Book of Common Prayer
25 जब बरनबास अऊ साऊल अपन सेवा ला पूरा कर लीन, त ओमन यूहन्ना ला जऊन ह मरकुस घलो कहाथे, अपन संग लेके यरूसलेम ले लहुंटिन।
बरनबास अऊ साऊल के पठोय जवई
13 अंताकिया के कलीसिया म कुछू अगमजानी अऊ गुरू मन रहंय, जेमन के नांव रिहिस – बरनबास, सिमोन जऊन ला नीगर कहे जाथे, कुरेन के रहइया लूकियुस, मनाहेम (जऊन ह हेरोदेस राजपाल के संग पले बढ़े रिहिस), अऊ साऊल। 2 जब ओमन उपास अऊ परभू के अराधना करत रहंय, त पबितर आतमा ह कहिस, “मोर बर बरनबास अऊ साऊल ला ओ काम बर अलग करव, जेकर बर मेंह ओमन ला चुने हवंव।” 3 तब ओमन उपास अऊ पराथना करिन, अऊ बरनबास अऊ साऊल ऊपर अपन हांथ रखके ओमन ला बिदा करिन।
4 परमेसर ला हाजिर जानके अऊ मसीह यीसू ला हाजिर जानके, जऊन ह जीयत अऊ मरे मन के नियाय करही, अऊ मसीह के परगट होय अऊ ओकर राज करे के संबंध म, मेंह तोला ए जिम्मा देवत हंव: 2 तेंह बचन के परचार कर; समय अऊ बेसमय तियार रहे कर। बड़ धीरज अऊ सही सिकछा के संग मनखेमन ला समझा, डांट अऊ उत्साहित कर। 3 काबरकि अइसने समय आही, जब मनखेमन सही सिकछा ला नइं सुनहीं अऊ अपन ईछा ला पूरा करहीं। ओमन अपन बर अइसने गुरूमन ला बलाहीं, जऊन मन ओमन के ईछा के मुताबिक सिकछा दिहीं। 4 ओमन सच बात ला नइं सुनहीं पर कथा-कहानी म अपन मन लगाहीं। 5 पर तेंह ए जम्मो बात म सचेत रहे कर; दुःख ला सहे कर, सुघर संदेस के परचार कर, अऊ परमेसर के सेवक के रूप म अपन जम्मो सेवा ला कर।
6 मोर बलिदान होय के बेरा आ गे हवय अऊ मोर मरे के बेरा आ गे हवय। 7 मेंह अपन परभू बर बने लड़ई लड़े हवंव। मेंह अपन दऊड़ ला पूरा कर ले हवंव। मेंह परभू ऊपर बिसवास रखे हवंव। 8 मोर बर धरमीपन के ओ मुकुट रखे हवय, जऊन ला धरमी नियायी परभू ह मोला नियाय के दिन दिही, अऊ सिरिप मोला ही नइं, पर ओ जम्मो झन ला घलो दिही, जऊन मन मया के संग ओकर परगट होय के बाट जोहथें।
आखिरी बचन
9 मोर करा जल्दी आय के कोसिस कर। 10 काबरकि देमास ह ए संसार के मया म पड़के मोला छोंड़ दे हवय अऊ ओह थिस्सलुनीके सहर चले गे हवय। क्रेसकेंस ह गलातिया अऊ तीतुस ह दलमतिया चले गे हवय। 11 सिरिप लूका ह मोर संग हवय। मरकुस ला लेके मोर करा आ, काबरकि ओह परभू के सेवा म मोर बहुंत मदद करथे।
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