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23 जब अइसा होत ह तउ ओकरे देह क रात भइ पेड़े पइ नाहीं रहइ चाही। तू पचन्क ओका उहइ दिन निहचय ही दफनाइ देइ चाही। काहेकि जउन मनई पेड़े पइ लटकावा जात ह उ परमेस्सर स अभिसाप पावा होत ह। तू पचन्क उ देस क बे पवित्तर नाहीं करइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे देत ह।

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