Book of Common Prayer
दाऊद क एक ठु गीत।
1 मइँ पिरेम अउ खरेपन क गीत गाउब।
यहोवा मइँ तोहरे बरे गाउब।
2 मइँ पूरी सावधानी स सुद्ध जिन्नगी बिताउब।
मइँ आपन घर मँ सुद्ध जिन्नगी जिअब।
हे यहोवा तू मोरे लगे कब अउब्या?
3 मइँ कउनो भी बियर्थ मूरति समन्वा नाहीं राखब।
जब लोग तोहार खिलाफ विद्रोह करत हीं तउ मइँ इ स घिना करत हउँ।
मइँ कबहुँ भी एकर हिस्सा नाहीं बनब।
4 मइँ इमानदार रहब।
मइँ बुरा काम स कबहुँ सम्बंध नाहीं राखब।
5 अगर कउनो मनई छिप छिपके आपन पड़ोसी बरे चुगली कहइ,
मइँ ओनका रोकब।
मइँ डींग हाँकइवाला
अउर महत्वाकांच्छी व्यक्तियन क सहन नाहीं करब।
6 मइँ आपन संग काम करई बरे बिस्सासी लोगन क दूढ़ता हउँ।
सिरिफ ओन लोग मोर सेवक होइ सकत हीं
जउन इमानदारी स जिन्नगी जिअत हीं।
7 मइँ आपन घरे मँ अइसे लोगन क रहइ नाहीं देब जउन झूठ बोलत हीं।
मइँ झूठ लोगन क आपन लगे भी फटकइ नाहीं देब।
8 मइँ ओन दुट्ठन क सदा ही नस्ट करब, जउन इ देस मँ रहत हीं।
मइँ ओन दुट्ठ लोगन क मजबूर करब, कि उ पचे यहोवा क नगर क तजि देइँ।
संगीत निदेर्सक बरे दाऊद क एक ठु स्तुति गीत।
1 हे परमेस्सर, जब मइँ तोहरे आगे पराथना करउँ
तउ चुप नाहीं रह्या।
2 लोग मोरे बारे मँ बुरी बातन अउ झूठ बोलत ह।
उ पचे मोरे बारे मँ उ सबइ कहत अहइँ जउन फुरइ नाहीं बाटइ।
3 लोग मोरे बारे मँ घिना स बोलत अहइँ।
उ पचे मोर खिलाफ बिना कारण हमला करत हीं।
4 मइँ ओनका पिरेम किहेउँ, फिर भी उ पचे मोहसे दुस्मनी करत हीं।
जद्यपि मइँ पराथना मँ वफ़ादार हउँ।
5 मइँ ओन मनइयन क संग भला किहे रहेउँ।
मुला उ पचे मोरे बरे बुरा करत अहइँ।
मइँ ओनसे पिरेम किहेउँ,
मुला उ पचे मोसे बइर रखत अहइँ।
6 ओकरे खिलाफ एक ठु दुट्ठ मनई क नियुक्त करा,
अउर कउनो दोख लगवइया ओका दोख लगावइ बरे ओकरे बगल मँ खड़ा करा।
7 ओनमाँ दोख पावइ द्या जब उ अदालत मँ निआउ पइहीं,
ओकर पराथना क ओकरे पाप क सबूत होइ द्या।
8 मोर दुस्मन क हाली मरि जाइ द्या।
ओकरे क जगह कउनो दूसर क लेइ द्या।
9 मोरे दुस्मनन क सन्तानन क अनाथ कइ द्या अउर ओकरी पत्नी क तू राँड़ कइ द्या।
10 ओनका आवारा अउर भिखारी होइ द्या,
अउर ओनका आस्रय क खोज तब तलक करइ द्या जब तलक कि ओकर आपन घर बर्बाद न होइ जाइँ।
11 मोरे दुस्मन कर्जदार लोगन क जउन कछू मोर दुस्मन क लगे होइँ लइ जाइ द्या।
अजनबियन क ओकर मेहनत क कमाइ क लूटिके जाइ द्या।
12 कउनो मनई क मोरे दुस्मन पइ कउनो दाया न देखाँवइ।
अउर ओकरे अनाथ गदेलन पइ कउनो भी मनई दाया नाहीं देखाँवइ।
13 मोर दुस्मन क सन्तानन बर्बाद कइ द्या।
आवइवाली पीढ़ी स ओकर नाउँ मिटइ द्या।
14 मोरे दुस्मन क पुरखन क पापन क परमेस्सर सदा ही याद राखइ।
ओकरे महतारी क पापन न मेटाइ।
15 यहोवा सदा ही ओन पापन क याद रखी।
अउर उ लोगन बरे मोरे दुस्मन क बिसिरइ क कारण होइ।
16 काहेकि दुट्ठ लोगन कउनो भी अच्छा करम कबहुँ नाहीं किहेन
