Book of Common Prayer
दाऊद क एक ठु गीत।
1 मइँ पिरेम अउ खरेपन क गीत गाउब।
यहोवा मइँ तोहरे बरे गाउब।
2 मइँ पूरी सावधानी स सुद्ध जिन्नगी बिताउब।
मइँ आपन घर मँ सुद्ध जिन्नगी जिअब।
हे यहोवा तू मोरे लगे कब अउब्या?
3 मइँ कउनो भी बियर्थ मूरति समन्वा नाहीं राखब।
जब लोग तोहार खिलाफ विद्रोह करत हीं तउ मइँ इ स घिना करत हउँ।
मइँ कबहुँ भी एकर हिस्सा नाहीं बनब।
4 मइँ इमानदार रहब।
मइँ बुरा काम स कबहुँ सम्बंध नाहीं राखब।
5 अगर कउनो मनई छिप छिपके आपन पड़ोसी बरे चुगली कहइ,
मइँ ओनका रोकब।
मइँ डींग हाँकइवाला
अउर महत्वाकांच्छी व्यक्तियन क सहन नाहीं करब।
6 मइँ आपन संग काम करई बरे बिस्सासी लोगन क दूढ़ता हउँ।
सिरिफ ओन लोग मोर सेवक होइ सकत हीं
जउन इमानदारी स जिन्नगी जिअत हीं।
7 मइँ आपन घरे मँ अइसे लोगन क रहइ नाहीं देब जउन झूठ बोलत हीं।
मइँ झूठ लोगन क आपन लगे भी फटकइ नाहीं देब।
8 मइँ ओन दुट्ठन क सदा ही नस्ट करब, जउन इ देस मँ रहत हीं।
मइँ ओन दुट्ठ लोगन क मजबूर करब, कि उ पचे यहोवा क नगर क तजि देइँ।
संगीत निदेर्सक बरे दाऊद क एक ठु स्तुति गीत।
1 हे परमेस्सर, जब मइँ तोहरे आगे पराथना करउँ
तउ चुप नाहीं रह्या।
2 लोग मोरे बारे मँ बुरी बातन अउ झूठ बोलत ह।
उ पचे मोरे बारे मँ उ सबइ कहत अहइँ जउन फुरइ नाहीं बाटइ।
3 लोग मोरे बारे मँ घिना स बोलत अहइँ।
उ पचे मोर खिलाफ बिना कारण हमला करत हीं।
4 मइँ ओनका पिरेम किहेउँ, फिर भी उ पचे मोहसे दुस्मनी करत हीं।
जद्यपि मइँ पराथना मँ वफ़ादार हउँ।
5 मइँ ओन मनइयन क संग भला किहे रहेउँ।
मुला उ पचे मोरे बरे बुरा करत अहइँ।
मइँ ओनसे पिरेम किहेउँ,
मुला उ पचे मोसे बइर रखत अहइँ।
6 ओकरे खिलाफ एक ठु दुट्ठ मनई क नियुक्त करा,
अउर कउनो दोख लगवइया ओका दोख लगावइ बरे ओकरे बगल मँ खड़ा करा।
7 ओनमाँ दोख पावइ द्या जब उ अदालत मँ निआउ पइहीं,
ओकर पराथना क ओकरे पाप क सबूत होइ द्या।
8 मोर दुस्मन क हाली मरि जाइ द्या।
ओकरे क जगह कउनो दूसर क लेइ द्या।
9 मोरे दुस्मनन क सन्तानन क अनाथ कइ द्या अउर ओकरी पत्नी क तू राँड़ कइ द्या।
10 ओनका आवारा अउर भिखारी होइ द्या,
अउर ओनका आस्रय क खोज तब तलक करइ द्या जब तलक कि ओकर आपन घर बर्बाद न होइ जाइँ।
11 मोरे दुस्मन कर्जदार लोगन क जउन कछू मोर दुस्मन क लगे होइँ लइ जाइ द्या।
अजनबियन क ओकर मेहनत क कमाइ क लूटिके जाइ द्या।
12 कउनो मनई क मोरे दुस्मन पइ कउनो दाया न देखाँवइ।
अउर ओकरे अनाथ गदेलन पइ कउनो भी मनई दाया नाहीं देखाँवइ।
13 मोर दुस्मन क सन्तानन बर्बाद कइ द्या।
आवइवाली पीढ़ी स ओकर नाउँ मिटइ द्या।
