Add parallel Print Page Options

संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक पद।

यहोवा क मइँ पुकारेउँ।
    उ मोर सुनेस।
    उ मोर रोदन क सुन लिहस।
यहोवा मोका विनास क गड़हा स उबारेस।
    उ मोका दलदल गड़हा स उठाएस,
अउर उ मोका चट्टाने पइ बइठाएस।
    उ ही मोरे कदमन क टेकाएस।
यहोवा मोरे मुँह मँ एक ठु नवा गीत बसाएस।
    परमेस्सर क एक ठु स्तुति गीत।
बहुतेरे लोग लखिहीं जउन मोरे संग भवा ह।
    अउर फुन परमेस्सर क आराधना करिहीं।
    उ पचे यहोवा क बिस्सास करिहीं।
अगर कउनो मनई यहोवा क भरोसे रहत ह, तउ उ मनई सचमुच खुस होइ।
    अउ अगर कउनो मनई मूर्तियन अउ झूठ देवतन क सरण मँ नाहीं जाइ, तउ उ मनई फुरइ खुस होइ।
हमार परमेस्सर यहोवा, तू बहुतेरा अद्भुत काज किहा ह।
    हमरे बरे तोहरे लगे अद्भुत जोजना अहइँ।
कउनो मनई नाहीं जउन ओका गन सकइ।
    मइँ तोहरे कीन्ह काम क बारंबार बखानबउँ।

हे यहोवा, तू मोका इ समुझाया ह:
    तू फुरइ कउनो अन्नबलि अउ पसुबलि नाहीं चाहत रह्या।
    कउनो होमबलि अउ पापबलि तोहका नाहीं चाही।
तउ मइँ कहेउँ, “लखा मइँ आवत हउँ!
    किताबे मँ मोरे बारे मँ इहइ लिखा अहइ।
हे मोरे परमेस्सर, मइँ उहइ करइ चाहत हउँ जउन तू चाहत ह।
    मइँ मनवा मँ तोहरी सिच्छन क बसाइ लिहेउँ।”
मइँ महासभा क बीच लोगन क उद्धार क खुस खबरी कहेउँ।
    हे यहोवा, तू जानत अहा कि एकरे बारे मँ कहइ स डरेउँ नाहीं।
10 मइँ तोहार उद्धार बरे चुप नाहीं रहब।
    हे यहोवा, मइँ तोहार बिस्सासी अउर मुक्ति बरे खुलके बोलेउँ।
मइँ महासभा मँ तोहार बिस्ससनीय पिरेम
    अउर दयालुता क बिना छुपाए बोलेउँ।
11 एह बरे हे यहोवा, तू आपन दाया मोहसे जिन छुपावा।
    तू आपन करुणा अउ सच्चाई स मोर रच्छा करा।

12 मोका दुट्ठ मनइयन घेरि लिहन,
    उ पचे ऍतना जियादा बाटेन कि गना नाहीं जातेन।
मोका आपन पापन घेरि लिहे अहइँ,
    अउर मइँ ओनसे बचिके पराइ नाहीं सकत हउँ।
मोर पाप मोरे मूँड़े क बारे स जियादा अहइँ।
    मोर साहस मोहसे हेराइ चुका बाटइ।
13 हे यहोवा, मोरी कइँती दउड़ा अउ मोर रच्छा करा।
    आवा, देरी जिन करा, मोका बचाइ ल्या।
14 उ सबइ दुट्ठ मनई मोका मारइ क जतन करत हीं।
    हे यहोवा, ओनका लज्जित करा अउ ओनका निरास कइ द्या।
    उ सबइ मनई मोका दुःख पहोंचावइ चाहत हीं।
    तू ओनका अपमानित होइके पराइ द्या।
15 उ सबइ दुट्ठ लोग मोर मसखरी उड़ावत हीं।
    ओनका ऍतना सर्मिन्दा करा कि उ पचे बोल तलक न पावइँ।
16 मुला उ सबइ मनई जउन तोहका हेरत हीं, आनन्द मँ भरि जाइँ।
    उ सबइ मनई सदा इ कहत रहइँ, “यहोवा क गुण गावा!”
    ओन लोगन क तोहसे ही रच्छित होब नीक लागत ह।

17 हे मोर सुआमी, मइँ तउ बस दीन, बेसहारा मनई अहउँ।
    मोर रच्छा करा,
तू मोका बचाइ ल्या।
    हे मोर परमेस्सर, अब जियादा देर जिन करा।