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गोग अउर ओकर सेना क मउत

39 “मनई क पूत, गोग क विरूद्ध मोरे बरे कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘गोग, तू मेसेक अउर तूबल देसन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। मइँ तोहका घुमा देब अउर तोहार गवाइ करब अउर तोहका सुदूर उत्तर स लिआउब। मइँ तोहका इस्राएल क पर्वतन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे लिआउब। किन्तु मइँ तोहार धनुस तोहरे बाएँ हाथ स झटक के गिराइ देब। मइँ तोहरे दाएँ हाथ स तोहार बाण झटकिके गिराइ देब। तू इस्राएल क पर्वतन पइ मारा जाब्या। तू, तोहार फउजी अउर तोहरे संग क दूसर सबहिं रास्ट्र जुद्ध मँ मारा जइहीं। मइँ तोहका भोजन क रूप मँ सबइ सिकारी पच्छियन वन जनावरन क देब। तू खुले मइदानन मँ मारा जाब्या। मइँ इ कहि दिहे हउँ।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

परमेस्सर कहेस, “मइँ मागोग अउ ओन मनइयन क, जउन समुद्रर-तट पइ सुरच्छित रहत हीं, विरूद्ध आगी पठउब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। मइँ आपन पवित्तर नाउँ इस्राएल क लोगन मँ परगट करब। भविस्स मँ, मइँ आपन पवित्तर नाउँ क, लोगन क जरिये अउर जियादा दूसित नाहीं करइ देब। रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा इस्राएल क परम पवित्तर हउँ। उ समइ आवत अहइ। इ घटित होइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “इ उहइ दिन अहइ जेकरे बारे मँ मइँ कहत हउँ।

“उ समइ, इस्राएल क नगरन मँ रहइवाले लोग ओन खेतन मँ जइहीं। उ पचे दुस्मन क अस्त्र-सस्त्रन क एकट्ठा करिहीं अउर ओनका जराइ देइहीं। उ पचे सबहिं ढालन, धनुसन अउर बाणन सबइ गदा अउ भालन क जलइहीं। उ पचे ओन अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग सात बरिस तलक ईंधन क रूप मँ करिहीं। 10 ओनका मइदानन स काठ एकट्ठी नाहीं करइ पड़ी या जगूंलन स बृच्छ नाहीं काटइ पड़ी, काहेकि उ पचे अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग ईंधन क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन फउजियन क ल्हास क लूट लेइहीं जउन कि ओनसे चोरावइ बरे आए रहेन। उ पचे ओन फउजियन स अच्छी चिजियन लेइहीं जउन ओनसे नीक चिजियन लइ लिहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

11 परमेस्सर कहेस, “उ समइ मँ गोग क दफनावइ बरे इस्राएल मँ एक ठउर चुनब। उ मृत सागर क पूरब मँ जात्रियन क घाटी मँ दफनावा जाइ। इ जात्रियन क मारग क रोकी। काहेकि गोग अउ ओकर सारी फउज उ ठउर मँ दफनाई जाइ। लोग एका ‘गोग क सेना क घाटी’ कहिहीं। 12 इस्राएल क परिवार देस क सुद्ध करइ बरे सात महीने तलक ओनका दफनाई। 13 देस क साधारण लोग दुस्मन क फउजियन क दफनइहीं। इस्राएल क लोग उ दिन प्रसिद्ध होइहीं जउने दिन मइँ अपने बरे सम्मान पाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

14 परमेस्सर कहेस, “लोग मजदूरन क, ओन मरे फउजियन क दफनावइ बरे पूरे समइ क नौकरी देइहीं। इ तरह उ पचे देस क पवित्तर करिहीं। उ सबइ मजदूर सात महीने तलक कार्य करिहीं। उ पचे ल्हासन क हेरत भए चारिहुँ ओर जइहीं। 15 उ सबइ मजदूर चारिहुँ कइँती हरेत फिरिहीं। जदि ओनमाँ स कउनो एक हाड़ लखी तउ उ ओकरे पास एक ठु चीन्हा बनाइ देइ। चीन्हा हुवाँ तब तलक रही जब तलक कब्र खोदइवाला आवत नाहीं अउर गोग क सेना क घाटी मँ उ हाड़ क दफनावत नाहीं। 16 उ मृतक लोगन क नगर (कब्रिस्तान) हमोना कहवाई। इ तरह उ सबइ देस क सुद्ध करिहीं।”