14 मोरे दुस्मन क पुरखन क पापन क परमेस्सर सदा ही याद राखइ।
ओकरे महतारी क पापन न मेटाइ।
15 यहोवा सदा ही ओन पापन क याद रखी।
अउर उ लोगन बरे मोरे दुस्मन क बिसिरइ क कारण होइ।
16 काहेकि दुट्ठ लोगन कउनो भी अच्छा करम कबहुँ नाहीं किहेन
अउर उ लोगन क बिना आसा क मउत मँ धकेल दिहा।
उ दीन लोगन असहाय लोगन क जिअब कठिन बनाइ दिहा।
17 ओन दुट्ठ लोगन क सरापब भावत रहा।
तउ अहइ सराप ओह पइ लउटिके गिर जाइ।
उ बुरा मनई असीस कबहुँ नाहीं दिहस कि लोगन बरे कउनो अच्छी बात घटइ।
तउ ओकरे संग कउनो भी भली बात मत होइ द्या।
18 सराप ओकरे बरे ओढ़नन क नाईं होइ।
सराप ओकरे सरीर मँ पानी क नाईं भरि जाइ।
अउर सराप ओकरे हड्डियन मँ
चर्बी क नाईं रहइ।
19 उ दुट्ठ मनई बरे सराप क ओढ़ना बनी द्या।
सराप क ओकरे बरे हमेसा बरे कमर बन्द बनइ द्या।
20 यहोवा मोहे पइ दोख लगावइवालन क अउर ओन लोगन क जउन मोरे खिलाफ बुरा जोजना बनावत ह क,
उ सबइ चिजियन क भुगतान क रूप मँ देइ द्या।
21 किन्तु हे यहोवा, तू मोर सुआमी अहा।
तउ मोरे संग अइसा बेउहार करा जेहसे तोहरे नाउँ क जस बाढ़इ।
तोहार करुणा महान अहइ, तउ मोर रच्छा करा।
22 काहेकि मइँ बस एक गरीब अउर असहाय व्यक्ति अहउँ।
मइँ फुरइ दुःखी अहउँ।
23 मोका अइसा लागत बाटइ जइसे मोर जिन्नगी साँझ क समइ क लम्बी छाया क तरह बीति चुकी बाटइ।
मोका अइसा लागत रहा मइँ महसूस करत हउँ कि मइँ किरवा क नाईं हउँ जउन मोका हिराइ दिहेस ह।
24 उपवास क कारण मोर घुटना दुर्बल होइ ग अहइँ।
मोर वजन घटत ही जात अहइ, अउर मइँ झुरान जात अहउँ।
25 बुरे लोग मोका अपमानित करत हीं।
उ पचे मोका घूरत अउ आपन मूँड़ी मटकावत हीं।
26 यहोवा मोर परमेस्सर, मोका सहारा द्या।
आपन बिस्ससनीय पिरेम देखाँवा अउर मोका बचाइ ल्या।
27 फुन उ पचे लोग जान जइहीं कि तू ही मोका बचाया ह।
ओनका पता चल जाइ कि उ तोहार सक्ति रही जउन मोका सहारा दिहस।
28 यद्यपि दुट्ठ लोग मोका सराप देत ह, हे यहोवा तू मोका आसीर्बाद दे।
यद्यपि उ पचे मोह पइ वार करत हीं, ओनका अपमानित होइ द्या।
किन्तु तोहार सेवक क खुस होइ द्या।
29 मोर बिरोधियन क अपमान स ढाँपि लेइ द्या।
ओनका लज्जा स घेरी लेइ द्या।
30 मइँ यहोवा क बहोत अधिक धन्यवाद देत हउँ।
बहोत लोगन क समन्वा ओकर गुण गावत हँउ।
ऐन
121 मइँ उ सबइ बातन किहेउँ ह जउन नीक अउर खरा अहइँ।
हे यहोवा, तू मोका अइसेन ओन लोगन क जिन सौंपा जउन मोका हानि पहोंचावइ चाहत हीं।
122 मोका वचन द्या कि तू मोरे बरे अच्छा करब्या।
मइँ तोहार दास अहउँ।
हे यहोवा, अहंकारी लोगन क मोह पइ अत्याचार जिन करइ द्या।
123 हे यहोवा, तू आपन अच्छाई स मोका वचन दिहे रह्या कि तू मोर मदद करब्या।
