Book of Common Prayer
मरे मनखे के पुनरजीवन
12 अब जबकि ए परचार करे जावथे कि मसीह ह मरे म ले जी उठिस, तब तुमन ले कुछू झन कइसने कहिथव कि जऊन मन मर गे हवंय, ओमन फेर जी नइं उठंय? 13 कहूं मरे मन जी नइं उठंय, त फेर मसीह घलो जी नइं उठिस। 14 अऊ कहूं मसीह ह नइं जी उठिस, त फेर हमर परचार करई ह बेकार ए, अऊ तुम्हर बिसवास ह घलो बेकार ए। 15 यदि एह सच ए कि मरे मनखेमन जी नइं उठंय, त फेर परमेसर ह मसीह ला मरे म ले नइं जियाईस अऊ तब परमेसर के बारे म हमर गवाही ह लबारी हो गीस, काबरकि हमन परमेसर के बारे म ए गवाही दे हवन कि ओह मसीह ला मरे म ले जियाईस। 16 अऊ कहूं मरे मनखेमन जी नइं उठंय, त फेर मसीह घलो जी नइं उठिस। 17 अऊ कहूं मसीह ह नइं जी उठिस, त फेर तुम्हर बिसवास ह बिन मतलब के ए, अऊ तुमन अभी तक अपन पाप म पड़े हवव। 18 एकर मतलब ए घलो होईस कि जऊन मन मसीह म मरे हवंय, ओमन घलो नास हो गीन। 19 कहूं सिरिप एहीच जिनगी बर हमर आसा मसीह म हवय, तब हमन ला आने जम्मो मनखेमन ले जादा दया के जरूरत हवय।
20 पर सच बात ए कि मसीह ह मरे म ले जी उठिस, अऊ ओह ओमन म पहिला फर ए, जऊन मन मर गे हवंय। 21 जइसने मिरतू ह एक मनखे के दुवारा आईस, वइसनेच मरे मन के पुनरजीवन ह घलो एक मनखे के दुवारा आईस। 22 जइसने आदम म जम्मो मनखे मरथें, वइसनेच मसीह म जम्मो झन जीयाय जाहीं। 23 पर हर एक झन अपन-अपन पारी म जीयाय जाही; मसीह जऊन ह पहिली जीयाय गीस, जब ओह वापिस आही, त ओमन जीयाय जाहीं, जऊन मन मसीह के अंय। 24 अऊ जब मसीह ह सैतान के जम्मो राज, अधिकार अऊ सक्ति ला नास कर चुकही, त ओह ओ राज ला परमेसर ददा के हांथ म सऊंप दिही, तब संसार के अंत हो जाही। 25 काबरकि जब तक परमेसर ह जम्मो बईरीमन ला ओकर (मसीह) गोड़ खाल्हे नइं कर दिही, तब तक मसीह के राज करना जरूरी ए। 26 सबले आखिरी बईरी, जऊन ला नास करे जाही, ओह मिरतू ए। 27 परमेसर के बचन ह कहिथे, “परमेसर ह हर एक चीज ला ओकर गोड़ खाल्हे कर दीस।”[a] हर एक चीज ला ओकर अधीन करे गीस, एकर मतलब ह साफ ए कि ए “हर एक चीज” म परमेसर खुद नइं गने जावय, जऊन ह जम्मो चीज ला मसीह के अधीन करिस। 28 जब परमेसर ह ए जम्मो कर चुकही, तब बेटा ह खुदे परमेसर के अधीन हो जाही, जऊन ह कि जम्मो चीज ला बेटा के अधीन करिस, ताकि परमेसर ह जम्मो चीज के ऊपर होवय।
29 यदि मरे मन के पुनरजीवन नइं होवय, तब ओमन का करहीं, जऊन मन मरे मनखे खातिर बतिसमा लेथें? यदि मरे मनखेमन बिलकुल ही नइं जीयाय जावंय, तब मनखेमन काबर ओमन बर बतिसमा लेथें।
7 जब यूहन्ना के चेलामन जावत रिहिन, त यीसू ह मनखेमन ला यूहन्ना के बारे म कहन लगिस, “जब तुमन सुनसान जगह म यूहन्ना करा गेव, त तुमन का देखे के आसा करत रहेव? का हवा म डोलत बड़े घांस के पौधा ला? 8 यदि नइं! त फेर तुमन का देखे बर गे रहेव? का सुघर कपड़ा पहिरे एक मनखे ला देखे बर? जऊन मन सुघर कपड़ा पहिरथें, ओमन राजा के महल म रहिथें। 9 त तुमन का देखे बर गे रहेव? एक अगमजानी ला देखे बर? हव, मेंह तुमन ला कहथंव कि तुमन एक अगमजानी ले घलो बड़े मनखे ला देखेव। 10 यूहन्ना ह ओहीच मनखे अय, जेकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय; ‘मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोहूं, जऊन ह तोर आघू तोर रसता ला तियार करही।’[a]
11 मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि अभी तक जऊन मनखेमन संसार म जनमे हवंय, ओमन म कोनो घलो यूहन्ना बतिसमा देवइया ले बड़े नो हय। पर जऊन ह स्वरग के राज म सबले छोटे अय, ओह यूहन्ना ले घलो बड़े अय। 12 यूहन्ना बतिसमा देवइया के समय ले अभी तक स्वरग के राज ऊपर सतावा होय हवय अऊ सतानेवालामन ताकत के दुवारा एला अपन अधिकार म कर लेथें। 13 काबरकि जम्मो अगमजानी अऊ मूसा के कानून यूहन्ना के समय तक अगमबानी करत रिहिन। 14 अऊ यदि तुमन ए बात ला मानत हव, त जान लेवव कि ओह एलियाह अय, जऊन ह अवइया रिहिस। 15 जेकर कान हवय, ओह सुन ले।
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