Book of Common Prayer
14 जऊन मनखे करा पबितर आतमा नइं ए, ओह ओ बातमन ला गरहन नइं करय, जऊन ह परमेसर के आतमा करा ले आथे, काबरकि ओ बातमन ओकर बर मूर्खता के बात अंय, अऊ ओमन ला ओह नइं समझ सकय, काबरकि ओ बातमन ला सिरिप ओह समझ सकथे, जेकर करा पबितर आतमा हवय। 15 जऊन मनखे करा पबितर आतमा हवय, ओह हर एक चीज ला सही या गलत रूप म परखथे, पर कोनो आने मनखे ओला परखे नइं सकंय।
16 परमेसर के बचन म लिखे हवय:
“परभू के मन ला कोन ह जाने हवय कि ओह ओला सिखोवय?”[a]
पर हमन करा मसीह के मन हवय।
कलीसिया म गुटबंदी
3 हे भाईमन हो, मेंह तुमन ले वइसने बात नइं कर सकेंव, जइसने मेंह आतमिक मनखेमन ले करथंव, पर मेंह तुमन ले वइसने बात करेंव, जइसने कि संसारिक मनखे अऊ जऊन मन मसीही बिसवास म लइका एं, ओमन ले करे जाथे। 2 मेंह तुमन ला गोरस पियाएंव, ठोस आहार नइं खवाएंव, काबरकि तुमन एकर बर तियार नइं रहेव। वास्तव म, तुमन अभी घलो ठोस आहार बर तियार नइं अव। 3 तुमन अभी घलो संसारिक मनखे हव। जब तुमन एक-दूसर ले जलन रखथव अऊ तुमन एक-दूसर ले झगरा करथव, त का तुमन संसारिक मनखे नो हव? का तुमन सधारन मनखेमन सहीं नइं चलथव? 4 काबरकि जब एक झन कहिथे, “मेंह पौलुस के अंव” अऊ दूसर झन कहिथे, “मेंह अपुल्लोस के अंव”, त का तुमन सधारन मनखे नो हव?
5 अपुल्लोस ह कोन ए? अऊ पौलुस ह कोन ए? हमन सिरिप परमेसर के सेवक अन, जेकर दुवारा तुमन बिसवास म आय हवव, जइसने कि परभू ह हमन ले हर एक ला ओकर काम सऊंपे हवय। 6 मेंह बीजा ला बोएंव, अपुल्लोस ह एम पानी डारिस, पर परमेसर ह एला बढ़ाईस। 7 एकरसेति, न तो बोवइया अऊ न तो पानी डलइया कुछू अंय, पर सिरिप परमेसर के महत्व हवय, जऊन ह पौधा ला बढ़ाथे। 8 जऊन ह बोथे अऊ जऊन ह पानी डारथे, ए दूनों के एकेच उदेस्य ए। परमेसर ह हर एक ला ओकर मिहनत के हिसाब ले इनाम दिही। 9 काबरकि हमन परमेसर के सेवा म सह-करमी अन; तुमन परमेसर के खेत अऊ परमेसर के भवन अव।
10 परमेसर ह मोला अनुग्रह दीस अऊ ओ अनुग्रह के मुताबिक, मेंह एक कुसल घर बनइया के रूप म नीव डारेंव, अऊ आने मन ओकर ऊपर घर बनावत हवंय। पर हर एक झन सचेत रहय कि ओह कइसने घर बनावत हवय। 11 काबरकि पहिली ले एक नीव डारे गे हवय, जऊन ह यीसू मसीह ए, अऊ ए नीव के छोंड़ कोनो अऊ आने नीव नइं डार सकंय। 12 कहूं कोनो मनखे ए नीव ऊपर सोना, चांदी, कीमती पथरा, कठवा, कांदी या पैंरा डारके घर बनाथे, 13 त ओकर काम ह उजागर हो जाही; मसीह ह एला ओ दिन अंजोर म लानही, जब ओह लहुंटके आही। एह आगी के संग परगट करे जाही, अऊ आगी ह हर एक मनखे के काम ला परखही कि ओह कइसने हवय। 14 ए जांच म, कहूं ओ मनखे के काम ह बने रहिथे, त ओह इनाम पाही। 15 पर कहूं ओकर काम ह जर जाथे, त ओला नुकसान होही; ओह खुद तो बच जाही, पर अइसने बचही, जइसने कोनो आगी म जरत-जरत बचथे।
यीसू लकवा के मारे मनखे ला चंगा करथे
(मत्ती 9:1-8; लूका 5:17-26)
2 कुछू दिन के बाद, यीसू फेर कफरनहूम म आईस, अऊ ए समाचार ह जम्मो नगर म फइल गीस। 2 ओ घर जिहां ओह ठहरे रहय, उहां अतका झन झूम गीन कि अऊ एको झन बर ठऊर नइं रहय; इहां तक कि कपाट के बाहिर म घलो ठऊर नइं रिहिस। अऊ यीसू ह ओमन ला परमेसर के बचन सुनाईस। 3 उहां, लकवा के मारे एक मनखे ला, चार झन उठाके लानिन। 4 भीड़ के मारे ओमन यीसू के लकठा म नइं जा सकिन, एकर खातिर घर के छानी ला, जेकर तरी म यीसू रहय, उघार दीन, अऊ खटिया ला जेम लकवा के मारे ह रहय, यीसू के आघू म उतार दीन। 5 यीसू ह ओमन के बिसवास ला देखके लकवा के मारे मनखे ला कहिस, “बेटा! तोर पाप ह छेमा हो गे।”
6 तब कानून के कुछू गुरू, जऊन मन उहां बईठे रिहिन, अपन मन म सोचे लगिन, 7 “ए मनखे ह काबर अइसने कहत हवय। एह तो परमेसर के निन्दा करत हवय, काबरकि परमेसर के छोंड़ अऊ कोनो पाप ला छेमा नइं कर सकंय।”
8 यीसू ह तुरते अपन आतमा म जान डारिस कि ओमन अपन मन म का गुनत रिहिन, अऊ ओह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर अपन मन म अइसने गुनत हवव? 9 सहज का ए? लकवा के मारे ला ए कहई कि तोर पाप ह छेमा हो गे या फेर ए कहई कि अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग। 10 मेंह तुमन ला देखाहूं कि मनखे के बेटा ला धरती म पाप छेमा करे के अधिकार हवय।” तब ओह लकवा के मारे ला कहिस, 11 “उठ, अपन खटिया ला उठा अऊ घर जा।” 12 ओह उठिस अऊ खटिया ला लेके जम्मो मनखे के देखत चले गीस। एला देखके जम्मो झन चकित हो गीन अऊ ए कहिके परमेसर के महिमा करिन कि हमन अइसने कभू नइं देखे रहेंन।
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