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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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रोमियों 13:8-14

पारस्परिक प्रेम तथा व्यवस्था

आपसी प्रेम के अलावा किसी के कर्ज़दार न हो. वह जो अपने पड़ोसी से प्रेम करता है, उसने व्यवस्था का पालन कर लिया क्योंकि: व्यभिचार मत करो, हत्या मत करो, चोरी मत करो, लोभ मत करो, तथा इसके अतिरिक्त यदि कोई भी अन्य आज्ञा हो तो उसका सार यही है: अपने पड़ोसी के लिए तुम्हारा प्रेम वैसा ही हो जैसा तुम्हारा स्वयं के लिए है. 10 प्रेम पड़ोसी का बुरा नहीं करता. इसलिए प्रेम व्यवस्था की पूर्ति है.

ज्योति की सन्तान

11 आवश्यक है कि तुम समय को पहचानो. तुम्हारा नींद से जाग जाने का समय आ चुका है. उस समय की तुलना में, जब हमने इस विश्वास को अपनाया था, हमारे उद्धार की पूर्ति पास है. 12 रात समाप्त होने पर है. दिन का आरम्भ हो रहा है. इसलिए हम अन्धकार के कामों को त्याग कर ज्योति के शस्त्र धारण कर लें. 13 हमारा स्वभाव समय के अनुसार—दिन के अनुकूल हो, न कि लीला-क्रीड़ा, पियक्कड़पन, व्यभिचार, लुचपन, झगड़ा तथा जलन से भरा, 14 परन्तु प्रभु मसीह येशु को धारण कर लो तथा शरीर की अभिलाषाओं को पूरा करने का उपाय न करो.

मत्तियाह 26:36-46

गेतसेमनी बगीचे में येशु की अवर्णनीय वेदना

(मारक 14:32-42; लूकॉ 22:39-46)

36 तब येशु उनके साथ गेतसेमनी नामक स्थान पर पहुँचे. उन्होंने अपने शिष्यों से कहा, “तुम यहीं बैठो जब तक मैं वहाँ जा कर प्रार्थना करता हूँ.” 37 फिर वह पेतरॉस और ज़ेबेदियॉस के दोनों पुत्रों को अपने साथ ले आगे चले गए. वहाँ येशु अत्यन्त उदास और व्याकुल होने लगे. 38 उन्होंने शिष्यों से कहा, “मेरे प्राण इतने अधिक उदास हैं, मानो मेरी मृत्यु हो रही हो. मेरे साथ तुम भी जागते रहो.”

39 तब येशु उनसे थोड़ी ही दूर जा मुख के बल गिर कर प्रार्थना करने लगे. उन्होंने परमेश्वर से निवेदन किया, “मेरे पिता, यदि सम्भव हो तो यह प्याला मुझसे टल जाए; फिर भी मेरी नहीं परन्तु आपकी इच्छा के अनुरूप हो.”

40 जब वह अपने शिष्यों के पास लौटे तो उन्हें सोया हुआ देख उन्होंने पेतरॉस से कहा, “अच्छा, तुम मेरे साथ एक घण्टा भी सजग न रह सके! 41 सजग रहो, प्रार्थना करते रहो, ऐसा न हो कि तुम परीक्षा में पड़ जाओ. हाँ, निःसन्देह आत्मा तो तैयार है किन्तु शरीर दुर्बल.”

42 तब येशु ने दूसरी बार जा कर प्रार्थना की, “मेरे पिता, यदि यह प्याला मेरे पिए बिना मुझ से टल नहीं सकता तो आप ही की इच्छा पूरा हो.”

43 वह दोबारा लौट कर आए तो देखा कि शिष्य सोए हुए हैं—क्योंकि उनकी पलकें बोझिल थीं. 44 एक बार फिर वह उन्हें छोड़ आगे चले गए और तीसरी बार प्रार्थना की और उन्होंने प्रार्थना में वही सब दोहराया.

45 तब वह शिष्यों के पास लौटे और उनसे कहा, “सोते रहो और विश्राम करो! बहुत हो गया! देखो! आ गया है वह क्षण! मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथों पकड़वाया जा रहा है. 46 उठो! यहाँ से चलें. देखो, जो मुझे पकड़वाने पर है, वह आ गया!”

Saral Hindi Bible (SHB)

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