मत्तियाह 5:3-12
Saral Hindi Bible
धन्य वचन
(लूकॉ 6:17-26)
3 “धन्य हैं वे, जो दीन आत्मा के हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
4 धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं.
क्योंकि उन्हें शान्ति दी जाएगी.
5 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं
क्योंकि पृथ्वी उन्हीं की होगी.
6 धन्य हैं वे, जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं
क्योंकि उन्हें तृप्त किया जाएगा.
7 धन्य हैं वे, जो कृपालु हैं
क्योंकि उन पर कृपा की जाएगी.
8 धन्य हैं वे, जिनके हृदय शुद्ध हैं
क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे.
9 धन्य हैं वे, जो शान्ति कराने वाले हैं
क्योंकि वे परमेश्वर की सन्तान कहलाएँगे.
10 धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए गए हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
11 “धन्य हो तुम, जब लोग तुम्हारी निन्दा करें और सताएं तथा तुम्हारे विषय में मेरे कारण सब प्रकार के बुरे विचार फैलाते हैं. 12 हर्षोल्लास में आनन्द मनाओ क्योंकि तुम्हारा प्रतिफल स्वर्ग में है. उन्होंने उन भविष्यद्वक्ताओं को भी इसी रीति से सताया था, जो तुमसे पहले आए हैं.
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मत्तियाह 5:3-12
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धन्य वचन
(लूकॉ 6:17-26)
3 “धन्य हैं वे, जो दीन आत्मा के हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
4 धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं.
क्योंकि उन्हें शान्ति दी जाएगी.
5 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं
क्योंकि पृथ्वी उन्हीं की होगी.
6 धन्य हैं वे, जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं
क्योंकि उन्हें तृप्त किया जाएगा.
7 धन्य हैं वे, जो कृपालु हैं
क्योंकि उन पर कृपा की जाएगी.
8 धन्य हैं वे, जिनके हृदय शुद्ध हैं
क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे.
9 धन्य हैं वे, जो शान्ति कराने वाले हैं
क्योंकि वे परमेश्वर की सन्तान कहलाएँगे.
10 धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए गए हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
11 “धन्य हो तुम, जब लोग तुम्हारी निन्दा करें और सताएं तथा तुम्हारे विषय में मेरे कारण सब प्रकार के बुरे विचार फैलाते हैं. 12 हर्षोल्लास में आनन्द मनाओ क्योंकि तुम्हारा प्रतिफल स्वर्ग में है. उन्होंने उन भविष्यद्वक्ताओं को भी इसी रीति से सताया था, जो तुमसे पहले आए हैं.
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मत्तियाह 5:3-12
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धन्य वचन
(लूकॉ 6:17-26)
3 “धन्य हैं वे, जो दीन आत्मा के हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
4 धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं.
क्योंकि उन्हें शान्ति दी जाएगी.
5 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं
क्योंकि पृथ्वी उन्हीं की होगी.
6 धन्य हैं वे, जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं
क्योंकि उन्हें तृप्त किया जाएगा.
7 धन्य हैं वे, जो कृपालु हैं
क्योंकि उन पर कृपा की जाएगी.
8 धन्य हैं वे, जिनके हृदय शुद्ध हैं
क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे.
9 धन्य हैं वे, जो शान्ति कराने वाले हैं
क्योंकि वे परमेश्वर की सन्तान कहलाएँगे.
10 धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए गए हैं
क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
11 “धन्य हो तुम, जब लोग तुम्हारी निन्दा करें और सताएं तथा तुम्हारे विषय में मेरे कारण सब प्रकार के बुरे विचार फैलाते हैं. 12 हर्षोल्लास में आनन्द मनाओ क्योंकि तुम्हारा प्रतिफल स्वर्ग में है. उन्होंने उन भविष्यद्वक्ताओं को भी इसी रीति से सताया था, जो तुमसे पहले आए हैं.
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लूकॉ 6:20-26
Saral Hindi Bible
20 अपने शिष्यों की ओर दृष्टि करते हुए मसीह येशु ने उनसे कहा:
“धन्य हो तुम सभी जो निर्धन हो,
क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है.
21 धन्य हो तुम जो भूखे हो,
क्योंकि तुम तृप्त किए जाओगे.
धन्य हो तुम जो इस समय रो रहे हो,
क्योंकि तुम आनन्दित होगे.
