Book of Common Prayer
दुराचार भाई ला कलीसिया के संगति ले निकारव
5 ए बात बताय गे हवय कि तुम्हर बीच म छिनारी होवथे अऊ ओ भी अइसने किसम के छिनारी, जऊन ह आनजातमन म घलो नइं होवय – एक मनखे ह अपन ददा के घरवाली ला रख ले हवय। 2 अऊ तुमन घमंड करथव। तुमन ला तो एकर कारन ले दुःखी होना चाही अऊ जऊन मनखे ह अइसने काम करे हवय, ओला अपन संगति ले निकार बाहिर करना चाही। 3 हालाकि मेंह सारीरिक रूप म तुम्हर संग नइं अंव, पर आतमा म मेंह तुम्हर संग हाजिर हवंव अऊ अइसने सोचव कि मेंह उहां हाजिर होके, ओ मनखे के बिरोध म फैसला सुना चुके हवंव, जऊन ह अइसने काम करे हवय। 4 जब तुमन हमर परभू यीसू के नांव म जूरथव अऊ मेंह तुम्हर संग आतमा म हवंव अऊ हमर परभू यीसू के सामरथ उहां हवय, 5 त ए मनखे ला सैतान के हांथ म सऊंप देवव, ताकि ओकर पापी सुभाव ह नास हो जावय अऊ परभू के दिन म ओकर आतमा ह बच जावय।
6 तुम्हर घमंड करई ह ठीक नो हय। का तुमन नइं जानव कि थोरकन खमीर ह जम्मो गुंथाय आंटा ला खमीर कर देथे? 7 जुन्ना खमीर सहीं पाप ला अपन म ले निकार दव, ताकि तुमन बिगर खमीर के नवां गुंथाय आंटा सहीं बिगर पाप के हो जावव – जइसने कि सही म तुमन हवव। काबरकि मसीह ह हमर बर बलिदान हो गे हवय, जऊन ह फसह के मेढ़ा पीला ए। 8 एकरसेति आवव, हमन तिहार ला, ए जुन्ना खमीर के रोटी के संग झन मनई, काबरकि ए जुन्ना खमीर ह पाप अऊ दुस्टता ए। पर आवव, हमन बिगर खमीर के रोटी के संग तिहार ला मनई, काबरकि बिगर खमीर के रोटी ह ईमानदारी अऊ सच्चई ए।
19 अऊ यहूदा इस्करियोती जऊन ह यीसू ला पकड़वाय रिहिस।
यीसू अऊ बालजबूल
(मत्ती 12:22-32; लूका 11:14-23; 12:10)
20 जब यीसू ह घर म आईस, त फेर अइसने भीड़ जुर गीस कि ओह अऊ ओकर चेलामन खाना तक नइं खा सकिन। 21 जब ओकर परिवार के मन ए सुनिन, त ओला घर ले जाय बर आईन, काबरकि ओमन कहत रिहिन कि ओकर चित ह ठीक नइं ए।
22 अऊ कानून के गुरू, जऊन मन यरूसलेम ले आय रिहिन, अइसने कहंय कि ओम सैतान हवय अऊ ओह परेत आतमामन के सरदार (बालजबूल) के मदद ले परेत आतमामन ला निकारथे।
23 यीसू ह ओमन ला लकठा म बलाके पटंतर म कहिस, “सैतान ह सैतान ला कइसने निकार सकथे? 24 कहूं कोनो राज म फूट पड़ जावय, त ओ राज ह बने नइं रह सकय। 25 वइसनेच कहूं कोनो घर म फूट पड़ जावय, त ओ घर ह बने नइं रह सकय। 26 कहूं सैतान ह अपनेच बिरोध म होके अपनेच म फूट डारही, त ओह कइसने बने रह सकथे? ओकर बिनास हो जाही। 27 कोनो मनखे कोनो बलवान मनखे के घर म घुसर के ओकर घर ला लूट नइं सकय, जब तक कि ओह पहिली ओ बलवान मनखे ला नइं बांध लिही, तभे ओह ओकर घर ला लूट सकथे। 28 मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि मनखेमन के जम्मो पाप अऊ निन्दा करई ह माफ करे जाही, 29 पर जऊन ह पबितर आतमा के बिरोध म निन्दा करथे, ओला कभू माफ नइं करे जावय; ओह अनंत पाप के दोसी ठहरही।” 30 यीसू ह ए जम्मो बात एकर खातिर कहिस काबरकि ओमन ए कहत रिहिन कि ओम परेत आतमा हवय।
यीसू के दाई अऊ भाईमन
(मत्ती 12:46-50; लूका 8:19-21)
31 तब यीसू के दाई अऊ भाईमन उहां आईन अऊ बाहिर म खड़े होके, एक झन ला ओला बलाय बर पठोईन। 32 एक बड़े भीड़ यीसू के चारों खूंट बईठे रिहिस, अऊ ओमन ओला कहिन, “देख, तोर दाई अऊ भाईमन बाहिर म तोला खोजत हवंय।” 33 ओह ओमन ले पुछिस, “मोर दाई अऊ भाईमन कोन अंय?” 34 तब ओह अपन चारों खूंट बईठे भीड़ ला देखके कहिस, “एमन मोर दाई अऊ भाई अंय। 35 जऊन कोनो परमेसर के ईछा ला पूरा करथे, ओह मोर भाई, बहिनी अऊ दाई अय।”
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