Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 104

हे मोर आतिमा, यहोवा क स्तुति करा।
    हे यहोवा, हे मोरे परमेस्सर, तू अति महान अहा।
तू महिमा अउ आदर क ओढ़ना पहिरे अहा।
    जइसे कउनो मनई चोगा पहिरत ही वइसा ही उ प्रकास क पहिरत हीं।
पर्दा क नाईं उ आकासे क फइलावत ह।
    उ ओनके ऊपर आपन निवास स्थान बनाएस।
उ गहिर बादर क प्रयोग आपन रथ बनावइ मँ करत ह।
    उ पवन क पखना पइ चढ़िके अकास पार करत ह।
उ निज सरगदूतन क पवन क नाईं बनावत ह।
    उ निज सेवक क पवन क नाई बनाएस।
इ उहइ अहइ जउन धरती क ओकरी नेंव पइ निर्माण किहस।
    इ कबहुँ न गिरी।
उ जल क चादर स धरती क ढकेस।
    जल पहाड़न क ढाँकि लिहस।
तू आदेस दिहा अउर जल दूरि हट गवा।
    तू जल पइ गरज्या, अउर जल दूर भागा।
पहाड़न स खाले घाटियन मँ ओन सबइ ठउरन पइ
    जेका तू ओकरे बरे तइयार किहे रहा या जल बहा।
तू समुद्दर क चउहद्दी बाँध दिहा
    अउर फुन जल कबहुँ धरती क ढाँकइ नाहीं जाई।

10 उ पानी क पठवत ह
    जउन कि झरनन स पहाड़ियन क बीच मँ घाटियन मँ बहत ह।
11 सबहिं जंगली पसुअन क सबइ धारा पानी देत हीं,
    जेनमाँ जंगली गदहा तलक आइके पिआस बुझावत हीं।
12 जंगल क परिन्दा तलाबन क किनारे रहइ बरे आवत हीं।
    अउ निचके ठाड़ भए बृच्छन क डालियन पइ गावत हीं
13 तू पहाड़न क ऊपर बर्खा पठया ह
    अउर ओन चिजियन ओनका दिहा जेका तू बनाया जउन ओनका चाही।
14 परमेस्सर, पसुअन क खाइ बरे घास उपजाया,
    हम स्रम करित ह अउर उ हमका पैाधा देत ह।
    इ सबइ पौधन उ भोजन अहइँ जेका हम धरती स पाइत ह।
15 परमेस्सर, हमका दाखरस देत ह, जउन हमका खुस करत ह।
    हमार चाम नरम रखइ क तू हमका तेल देत ह।
    हमका पुट्ठ करइ क उ हमका खइया क देत ह।

16 परमेस्सर लबानोन क जउन देवदारू क बिसाल बृच्छ लगाएस ह।
    ओन बिसाल बृच्छ खातिर ओनकर बढ़वार बरे बहोत पानी रहत ह।
17 पंछी ओन बृच्छन पइ आपन घोंसला बनावत हीं।
    देवदार क बृच्छन पइ सारस क बसेरा अहइ।
18 बनैले पहाड़ी बोकरन क घर ऊँच पहाड़ मँ बना अहइँ।
    बीछियन खुद क बड़की चट्टान क आड़ मँ छुपावत अहइँ।

19 तू मौसम क पता लगावइ बरे चाँद क रच्या ह।
    सूरज सदा जानत ह कि ओका कहाँ बूढ़ब अहइ।
20 तू अँधियारा बनाया जेहसे रात होइ
    ताकि जंगल क बनैला पसु एहर-ओहर घूमि सकिहीं।
21 उ पचे झपटत सेर जब दहाड़त हीं तब अइसा लगत ह जइसे उ पचे यहोवा क पुकारत होइँ,
    जेका माँगइ स उ ओनका अहार देत।
22 अउर पउ फाटइ पइ जीवजन्तु वापिस घरन क
    लउटत अउ आराम करत हीं।
23 फिन लोग आपन काम करइ क बाहेर निकरत हीं।
    साँझ तलक उ पचे काम मँ लगा रहत हीं।

