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17 मूला सीसरा परइ गवा। उ उ तम्बू क लगे आवा, जहाँ याएल नाउँ क एक ठु मेहरारू रहत रही। याएल, हेबेर नाउँ क मनई क मेहरारू रही। उ केनी लोगन मँ स एक रही। हेबेर क परिवार हासोर क राजा याबीन स सान्ति-सन्धि किए भए रहा। एह बरे सीसरा, याएल क तम्बू मँ पराइ गवा। 18 याएल सीसरा क आवत लखेस, एह बरे उ ओहसे मिलइ बाहेर गइ। याएल सीसरा स कहेस, “मोरे तम्बू मँ आवा, मोर सुआमी, आवा डेराअ नाहीं।” एह बरे सीसरा याएल क तम्बू मँ गवा अउर उ ओका एक ठु कमबल स ढाँपि लिहेस।

19 सीसरा याएल स कहेस, “मइँ पिआसा अहउँ। कृपा कइके मोका पिअइ क तनिक पानी द्या।” एह बरे याएल एक मसक खोलेस, जेहमाँ उ दूध रखे रहा अउर उ पिअइ क दिहस। तब उ सीसरा क ढाँपि लिहेस।

20 तब सीसरा याएल स कहेस, “तम्बू क दुआर पइ जा। जदि कउनो हुवाँ स गुजरत ह अउर पूछत ह, ‘का हिआँ कउनो अहइ?’ तउ तू कहया ‘नाहीं।’”

21 किन्तु हेबेर क मेहरारू याएल तम्बू क एक खूँटी अउ हथौ़डा लिहस। याएल चुपचाप सीसरा क लगे गइ। सीसरा बहोत थका रहा एह बरे उ सोवत रहा। याएल तम्बू क खूँटी क सीसरा क मूँड़ क एक कइँती धरेस अउर ओह पइ हथौड़ा स चोट किहस। तम्बू क खूँटी सीसरा क मूँड़ क एक कइँती स होइके जमीन मँ धँस गइ अउर इ तरह सीसरा मर गवा।

22 ठीक तुरंत बाद बाराक सीसरा क हेरत भवा याएल क तम्बू क लगे आवा। याएल बाराक स मिलइ बाहेर निकरी अउर बोली, “अन्दर आवा अउर मइँ उ मनई क देखाउब जेका तू हेरत अहा।” एह बरे बाराक याएल क साथ तम्बू मँ घुसा। बाराक हुवाँ सीसरा क जमीन पइ मरा पड़ा पाएस, तम्बू क खूँटी ओकरे मूड़ी क एक कइँती स दूसरी कइँती निकरी भइ रही।

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