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सिरिफ यहोवा ही परमेस्सर अहइ

44 “याकूब, तू मोर सेवक अहा। इस्राएल, मोर बात सुना। मइँ तोहका चुनेउँ ह। जउन कछू मइँ कहत हउँ ओह पइ धियान द्या। मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ तोहका बनाएउँ ह। तू जउन कछू अहा ओहका बनावइवाला मइँ ही हउँ। जब तू महतारी क देह मँ ही रह्या, मइँ तबहिं स तोहार सहायता किहे रहेउँ। मोर सेवक याकूब डेराअ जिन। यसरून (इस्राएल) तोहका मइँ चुनेउँ ह।

“जइसे मइँ पियासे लोगन बरे पानी बरसाउब अउर जइसे झुरान धरती पइ मइँ जलधारन बहाउब, उसी तरह तोहरी संतानन पइ मइँ आपन आतिमा डाउब। मोर आसीर्बाद तोहार गदेलन पइ अइसा ही बहब जइसा पानी क टंकी स पानी बहत ह। उ पचे हर मोसम मँ चिनार क बृच्छन क नाई बढ़त भए होइहीं।

“लोगन मँ कउनो कही, ‘मइँ यहोवा क अहउँ।’ तउ दूसर मनई ‘याकूब’ क नाउँ लेइ। कउनो मनई आपन हाथे पइ लिखी, ‘मइँ यहोवा क हउँ’ अउर दूसर मनई ‘इस्राएल’ नाउँ क उपयोग करी।”

यहोवा इस्राएल क राजा अहइ। सर्वसक्तीमान यहोवा इस्राएल क रच्छा करत ह। यहोवा कहत ह, “परमेस्सर केवल मइँ ही हउँ। अन्य कउनो परमेस्सर नाहीं अहइ। मइँ ही आदि हउँ। मइँ ही अंत अहउँ। मोरे जइसा परमेस्सर कउनो दूसर नाहीं अहइ अउर जदि कउनो अहइ तउ ओका अब बोलइ चाही। ओका आगे आइके कउनो प्रमाण देइ चाही कि उ मोरे जइसा अहइ। भविस्स मँ का कछू होइवाला अहइ ओका बहुत पहले ही कउन बनाइ दिहे रहा? तउ उ पचे हम का अब बताइ देइँ कि अगवा का होइ?

“डेराअ जिन, चिंता जिन करा। जउन कछू घटइवाला अहइ, उ मइँ तू पचन्क सदा बताएउँ ह। तू लोग मोर साच्छी अहा। कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ। केवल मइँ ही हउँ। कउनो दूसर ‘सरण स्थान’ नाहीं अहइ। मइँ जानत हउँ केवल मइँ ही हउँ।”

लबार देवता बेकार अहइँ

कछू लोग मूरति (लबार देवता) बनाबा करत हीं। किन्तु उ पचे बेकार अहइँ। लोग ओन भूतन स पिरेम करत हीं किन्तु उ सबइ भूत बेकार अहइँ। उ सबइ लोग ओन बुतन क साच्छी अहइँ किन्तु उ सबइ लख नाहीं पउतेन। उ पचे लज्जित होइहीं।

10 एन लबार देवतन क कउनो काहे गढ़ी? एन बेकार क बुतन क कउनो काहे ढाली? 11 ओन देवतन क कारीगरन गढ़ेन ह अउर उ सबइ कारीगर तउ मात्र मनई अहइँ, न कि देवता। जदि उ पचे सबहिं एकजुट होइके पक्ति मँ आवइँ अउर एन बातन पइ विचार क लेन-देन करइँ तउ उ सबइ लजाइ जइहीं अउर डर जइहीं।

12 कउनो एक कारीगर कोयलन पइ लोहा क तपावइ बरे आपन अउजारन क उपयोग करत ह। उ मनई धातु क पीटइ बरे आपन हथौड़ा कामे मँ लिआवत ह। एकरे बरे उ आपन बाँहन क सक्ति क प्रयोग करत ह। किन्तु उहइ मनई क जब भूख लागत ह, ओकर सक्ति जात रहत ह। उहइ मनई अगर पानी न पियइ तउ कमजोर होइ जात ह।