मुला मोर आँखी तोहार राह निहारत भए थकी गइन।
124 तू आपन बिस्ससनीय पिरेम मोह पइ परगट करा।
मइँ तोहार दास हउँ।
तू मोका आपन विधान क सिच्छा द्या।
125 मइँ तोहार सेवक हउँ।
आपन विवेक स मोका आसीस द्या तउ मइँ तोहार करार क समुझ सकेउँ।
126 कार्यवाही करा, हे यहोवा,
काहेकि ओन लोग तोहरे कानून क नाफ़रमानी करत हीं।
127 हे यहोवा, उत्तिम सुवर्ण स भी जियादा
मोका तोहार आदेस भावत हीं।
128 तोहरे सब उपदेसन क बहोत सावधानी स मइँ पालन करत हउँ।
मइँ सबइ झूठे रास्तन स घिना करत हउँ।
पे
129 हे यहोवा, तोहार करार अद्भुत बा।
एह बरे मइँ ओकर अनुसरण करत हउँ।
130 तोहार वचन क व्याख्या प्रकास लावत ह।
तोहार सिच्छन बुद्धिहीन लोगन क समुझ देत ह।
131 हे यहोवा, मइँ तोहरे आदेसन क पालन करइ इच्छुक हउँ।
मइँ दौड़वालन क नाईं हाँफब।
132 हे परमेस्सर, मोरी कइँती निगाह करा अउर मोह पइ दयालु ह्वा।
तू ओन लोगन बरे वइसा ही करा जउन ओकरे बरे नीक अहइ जउन तोहार नाउँ स पिरेम किया करत हीं।
133 हे यहोवा, मोका ओन लोगन स बचाइ ल्या जउन मोका दुःख देत हीं
अउर मइँ तोहरे आदेसन क पालन करब।
134 हे यहोवा मोका ओन आदेसन स बचाइ ल्या जउन मोका दुःख देत हीं।
अउर मइँ तोहरे आदेसन क पालन करब।
135 हे यहोवा, आपन सेवक पइ दाया दिखावा
अउर आपन विधान तू मोका सिखावा।
136 रोवत रोवत आँसुअन क एक नदी मइँ बहाइ चुका हउँ।
काहेकि लोग तोहरी सिच्छन क पालन नाहीं करत अहइँ।
सादे
137 हे यहोवा, तू सच्चा अहा
अउर तोहार फइसला खरा अहइँ।
138 उ सबइ चिजियन उत्तिम अहइँ जउन तू हमका करार मँ दिहा।
हम पूरी तरह स तोहरे विधान क भरोसे रहि सकित ह।
139 तोहरे बरे मोर धुन मोका बर्बाद करत ह।
मइँ बहोत बेचैन हउँ, काहेकि मोर दुस्मन लोग तोहरे वचन क बिसराइ दिहन।
140 हे यहोवा, तोहार वचन प्रमाणित अउर फुरइ अउर सच्चा बाटइ,
अउर मइँ तोहार सेवक एहसे पिरेम करत हउँ।
141 मइँ एक महत्वहीन हउँ अउर लोग मोर आदर नाहीं करत बाटेन।
मुला मइँ तोहरे उपदेसन क बिसरत नाहीं अहउँ।
142 हे यहोवा, तोहार अच्छाई अनन्त अहइ।
तोहरे सिच्छन क भरोसे रहा जाइ सकत ह।
143 संकट अउर परेसानी मोका घेरि लिहेस ह।
मुला, मइँ तोहार उपदेसन क नाहीं बिसारे रहेउँ।
144 तोहार करार हमेसा नीक बाटइ।
एका समुझइ मँ मोर सहायता करा ताकि मइँ जी सकउँ।
ओकरे लोगन क मदद बरे यहोवा स पराथना
15 हे यहोवा, तू अकासे स खाले लखा ओन बातन क लखा जउन घटत अहइँ।
तू हमका आपन महान पवित्तर घरे स जउन अकासे मँ अहइ, खाले लखा।
तोहार सुदृढ़ पिरेम हमरे बरे कहाँ अहइँ?
तोहार सक्तिसाली कार्य कहाँ अहइ?
