Add parallel Print Page Options

31 मइँ काठे क उपहारन अउर एक निहचित समइ पइ अपने फलन क लिआवइ सम्बन्धी जोजनन भी बनाइ दिहेउँ ह।

हे मोरे परमेस्सर! एन नीक करमन बरे तू मोका याद राखा।

Read full chapter