Book of Common Prayer
4 हर एक मनखे, जऊन ह पाप करथे, ओह परमेसर के कानून ला टोरथे; काबरकि पाप करे के मतलब परमेसर के कानून टोरना अय। 5 पर तुमन जानथव कि मसीह ह एकरसेति परगट होईस, ताकि ओह हमर पापमन ला ले जावय। अऊ ओम कोनो पाप नइं ए। 6 जऊन मनखे मसीह म जीयथे, ओह पाप करते नइं रहय, पर जऊन मनखे ह पाप करथे, ओह न तो ओला देखे हवय, अऊ न ही ओला जानथे।
7 हे लइकामन हो, काकरो बहकावा म झन आवव। जऊन ह परमेसर के नजर म सही काम करथे, ओह धरमी अय, जइसने कि मसीह ह धरमी अय। 8 जऊन ह पाप करते रहिथे, ओह सैतान कोति ले अय, काबरकि सैतान ह सुरूच ले पाप करत आय हवय। परमेसर के बेटा ह एकरसेति परगट होईस कि ओह सैतान के काम ला नास करय। 9 जऊन ह परमेसर ले जनमथे, ओह पाप करते नइं रहय, काबरकि परमेसर के सुभाव ओम बने रहिथे। ओह पाप नइं कर सकय, काबरकि ओह परमेसर ले जनमे हवय। 10 ए किसम ले, हमन जानथन कि कोन ह परमेसर के संतान अय अऊ कोन ह सैतान के संतान अय। जऊन ह सही काम नइं करय, ओह परमेसर के संतान नो हय; अऊ ओह घलो परमेसर के संतान नो हय, जऊन ह अपन भाई ले मया नइं करय।
7 एकरसेति यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि भेड़मन बर मेंह दुवारी अंव। 8 ओ जम्मो जऊन मन मोर पहिली आईन, ओमन चोर अऊ डाकू रिहिन, अऊ भेड़मन ओमन के नइं सुनिन। 9 दुवारी मेंह अंव, जऊन ह मोर ले होके भीतर जाही, ओह उद्धार पाही। अऊ ओह भीतर-बाहिर आय-जाय करही अऊ चारा पाही। 10 चोर ह सिरिप चोरी करे बर, हतिया करे बर अऊ नास करे बर आथे, पर मेंह एकरसेति आय हवंव, ताकि ओमन जिनगी पावंय अऊ भरपूर जिनगी पावंय।
11 बने चरवाहा मेंह अंव। बने चरवाहा ह भेड़मन बर अपन परान देथे। 12 बनिहार ह न तो चरवाहा अय अऊ न तो भेड़मन के मालिक। एकरसेति जब ओह भेड़िया ला आवत देखथे, त ओह भेड़मन ला छोंड़के भाग जाथे। तब भेड़िया ह भेड़मन ऊपर झपटथे अऊ ओमन ला तितिर-बितिर कर देथे। 13 ओ मनखे ह भाग जाथे काबरकि ओह एक बनिहार ए अऊ ओला भेड़मन के कोनो फिकर नइं रहय।
14 बने चरवाहा मेंह अंव; मेंह अपन भेड़मन ला जानथंव, अऊ मोर भेड़मन मोला जानथें – 15 जइसने ददा ह मोला जानथे अऊ मेंह ददा ला जानथंव – अऊ मेंह भेड़मन बर अपन परान देथंव। 16 मोर अऊ घलो भेड़ हवंय, जऊन मन ए भेड़ के कोठा म नइं एं। मोला ओमन ला घलो लाना जरूरी ए। ओमन घलो मोर अवाज ला सुनहीं; तब एके ठन झुंड अऊ एके झन चरवाहा होही।
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