तोहार हिरदय क पिरेम कहाँ अहइ?
मोरे बरे तोहार कृपा कहाँ अहइ?
तू आपन करूण पिरेम मोहसे कहाँ छुपाइ रखा अहइ?
16 लखा, तू हमार पिता अहा!
होइ सकत ह इब्राहीम हम पच क नाहीं पहिचान सकी।
होइ सकत ह इस्राएल हमका नाहीं जान सकी कि हम पचे कउन अहउँ।
किन्तु यहोवा तू हमार पिता अहा।
तू उहइ यहोवा अहइ जउन हमका सदा छोड़ाएस ह!
17 हे यहोवा, तू हमका आपन स दूर काहे ढकेलत अहा?
तू हमरे बरे आपन अनुसरण करइ क काहे कठिन बनावत अहा?
यहोवा तू हमरे लगे लउटि आवा।
हम तउ तोहार दास अही।
हमरे पास आवा अउर हमका सहारा द्या।
हमार परिवार तोहार अहइँ।
18 थोड़े समय बरे हमार दुस्मनन तोहार पवित्तर लोगन पइ कब्जा कइ लिहे रहेन।
हमार दुस्मनन तोहरे मन्दिर क कुचरि दिहे रहेन।
19 कछू लोग तोहार अनुसरण नाहीं करत हीं।
उ पचे तोहरे नाउँ क धारण नाहीं करत हीं।
जइसे उ सबइ लोग
हम भी वइसे हुआ करत रहे।
64 जदि तू अकास चीरिके धरती पइ खाले उतरि आवा
तउ सब कछू ही बदल जाइ।
तोहरे समन्वा पर्वत टेघर जाइ।
2 पहाड़न मँ लपट उठिहीं। उ सबइ अइसे बरिहीं जइसे झाड़ियन बरत हीं।
पहाड़ अइसे उबलिहीं जइसे उबलत पानी आगी पइ रखा गवा होइ।
तब तोहार दुस्मन तोहरे बारे मँ समुझिहीं।
जब सबहिं जातियन तोहका लखिहीं तब उ पचे भय स थर-थर काँपिहीं।
3 किन्तु हम फुरइ नाहीं चाहित ह
कि तू अइसे कामन क करा कि तोहरे समन्वा पहाड़ पिघल जाइ।
4 फुरइ तोहार ही लोग तोहार कबहुँ नाहीं सुनेन।
जउन कछू तू बातन कहया फुरइ तोहार ही लोग ओनका कबहुँ नाहीं सुनेन।
तोहार जइसा परमेस्सर कउनो भी नाहीं लखेस।
कउनो भी दूसर परमेस्सर नाहीं, बस सिरिफ तू ही अहा।
जदि लोग धीरा धइके तोहरे सहारे क बाट जोहत रहइँ,
तू ओनके बरे बड़े काम कइ देब्या।
5 जेनका अच्छे काम करइ मँ मजा आवत ह, तू ओन लोगन क संग अहा।
उ सबइ लोग तोहरे जिन्नगी क रीति क याद करत हीं।
पर लखा, बीते दिनन मँ हम तोहरे विरूद्ध पाप किहा ह।
एह बरे तू हमके कोहाइ ग रह्या।
अब भला कइसे हमार रच्छा होइ?
