Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
Error: 'भजन संहिता 66-67' not found for the version: Saral Hindi Bible
Error: 'भजन संहिता 19 ' not found for the version: Saral Hindi Bible
Error: 'भजन संहिता 46 ' not found for the version: Saral Hindi Bible
Error: 'उत्पत्ति 29:20-35' not found for the version: Saral Hindi Bible
1 तिमोथियॉस 3:14-4:10

कलीसिया तथा आत्मिक जीवन का भेद

14 तुम्हारे पास शीघ्र आने की आशा करते हुए भी मैं तुम्हें यह सब लिख रहा हूँ 15 कि यदि मेरे आने में देरी हो ही जाए तो भी तुम्हें इसका अहसास हो कि परमेश्वर के परिवार में, जो जीवित परमेश्वर की कलीसिया तथा सच्चाई का स्तम्भ व नींव है, किस प्रकार का स्वभाव करना चाहिए. 16 संदेह नहीं है कि परमेश्वर की भक्ति का भेद गंभीर है:

वह, जो मनुष्य के शरीर में प्रकट किए गए,
    पवित्रात्मा में उनकी परख हुई,
वह स्वर्गदूतों द्वारा पहचाने गए,
    राष्ट्रों में उनका प्रचार किया गया,
संसार में रहते हुए उनमें विश्वास किया गया तथा वह महिमा में
    ऊपर उठा लिए गए.

झूठे शिक्षक

पवित्रात्मा का स्पष्ट कथन यह है कि अन्त के समय में कुछ व्यक्ति विश्वास का त्याग कर देंगे और वे धूर्त आत्माओं तथा दुष्टात्माओं की शिक्षाओं पर मन लगाएँगे. यह उन झूठे मनुष्यों के दिखावे की शिक्षाओं के कारण होगा, जिनके विवेक में मानो जलते हुए लोहे से मुहर लगा दी गई हों. ये वे हैं, जो विवाह करने से रोकते हैं, भोजन पदार्थों को भी त्यागने की माँग करते हैं, जिन्हें परमेश्वर ने विश्वासियों और सच्चाई को जानने वाले व्यक्तियों की भलाई के लिए इसलिए बनाया है कि धन्यवाद के साथ मिलजुल कर खाया जाएँ. परमेश्वर की बनाई हुई हर एक वस्तु अच्छी है, कोई भी वस्तु अस्वीकार करने योग्य नहीं—यदि उसे धन्यवाद के साथ स्वीकार किया जाए, क्योंकि वह परमेश्वर के वचन तथा प्रार्थना द्वारा शुद्ध की जाती है.

विश्वासियों को इन बातों का अहसास कराने के द्वारा तुम स्वयं को मसीह येशु का आदर्श सेवक साबित करोगे, जिसका पोषण निरन्तर विश्वास के वचन तथा अच्छे उपदेशों की बातों के द्वारा होता है, जिसका तुम पालन करते आए हो. सांसारिक तथा काल्पनिक कथाओं से दूर रहो, इसके विपरीत तुम अपने आप को परमेश्वर की भक्ति के लिए अनुशासित कर लो. शारीरिक व्यायाम सिर्फ थोड़े लाभ का है जबकि परमेश्वर-भक्ति का लाभ सब बातों में है क्योंकि वह जीवन का आश्वासन देती है—इस समय और आनेवाले जीवन, दोनों का.

यह बात सच है, जो हर प्रकार से मानने योग्य है: 10 हम उसी के लिए परिश्रम तथा संघर्ष करते हैं क्योंकि हमने अपनी आशा जीवित परमेश्वर पर लगाई है, जो सब मनुष्यों के उद्धारकर्ता हैं, विशेषकर उनके, जो विश्वास करते हैं.

मारक 10:23-31

23 मसीह येशु ने अपने आस-पास इकट्ठा शिष्यों से कहा, “परमेश्वर के राज्य में धनवानों का प्रवेश कितना कठिन होगा!”

24 मसीह येशु के इन विचारों से शिष्य चकित रह गए. एक बार फिर मसीह येशु ने उनसे कहा, “अज्ञानियो! कैसा कठिन होता है कितना कठिन होगा![a] परमेश्वर के राज्य में प्रवेश! 25 परमेश्वर के राज्य में किसी धनवान के प्रवेश की अपेक्षा ऊँट का सुई के छेद में से पार हो जाना सरल है.”

26 यह सुन शिष्य और भी अधिक चकित हो गए और मसीह येशु से पूछने लगे, “तब उद्धार किसका हो सकेगा?”

27 उनकी ओर देखते हुए मसीह येशु ने कहा, “मनुष्यों के लिए तो यह असम्भव है किन्तु परमेश्वर के लिए नहीं—परमेश्वर के लिए सभी कुछ सम्भव है.”

28 पेतरॉस मसीह येशु से बोले, “हम तो अपना सबकुछ त्याग कर आपके पीछे हो लिए हैं.”

29 मसीह येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम पर एक अटल सच प्रकट कर रहा हूँ: ऐसा कोई भी नहीं, जिसने मेरे तथा सुसमाचार के हित में अपने परिवार, भाई-बहन, माता-पिता, सन्तान या सम्पत्ति का त्याग किया हो, 30 उसे इस युग में सताव के साथ प्रतिफल स्वरूप परिवार, भाई-बहन, माता-पिता, सन्तान तथा सम्पत्ति का सौ गुणा तथा आनेवाले समय में अनन्त काल का जीवन प्राप्त न होगा. 31 किन्तु अनेक, जो पहिले हैं अन्तिम होंगे तथा जो अन्तिम हैं वे पहिले.”

Saral Hindi Bible (SHB)

New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.