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मोर मीत धरती खोदेस
    अउ काँकड़ पाथर हटाइके ओका साफ किहेस
अउर हुवाँ पइ अंगूरे क उत्तिम बेलन रोपि दिहस।
    फुन खेत क बीच मँ उ अंगूर क रस निकारइ क कुण्ड बनाएस।
मीत क आसा रही कि हुवाँ उत्तिम अंगूर होइहीं।
    किन्तु हुवाँ जउन अंगूर लाग रहेन उ सबइ बुरा रहेन।

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