6 हम सबहिं पाप स मैला अही।
हमार सब “नेकी” पुरान गन्दे कपड़न स अहइ।
हम झुरान मुरझाए पत्तन स अही।
हमार पाप हमका आँधी स उड़ाये अहइ।
7 हम तोहार उपासना नाहीं करित ह।
हम का तोहरे नाउँ मँ बिस्सास नाहीं अहइ।
हम मँ स कउनो तोहार अनुसरण करइ क उत्साही नाहीं अहइ।
एह बरे तू हमस मुँह मोड़ लिहा ह।
काहेकि हम पाप स भरा अही एह बरे हम तोहरे समन्वा असमर्थ अही।
8 किन्तु, यहोवा तू हमार पिता अहा।
हम माटी क लौंदा अही अउर तू कोमहार अहा।
तोहरे ही हाथन हम सबक रचा ह।
9 हे यहोवा, तू हमेसा कुपित जिन बना रहा।
तू हमरे पापन क सदा ही याद जिन रखा।
कृपा कइके तू हमरी कइँती लखा।
हम तोहार ही लोग अही।
कलीसिया क निरीच्छक
3 इ एक बिसवास करइ जोग्ग कथन बा कि अगर केउ निरिच्छक बनइ चाहत ह तउ उ एक अच्छे कामे क इच्छा रखत ह। 2 अब देखा ओका एक अइसी जिन्नगी जिअइ चाही जेकर लोग निआव स भरी आलोचना न कइ पावइँ। ओकर एकई पत्नी होइ चाही, ओका आत्मसंयमी, सुसील अउर अतिथि सत्कार करइवाला अउर सिच्छा देइ मँ निपुण होइ चाही। ओका पइसा क पिरेमी न होइ चाही। 3 ओका पियक्कड़ न होइ चाही, न तउ ओका झगड़ालू होइ चाही। ओका तउ सज्जन अउर सान्ति प्रेमी होइ चाही। ओका पैसे का पिरेमी न होइ चाही। 4 अपने परिवारे क उ अच्छा प्रबन्धक होइ अउर ओनकर बच्चन ओरके कब्जे मँ रहत रहइँ। ओकर पूरा सम्मान करत होइँ। 5 अगर केउ अपने परिवारे क प्रबन्ध करइ नाहीं जानत तउ उ परमेस्सर क कलीसिया क प्रबन्ध कइसे कइ पाई?
6 उ एक नवा बिसवासी न होइ चाही ताकि उ अहंकार स फूलि न जाइ। अउर ओका सइतान क जइसा दण्ड पावइ पड़इ। 7 एकरे अलावा बाहेर क लोगन मँ भी ओकर अच्छी इज्जत होइ चाही ताकि उ कउनउ आलोचना मँ फँसिके सइतान क फंदा मँ न पड़ि जाइ।
कलीसिया क सेवक
8 इही तरह कलीसिया क सेवकन केउ आदरणीय होइ चाही अउ ओका अउर दु मुँहा न होइ चाही। ओकर मदिरापान मँ रुचि न होई चाही। बुरे रस्तन स ओनका धन कमाइ क इच्छुक न होइ चाही। 9 ओनका तउ पवित्तर मने स हमरे अभिव्यक्त सत्यन क थामे रखइ चाहे। 10 ऐन्हेऊ क पहिले निरीच्छकन क समान परखा जाइ चाही फिन अगर ओनके विरोध मँ कछू आपत्ति न होइ तबहिं एनका कलीसिया क सेवकन क न रूप मँ सेवा काम करइ देइ चाही।
11 इही तरह स्त्रीयन क भी सम्मान क जोग्ग होइ चाही। ओनका निंदक न होइ चाही। बल्कि सालीन अउर सब तरह स भरोसा करइवाली होइ चाही।
12 कलीसिया क सेवक क केवल एक्कई पत्नी होइ चाही अउर ओका आपन बाल बच्चन अउर अपने घरारन क अच्छा प्रबन्धक होइ चाही। 13 काहेकि अगर क कलीसिया क अइसेन सेवक क रूप मँ होइहीं जउन अच्छा सेवा प्रदान करत हीं, तउ उ पचे अपने बरे सम्मान स भरा स्थान अर्जित करिहीं। मसीह ईसू क बरे बिसवासे मँ जरूरइ ओनकइ आस्था होई।
हमार जीवन क रहस्य
14 मइँ इ आसा क साथे तोहे इ बातन क लिखत हउँ कि जल्दी ही तोहरे लगे आउबइ। 15 अगर मोका आवइ मँ समइ लग जाइ तउ तोहे सबन क पता रहइ कि परमेस्सर क परिवारे मँ, जउन सजीव परमेस्सर क कलीसिया बा, कउनो क आपन व्यवहार कइसे रखइ चाही। कलीसिया तउ सब क जड़ अउर आधार स्तम्भ अहइ। 16 बिना संदेह क हमरे भक्ति का रहस्य महान बाटइः
उ नर-देह धरे परगट भवा
आतिमा द्वारा धर्मी प्रमाणित भवा
देखेन ओका सरगदूतन हुआ
प्रचारित उ राष्ट्रन मँ,
जग तउ ओहपइ बिसवास किहेस,
अउर उठावा गवा ओका महिमा मँ उप्पर।
यहूदी नेतन क ईसू क अधिकारे प संदेह
(मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8)
27 फिन उ पचे यरूसलेम लउट आएन। ईसू जब मन्दिर मँ टहरत रहा तउ मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क लगे आएन। 28 उ पचे ईसू स कहेन, “हमका बतावा! तू इ कामन क कउने अधिकार स करत बाट्या? कउन तोहका अधिकार दिहेस ह?”