24 हे यहोवा, तू अचरज भरा बहुतेरा काम किहा।
    धरती तोहरी वस्तुअन स भरी पड़ी अहइ।
    तू जउन कछू करत अहा, ओहमा आपन विवेक देखाँत ह।
25 इ समुद्दर क लखा, इ केतॅना बिसाल अहइ!
    हुआँ बहुतेरी जीव-जन्तु अहइ जेका गना नाहीं जाइ सकिहीं।
    ओहमाँ कछू बिसाल अहइँ अउर कछू नान्ह।
26 समुद्दर क ऊपर जलपोत तैरत हीं,
    अउर लिब्याथान[a] जेका तू बनाएस ह
    समुद्दर मँ खेल-खेलत ह।

27 यहोवा, इ सब कछू तोहरे आसरे पइ अहइ।
    हे परमेस्सर, ओन सबहीं जीवन क खाना तू ठीक समइ पइ देत अहा।
28 हे परमेस्सर, तू ही अहा जउन सबइ जीव-जन्तुअन क खाना जेका उ पचे खात हीं,
    उपलब्ध करावत अहा।
29 फुन जब तू ओनसे मुँह मोड़ लेत अहा तब उ पचे डेराइ जात हीं।
    ओनकर साँस रुकि जात हीं।
उ पचे दुर्बल होइ जात हीं अउर मर जात हीं।
    अउर ओनकर देह फुन धूरि मँ बदलि जात हीं।
30 जब तू आपन आतिमा भेज्या ह, उ ओहसे जीवित होइ जात ह अउर
    धरती पइ जिन्नगी क संग फुन नवा कइ दीन्ह जात ह।

31 यहोवा क महिमा सदा-सदा बनी रहइ।
    यहोवा आपन रचना स सदा आनन्द मँ रहइ।
32 यहोवा क दृस्टि स इ धरती काँप उठी।
    पहाड़न स धुआँ उठइ लग जाइ।

33 मइँ जिन्नगी भइ यहोवा बरे गाउब।
    मइँ जब तलक जिअत हउँ यहोवा क गुण गावत रहब।
34 मोर सोच-बिचार ओका खुस करी।
    मइँ यहोवा क संग खुस अहउँ।
35 धरती स पाप क लोप होइ जाइ।
    दुट्ठ लोग सदा बरे मिटि जाइँ।

हे मोर आतिमा,
    यहोवा क स्तुति करा।

यसायाह 61:1-9

यहोवा क मुक्ति संदेस

61 यहोवा क सेवक कहत ह, “मोर सुआमी यहोवा मोहमाँ आपन आतिमा धरेस ह। उ मोका एक खास करइ बरे अभिसेक किहेस ह। उ मोका विनम्र लोगन क अच्छी खबर देइ बरे, टुटे हिरदइवालन क उत्साह बढ़ावइ बरे, बन्दी क आजाद करइ बरे, अउर कैदी क मुक्त करइ बरे पठएस ह। उ समय क घोसणा करब जब यहोवा आपन करुणा परगट करी; उ समय क घोसणा करब जब हमार परमेस्सर दुस्टन क दण्ड देइ; दुःखी लोगन क पुचकारब; सिय्योन क दुःखी लोगन क आदर देब (अबहिं तउ ओनके लगे बस राखी अहइ); सिय्योन क लोगन क खुसी क स्नेह प्रदान करब; (अबहिं तउ ओनके पास बस दुःख अहइ) सिय्योन क लोगन क परमेस्सर क स्तुति क गीत प्रदान करब (अबहिं तउ ओनके लगे बस ओनके दर्द अहइँ); सिय्योन क लोगन क उत्सव क ओढ़ना देब (अबहिं तउ ओनके लगे बस ओनकर दुःख ही अहइँ।) ओन लोगन क ‘उत्तिमता क बृच्छ’ क नाउँ देब; ओन लोगन क ‘यहोवा क अद्भुत बृच्छ क संज्ञा देब।’

“उ समय, ओन पुरान नगरन क जेनका उजाड़ दीन्ह गवा रहा, फुन स बसावा जाइ। ओन नगरन क वइसे ही नवा बनाइ दीन्ह जाइ जइसे उ पचे सुरु मँ रहेन। उ सबइ नगर जेनका बरिसन पहिले हटाइ दीन्ह गवा रहा, नवे जइसे बनाइ दीन्ह जइहीं।