अउर उ लोगन क बिना आसा क मउत मँ धकेल दिहा।
उ दीन लोगन असहाय लोगन क जिअब कठिन बनाइ दिहा।
17 ओन दुट्ठ लोगन क सरापब भावत रहा।
तउ अहइ सराप ओह पइ लउटिके गिर जाइ।
उ बुरा मनई असीस कबहुँ नाहीं दिहस कि लोगन बरे कउनो अच्छी बात घटइ।
तउ ओकरे संग कउनो भी भली बात मत होइ द्या।
18 सराप ओकरे बरे ओढ़नन क नाईं होइ।
सराप ओकरे सरीर मँ पानी क नाईं भरि जाइ।
अउर सराप ओकरे हड्डियन मँ
चर्बी क नाईं रहइ।
19 उ दुट्ठ मनई बरे सराप क ओढ़ना बनी द्या।
सराप क ओकरे बरे हमेसा बरे कमर बन्द बनइ द्या।
20 यहोवा मोहे पइ दोख लगावइवालन क अउर ओन लोगन क जउन मोरे खिलाफ बुरा जोजना बनावत ह क,
उ सबइ चिजियन क भुगतान क रूप मँ देइ द्या।
21 किन्तु हे यहोवा, तू मोर सुआमी अहा।
तउ मोरे संग अइसा बेउहार करा जेहसे तोहरे नाउँ क जस बाढ़इ।
तोहार करुणा महान अहइ, तउ मोर रच्छा करा।
22 काहेकि मइँ बस एक गरीब अउर असहाय व्यक्ति अहउँ।
मइँ फुरइ दुःखी अहउँ।
23 मोका अइसा लागत बाटइ जइसे मोर जिन्नगी साँझ क समइ क लम्बी छाया क तरह बीति चुकी बाटइ।
मोका अइसा लागत रहा मइँ महसूस करत हउँ कि मइँ किरवा क नाईं हउँ जउन मोका हिराइ दिहेस ह।
24 उपवास क कारण मोर घुटना दुर्बल होइ ग अहइँ।
मोर वजन घटत ही जात अहइ, अउर मइँ झुरान जात अहउँ।
25 बुरे लोग मोका अपमानित करत हीं।
उ पचे मोका घूरत अउ आपन मूँड़ी मटकावत हीं।
26 यहोवा मोर परमेस्सर, मोका सहारा द्या।
आपन बिस्ससनीय पिरेम देखाँवा अउर मोका बचाइ ल्या।
27 फुन उ पचे लोग जान जइहीं कि तू ही मोका बचाया ह।
ओनका पता चल जाइ कि उ तोहार सक्ति रही जउन मोका सहारा दिहस।
28 यद्यपि दुट्ठ लोग मोका सराप देत ह, हे यहोवा तू मोका आसीर्बाद दे।
यद्यपि उ पचे मोह पइ वार करत हीं, ओनका अपमानित होइ द्या।
किन्तु तोहार सेवक क खुस होइ द्या।
29 मोर बिरोधियन क अपमान स ढाँपि लेइ द्या।
ओनका लज्जा स घेरी लेइ द्या।
30 मइँ यहोवा क बहोत अधिक धन्यवाद देत हउँ।
बहोत लोगन क समन्वा ओकर गुण गावत हँउ।
ऐन
121 मइँ उ सबइ बातन किहेउँ ह जउन नीक अउर खरा अहइँ।
हे यहोवा, तू मोका अइसेन ओन लोगन क जिन सौंपा जउन मोका हानि पहोंचावइ चाहत हीं।
122 मोका वचन द्या कि तू मोरे बरे अच्छा करब्या।
मइँ तोहार दास अहउँ।
हे यहोवा, अहंकारी लोगन क मोह पइ अत्याचार जिन करइ द्या।
123 हे यहोवा, तू आपन अच्छाई स मोका वचन दिहे रह्या कि तू मोर मदद करब्या।
मुला मोर आँखी तोहार राह निहारत भए थकी गइन।
124 तू आपन बिस्ससनीय पिरेम मोह पइ परगट करा।
मइँ तोहार दास हउँ।
तू मोका आपन विधान क सिच्छा द्या।
125 मइँ तोहार सेवक हउँ।
आपन विवेक स मोका आसीस द्या तउ मइँ तोहार करार क समुझ सकेउँ।
126 कार्यवाही करा, हे यहोवा,
काहेकि ओन लोग तोहरे कानून क नाफ़रमानी करत हीं।
127 हे यहोवा, उत्तिम सुवर्ण स भी जियादा
