Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
यीसू अऊ यूहन्ना बतिसमा देवइया
(मत्ती 11:2-19)
18 यूहन्ना बतिसमा देवइया के चेलामन ओला ए जम्मो बात बताईन। 19 तब यूहन्ना बतिसमा देवइया अपन चेलामन के दू झन ला बलाईस अऊ ओमन ला परभू करा ए पुछे बर पठोईस, “का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?”
20 जब ओ मनखेमन यीसू करा आईन, त ओमन कहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया ह हमन ला तोर करा ए पुछे बर पठोय हवय, ‘का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?’ ”
21 ओही बेरा यीसू ह बहुंत मनखेमन ला बेमारी, पीरा अऊ परेत आतमामन ले बने करिस अऊ कतको अंधरामन ला आंखी दीस। 22 तब यीसू ह यूहन्ना के मनखेमन ला कहिस, “जऊन कुछू तुमन देखे अऊ सुने हवव, जाके यूहन्ना ला बतावव। अंधरामन देखथें, खोरवामन चलथें, कोढ़ीमन ठीक हो जाथें, भैंरामन सुनथें, मुरदामन जीयाय जाथें, अऊ गरीब मनखेमन ला सुघर संदेस के परचार करे जाथे। 23 धइन ए ओ, जेकर बिसवास ह मोर ऊपर बने रहिथे।”
24 यूहन्ना के संदेसियामन के जाय के बाद, यीसू ह मनखेमन ला यूहन्ना के बारे म बताय लगिस, “जब तुमन निरजन प्रदेस म यूहन्ना करा गे रहेव, त का देखे बर गे रहेव? का हवा म डोलत एक बड़े घांस के पौधा ला? 25 यदि नइं, त फेर तुमन का देखे बर गे रहेव? का सुघर कपड़ा पहिरे एक मनखे ला? देखव, जऊन मन महंगा कपड़ा पहिरथें अऊ भोग-बिलास म जिनगी बिताथें, ओमन महल म रहिथें। 26 पर तुमन का देखे बर गे रहेव? एक अगमजानी ला? हव! मेंह तुमन ला कहत हंव – तुमन एक अगमजानी ले घलो बड़े मनखे ला देखेव। 27 एह ओ अय, जेकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय:
‘देख, मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोवत हंव,
जऊन ह तोर आघू तोर रसता तियार करही।’[a]
28 मेंह तुमन ला बतावत हंव, जऊन मन माईलोगनमन ले जनमे हवंय, ओमन म यूहन्ना ले बड़े कोनो नो हंय; पर जऊन ह परमेसर के राज म सबले छोटे अय, ओह यूहन्ना ले घलो बड़े अय।”
29 (जम्मो मनखेमन, इहां तक कि लगान लेवइयामन घलो जब यीसू के बात ला सुनिन, त ओमन यूहन्ना ले बतिसमा लेके परमेसर के रसता ला सही मान लीन। 30 पर फरीसी अऊ कानून के जानकारमन परमेसर के मनसा ला अपन बर स्वीकार नइं करिन, काबरकि ओमन यूहन्ना के बतिसमा नइं लीन।)
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