मत्ती 26:31-35
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यीशु का कथन: सब शिष्य उसे छोड़ देंगे
(मरकुस 14:27-31; लूका 22:31-34; यूहन्ना 13:36-38)
31 फिर यीशु ने उनसे कहा, “आज रात तुम सब का मुझमें से विश्वास डिग जायेगा। क्योंकि शास्त्र में लिखा है:
‘मैं गडेरिये को मारूँगा और
रेवड़ की भेड़ें तितर बितर हो जायेंगी।’(A)
32 पर फिर से जी उठने के बाद मैं तुमसे पहले ही गलील चला जाऊँगा।”
33 पतरस ने उत्तर दिया, “चाहे सब तुझ में से विश्वास खो दें किन्तु मैं कभी नहीं खोऊँगा।”
34 यीशु ने उससे कहा, “मैं तुझ से सत्य कहता हूँ आज इसी रात मुर्गे के बाँग देने से पहले तू तीन बार मुझे नकार चुकेगा।”
35 तब पतरस ने उससे कहा, “यदि मुझे तेरे साथ मरना भी पड़े तो भी तुझे मैं कभी नहीं नकारूँगा।” बाकी सब शिष्यों ने भी वही कहा।
Read full chapter
मत्ती 26:31-35
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यीशु का कथन: सब शिष्य उसे छोड़ देंगे
(मरकुस 14:27-31; लूका 22:31-34; यूहन्ना 13:36-38)
31 फिर यीशु ने उनसे कहा, “आज रात तुम सब का मुझमें से विश्वास डिग जायेगा। क्योंकि शास्त्र में लिखा है:
‘मैं गडेरिये को मारूँगा और
रेवड़ की भेड़ें तितर बितर हो जायेंगी।’(A)
32 पर फिर से जी उठने के बाद मैं तुमसे पहले ही गलील चला जाऊँगा।”
33 पतरस ने उत्तर दिया, “चाहे सब तुझ में से विश्वास खो दें किन्तु मैं कभी नहीं खोऊँगा।”
34 यीशु ने उससे कहा, “मैं तुझ से सत्य कहता हूँ आज इसी रात मुर्गे के बाँग देने से पहले तू तीन बार मुझे नकार चुकेगा।”
35 तब पतरस ने उससे कहा, “यदि मुझे तेरे साथ मरना भी पड़े तो भी तुझे मैं कभी नहीं नकारूँगा।” बाकी सब शिष्यों ने भी वही कहा।
Read full chapter© 1995, 2010 Bible League International