मोका तोहार आदेस भावत हीं।
128 तोहरे सब उपदेसन क बहोत सावधानी स मइँ पालन करत हउँ।
मइँ सबइ झूठे रास्तन स घिना करत हउँ।
पे
129 हे यहोवा, तोहार करार अद्भुत बा।
एह बरे मइँ ओकर अनुसरण करत हउँ।
130 तोहार वचन क व्याख्या प्रकास लावत ह।
तोहार सिच्छन बुद्धिहीन लोगन क समुझ देत ह।
131 हे यहोवा, मइँ तोहरे आदेसन क पालन करइ इच्छुक हउँ।
मइँ दौड़वालन क नाईं हाँफब।
132 हे परमेस्सर, मोरी कइँती निगाह करा अउर मोह पइ दयालु ह्वा।
तू ओन लोगन बरे वइसा ही करा जउन ओकरे बरे नीक अहइ जउन तोहार नाउँ स पिरेम किया करत हीं।
133 हे यहोवा, मोका ओन लोगन स बचाइ ल्या जउन मोका दुःख देत हीं
अउर मइँ तोहरे आदेसन क पालन करब।
134 हे यहोवा मोका ओन आदेसन स बचाइ ल्या जउन मोका दुःख देत हीं।
अउर मइँ तोहरे आदेसन क पालन करब।
135 हे यहोवा, आपन सेवक पइ दाया दिखावा
अउर आपन विधान तू मोका सिखावा।
136 रोवत रोवत आँसुअन क एक नदी मइँ बहाइ चुका हउँ।
काहेकि लोग तोहरी सिच्छन क पालन नाहीं करत अहइँ।
सादे
137 हे यहोवा, तू सच्चा अहा
अउर तोहार फइसला खरा अहइँ।
138 उ सबइ चिजियन उत्तिम अहइँ जउन तू हमका करार मँ दिहा।
हम पूरी तरह स तोहरे विधान क भरोसे रहि सकित ह।
139 तोहरे बरे मोर धुन मोका बर्बाद करत ह।
मइँ बहोत बेचैन हउँ, काहेकि मोर दुस्मन लोग तोहरे वचन क बिसराइ दिहन।
140 हे यहोवा, तोहार वचन प्रमाणित अउर फुरइ अउर सच्चा बाटइ,
अउर मइँ तोहार सेवक एहसे पिरेम करत हउँ।
141 मइँ एक महत्वहीन हउँ अउर लोग मोर आदर नाहीं करत बाटेन।
मुला मइँ तोहरे उपदेसन क बिसरत नाहीं अहउँ।
142 हे यहोवा, तोहार अच्छाई अनन्त अहइ।
तोहरे सिच्छन क भरोसे रहा जाइ सकत ह।
143 संकट अउर परेसानी मोका घेरि लिहेस ह।
मुला, मइँ तोहार उपदेसन क नाहीं बिसारे रहेउँ।
144 तोहार करार हमेसा नीक बाटइ।
एका समुझइ मँ मोर सहायता करा ताकि मइँ जी सकउँ।
चोराए भए देवतन क खोज
25 दूसर दिन भिन्सारे लाबान याकूब क जाइ धरेस। याकूब आपन तम्बू पहाड़े प लगाए रहा। ऍह बरे लाबान अउ ओकर मनइयन आपन तम्बू गिलाद पहाड़े प लगाएन।
26 लाबान याकूब स कहेस, “तू मोका धोखा काहे दिहा? तू मोर बिटियन क अइसे काहे लइ जात अहा माना कि उ सबइ जुद्ध मँ धरी गइ होइ? 27 मोसे बगैर कहे तू काहे परान्या? जदि तू कहे होत्या तउ मइँ तोहका भोज देतेउँ। ओहमाँ बाजा क संग नाचब अउ गाउब होत। 28 तू मोका आपन नातियन क चूमइ तलक नाही दिहा अउ न ही बिटियन क बिदा कहइ दिहा। तू इ कइके भारी बेवकूफी किहा। 29 तोहका फुरइ चोट पहोंचावइ क सक्ती मोहमाँ बाटइ। मुला पाछे क राति मँ तोहरे बाप क परमेस्सर मोरे सपन मँ आवा। उ मोका चिताउनी दिहस कि मइँ कउनो तरह तोहका चोट न पहोंचावउँ। 30 मइ जानत अहउँ कि तू आपन घरे लउटइ चाहत बाट्या। इहइ कारण अहइ कि तू हुआँ स चल पड्या ह। मुला तू मोरे घरे स देवतन क काहे चोरॅाया ह?”