17 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस, “हे मनई क पूत, मोरे बरे सबइ पंछियन अउ सबइ जंगली जानवरन स बात करा। ओनसे कहा, ‘हिआँ आवा। हिआँ आवा। इ बलि क चारिहुँ कइँती एकट्ठा भवा जउन मइँ तोहरे बरे इस्राएल क पर्वतन पइ तइयार किहेउँ। आवा, माँस खा अउर खून पिआ। 18 तू ताकतवर फउजियन क सरीर क माँस खाउब्या। तू संसार क प्रमुखन क खून पीब्या। उ पचे बासान क भेड़न, मेमनन, बोकरन अउर मोटे बइलन क समान होइहीं। 19 तू जेतना चाहा, ओतनी चर्बी खाइ सकत ह अउर तू उ समइ तलक खून पी सकत ह जब तलक कि तू नसा मँ नाहीं आवत ह। तू मोर बलि स खाब्या अउर पीब्या जेका मइँ तोहारे बरे गारेउँ। 20 तू मोरे मेज पइ तब तलक खाउब्या जब तलक तू सन्तुट्ठ नाहीं होइ जाब्या। हुवाँ घोड़न अउर रथ सारथी, सक्तीसाली फउजी अउर दूसर सबहिं लड़इवाले मनई होइहीं।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

21 परमेस्सर कहेस, “मइँ दूसर रास्ट्रन क देखाउब कि मइँ का किहेउँ ह। उ सबइ रास्ट्र मोर सम्मान करब आरम्भ करिहीं। उ सबइ मोर उ सक्ति लखिहीं जउन मइँ दुस्मन क विरूद्ध उपयोग किहेउँ। 22 तब उ दिन क पाछे, इस्राएल क परिवार जानी कि मइँ ओकर परमेस्सर यहोवा हउँ। 23 रास्ट्र इ जान जइहीं कि इस्राएल क परिवार काहे दूसर देसन मँ बन्दी बनाइके लइ जावा गवा रहा। उ पचे जनिहीं कि मोर लोग मोरे विरूद्ध होइ उठा रहेन। एह बरे मइँ ओनसे दूर हट गवा रहेउँ। मइँ ओनके दुस्मनन क ओनका हरावइ दिहेउँ। एह बरे मोर लोग जुद्ध मँ मारा गएन। 24 उ पचे पाप किहेन अउर आपन क गन्दा बनाएन। एह बरे मइँ ओनका ओन कामन बरे दण्ड दिहेउँ जउन उ पचे किहन। एह बरे मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लिहेउँ ह।”

25 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “अब मइँ याकूब क परिवार क बन्धुवाई स निकारब। मइँ पूरे इस्राएल क परिवार पइ दया किहेउँ ह। मइँ आपन पवित्तर नाउँ क बरे बिसेस भावना परगट करब। 26 लोग आपन लज्जा अउर मोरे विरूद्ध विद्रोह क सारे समइ क बिसरि जइहीं। उ पचे आपन देस मँ सुरच्छा क संग रहिहीं। कउनो भी ओनका भयभीत नाहीं करी। 27 मइँ आपन लोगन क दूसर देसन स वापस लिआउब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क देसन स एकट्ठा करब। तब बहोत स रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ केतना पवित्तर हउँ। 28 उ पचे समुझिही कि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर हउँ। काहेकि मइँ ओनसे ओनकर घर छोड़वाएउँ अउर दूसर देसन मँ बन्दी क रूप मँ पठएउँ अउर तब मइँ ओनका एक संग एकट्ठा किहेउँ अउर ओनका आपन देस मँ वापस लिआएउँ। मइँ ओनमाँ स कउनो हवाँ अउर नाहीं छोड़ब। 29 मइँ इस्राएल क परिवार पइ आपन आतिमा उड़ेरब अउर ओकरे पाछे, मइँ फुन आपन मुहँ आपन लोगन स नाहीं छुपाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।