“फुन तोहार पचन्क दुस्मन तोहरे पचन्क लगे अइहीं अउर तोहार पचन्क भेड़िन चरावा करिहीं। तोहार पचन्क सत्रुअन क सन्तानन तोहरे पचन्क खेतन अउर तोहरे पचन्क बगियन मँ काम किया करहीं। तू पचे ‘यहोवा क याजक’ कहवउब्या। तू पचे ‘हमरे परमेस्सर क सहायक’ कहवउब्या। धरती क सबहिं देसन स आई भइ सम्पत्ति क तू प्राप्त करब्या अउर तू पचन्क इ बात क गर्व होइ कि उ तोहार सम्पत्ति अहइ।

“बीते समय मँ लोग तू पचन्क लज्जित करत रहेन अउर तोहरे पचन्क बारे मँ बुरी बुरी बातन बनावा करत रहेन। तू पचे एतना लजान रह्या जेतना अउर कउनो दूसर मनई नाहीं रहा। एह बरे तू पचे आपन धरती मँ दूसर लोगन स दुगुना हींसा प्राप्त होइ। तू पचे अइसी खुसी पउब्या जेकर कबहुँ अंत नाहीं होइ। अइसा काहे घटित होइ? काहेकि मइँ यहोवा हउँ अउर मोका नेकी स पिरेम अहइ। मोका चोरी स अउर हर उ बात स, जउन अनुचित अहइ, घिना अहइ। एह बरे लोगन क, जउन ओनका मिलइ चाही, उ भुगतान मइँ देबउँ। आपन लोगन क संग सदा सदा बरे मइँ इ वाचा करत हउँ कि सबहिं देसन क हर कउनो मनई मोर लोगन क जान जाइ। मोर जाति क बंसजन क हर कउनो जान पाइ। हर कउनो मनई जउन ओनका लखी, जान जाइ कि यहोवा ओनका आसीर्वाद देत अहइ।”

गलातियन 3:23-29

23 इ बिसवास क आवाई स पहिले, हमका व्यवस्था क देखरेख मँ, इ आवइवाला बिसवास क परगट होइ तलक, बन्दी क रूप मँ रखा गवा बा। 24 एह तरह व्यवस्था हमका मसीह तक लइ जाइ क बरे एक कठोर अभिभावक रहा ताकि आपन बिसवास क आधार पर हम धर्मी ठहरी। 25 अब जब इ बिसवास परगट होइ चुका अहइ तउ हम ओह कठोर अभिभावक क अधीन नाहीं अही।

26-27 ईसू मसीह मँ बिसवास क कारण तू सबहिं परमेस्सर क सन्तान अहा। काहेकि तू सबइ मसीह क बपतिस्मा लइ लिहे अहा, मसीह मँ समाइ गवा अहा। 28 तउन अब किहीउ मँ कउनउ अन्तर नाहीं रहा अउर न कउनउ यहूदी रहा, न गैर यहूदी, न दास रहा, न स्वतन्त्र, न पुरूस रहा, न स्त्री रही, काहेकि मसीह ईसू मँ तू सबहिं एक अहा। 29 अउर काहेकि तू मसीह क अहा, तउ फिन तू इब्राहीम क बंसजन क अहा। अउर परमेस्सर जउन इब्राहीम क दिहे रहा उहइ बचन क उत्तराधिकारी होइ।

गलातियन 4:4-7

मुला जब अच्छा समइ आवा त परमेस्सर तउ अपने पूत क भेजेस जउन एक स्त्री स जनमा रहा। अउर उ व्यवस्था क अधीन जिअत रहा। ताकि उ व्यवस्था क अधीन व्यक्तियन क मुक्त कराइ सकइ जेसे हम परमेस्सर क गोद लीन्ह भए बच्चन बन सकी।

अउर फिन काहेकि तू परमेस्सर क सन्तान अहा, तउन उ सबन क हिरदय मँ पूत क आतिमा क पठए रहा। उहइ आतिमा, “अब्बा, पिता” कहतइ बोलवावत ह। इही बरे अब तू दास नाहीं अहा बल्कि परमेस्सर क सन्तान अहा अउर काहेकि तू सन्तान अहा इही बरे तोहका परमेस्सर आपन उत्तराधिकारी बनाए ह।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.