Book of Common Prayer
4 मोर कहे के मतलब ए कि जब तक वारिस ह नबालिक हवय, तब तक ओम अऊ गुलाम म कोनो अंतर नइं ए, हालाकि ओह जम्मो संपत्ति के मालिक ए। 2 ओह अपन ददा के ठहिराय समय तक अविभावक अऊ संपत्ति के देख-रेख करइयामन के अधीन रहिथे। 3 ओही किसम ले जब हमन लइका रहेंन, त हमन संसार के अंधियार के सक्ति के गुलाम रहेंन। 4 पर जब आखिर म सही समय आईस, त परमेसर ह अपन बेटा ला पठोईस, जऊन ह एक माईलोगन ले जनमिस अऊ ओह मूसा के कानून के अधीन पैदा होईस, 5 ताकि जऊन मन मूसा के कानून के अधीन हवंय, ओमन ला दाम देके छोंड़ावय अऊ हमन ला बेटा के पूरा अधिकार मिलय। 6 काबरकि तुमन ह बेटा अव, परमेसर ह अपन बेटा के आतमा ला हमर हिरदय म पठोय हवय अऊ ए आतमा ह ऊंचहा अवाज म कहिथे, “हे अब्बा, हे ददा।” 7 एकरसेति अब तुमन गुलाम नो हव, पर तुमन बेटा अव, अऊ जब तुमन बेटा अव, त परमेसर ह तुमन ला वारिस घलो बनाय हवय।
गलातीमन बर पौलुस के फिकर
8 पहिली जब तुमन परमेसर ला नइं जानत रहेव, त तुमन ओमन के गुलाम रहेव, जऊन मन बिलकुल ही परमेसर नो हंय। 9 पर अब तुमन परमेसर ला जानथव, या फेर मोला ए कहना चाही कि परमेसर ह तुमन ला जानथे, त का बात ए कि तुमन ओ निरबल अऊ दयनीय अंधियार के सक्तिमन कोति फेर वापिस लहुंटत हवव? का तुमन ओमन के फेर गुलाम बने चाहथव? 10 तुमन बिसेस दिन, महिना, मौसम अऊ साल मन ला मानथव। 11 मेंह तुम्हर बारे म डरत हवंव कि तुम्हर बर जऊन मिहनत मेंह करे हवंव, ओह बेकार झन हो जावय।
एक माईलोगन के बिसवास
(मत्ती 15:21-28)
24 यीसू ह ओ जगह (गलील) ला छोंड़के सूर सहर के इलाका म गीस अऊ उहां ओह एक ठन घर म गीस अऊ चाहत रिहिस कि ओकर बारे म कोनो झन जानय, पर ए बात ह छिपे नइं रहे सकिस। 25 ओतकीच बेर एक माईलोगन, जेकर नानकून बेटी म असुध आतमा रहय, ओकर करा आईस। ओह यीसू के बारे म सुने रहय अऊ अब आके ओकर गोड़ खाल्हे म गिरिस। 26 ओ माईलोगन ह आनजात (यूनानी) के रिहिस अऊ सुरूफिनीकी जाति म जनमे रिहिस। ओह यीसू ले बिनती करके कहिस कि असुध आतमा ला ओकर बेटी ले निकार दे।
27 यीसू ह ओला कहिस, “पहिली लइकामन ला पेट-भर खावन दे। काबरकि ए ठीक नो हय कि लइकामन के रोटी ला लेके कुकुरमन ला दिये जावय।”
28 तब ओ माईलोगन ह कहिस, “एह सही अय, परभू। तभो ले कुकुरमन घलो मेज के खाल्हे म लइकामन के जूठा-काठा ला खा लेथें।”
29 यीसू ह ओला कहिस, “तेंह सही कहय। जा, असुध आतमा ह तोर बेटी ले निकर गे हवय।”
30 तब ओह अपन घर जाके देखिस कि ओकर लइका ह खटिया म लेटे हवय अऊ असुध आतमा निकर गे रहय।
यीसू ह एक कोंदा-भैंरा मनखे ला बने करथे
31 तब यीसू ह सूर सहर के इलाका ले निकरके सैदा होवत, गलील के झील के खाल्हे दस सहर के इलाका म आईस। 32 उहां मनखेमन एक भैंरा अऊ कोंदा मनखे ला ओकर करा लानिन अऊ ओकर ले बिनती करिन कि ओह ओ मनखे ऊपर अपन हांथ रखके ओला बने करय।
33 तब यीसू ह ओला भीड़ ले अलग ले जाके अपन अंगरी ला मनखे के कान म डारिस अऊ थूकिस, अऊ थूक ला लेके ओकर जीभ ला छुईस। 34 अऊ स्वरग कोति निहारके सांस भरिस अऊ ओ मनखे ला कहिस, “इफ्फतह, जेकर मतलब होथे ‘खुल जा’।” 35 ओतकीच बेर ओ मनखे के कानमन खुल गीन अऊ जीभ घलो ठीक हो गीस अऊ ओह साफ-साफ सुने अऊ गोठियाय लगिस।
36 यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस कि ए बात कोनो ला झन बतावव, पर जतका ओह ओमन ला चेताईस, ओतका ओमन ओ बात ला अऊ बताय लगिन। 37 मनखेमन बहुंत अचम्भो करके कहन लगिन, “जऊन कुछू ओह करथे, बहुंत बढ़िया करथे। इहां तक कि ओह भैंरामन ला सुने के अऊ कोंदामन ला गोठियाय के सक्ति देथे।”
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