31 याकूब जवाब दिहस, “मइँ तोहसे बिना कहे भए चल पड़या, काहेकि मइँ ससान रहेउँ। मइँ सोचेउँ कि तू आपन बिटियन क मोसे लइ लेब्या। 32 मुला मइँ तोहरे देवतन क नाही चोराएउँ। जदि तू हिआँ मोरे लगे कउनो मनई क, जउन तोहरे देवतन क चोरॅाए अहइ, पावा, तउ उ मारि दीन्ह जाइ। तोहरे लोग ही मोर गवाह होइहीं। तू आपन कउनो भी चीज क हेर सकत ह। जउन कछू भी तोहार होइ, लइ ल्या।” (याकूब क इ पता नाही रहा कि राहेल लाबान क घरे क देवतन क चोराएस ह।)
33 ऍह बरे लाबान याकूब क सिबिर मँ गवा अउ ओहमाँ हेरेस। उ याकूब क तम्बू मँ हेरेस अउ लिआ क तम्बू मँ भी हेरेस। तब उ तम्बू मँ हेरेस जेहमाँ दुइनउँ दासिन ठहरी रहिन। मुला उ ओकरे घरे मँ देवतन क नाही पाएस। तब लाबान राहेल क तम्बू मँ गवा। 34 राहेल ऊँट क काठी मँ देवतन क छुपाइ राखे रही अउ उ ओनही प बइठी रही। लाबान पूरा तम्बू मँ हेरेस उ देवतन क न हेरि सका।
35 अउ राहेल आपन पिता स कहेस, “पिता जी, मोह पइ जिन कोहाआ। मइँ आपक समन्वा ठाड़ होइ मँ समर्थ नाही अहउँ। इ टेम मोर मासिक धरम चलत बाटइ।” ऍह बरे लाबान पूरा सिबिर मँ हेरेस, मुला ओका हुआँ स देवतन क नाही पाइ सका।
36 तब याकूब बहोतइ कोहान। याकूब कहेस, “मइँ का बुरा किहेउँ ह? मइँ कउन सा नेम तोड़ेउँ ह? मोर पाछा करइ अउ मोका रोक देइ क अधिकार तोहका कइसे अहइ? 37 मोर जउन कछू अहइ ओहमाँ तू हेरि लिहा ह। तू अइसी कउनो चीज पाया जउन तोहार अहइ? जदि तू कउनो चीज पाया ह तउ मोका देखॅावा। ओका हिअँइ धरा जेसे हमार संगी लखि सकइँ। हमरे संगियन क तय करइ द्या कि हम दुइनउँ मँ कउन ठीक अहइ। 38 मइँ तोहरे बरे बीस बरिस तलक काम किहेउँ ह। इ पूरा समइ मँ बच्चा जनमत समइ कउनो भी नान्ह भेड़ी अउ बोकरी क नाही मरी अउर न ही मइँ कउनो मेमना तोहरे झुण्ड मँ स खाएउँ। 39 जदि कबहु जंगली जनावरन कउनो भेड़ी क मारेन मइँ फउरन ओकर दाम खुद दइ दिहेउँ। मइँ कबहु मुर्दा जनावर क तोहरे लगे लइके इ नाही कहेउँ कि एहमाँ मोर दोख नाहीं। मुला रात-दिन मोका लूटा गवा। 40 दिन मँ सूरज मोर सकती छोरत रहा अउ रात क जाड़ा मोरी अँखियन क नीद चोराइ लेत रहा। 41 मइँ बीस बरिस तलक तोहरे बरे एक दास क तरह काम किहेउँ। पहिले क चौदह बरिस मइँ तोहरी दुइ बिटियन क बियाहइ बरे काम किहेउँ। तउ पाछे क छ: बरिस मइँ तोहरे जनावरन क पावइ बरे काम किहेउँ अउ इ बीच तू मोर पगार दस दाईं बदल्या। 42 मुला मोरे पुरखन क परमेस्सर इब्राहीम क परमेस्सर अउ इसहाक क भय मोरे संग रहा। जदि परमेस्सर मोरे संग नाही होत तउ तू मोका खाली हाथ पठइ देत्या। मुला परमेस्सर मोर दुःखे क लखेस। परमेस्सर मोरे किए काम क लखेस अउ पिछली रात परमेस्सर प्रमाण दइ दिहस कि मइँ नीक अहउँ।”
