Book of Common Prayer
1 में कलीसिया के अगुवा, अपन मयारू संगवारी गयुस ला ए चिट्ठी लिखत हंव, जऊन ला मेंह सच्चा मया करथंव।
2 हे मयारू संगी, मेंह पराथना करत हंव कि तेंह भला चंगा रह अऊ हर एक बात म तोर भलई होवय, जइसने कि तेंह आतमा म सही अस। 3 मेंह आनंद ले भर गेंव, जब कुछू भाईमन आईन अऊ ए गवाही दीन कि तेंह परमेसर के सत बचन म चलत हवस। ओमन बताईन कि तेंह कइसने परमेसर के सत बचन के मुताबिक जिनगी बितावत हस। 4 एकर ले बड़के मोर करा अऊ कोनो आनंद के बात नइं हो सकय कि मेंह ए सुनंव कि मोर लइकामन परमेसर के सत बचन के मुताबिक चलत हवंय।
5 हे मयारू संगी, तेंह ओ काम म बिसवास लइक ठहिरे हस, जऊन ला तेंह भाईमन बर करत हवस, खास करके जब ओमन तोर बर अनजान अंय। 6 ओमन कलीसिया ला तोर मया के बारे म बताय हवंय। तेंह अइसने कर: ओमन के आघू के यातरा के अइसने परबंध कर कि परमेसर ह खुस होवय। 7 काबरकि ओमन मसीह के सेवा म निकरे हवंय अऊ मसीह ऊपर बिसवास नइं करइयामन ले एमन कुछू नइं लेवंय। 8 एकरसेति हमन ला अइसने मनखेमन के सेवा-सतकार करना चाही, ताकि हमन परमेसर के सत बचन खातिर एक संग काम कर सकन।
9 मेंह कलीसिया ला लिखे हवंव, पर दियुत्रिफेस, जऊन ह ओमन के मुखिया बने चाहत हवय, मोर बात ला नइं मानय। 10 एकरसेति जब मेंह आहूं, त ओ बातमन ला बताहूं जेला ओह करत हवय। ओह हमर बदनामी करत हवय। ओला एकर ले संतोस नइं होईस, त ओह भाईमन ला गरहन घलो नइं करय, अऊ जऊन मन भाईमन ला गरहन करे चाहथें, ओह ओमन ला मना करथे अऊ ओमन ला कलीसिया ले निकार देथे।
11 हे मयारू संगी, बुरई के नइं पर भलई के नकल कर। जऊन ह भलई के काम करथे, ओह परमेसर के अय, अऊ जऊन ह बुरई के काम करथे, ओह परमेसर ला नइं जानय। 12 देमेतिरियुस के बारे म जम्मो झन बने बात कहिथें – अऊ त अऊ सत ह खुद एही कहिथे। हमन घलो ओकर बारे म बने बात कहिथन, अऊ तेंह जानथस कि हमर गवाही ह सही ए।
13 मोर करा तोला लिखे बर कतको बात हवय, पर मेंह कलम अऊ सियाही ले लिखे नइं चाहत हंव। 14 मोला आसा हवय कि तोर संग जल्दी भेंट होही अऊ तब हमन एक संग बईठके गोठियाबो।
15 तोला सांति मिलय। इहां के संगवारीमन तोला जोहार कहत हवंय। उहां संगवारीमन ला नांव ले-लेके मोर जोहार कहि देबे।
यीसू ह लेवी ला बलाथे
(मत्ती 9:9-13; मरकुस 2:13-17)
27 एकर बाद, यीसू ह बाहिर निकरिस अऊ लेवी नांव के एक झन लगान लेवइया ला अपन नाका म बईठे देखिस। यीसू ह ओला कहिस, “मोर पाछू चले आ।” 28 लेवी ह उठिस अऊ जम्मो कुछू ला छोंड़के यीसू के पाछू हो लीस।
29 तब लेवी ह यीसू बर अपन घर म एक बड़े भोज के आयोजन करिस, अऊ लगान लेवइया अऊ आने पहुनामन के एक बड़े भीड़ ह ओमन के संग म खावत रिहिस। 30 पर फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू के चेलामन ले ए कहिके सिकायत करन लगिन, “तुमन लगान लेवइया अऊ पापी मन संग काबर खाथव अऊ पीथव?”
31 यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “भला-चंगा मनखेमन ला डाक्टर के जरूरत नइं होवय, पर बेमरहामन ला होथे। 32 मेंह धरमीमन ला नइं, पर पापीमन ला पछताप करे बर बलाय आय हवंव।”
उपास के बारे म सवाल
(मत्ती 9:14-17; मरकुस 2:18-22)
33 ओमन यीसू ले कहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया के चेलामन अक्सर उपास रखथें अऊ पराथना करथें, अऊ अइसने फरीसीमन के चेलामन घलो करथें, पर तोर चेलामन खावत-पीयत रहिथंय।”
34 यीसू ह जबाब दीस, “का तुमन बरातीमन ले, जब तक दुल्हा ह ओमन के संग हवय, उपास करा सकथव? 35 पर ओ समय आही, जब दुल्हा ह ओमन ले अलग करे जाही, तब ओमन ओ दिनमन म उपास करहीं।”
36 यीसू ह ओमन ला ए पटंतर घलो सुनाईस, “कोनो मनखे नवां ओन्ढा ला चीरके ओकर खाप ला जुन्ना ओन्ढा म नइं सिलय। कहूं ओह अइसने करथे, त नवां ओन्ढा ह चीरा जाही अऊ नवां ओन्ढा के खाप जुन्ना ओन्ढा म नइं लगही। 37 अऊ कोनो मनखे अंगूर के नवां मंद ला चमड़ा के जुन्ना थैली म नइं भरय। कहूं ओह अइसने करथे, त नवां मंद ह ओ थैली ला चीर दिही, अऊ मंद ह ढर जाही अऊ थैली ह बरबाद हो जाही। 38 नवां मंद ला चमड़ा के नवां थैली म भरना चाही। 39 कोनो मनखे अंगूर के जुन्ना मंद पीये के बाद, नवां मंद पीये नइं चाहय। ओह कहिथे, ‘जुन्ना मंद ही बने हवय।’ ”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.