Book of Common Prayer
18 तब तीन साल के बाद, मेंह पतरस ले मिले बर यरूसलेम सहर गेंव अऊ ओकर संग पन्द्रह दिन तक रहेंव। 19 पर उहां मेंह परभू के भाई याकूब ला छोंड़ अऊ कोनो प्रेरित ला नइं देखेंव। 20 मेंह परमेसर के आघू म तुमन ला भरोसा दिलाके कहथंव कि जऊन कुछू मेंह तुमन ला लिखत हवंव, ओह कोनो लबारी गोठ नो हय। 21 बाद म, मेंह सीरिया अऊ किलिकिया देसमन म गेंव। 22 यहूदिया प्रदेस के कलीसिया के मनखे जऊन मन मसीह म हवंय, मोला नइं देखे रिहिन। 23 ओमन सिरिप ए सुने रिहिन: “जऊन मनखे ह हमर ऊपर पहिले अतियाचार करत रिहिस, अब ओह ओहीच बिसवास के परचार करत हवय, जऊन ला ओह एक बार नास करे के कोसिस करत रिहिस।” 24 अऊ मोर कारन ले, ओमन परमेसर के महिमा करिन।
प्रेरितमन पौलुस ला गरहन करथें
2 चौदह साल के बाद, मेंह बरनबास के संग फेर यरूसलेम सहर गेंव। मेंह अपन संग तीतुस ला घलो ले गेंव। 2 मेंह उहां गेंव काबरकि परमेसर ह अगुवई करिस कि मेंह उहां जावंव अऊ ओमन ला, ओ सुघर संदेस बतावंव, जेकर परचार मेंह आनजातमन के बीच म करथंव। पर मेंह ए सुघर संदेस सिरिप ओमन ला निजी तौर म बताएंव, जऊन मन मोला मुखिया सहीं लगिन, काबरकि मेंह नइं चाहत रहेंव कि मोर पहिली के या अभी के काम ह बेकार हो जावय। 3 पर अऊ त अऊ तीतुस, जऊन ह एक यूनानी मनखे रिहिस अऊ मोर संग रिहिस, ओकर ऊपर खतना कराय बर दबाव नइं डाले गीस। 4 ए बात ह उठिस काबरकि कुछू लबरा भाईमन हमर बीच म चुपेचाप आ गे रिहिन, ताकि मसीह यीसू म हमर जऊन सुतंतरता हवय, ओमन ओकर बारे म पता लगावंय अऊ हमन ला यहूदी रीति-रिवाज अऊ कानून के गुलाम बना लेवंय। 5 ओमन के अधीन होवई हमन एक छिन बर घलो तियार नइं होएन, ताकि सुघर संदेस के सच्चई ह तुमन म बने रहय। 6 पर जऊन मन बड़े मनखे जान पड़त रिहिन, ओमन जऊन कुछू घलो रिहिन, एकर ले मोला कोनो फरक नइं पड़य; परमेसर ह बाहिरी रूप ला देखके फैसला नइं करय – ओ बड़े मनखेमन ले मोला कोनो नवां बात नइं मिलिस। 7 एकर उल्टा, ओमन देखिन कि जइसने यहूदीमन ला सुघर संदेस सुनाय के काम पतरस ला दिये गे रिहिस, वइसने आनजातमन ला सुघर संदेस सुनाय के काम मोला दिये गे हवय। 8 काबरकि परमेसर, जऊन ह पतरस के सेवा के जरिये काम करिस, ओह मोर सेवा के जरिये घलो काम करिस। पतरस ह यहूदीमन बर प्रेरित ए अऊ मेंह आनजातमन बर। 9 याकूब, पतरस अऊ यूहन्ना के खियाती, कलीसिया के खम्भा के रूप म रिहिस। जब ओमन मोला दिये गय परमेसर के अनुग्रह ला जानिन, त ओमन बरनबास अऊ मोर संग हांथ मिलाईन, अऊ संगी करमी के रूप म, हमर बीच म ए सहमती होईस कि हमन आनजातमन करा जावन अऊ ओमन यहूदीमन करा। 10 ओमन हमन ला सिरिप ए सलाह दीन कि हमन गरीबमन ला हमेसा सुरता करत रहन, अऊ एहीच काम ला करे बर, मेंह खुद उत्सुक रहेंव।
एक अगमजानी बिगर आदरमान के
(मरकुस 6:1-6; लूका 4:16-30)
53 यीसू ह ए पटंतरमन ला सुनाय के बाद उहां ले चल दीस। 54 ओह अपन नगर म आईस, अऊ मनखेमन ला ओमन के सभा घर म सिकछा देवन लगिस। मनखेमन ओकर उपदेस ला सुनके चकित होईन अऊ कहिन, “ए मनखे ला, ए बुद्धि अऊ ए अचरज के काम करे के सामरथ कहां ले मिलिस? 55 का एह बढ़ई के बेटा नो हय? का एकर दाई के नांव मरियम नो हय? का याकूब, यूसुफ, सिमोन अऊ यहूदा एकर भाई नो हंय? 56 का एकर जम्मो बहिनीमन हमर बीच म नइं रहंय? तब ए मनखे ला ए जम्मो चीज कहां ले मिलिस?” 57 अऊ ओमन ओकर ऊपर नराज होईन। पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “सिरिप अपन सहर अऊ अपन घर ला छोंड़के, अगमजानी ह जम्मो जगह म आदरमान पाथे।”[a]
58 मनखेमन के अबिसवास के कारन, ओह उहां जादा अचरज के काम नइं करिस।
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.