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दूसर पाप बरे दोखबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “एक मनई यहोवा क समन्वा दोखी समुझा जाइ अगर उ एनमाँ स कउनो कार्य करत ह: उ एक पड़ोसी क उ सामान जउन ओका देखरेख करइ बरे दीन्ह ग अहइ क बरे छल कइ सकत ह, या उ वस्तु क आपन खुद क लइ ले सकत ह, या उ कछू चोराइ सकत ह, या आपन पड़ोसी क ठग सकत ह, या ओका कउनो क हेरान चीज मिलइ अउर तब उ ओकरे बारे मँ लबार बोल सकत ह या कउनो मनई कछू करइ क झूठा बचन दइ सकत ह या उ कउनो अइसा अपराध कइ सकत ह जउन दूसर लोग करत ह। अगर कउनो मनई अइसा पाप ओनमाँ स करत ह अउ उ दोखी होत ह, ओका उ जरूर वापिस करइ चाही जउन उ चुराएस ह, या उ लाभ जउन उ ठगी स प्राप्त किहेस ह, या उ सामान जउन देखरेख बरे लिहस ह, या उ खोया भवा सामान जउन उ पाएस ह, क जरूर वापिस करइ चाही। या जउन कउनो क बारे मँ झूठ बचन दीन्ह ग होइ, उ ओका ओन वस्तुअन क पूरा दाम चुकावइ चाही अउर तब ओका चीज क दाम क पाँचवाँ हींसा अलावा देइ चाही। ओका असली मालिक क धन जरूर देइ चाही। ओका इ उहइ दिन करइ चाही जउने दिन उ दोखबलि लिआवइ। उ व्यक्ति क दोखबलि याजक क लगे जरूर लिआवइ चाही। इ जरूर झुण्ड स एक भेड़ा होइ चाही। भेड़ा मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ जरूर उहइ दाम क होइ चाही जउन याजक कहइ। इ यहोवा बरे दोखबलि होइ। तब याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क ओन पापन क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति सभी चीजन बरे छिमा पाइ जेनका उ किहेस अउ उ दोखी होइ गवा।”

होमबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “हारून अउ ओकरे पूतन क इ हुकुम द्या: होमबलि क वेदी क अगी कुण्ड मँ पूरी रात भिन्सार होइ तलक जरूर राखइ चाही। वेदी क आगी क वेदी प जरूर बरत रहइ चाही। 10 याजक क सन क उत्तिम रेसा क बना भवा चोगा जरूर पहिरइ चाही। ओका आपन तन स चिपका जाँघिया पहिरइ चाही। तब याजक क होमबलि प पूरी तरह स जरि जाइ क पाछे वेदी स बची भइ राखी क उठावइ चाही। याजक क वेदी क बगल मँ राखी जरूर राखइ चाही। 11 तब याजक क आप ओढ़ना क उतारइ चाही अउ दूसर ओढ़ना पहिरइ चाही। तब ओका डेरा स बाहेर साफ ठउर प राखी लइ जाइ चाही। 12 मुला वेदी प आगी क जरूर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं देइ चाही। याजक क रोज भिन्सारे वेदी प काठ जरूर बारइ चाही। ओका वेदी प होमबलि जरूर रखइ चाही। ओका मेलबलि क चबीर् जरूर बारइ चाही। 13 वेदी प आगी लगातर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं चाही।

अन्नबलि

14 “अन्नबलि क इ नेम अहइ कि हारून क पूतन क वेदी क समन्वा यहोवा बरे अन्नबलि जरूर लावइ चाही। 15 याजक क अन्नबलि मँ स मूठी भइ उत्तिम ऍकर आटा, ऍकर तेल अउ ऍकर लोहबान लेइ चाही अउ ऍका वेदी पइ बारइ चाही। इ यहोवा बरे एक खुसबूदार अउर स्मृति भेंट होइ।