याकूब अउ लाबान क मेल
43 लाबान याकूब स कहेस, “इ सबइ लरिकियन मोर बिटिहनियन अहइँ। ओनकइ बच्चन मोर बाटेन। इ सबइ जनावरन मोर अहइँ। जउन कछू भी तू हिआँ लखत अहा, मोर अहइ। मुला मइँ आपन बिटियन अउ ओनके बच्चन क रखइ बरे कछू नाही कइ सकत। 44 ऍह बरे मइँ तोहसे एक करार करइ चाहत अहउँ। हम पचे पाथर क ढेर लगाउब जउन इ बताइ कि हम पचे सन्धि कइ चुका अहइ।”
45 ऍह बरे याकूब एक बड़की चट्टान हेरेस अउ ओका इ पता देइ बरे हुआँ राखेस कि उ सन्धि किहेस ह। 46 उ आपन मनइयन क अउर जियादा चट्टानन क हेरइ अउ चट्टानें क ढेर लगावइ क कहेस। तब उ पचे चट्टानन क लगे भोजन किहन। 47 लाबान उ जगह क नाउँ यज्र सहादूथ राखेस। मुला याकूब उ जगह क नाउँ जिलियाद धरेस।
48 लाबान याकूब स कहेस, “इ चट्टानन क ढेर हम दुइनउँ क हमार करार क सुमिरावइ मँ मदद करी।” इ कारण अहइ कि याकूब उ जगह क नाउँ गिलयाद कहेस।
49 तब लाबान कहेस, “यहोवा हम पचन क एक दूसर स अलग होइ क गवाह रहइ।” एह बरे उ जगह क नाउँ मिजपा भी होई।
50 तब लाबान कहेस, “अगर तू मोर बिटियन क चोट पहोंचउब्या तउ याद राखा, परमेस्सर तोहका दण्ड देइ। अगर तू दूसर मेहरारु स बियाह करब्या तउ याद राखा, परमेस्सर तोहका लखत बाटइ।
12 पिआरे बच्चो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ,
काहेकि ईसू मसीह क कारण तोहरे पापन क छमा कइ दीन्ह गवा अहइ।
13 पिताओ, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ,
काहेकि तू पचे, जउन अनादि काल स बना अहइ, ओका जानत ह्या।
जवानो! मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ,
काहेकि तू उ दुस्ट (सइतान) प जीत हासिल कइ लिह्या ह।
14 बच्चो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ,
काहेकि तू अपने बाप क पहचान लिहे अहा।
ओह बाप लोगो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अहउँ,
काहेकि तू जउन कि संसार क सुरुआतइ स बना अहा, ओका जान लिहे अहा।
जवानो, मइँ तोहका इ बरे लिखत अही,
काहेकि तू ताकतवर अहा।
परमेस्सर क बचन तोहरे अन्दर निवास करत ह,
अउर उ दुस्ट (सइतान) पइ जीत हासिल कइ लिये अहा।
15 दुनिया स अउर दुनिया क तमाम चीजन स पिरेम जिन करा। जउ कउनो मनई दुनिया स पिरेम करत ह तउ ओनके हिरदइ मँ परमेस्सर कइँती पिरेम नाहीं रहत, 16 काहेकि इ दुनिया क हर चीज: जउन तोहरे भौतिक मनई सुभाउ क अपनी अउर खींचत ह, तोहरी आँखिन क सोहात अउर इ दुनिया क हर उ चीज जउने प लोग घमंड करत हीं। परमपिता कइँती स नाहीं अहइ मुला उ तउ सांसारिक अहइ। 17 इ दुनिया अपनी चाहत अउर इच्छा सहित खतम होत जात अहइ, मुला जउन मनई परमेस्सर क इच्छा क पालन करत ह, उ हमेसा रहत ह।
