Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
Version
Error: Book name not found: Ps for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
Error: Book name not found: Ps for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
Error: Book name not found: Ps for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
Error: Book name not found: Neh for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
दरसन 18:1-8

बाबूल सहर के बिनास

18 एकर बाद मेंह एक अऊ स्‍वरगदूत ला स्‍वरग ले उतरत देखेंव। ओकर करा बड़े अधिकार रिहिस अऊ धरती ह ओकर सोभा ले जगमगा गीस। ओह ऊंचहा अवाज म चिचियाके कहिस,

“सतियानास हो गीस! बड़े सहर बाबूल ह सतियानास हो गीस!
    ओह भूतमन के अऊ जम्मो दुस्‍ट आतमामन के
अऊ जम्मो असुध अऊ घिन-घिन चिरईमन के डेरा हो गे हवय।
काबरकि जम्मो देस के मनखेमन ओकर छिनारीपन के मंद ला पीये हवंय।
    धरती के राजामन ओकर संग छिनारी करिन
    अऊ धरती के बेपारीमन ओकर बिलासिता के धन ले धनवान हो गे हवंय।”

तब मेंह स्‍वरग ले एक अऊ अवाज सुनेंव, जऊन ह ए कहत रहय:

“हे मोर मनखेमन, ओ सहर म ले निकर आवव,
    ताकि तुमन ओकर पाप के भागी झन होवव
    अऊ ओकर कोनो बिपत्ती तुम्‍हर ऊपर झन पड़य।
काबरकि ओकर पाप के घघरी ह भर गे हवय,
    अऊ परमेसर ह ओकर अपराध ला सुरता करे हवय।
ओकर संग वइसने करव,
    जइसने ओह तुम्‍हर संग करे हवय।
    ओकर कुकरम के दू गुना बदला चुकावव।
    जऊन कटोरा म ओह भरे हवय,
    ओ कटोरा म ओकर बर दू गुना भर देवव।
ओह जतेक डींग मारे हवय अऊ जतेक भोग-बिलास करे हवय,
    ओला ओतके दुःख अऊ तकलीफ देवव।
    ओह अपन मन म कहिथे,
‘मेंह रानी सहीं बईठथंव;
    मेंह बिधवा नो हंव, अऊ मेंह कभू दुःख नइं मनाहूं।’
एकरसेति एकेच दिन म ओकर ऊपर मिरतू,
    सोक अऊ अकाल के बिपत्ती आ पड़ही।
ओह आगी म भसम हो जाही।
    काबरकि जऊन ह ओकर नियाय करथे, ओह सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ए।

मत्ती 15:1-20

सुध अऊ असुध

(मरकुस 7:1-13)

15 तब यरूसलेम सहर ले कुछू फरीसी अऊ मूसा के कानून के गुरूमन यीसू करा आईन, अऊ ओकर ले पुछिन, “तोर चेलामन काबर पुरखामन के रीति-रिवाज ला नइं मानंय? खाना खाय के पहिली, ओमन अपन हांथ ला नइं धोवंय।”

यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “अऊ तुमन अपन रीति-रिवाज के हित म परमेसर के हुकूम ला काबर नइं मानव? काबरकि परमेसर ह हुकूम दे हवय, ‘अपन दाई अऊ ददा के आदरमान करव, अऊ जऊन ह अपन दाई या ददा के बुरई करथे, ओह मार डारे जावय।’ पर तुमन कहिथव कि यदि कोनो अपन दाई या ददा ले ए कहय, ‘जऊन मदद तुमन ला मोर कोति ले हो सकत रिहिस, ओह परमेसर ला भेंट के रूप म चघाय गे हवय।’ तब ओला अपन ददा या दाई के आदरमान करे के जरूरत नइं अय। ए किसम ले तुमन अपन रीति-रिवाज के हित म परमेसर के बचन ला टार देथव। हे ढोंगी मनखेमन! यसायाह अगमजानी ह तुम्‍हर बारे म ए कहिके बिलकुल सही अगमबानी करे हवय:

‘ए मनखेमन सिरिप अपन मुहूं ले मोर आदर करथें,
    पर एमन के मन ह मोर ले दूरिहा रहिथे।
एमन बेकार म मोर अराधना करथें;
    काबरकि एमन मनखे के बनाय नियममन ला सिखोथें।’ ”

10 यीसू ह मनखेमन के भीड़ ला अपन करा बलाईस अऊ कहिस, “तुमन सुनव अऊ समझव। 11 जऊन चीज ह मुहूं म जाथे, ओह मनखे ला असुध नइं करय, पर जऊन ह मुहूं ले बाहिर निकरथे, ओह मनखे ला असुध करथे।”

12 तब चेलामन यीसू करा आके पुछिन, “का तेंह जानथस कि तोर ए बात ले फरीसीमन ला ठेस लगे हवय?”

13 यीसू ह जबाब दीस, “जऊन पौधा ला, स्‍वरग के मोर ददा ह नइं लगाय हवय, ओला उखान दिये जाही। 14 ओमन ला रहन दव। ओमन ह अंधरा अगुवा अंय। यदि एक अंधरा मनखे ह दूसर अंधरा मनखे ला रसता दिखाही, त दूनों झन खंचवा म गिरहीं।”

15 एला सुनके पतरस ह ओला कहिस, “ए पटं‍तर ला हमन ला समझा दे।”

16 यीसू ह कहिस, “का तुमन अभी तक ले नासमझ हवव? 17 का तुमन नइं जानव कि जऊन चीज ह मुहूं म जाथे, ओह पेट म ले होके पयखाना ले बाहिर निकर जाथे? 18 पर जऊन चीज ह मुहूं ले निकरथे, ओह हिरदय ले आथे अऊ ओह मनखे ला असुध करथे। 19 काबरकि खराप बिचार, हतिया, बेभिचार, छिनारीपन, चोरी, लबारी गवाही अऊ निन्दा – ए जम्मो बात हिरदय ले निकरथे, 20 अऊ ए बातमन मनखे ला असुध करथें, पर बिगर हांथ धोवय भोजन करई, मनखे ला असुध नइं करय।”

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)

Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.