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परमेश्वर कुस्रू को इस्राएल की मुक्ति के लिये चुनता है

45 ये वे बातें हैं जिन्हें यहोवा अपने चुने हुए राजा कुस्रू से कहता है:

“मैं कुस्रू का दाहिना हाथ थामूँगा।
    मैं राजाओं की शक्ति छीनने में उसकी सहायता करूँगा।
    नगर द्वार कुस्रू को रोक नहीं पायेंगे।
    मैं नगर के द्वार खोल दूँगा, और कुस्रू भीतर चला जायेगा।

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मैं ये बातें अपने सेवक याकूब के लिये करता हूँ।
    मैं ये बातें इस्राएल के अपने चुने हुए लोगों के लिये करता हूँ।
कुस्रू, मैं तुझे नाम से पुकार रहा हूँ।
    तू मुझको नहीं जानता है, किन्तु मैं तुझको सम्मान की उपाधि दे रहा हूँ।
मैं यहोवा हूँ! मैं ही मात्र एक परमेश्वर हूँ।
    मेरे सिवा दूसरा कोई परमेश्वर नहीं है।
मैं तुझे तेरा कमरबन्ध पहनाता हूँ, किन्तु फिर भी तू मुझको नहीं पहचानता है।
मैं यह काम करता हूँ ताकि सब लोग जान जायें कि मैं ही मात्र परमेश्वर हूँ।
    पूर्व से पश्चिम तक सभी लोग ये जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ और मेरे सिवा दूसरा कोई परमेश्वर नहीं।

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