चरवाहा अउर ओकर भेड़ी
10 ईसू कहेस, “मइँ तोहसे सच्ची बात बतावत अहउँ कि जउऩ मनई भेड़िन क बाड़े मँ दरवाजा स न घुसिके कउनो अउर रस्ते स घुसत ह तउ, उ चोर अहइ, लुटेरा अहइ। 2 मुला जउन मनई दरवाजे स घुसत ह, उ भेड़िन क चरवाहा अहइ। 3 दरवाजे क रखवाला ओकरे बरे दरवाजा खोल देत ह, अउर भेड़न क ओकर आवाज सुनत हीं। अपनी भेड़िन क नाउँ लेइ लेइ पुकारत ह अउर ओऩका बाड़े स बाहर निकारत ह। 4 जब उ आपन सब भेड़ निकार लेत ह तउ ओऩके आगे-आगे चलत ह अउर भेड़िन सब ओका पिछुआय लेति हीं, काहेकि उ ओकर आवाज पहिचानात हीं। 5 भेड़ कबहूँ कउनो अजनबी मनई क नाहीं पिछुआय लेतिन। ओसे उ दूर भागत हीं, काहेकि उ अजनबी क आवाज नाहीं पहिचनतिन।”
6 ईसू नजीर देइके ओऩका सबका समझावा चाहत रहा, मुला ओन सबकी समझ मँ इ बात नाहीं आइ कि ईसू ओऩका बतावत अहइ।
ईसू नीक चरवाहा
7 तब ईसू ओनसे फिन कहेस, “मइँ तोहका सच्ची सच्ची बात बतावत अहउँ, कि भेड़िन क बरे दरवाजा मइँ अहउँ। 8 उ सबेन्ह जउन मोसे पहिले आइ रहेन, चोर अउर लुटेरा अहइँ। मुला भेड़िन ओनके बात नाहीं सुनिन। 9 मइँ दरवाजा अहउँ। जदि कउनो मोसे होइके भीतर घुसइ चाहत ह, तउ ओकर बचाव होइ, उ अन्दर जाइ सकत ह अउर बाहर जाइ सकत ह अउर ओका चारागाह मिल जाई। 10 चोर केवल चोरी करइ क बरे, कतल करइ क बरे अउर सत्यानास करइ क बरे आवत ह। मुला मइँ इ बरे आइ अहउँ कि सब मनई भरपूर जिन्नगी पाइ सकइँ।
11 “मइँ अच्छा चरवाहा अहउँ। नीक चरवाहा भेड़िन क बरे आपन जान तक देइ देत ह। 12 मुला जउन केराए क मजदूर होत ह, उ चरवाहा न होइ क कारण, भेड़िया क आवत देखिके भेड़िन क छाँड़िके भाग जात ह, काहेकि उ भेड़ ओकर तउ रहत नाहीं। भेड़िया ओनके ऊपर हमला कइके ओनका छितराय देत ह। 13 इ बरे भाग जात ह, काहेकि उ रोजमर्रा की मजूरी पर काम करत ह अउर ओका भेड़िन क गिन क कउनो परवाह नाहीं रहत।
14-15 “मइँ नीक चरवाहा अहउँ। आपन भेड़िन क मइँ जानित ह अउर मोर भेड़िन मोका वइसे जानत हीं, जइसे परमपिता मोका जानत ह अउ मइँ परमपिता क जानित ह। अपनी भेड़िन क बरे मइँ आपन जान दइ देइत हउँ। 16 मोर अउर भेड़िन अहइँ जउन इ बाड़ा क न अहीं। मोका ओनहूँ क लियावइ क अहइ। ओनहूँ मोर आवाज सुनिहइँ अउर इहइ बाड़ा मँ आइके एकट्ठी होइ जइहीं। फिन एक भेड़िन क समूह क एक चरवाहा रही। 17 परमपिता मोसे इहइ बरे पिरेम करत ह काहेकि मइँ आपन जान देइ देइत ह। मइँ आपन जिन्नगी इ बरे दइ देइत ह जइसे मइँ एका फिन पाइ जाई। कउनो हमसे ऍका लइ नाहीं लेत 18 मइँ खुदइ अपनी इच्छा स ऍका दइ देइत ह। मोका ऍका फिन वापस लेइ क अधिकार भी अहइ। इ आदेस मोका परमपिता स मिला अहइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.