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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
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दरसन 12:1-12

माईलोगन अऊ सांप सहीं पसु

12 अकास म एक महान अऊ अद्भूत चिन्‍हां परगट होईस; एक झन माईलोगन ह सूरज ला पहिरे रहय। ओकर गोड़ के खाल्‍हे म चंदा रहय अऊ ओकर मुड़ी म बारह ठन तारामन के मुकुट रहय। ओह पेट म रिहिस, अऊ लइका जनमे के पीरा ले कलपत रिहिस। तब एक अऊ चिन्‍हां अकास म परगट होईस; एक बड़े लाल रंग के सांप सहीं पसु रहय। ओकर सात ठन मुड़ी अऊ दस ठन सिंग रहय अऊ सातों मुड़ी म सात ठन मुकुट रहय। ओकर पुंछी ह अकास के एक तिहाई तारामन ला खींचके धरती ऊपर फटिक दीस। सांप सहीं पसु ह ओ माईलोगन के आघू म ठाढ़ हो गीस, जेकर लइका होवइया रहय, ताकि ओह लइका के जनमतेच ही ओ लइका ला लील सकय। ओ माईलोगन ह एक बेटा ला जनमिस, जऊन ह लोहा के राजदंड ले जम्मो देस ऊपर राज करही। अऊ ओ लइका ला झपटके परमेसर अऊ ओकर सिंघासन करा लाने गीस। तब ओ माईलोगन ह सुनसान जगह ला भाग गीस; उहां परमेसर ह ओकर बर एक जगह तियार करे रिहिस, जिहां एक हजार दू सौ साठ दिन तक ओकर देख-भाल करे जा सकय।

तब स्‍वरग म लड़ई होय लगिस। मीकाएल अऊ ओकर दूतमन सांप सहीं पसु के संग लड़िन, अऊ सांप सहीं पसु अऊ ओकर दूतमन एमन के संग लड़िन[a] पर सांप सहीं पसु ह हार गीस, अऊ ओला अऊ ओकर दूतमन ला स्‍वरग म अपन जगह ला छोड़ना पड़िस। ओ सांप सहीं पसु ला फटिक दिये गीस। ए सांप सहीं पसु ह ओ पुराना सांप ए, जऊन ला इबलीस या सैतान कहे जाथे अऊ जऊन ह संसार के जम्मो मनखेमन ला धोखा देथे। ओला अऊ ओकर दूतमन ला धरती म फटिक दिये गीस।

10 तब मेंह स्‍वरग ले एक ऊंचहा अवाज आवत सुनेंव, जऊन ह ए कहत रहय:

“अब हमर परमेसर ले उद्धार ह आ गे हवय!
    परमेसर ह राजा के रूप म अपन सामरथ ला देखाय हवय,
    अऊ ओकर मसीह ह अपन अधिकार ला देखाय हवय।
काबरकि हमर भाईमन ऊपर दोस लगइया ला स्‍वरग ले फटिक दे गे हवय,
    जऊन ह दिन रात हमर परमेसर के आघू म ओमन ऊपर दोस लगावत रिहिस।
11 हमर भाईमन मेढ़ा-पीला के लहू
    अऊ अपन गवाही के बचन के दुवारा ओ सैतान ऊपर जय पाईन;
    ओमन अपन जिनगी ला देके मरे बर तियार रिहिन।
12 एकरसेति, हे स्‍वरग अऊ ओम रहइयामन,
    आनंद मनावव! पर हे धरती अऊ समुंदर तुमन ला धिक्‍कार ए,
    काबरकि सैतान ह उतरके तुम्‍हर करा आय हवय!
ओह कोरोध ले भरे हवय, काबरकि ओह जानथे
    कि ओकर करा अऊ थोरकन समय बचे हवय।”

मत्ती 13:53-58

एक अगमजानी बिगर आदरमान के

(मरकुस 6:1-6; लूका 4:16-30)

53 यीसू ह ए पटं‍तरमन ला सुनाय के बाद उहां ले चल दीस। 54 ओह अपन नगर म आईस, अऊ मनखेमन ला ओमन के सभा घर म सिकछा देवन लगिस। मनखेमन ओकर उपदेस ला सुनके चकित होईन अऊ कहिन, “ए मनखे ला, ए बुद्धि अऊ ए अचरज के काम करे के सामरथ कहां ले मिलिस? 55 का एह बढ़ई के बेटा नो हय? का एकर दाई के नांव मरियम नो हय? का याकूब, यूसुफ, सिमोन अऊ यहूदा एकर भाई नो हंय? 56 का एकर जम्मो बहिनीमन हमर बीच म नइं रहंय? तब ए मनखे ला ए जम्मो चीज कहां ले मिलिस?” 57 अऊ ओमन ओकर ऊपर नराज होईन। पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “सिरिप अपन सहर अऊ अपन घर ला छोंड़के, अगमजानी ह जम्मो जगह म आदरमान पाथे।”[a]

58 मनखेमन के अबिसवास के कारन, ओह उहां जादा अचरज के काम नइं करिस।

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)

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