29 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे एक सवाल पूछत हउँ। तू मोरे सवाल क जबाव द्या? तउ मइँ तोहका बताउब कि कउने अधिकारे स मइँ इ काम करत हउँ। 30 मोका बतावा: यूहन्ना जउन बपतिस्मा देत रहा, का ओहका सोझे सरगे स या मनई स मिला रहा?”
31 ईसू क सवाले प उ सब बिचारत बिचारत आपुस मँ कहइ लागेन कि, “जदि हम पचे इ कहित ह, ‘ओका इ सरगे स मिला रहा,’ तउ ईसू कही, ‘फिन तू पचे ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 32 अउर जदि हम पचे इ कही, ‘उ मनई स पाए रहा’ तउ सब मनई हम प रिसियाइ जइहीं।” (ई नेतन लोग मनइयन स डेरात रहेन। सब मनइयन क बिसवास रहा कि यूहन्ना नबी अहइ।)
33 एह बरे यहूदी नेतन ईसू स कहेन, “हम पचे जानित नाहीं।”
ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तउ फिन मइँ तोहका नाहीं बतावत अही कि इ काज मइँ कउने अधिकारे स करत हउँ।”
परमेस्सर आपन पूत क पठएस
(मत्ती 21:33-46; लूका 20:9-19)
12 ईसू दिस्टान्त कथा खोलि के समझावत ओनसे कहइ लाग: “एक मनई अंगूरे क बाग लगाएस अउर ओकरे चारिहुँ कइँती चहरदेवार बनाएस। फिन उ अंगूरे क रस धरइ बरे एक गड़हा खोदेस अउर ओकरे बाद एक ठु बुर्ज खड़ा करेस। फिन उ कछू किसानन क लगाने प दिहस अउ जात्रा प चला गवा।
2 “फिन अंगूर पकइ क रितु मँ उ एक ठु नउकर पठएस जेसे उ किसानन स जउन अंगूर पक गवा अहइँ, ओहमाँ स ओकर हींसा लइ आवइ। 3 उ मुला उ सबइ नउकर क पकरिके पीटेन, ओका खालि हाथे भगाइ दिहन। 4 उ एक ठु अउ नउकर हुवाँ पठएस। उ किसानन ओकर मुड़वा फोड़त ओका बेज्जत करेन। 5 उ फिन एक ठु अउ नउकर पठएस, जेकर उ सब कतल कइ दिहन। उ इ तरह कई ठु नउकरन क पठएस, जेनका उ सब मारेन पीटेन अउर केतनन क मारि डारेन।
6 “अब ओकरे लगे पठवइ क आपन पियारा बेटवा ही बचा रहि गवा। आखिर उ ओनके लगे इ कहत पठएस, ‘उ पचे मोरे बेटवा क मान सम्मान जरूर कहि रहीं।’
7 “उ किसानन एक दुसरे स कहेन, ‘इ तउ ओकर वारिस अहइ। आवा, ऍका मारि डाइ। अइसे हम पचे एकर वारिस होई जाब।’ 8 उ सबइ ओका पकरिके मारि डाएन अउर ओका अंगूर क बागे स बाहेर फेंके दिहन।
9 “एह पइ अंगूर क बगिया क मालिक का करी? उ आइके किसानन क मारि डाई अउर बगिया क दुसरे क दइ देई। 10 का तू पचे पवित्तर सास्तर का बचन नहीं बांच्या:
‘उ पाथर जेका राजगीर बेकाम क समझेन
उहइ कोने क पाथर बनि गवा।
11 इ पर्भू करेस,
जउन हमरे निगाहे मँ अजूबा बाटइ।’” (A)
12 उ सबइ जान गएन कि जउन दिस्टान्त उ दिहेस ह उ ओकरे खिलाफ रहा। तउ उ पचे ओका गिरफतार करइके कउनो कुचाल खोजइ लागेन, मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन। एह बरे ओका तजि के गएन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.