22 धन्य हो तुम सभी जिनसे सभी मनुष्य घृणा करते हैं,
तुम्हारा बहिष्कार करते हैं, तुम्हारी निन्दा करते हैं,
तुम्हारे नाम को मनुष्य के पुत्र के
कारण बुराई करनेवाला घोषित कर देते हैं.
23 “आनन्दित हो कर हर्षोल्लास में उछलो-कूदो, क्योंकि स्वर्ग में तुम्हारे लिए बड़ा फल होगा. उनके पूर्वजों ने भी भविष्यद्वक्ताओं को इसी प्रकार सताया था.
24 “धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो धनी हो! तुम अपने सारे सुख भोग चुके!
25 धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो अब तृप्त हो क्योंकि तुम्हारे लिए भूखा रहना निर्धारित है.
धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो इस समय हँस रहे हो क्योंकि तुम शोक तथा विलाप करोगे.
26 धिक्कार है तुम पर! जब सब मनुष्य तुम्हारी प्रशंसा करते हैं
क्योंकि उनके पूर्वज झूठे भविष्यद्वक्ताओं के साथ यही किया करते थे.”
लूकॉ 6:20-26
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20 अपने शिष्यों की ओर दृष्टि करते हुए मसीह येशु ने उनसे कहा:
“धन्य हो तुम सभी जो निर्धन हो,
क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है.
21 धन्य हो तुम जो भूखे हो,
क्योंकि तुम तृप्त किए जाओगे.
धन्य हो तुम जो इस समय रो रहे हो,
क्योंकि तुम आनन्दित होगे.
22 धन्य हो तुम सभी जिनसे सभी मनुष्य घृणा करते हैं,
तुम्हारा बहिष्कार करते हैं, तुम्हारी निन्दा करते हैं,
तुम्हारे नाम को मनुष्य के पुत्र के
कारण बुराई करनेवाला घोषित कर देते हैं.
23 “आनन्दित हो कर हर्षोल्लास में उछलो-कूदो, क्योंकि स्वर्ग में तुम्हारे लिए बड़ा फल होगा. उनके पूर्वजों ने भी भविष्यद्वक्ताओं को इसी प्रकार सताया था.
24 “धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो धनी हो! तुम अपने सारे सुख भोग चुके!
25 धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो अब तृप्त हो क्योंकि तुम्हारे लिए भूखा रहना निर्धारित है.
धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो इस समय हँस रहे हो क्योंकि तुम शोक तथा विलाप करोगे.
26 धिक्कार है तुम पर! जब सब मनुष्य तुम्हारी प्रशंसा करते हैं
क्योंकि उनके पूर्वज झूठे भविष्यद्वक्ताओं के साथ यही किया करते थे.”
लूकॉ 6:20-26
Saral Hindi Bible
20 अपने शिष्यों की ओर दृष्टि करते हुए मसीह येशु ने उनसे कहा:
“धन्य हो तुम सभी जो निर्धन हो,
क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है.
21 धन्य हो तुम जो भूखे हो,
क्योंकि तुम तृप्त किए जाओगे.
धन्य हो तुम जो इस समय रो रहे हो,
क्योंकि तुम आनन्दित होगे.
22 धन्य हो तुम सभी जिनसे सभी मनुष्य घृणा करते हैं,
तुम्हारा बहिष्कार करते हैं, तुम्हारी निन्दा करते हैं,
तुम्हारे नाम को मनुष्य के पुत्र के
कारण बुराई करनेवाला घोषित कर देते हैं.
23 “आनन्दित हो कर हर्षोल्लास में उछलो-कूदो, क्योंकि स्वर्ग में तुम्हारे लिए बड़ा फल होगा. उनके पूर्वजों ने भी भविष्यद्वक्ताओं को इसी प्रकार सताया था.
24 “धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो धनी हो! तुम अपने सारे सुख भोग चुके!
25 धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो अब तृप्त हो क्योंकि तुम्हारे लिए भूखा रहना निर्धारित है.
धिक्कार है तुम पर! तुम,
जो इस समय हँस रहे हो क्योंकि तुम शोक तथा विलाप करोगे.
26 धिक्कार है तुम पर! जब सब मनुष्य तुम्हारी प्रशंसा करते हैं
क्योंकि उनके पूर्वज झूठे भविष्यद्वक्ताओं के साथ यही किया करते थे.”
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