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मइँ एक मूरख क लखे रहेउँ जउन सोचत रहा कि उ सुरच्छित बाटइ।
    जेकर घर एका-एक सरापित कइ दीन्ह ग रहा[a]

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Footnotes

  1. 5:3 जेकर … रहा या मुला मइँ ओकरे घरे क एका-एक सरापेतउँ।

35 मइँ दुट्ठ क बरिआर लखेउँ ह।
    मइँ ओका मजबूत अउ तन्दुरुस्त बृच्छ क नाई सक्तीसाली लखेउँ।

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