16 “हारून अउ ओकरे बेटहनन क बची भइ अन्नबलि क खाइ चाही। अन्नबलि एक तरह क अखमीरी रोटी क भेंट अहइ। याजक लोगन क इ रोटी पवित्तर ठउर मँ खाइ चाही। ओनका मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ अन्नबलि खाइ चाही। 17 अन्नबलि खमीर क मिलइके जरूर नाहीं पकावइ चाही। मइँ इ ओनका आपन उपहार मँ स ओकर हींसा दिहेस ह। इ पापबलि अउ दोखबलि क नाईं बहोतइ पवित्तर बाटइ। 18 हारून क पूतन मँ स हर एक यहोवा क चढ़ाइ भइ भेंट स खाइ सकत ह। इ तोहरी पीढ़ियन बरे सदा नेम बाटइ। जउन कउनो ऍका छुअब उ जरूर पवित्तर होइ चाही।”[a]

याजक लोगन क अन्नबलि

19 यहोवा मूसा स कहेस, 20 “हारून अउ ओकरे बेटवन क जउन अन्नबलि लइ आवइ चाही उ इ अहइ। ओनका इ उ दिना ही करइ चाही जउने दिन हारून क अभिसेक भवा रहा। ओनका हमेसा एपा क दसवाँ हींसा महीन आटा अन्नबलि बरे जरूर लेइ चाही। ओनका ऍकर आधा भिन्सारे अउ आधा साँझ मँ लइ आवइ चाही। 21 उत्तिम महीन आटे मँ तेल जरूर डावइ चाही अउ ओका कड़ाही मँ जरूर भँजइ चाही। जब इ भुँज जाइ तब ऍका जरूर भीतर लिआवइ चाही। भेंट पूर्ण रूप स जरूर टूकन मँ तोड़वइ चाही। तू पचन क यहोवा क चूरमा क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही ऍकर सुगन्धि यहोवा क खुस करी।

22 “हारून क सन्तानन मँ स, जउन हारून क जगह पइ अभिसिक्त अहइ, क इ अन्नबलि यहोवा बरे चढ़ावइ चाही। इ नेम हमेसा बरे अहइ। अन्नबलि यहोवा बरे पूर्ण रूप स जरूर जरावइ चाही। 23 याजक क हर एक अन्नबलि पूरी तरह जरावइ चाही। एका खाई नाहीं चाही।”

पापबलि क नेम

24 यहोवा मूसा स कहेस, 25 “हारून अउ ओकरे पूतन स कहा: पापबलि बरे इ नेम अहइ कि पापबलि क हुवँइ मारा जाइ चाही जहाँ यहोवा क समन्वा होमबलि क मारा जात ह। इ बहोतइ पवित्तर बाटइ। 26 उ याजक क ऍका खाइ चाही, जउन पापबलि चढ़ावत ह। ओका पवित्तर ठउरे प मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ एका खाइ चाही। 27 कउनो मनई जउन पापबलि क गोस क छुअत ह ओका पवित्तर होइ चाही।

“अगर छिछकारा भवा रकत कउनो मनई क ओढ़ना प पड़त ह तउ ओन ओढ़नन क जरूर धोइ चाही। तू पचन क ओन ओढ़नन क सिरिफ एक पवित्तर ठउरे मँ ही धोवइ चाही। 28 अगर पापबलि कउनो माटी क बासन मँ उबाली जाइ, तउ उ बासन क जरूर फोड़ देइ चाही। अगर पापबलि क काँसा क बासन मँ उबाला जाइ, तउ बासन क जरूर माँजा जाइ अउ पानी स धोवा जाइ।

29 “याजक परिवारे क कउनो मनई पापबलि क खाइ सकत ह। इ सबन्त पवित्तर बाटइ। 30 मुला अगर पापबलि क रकत पवित्तर ठउर प पछतावा करइ बरे मिलापवाला तम्बू मँ लइ जाइ। तउ पापबलि क आगी मँ बारि देइ चाही। याजकन क उ पापबलि जरूर नाहीं खाइ चाही।

Footnotes

  1. 6:18 जउन … चाही एकर अनुवाद इ तरह कीन्ह जाइ सकत हः ऍनका कउनो छुअइ ओका पहिले पवित्तर (सुद्ध) होइ लेइ चाही।