13 दूसर मनई आपन रेखा पटकइ क सूत क उपयोग करत ह। उ तख्ते पइ रेखा हींचइ बरे परकार क काम मँ लिआवत ह। इ रेखा ओका बतावत ह कि उ कहाँ स काटइ। फिन उ मनई निहानियन क उपयोग करत ह अउर काठे मँ मूरतियन क उभारत ह। उ मूरतियन क नापइ बरे परकार क प्रयोग करत ह अउर इ तरह उ कारीगर लकड़ी क ठीक मनई क रूप दइ देत ह। फुन मनई क सा इ मूरति घरे मँ बइठाइ दीन्ह जात ह।

14 कउनो मनई देवदार, सनोवर अथवा बाँज क बृच्छ क काट गिरावत ह। (किन्तु उ मनई ओन बृच्छन क उगावत नाहीं। इ सबइ बृच्छ बन मँ खुद अपने आप उगत हीं। जदि कउनो मनई बृच्छ उगावइ तउ ओकर बढ़वार बर्खा करत ह न कि उ मनई।)

15 फुन उ मनई उ बृच्छ क आपन बारइ क काम मँ लिआवत ह। उ मनई उ बृच्छ क काटिके काठे क मुढ्ढियन बनावत ह अउर ओनका भोजन बनावइ अउर खुद क गरमावइ क काम मँ लिआवत ह। मनई थोड़ी सी लकड़ी क आगी सुलगाइ के आपन रोटियन सेंकत ह। किन्तु तउ भी मनई उहइ लकड़ी स देवता क मूरति बनावत ह अउर फुन उ देवता क पूजा करइ लागत ह। इ देवता तउ एक मूरति अहइ जेका उ मनई बनाएस ह। किन्तु उहइ मनई उ मूरति क आगे आपन माथा नवावत ह। 16 उहइ मनई आधी लकड़ी क आगी मँ बारि देत ह अउर उ आगी पइ माँस पकाइके भर पेट खात ह अउर फुन अपने आप क गरमावइ बरे मनई उहइ लकड़ी क बारत ह अउर फुन उहइ कहत ह, “बहोत अच्छे! अब मइँ गरम हउँ अउर आगी क लपटन क लखि सकत हूँ।” 17 किन्तु थोड़ी बहोत लकड़ी बच जात ह। तउ लकड़ी स मनई एक मूरति बनाइ लेत ह अउर ओका आपन देवता कहइ लागत ह। उ उ देवता क आगे माथा नवावत ह अउर ओकर पूजा करत ह। उ उ देवता स पराथना करत भए कहत ह, “तू मोर देवता अहा, मोर रच्छा करा।”

18 इ सबइ लोग इ नाहीं जानतेन कि इ सबइ का करत अहइँ? इ सबइ का करत अहइ: इ सबइ लोग समझतेन नाहीं। अइसा अहइ जइसे एनकर आँखिन बंद होइँ अउर इ सबइ कछू लख ही नाहीं पावत होइँ। एनकर मन समुझइ क जतन ही नाहीं करत। 19 एन वस्तुअन क बारे मँ इ सबइ लोग कछू सोचत ही नाहीं ह। इ सबइ लोग ना समुझ अहइँ। एह बरे एन लोग आपन मने मँ कबहुँ नाहीं सोचेन। “आधी लकड़ियन मइँ आगी मँ बारि डाएउँ। दहकत कोयलन क प्रयोग मइँ रोटी सेकइ अउर माँस पकावइ मँ किहेउँ। फुन मइँ माँस खाएउँ अउर बची भइ लकड़ी क प्रयोग मइँ भ्रस्ट वस्तु (मूर्ति) बनावइ मँ किहेउँ। अरे, मइँ तउ एक लकड़ी क टूका क पूजा करत हउँ।”

