Book of Common Prayer
8 हे भाईमन, हमन नइं चाहथन कि तुमन ओ दुःख के बारे म अनजान रहव, जऊन ह हमर ऊपर एसिया प्रदेस म पड़े रिहिस। ओह बहुंत भारी अऊ हमर सहे के बाहिर हो गे रिहिस अऊ हमन जीये के आसा छोंड़ दे रहेंन। 9 वास्तव म, हमन ए महसूस करेन कि हमर मिरतू के हुकूम दिये गे हवय। पर एह एकरसेति होईस, ताकि हमन अपन ऊपर भरोसा झन रखन, पर परमेसर ऊपर भरोसा रखन, जऊन ह मुरदामन ला फेर जियाथे। 10 ओह हमन ला अइसने भयंकर मिरतू के संकट ले बचाईस, अऊ ओह हमन ला आघू घलो बचाही। ओकर ऊपर हमर आसा हवय कि ओह हमेसा हमन ला बचाते रहिही, 11 जइसने कि तुमन पराथना के दुवारा हमर मदद करथव। तब बहुंते झन के पराथना के कारन, जऊन आसिस हमन पाय हवन, ओकर बर कतको झन परमेसर ला हमर कोति ले धनबाद दिहीं।
पौलुस के योजना म बदलाव
12 अब हमर घमंड के बात ए अय: हमर बिवेक ह हमन ला बिसवास देवाथे कि ए संसार म हमर आचरन, खास करके तुम्हर संग हमर संबंध ह पबितरता अऊ ईमानदारी के संग रिहिस अऊ एह परमेसर कोति ले अय। अइसने हमन संसारिक बुद्धि ले नइं करेन, पर परमेसर के अनुग्रह के मुताबिक करे हवन। 13 हमन तुमन ला अइसने कुछू नइं लिखथन, जऊन ला तुमन पढ़े या समझे नइं सकव। अऊ मोला आसा हवय, 14 कि जइसने तुमन अभी हमर कुछू भाग ला समझे हवव, बाद म ओला पूरा-पूरी समझहू कि तुमन हमर ऊपर घमंड कर सकव, वइसने हमन घलो परभू यीसू के आय के दिन तुम्हर ऊपर घमंड करबो।
15 काबरकि मोला ए बात के भरोसा रिहिस तेकर खातिर, मेंह पहिली तुम्हर करा आय के योजना बनाएंव ताकि तुमन ला दूबारा फायदा होवय। 16 मोर ए योजना रिहिस कि मकिदुनिया जावत बेरा मेंह तुम्हर करा आवंव। अऊ मकिदुनिया ले लहुंटके तुम्हर करा फेर आवंव, अऊ तब तुमन मोला यहूदिया जाय बर मोर मदद करव। 17 जब मेंह ए योजना बनाएंव, त का में एला अइसनेच हल्का समझेंव? या का मेंह अपन योजना ला संसारिक ढंग ले बनाएंव ताकि कभू “हां हां” कहंव अऊ कभू “नइं नइं” घलो कहंव?
18 पर परमेसर ह सच्चा गवाह ए, तुम्हर बर हमर संदेस ह “हां” अऊ “नइं” दूनों नो हय। 19 काबरकि परमेसर के बेटा यीसू मसीह, जेकर परचार में अऊ सीलास अऊ तीमुथियुस तुम्हर बीच म करेन, ओह “हां” अऊ “नइं” दूनों नइं रिहिस; पर एह हमेसा “हां” रिहिस। 20 काबरकि परमेसर के जम्मो परतिगियां ह मसीह म “हां” अय। अऊ एकरसेति, ओकर जरिये, हमन परमेसर के महिमा म, “आमीन” कहिथन[a]। 21 एह परमेसर ए जऊन ह हमन ला अऊ तुमन ला मसीह म मजबूत बनाय रखथे अऊ ओह हमर अभिसेक करे हवय। 22 ओह हमर ऊपर मालिकाना हक के अपन मुहर लगाय हवय अऊ अमानत के रूप म अपन आतमा ला हमर हिरदय म दे हवय, जऊन ह कि ओकर बात के गारंटी अय।
यीसू के अधिकार ऊपर सवाल
(मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8)
27 ओमन फेर यरूसलेम म आईन अऊ यीसू ह जब मंदिर के सीमना म रेंगत रिहिस, तब मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ अगुवामन ओकर करा आईन 28 अऊ पुछिन, “कोन अधिकार ले तेंह ए चीजमन ला करत हवस? अऊ ए जम्मो करे के अधिकार तोला कोन दे हवय?”
29 यीसू ह कहिस, “महूं घलो तुमन ला एक ठन गोठ पुछत हंव, ओकर जबाब मोला देवव, त मेंह तुमन ला बताहूं कि कोन अधिकार ले मेंह ए जम्मो काम करत हवंव। 30 यूहन्ना के बतिसमा देवई, का स्वरग कोति ले रिहिस या मनखे कोति ले? मोला बतावव।”
31 तब ओमन आपस म बिचार करन लगिन अऊ कहिन, “कहूं हमन कहन कि स्वरग ले, त ओह कहिही, फेर तुमन ओकर बिसवास काबर नइं करेव? 32 अऊ कहूं हमन कहन कि मनखे कोति ले,” त मनखेमन के डर हवय, काबरकि जम्मो मनखे के बिसवास रहय कि यूहन्ना ह सही म अगमजानी रिहिस।
33 ए खातिर ओमन यीसू ला जबाब दीन, “हमन नइं जानन।”
यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह घलो तुमन ला नइं बतावंव कि कोन अधिकार ले मेंह ए जम्मो काम करत हवंव।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.