइ क भरोसा रखत हीं हे राजन! इहइ भरोसा क कारण मोह प यहूदियन क जरिए जुर्म लगावा जात अहइ। 8 तू पचन मँ स कउनो क भी इ बात बिसवास क जोग्ग काहे नाहीं लागत बा कि परमेस्सर मरे भए क जिआइ देत ह।
9 “मइँ भी सोचत रहेउँ नासरी ईसू क नाउँ क खिलाफत करइ क लिए जउन भी बन पड़इ उ बहोत कछू करुँ। 10 अउर अइसा ही मइँ यरुसलेम मँ किहेउँ भी। मइँ परमेस्सर क बहोत स भगतन क जेलि मँ धाँध दिहेउँ काहेकि मुख्याजक लोगन स ऍकरे बरे मोका हक मिला रहा। अउर जब ओनका मारा गवा तउ मइँ आपन मत ओऩकइ खिलाफ दिहउँ। 11 आराधनालय मँ स मइँ ओनका अक्सर सजा देत रहेउँ अउर ईसू क निन्दा करइ बरे ओन पइ दबाव डावइ क जतन करत रहेउँ। ओनकइ बरे मोर किरोध ऍतना जिआदा रहा कि ओनका सतावइ बरे मइँ बाहेर क सहर तलक गएउँ।
पौलुस क जरिए ईसू क दर्सन क बारे मँ बताउब
12 “अइसी ही एक जात्रा क मौके प जब मइँ मुख्ययाजक स आग्या पाइके दमिस्क जात रहेउँ, 13 तबहिं दुपहरिया क जब मइँ अबहिं राहे मँ रहेउँ ही कि मइँ हे राजन, सरग स एक प्रकास उतरत भवा लखेउँ। ओकर तेज सूरज स भी जिआदा रहा। उ मोरे अउर मोरे संग क मनइयन क चारिहुँ कइँती चमचमान। 14 हम पचे धरती प भहराइ गएऩ, फिन मोका एक बानी सुनाइ दिहेस। उ इब्रानी भाखा मँ मोसे कहत रही, ‘साऊल, अरे ओ साऊल, तू मोपर अत्याचार करत अहा? इ तू अहा जो मोरे विरूद्ध लड़ कर मोका सतावत अहा। धार क नोंक प लात मारब तेरे बस क बात नाहीं अहइ।’
15 “फिन मइँ पूछेउँ, ‘हे पर्भू, तू कउन अहा?’
“पर्भू जवाब दिहेस, ‘मइँ ईसू हउँ जेका तू यातना देत बाट्या। 16 मुला अब तू उठा अउर आपन गोड़े प खड़ा ह्वा। मइँ तोहरे अगवा यह बरे परगट भएउँ ह कि तोहका एक सेवक क रूप भर्ती करउँ अउर जउऩ कछू मइँ तोहका देखाउब, ओकर तू साच्छी रह्या। 17 मइँ जउऩ यहूदियन अउर गैर यहूदियन क लगे 18 ओकर आँखी खोलइ, ओनका अँधियारा स प्रकास कइँती लावइ अउर सइतान क सक्ती स परमेस्सर कइँती मोड़इ बरे, तोहका पठवत हउँ, ओनसे तोहार रच्छा करत्त रहब। ऍहसे उ पचे पापन स छमा पइहीं अउर ओन मनइयन क बीच ठउर पइहीं जउन मोहे मँ बिसवास धरइ क कारण पवित्तर भएन ह।’”
पौलुस क कारज
19 “हे राजन् अग्रिप्पा, यह बरे तबहिं स उ दर्सन क आग्या क कबहुँ भी न उल्लंघन किए भए 20 बल्कि ओकरे खिलाफ मइँ पहिले ओनका दमिस्क मँ, फिन यरुसलेम मँ अउर यहूदिया क समुचइ पहँटा मँ उपदेस देत रहा। अउर गैर यहूदियन क मनफिराव क मुताबिक करम करइ बरे कहत रहा।
21 “इहइ कारण जब मइँ हिआँ मंदिर मँ रहा, यहूदी लोग मोका धइ लिहेन अउर मोर कतल क जतन किहेन। 22 मुला आजु तलक मोका परमेस्सर क मदद मिलत रही ह अउर यह बरे मइँ हिआँ छोट अउर बड़कवा सबहिं लोगन क समन्वा साच्छी देइ बरे खड़ा हउँ। मइँ बस ओन बातन क तजिके अउर कछू नवा नाहीं कहत जउन नबियन अउर मूसा क मुताबिक होइ क रही 23 कि मसीह क यातना भोगइ क होइ अउर मरे भएऩ मँ पहिला जी जाइवाला होइ अउर उ यहूदियन अउर गैर यहूदियन क जोति क संदेस देइ।”
14 “जब तू पचे ‘घृनित खउफनाक अउर बिनास करइवाली चीजन्क,’ जहाँ उ सबन क न होइ चाही, हुवाँ खड़ा देख्या।” (पढ़वइया खुद समझि लेई कि ऍकर का अरथ अहइ।) “तब जउन लोग यहूदिया मँ होइहीं, ओनका पर्वत प पराय जाइ चाही। 15 अउर जउन लोग आपन घरवा क छतवा प होइहीं, उ पचे घरवा मँ घुसुरि क कछू भी लइ आवइ क तरखाले न उतरइ। 16 अउर जउन बाहेर मैदान मँ होई, उ पचे पाछे घूमि के आपन ओढ़ना तलक न लेई।”
17 उ स्त्रियन बरे जेकर पैर भारी होइ अउर जेकर दूध पिअइया बचवन गोदी मँ होइहीं, उ दिनन बहोतई खउफनाक होइहीं। 18 पराथना करा कि इ सब कछू सर्दी क रितु मँ न होइ। 19 उ दिनन अइसी बिपत आई जइसी आजु तक नाहीं इ जबहिं ते परमेस्सर इ संसार क रचि दिहन ह, आजु तक नाहीं आइ अउ कबहुँ अगवा न आई। 20 अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क कमती कइ न दिहेस होत तउ कउनो न बच पावत। मुला उ खात रूप स चुना गवा मनइयन क कारण जेनका उ चुनेस, उ उ समइ क कब कम दिहस ह।
21 “उ दिनन मँ जदि कउनो तोसे कहइ कि, ‘देखा, इ रहा मसीह!’ या ‘उ अहइ मसीह।’ तू ओकर बिसवास न कर्या। 22 काहेकि झूठे मसीहन अउर झूठे नबियन देखॉइ देइहीं अउर उ सबइ अइसा अद्भुत चीन्हन देखइहीं अउर अचरज कारजन करिहीं कि जदि होइ जाए तउ उ पचे चुना गएन मनइयन क भी अड़पेंचे मँ डाइ देइहीं। 23 एह बरे तू सब होसियार रहा। मइँ समइ स पहिले ही तो पचन्क सब कछू बताइ दीन्ह।
24 “उ दिनन मँ दारून कस्ट क समइ क पाछे:
‘सूरज करिया पड़ि जाई,
चंदा स ओकर चाँदनी न निकसी।
25 अकास स तारे टूटइ लगिहीं,
अउर अकासे मँ बड़वार सक्ती झकाझोरि दीन्ह जइहीं।’ (A)
26 “तब्बइ मनइयन मनई क पूत क महासक्ती अउर महिमा क संग बदरवन मँ निहरिही। 27 फिन उ आपन दूतन क पठइके चारहु दिसा मँ धरती क छोरे स दूसर छोरे तक सब कइँती स आपन चुना भवा मनइयन क जमा करी।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.