20 इ तउ बस उ राख क खाइ जइसा अहइ। उ मनई इ नाहीं जानत कि उ का करत अहइ? उ भ्रम मँ पड़ा भवा अहइ। एह बरे ओकर मन ओका गलत राह पइ लइ जात ह। उ मनई आपन बचाव नाहीं कइ पावत ह अउर उ इ देख नाहीं पावत ह कि उ गलत काम करत अहइ। उ मनई नाहीं कही, “इ मूरति जेका मइँ थामे हउँ एक लबार देवता अहइ।”

सच्चा परमेस्सर यहोवा इस्राएल क सहायक अहइ

21 “हे याकूब, इ सबइ बातन याद रखा।
    इस्राएल, याद रखा कि तू मोर सेवक अहा।
मइँ तोहका बनाएँउ, तू मोर सेवक अहा।
    एह बरे इस्राएल, मइँ तोहका नाहीं बिसराउब।
22 तोहार पाप एक बड़के बादर जइसे रहेन।
    किन्तु मइँ तोहरे पापन्क उड़ाइ दिहेउँ।
तोहार पाप बादर क नाई हवा मँ बिलाइ गएन।
    मइँ तोहका बचाएउँ
अउर तोहार रच्छा किहेउँ।
    एह बरे मोरे लगे लउटि आवा।”

23 अकास खुस अहइ, काहेकि यहोवा महान काम किहेस।
    धरती अउ हिआँ तलक कि धरती क तले बहोत गहिर ठउर भी खुस अहइँ।
पर्वत परमेस्सर क धन्यवाद देत भए गावा।
    बने क सबहिं बृच्छ तू पचे भी खुसी गवा।
काहेकि यहोवा याकूब क बचाइ लिहस ह।
    यहोवा इस्राएल बरे महान कार्य किहे अहइ।
24 जउन कछू भी तू अहा यहोवा तोहका बनाएस।
    यहोवा इ किहेस जब तू अबहिं महतारी क गरम मँ ही रह्या।
यहोवा तोहार रखवारा कहत ह, “मइँ यहोवा सब कछू बनाएउँ।
    मइँ ही हुआँ अकास तानेउँ ह,
    अउर आपन समन्वा धरती क बिछाएउँ।”

25 लबार नबी सगुन देखाया करत हीं किन्तु यहोवा दर्सावत ह कि ओकर सगुन झूठ अहइँ। जउन लोग जादू टोना कइके भविस्स बतावत हीं, यहोवा ओनका मूरख सिद्ध करी। यहोवा तथाकथित बुद्धिमान मनइयन तलक क भ्रम मँ डाइ देत ह। उ पचे सोचत हीं कि उ पचे बहोत कछू जानत हीं किन्तु यहोवा ओनका अइसा बनाइ देत ह कि उ पचे मूरख देखाइ देइँ। 26 यहोवा आपन सेवकन क लोगन क सन्देस सुनावइ बरे पठवत ह अउर फुन यहोवा ओन सन्देसन क फुरइ कइ देत ह। यहोवा लोगन क का करइ चाही ओनका इ बतावइ बरे दूत पठवत ह अउर फुन यहोवा देखाइ देत ह कि ओनकर सम्मति अच्छी अहइ।

परमेस्सर कुसू क यहूदा क पुनःनिर्माण बरे चुनत ह

यहोवा यरूसलेम स कहत ह, “लोग तोहमाँ आइके फुन बसिहीं।”
    यहोवा यहूदा क नगरन स कहत ह, “तोहार फुन स निर्माण होइ।”
    यहोवा ध्वस्त भए नगरन स कहत ह, “मइँ तू सबइ नगरन क फुन स उठाउब।”
27 यहोवा गहिर सागर स कहत ह, “झुराइजा
    मइँ तोहार जल धारन क सूखा बनाइ देब।”
28 यहोवा कुसू स कहत ह, “तू मोर चरवाहा अहा।
    जउन मइँ चाहत हउँ तू उहइ काम करब्या।
तू यरूसलेम स कहब्या, ‘तोहका फुन स बनावा जाइ।’
    तू मन्दिर स कहब्या, ‘तोहार नींवन क फुन स निर्माण होइ।’”