Book of Common Prayer
बिसवास या मूसा के कानून
3 हे मुरुख गलातीमन हो! तुमन ला कोन ह मोह ले हवय? तुम्हर आंखी के आघू म यीसू मसीह ला कुरुस म चघे साफ-साफ दिखाय गे रिहिस। 2 मेंह तुम्हर ले सिरिप एक बात जाने चाहत हंव: का तुमन ला मूसा के कानून ला पालन करे दुवारा, पबितर आतमा मिलिस या फेर जऊन बात तुमन सुनेव, ओकर ऊपर बिसवास करे दुवारा। 3 का तुमन अतेक मुरुख अव? पबितर आतमा के संग सुरू करके, का अब अपन खुद के सक्ति ले सिद्ध बने के कोसिस करत हवव? 4 का तुम्हर अतेक दुःख उठाना बेकार म गीस? मोला बिसवास नइं होवत हवय। 5 जब परमेसर ह तुमन ला अपन आतमा देथे अऊ तुम्हर बीच म चमतकार के काम करथे, त का एह तुमन मूसा के कानून ला पालन करथव, ओकर सेति ए, या फेर जऊन बात तुमन सुनेव अऊ ओकर ऊपर बिसवास करेव, ओकर कारन ए?
6 अब्राहम के बारे म सोचव: “ओह परमेसर ऊपर बिसवास करिस अऊ ए बात ह ओकर बर धरमीपन गने गीस।”[a] 7 तब तुमन ए बात ला जान लेवव कि जऊन मन परमेसर ऊपर बिसवास करथें, ओमन अब्राहम के संतान अंय[b]। 8 परमेसर के बचन ह पहिली ले बता दीस कि परमेसर ह आनजातमन ला बिसवास के दुवारा सही ठहिराही, अऊ पहिली ले ही अब्राहम ला सुघर संदेस बता दीस: “तोर जरिये जम्मो जाति के मनखेमन आसिस पाहीं।”[c] 9 एकरसेति जऊन मन बिसवास करथें, ओमन अब्राहम के संग आसिस पाथें, जऊन ह परमेसर ऊपर बिसवास करिस।
10 ओ जम्मो झन, जऊन मन मूसा के कानून ला पालन करे म भरोसा रखथें, ओमन एक सराप के अधीन हवंय, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “हर ओ मनखे ह सरापित ए, जऊन ह मूसा के कानून के किताब म लिखे जम्मो बात के पालन नइं करय।”[d] 11 ए बात साफ ए कि परमेसर के आघू म, मूसा के कानून के दुवारा कोनो सही नइं ठहिरंय, काबरकि परमेसर के बचन ह कहिथे, “धरमी मनखे ह बिसवास के दुवारा जीयत रहिही।”[e] 12 मूसा के कानून ह बिसवास के ऊपर अधारित नइं ए; पर जऊन मनखे ह मूसा के कानून ला मानथे, ओह ओकरे दुवारा जीयत रहिही।[f] 13 मसीह ह हमर बर सरापित होईस अऊ हमन ला मूसा के कानून के सराप ले दाम देके छोंड़ाईस, काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “हर ओ मनखे ह सरापित ए, जऊन ह रूख ऊपर टांगे जाथे।”[g] 14 ओह हमन ला दाम देके छोंड़ाईस ताकि अब्राहम ला दिये गे आसिस, मसीह यीसू के जरिये आनजातमन ला मिलय, अऊ बिसवास के दुवारा हमन ला ओ पबितर आतमा मिलय, जेकर वायदा परमेसर ह करे रिहिस।
यूहन्ना बतिसमा देवइया के जनम
57 इलीसिबा के लइका जनमे के समय होईस अऊ ओह एक बेटा ला जनम दीस। 58 जब ओकर पड़ोसी अऊ रिस्तेदार मन सुनिन कि परभू ह ओकर ऊपर बड़े दया करे हवय, त ओमन ओकर संग आनंद मनाईन।
59 आठवां दिन म, ओमन लइका के खतना करे बर आईन अऊ ओमन ओकर नांव ओकर ददा के नांव जकरयाह रखे बर चाहत रिहिन, 60 पर ओकर दाई ह कहिस, “नइं! ओकर नांव यूहन्ना होही।”
61 ओमन ओला कहिन, “पर तोर रिस्तेदारमन म काकरो ए नांव नइं ए।”
62 तब ओमन लइका के ददा ले इसारा करके पुछिन कि ओह लइका के का नांव रखे चाहथे। 63 ओह लिखे के एक सिलेट लाने बर कहिस अऊ ओम लिखिस, “एकर नांव यूहन्ना ए।” एला देखके ओ जम्मो झन अचम्भो करिन। 64 अऊ तुरते जकरयाह के मुहूं ह खुल गे अऊ ओह गोठियाय अऊ परमेसर के इस्तुति करे लगिस। 65 जम्मो पड़ोसीमन ऊपर डर हमा गे अऊ ए जम्मो बात यहूदिया प्रदेस के जम्मो पहाड़ी इलाका म फइल गीस। 66 अऊ ए बात के जम्मो सुनइयामन अपन-अपन मन म सोचिन अऊ कहिन, “ए लइका ह का बनही?” काबरकि परभू के हांथ ओकर संग रहय।
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.